मीन राशि के जातकों पर कुम्भ में गुरू के गोचर का प्रभाव (Impact of Jupiter’s Transit Into Aquarius on Pisces Sign)

मीन राशि के जातकों पर कुम्भ में गुरू के गोचर का प्रभाव कई तरह से होगा, यह आर्थिक, पारिवारिक जीवन को प्रभावित करेगा. जन्म राशि से बारहवें घर में गुरू का गोचर करना कई विषयों में परेशानी दे सकता है अत: सोच विचार के साथ धैर्य पूर्वक कार्य करना आपके हित में होगा.

इस समय का गोचर जातक के लिए बहुत अधिक ही परेशानी वाला होगा. गोचर का प्रभाव जातक को अचानक से होने वाली घटनाओं से प्रभावित करने वाला होगा. ये समय परेशानियों के चलते अपने मनोकूल काम नहीं कर पाएंगे. स्वास्थ्य में कमी के कारण धन का व्यय होगा. व्यर्थ की यात्राओं पर धन व्यय होगा. इस समय कष्ट अधिक रह सकते हैं. ट्रैवलिंग में समय अधिक लगेगा और बाहरी लोगों के साथ मेल जोल बढ़ेगा.


आजीविका (Jupiter’s Transit and Business for Pisces)

इन दिनों आजीविका के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. कार्य के सिलसिलें में काफी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं. कार्य के उद्देश्य से आप विदेश भी जा सकते हैं. अच्छी बात यह है कार्य का सम्बन्ध विदेश से होने से आपको लाभ मिल सकता है. अगर आप व्यवसाय करते हैं तो अभी व्यवसाय में विस्तार की योजना को टाल देना उचित रहेगा. कारोबार विषय में महत्वपूर्ण फैसला लेने के लिए भी समय उपयुक्त नहीं है अत: यथास्थिति में ही कार्य को आगे ले जाएं.

अगर कोई नए काम की तलाश में लगे हुए हैं तो इस समय वो बदलाव हो सकता है. ये बदलाव कितना स्थायी होगा इस बात को स्पष्ट रुप से समझ पाना मुश्किल होगा इसे कुण्डली के सूक्ष्म अध्ययन से ही समझा जा सकता है. इस समय पर होने वाले बदलावों का लम्बे समय तक प्रभाव रह नही पाता है. ये बदला अधिक सकारात्मक भी कम ही रहते हैं. पर फिर भी कई बार अपने स्थान से हट कर विदेश या किसी दूरस्थान पर जाकर काम करने के अवसर मिलते हैं.

इस समय के दौरान में जातक को अपने काम या व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए धन भी अधिक खर्च करना पड़ता है. किसी न किसी रुप में बैंक इत्यादि से लोन लेने की कोशिश भी करनी पड़ सकती है.


आर्थिक विषय (Jupiter’s Transit and Finance for Pisces)

कुम्भ राशि में गुरू का आना आर्थिक मामलों में आपको परेशानी दे सकता है. इन दिनों आपके खर्चे बढ़ जाएंगे ऐसे मे अपने व्यय पर नियंत्रण नहीं रखेंगे तो आपको लोन भी लेना पड़ सकता है जो आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है. धन के लेन-देन में होशियारी से काम लेना अच्छा रहेगा. निवेश के लिए अभी आपको इंतजार करना चाहिए. लेकिन, अच्छी बात यह भी है कि इस समय आप चाहें तो घर अथवा भूमि खरीद सकते हैं. वाहन खरीदने की इच्छा है तो आपकी यह भी इच्छा पूरी हो सकती है.

इस समय जातक को ध्यान में रखना चाहिए की किसी भी वस्तु पर धन लगाने से पूर्व अच्छी तरह सोच विचार करके ही आगे बढ़े. क्योंकि घाटा होने की भी आशंका बनी रहती है. इस समय व्यक्ति किसी प्रकार के सट्टे या गैस कानूनी कामों से भी लाभ कमाने की कोशिशों में लग सकता है. पर इन सभी गतिविधियों के कारण जातक को परेशानी अधिक झेलनी पड़ सकती है. इसलिए कोई भी शार्टकट अपनाने से पहले उसके नतीजों के बारे में भी सोच लेना जरुरी होता है.


पारिवारिक (Jupiter’s Transit and Family for Pisces)

सगे-सम्बन्धियों एवं मित्रों से सम्बन्धों में तनाव आ सकता है. मित्र आप पर किसी प्रकार का आरोप भी लग सकते हैं जिससे मन उदास हो सकता है. गृहस्थी में जीवनसाथी एवं संतान से भी विरोधाभास रह सकता है. ऐसे में आपको अधीर नहीं होना चाहिए बल्कि समय बदलने का इंतजार करना चाहिए. गुरू जब इस राशि से निकलकर वक्री होगा तो परिस्थितयां फिर से आपके अनुकूल होती नज़र आएंगी.

फैमली में लोगों के साथ आपको दूरी भी झेलनी पड़ सकती है. इस समय के दौरान परिवर से दूर जाने के मौके सामने आ सकते हैं. कुछ कारणों से परिवार के साथ विवाद भी बढ़ सकता है या दुसरों के हस्त़एप के कारण परिवार में तनाव भी बढ़ सकता है. इस समय घरेलू वाद-विवाद होन अया किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही जैसी चीजें इस समय में हो सकती हैं.


अन्य विषयों में गुरू के गोचर के घर परिवर्तन का प्रभाव

इस समय आपका रूझान धर्म-कर्म की ओर जाएगा.इस समय आध्यातिम गुरु की शरण में भी व्यक्ति जा सकता है. कुछ लोगों के द्वारा आपको नए विचारों और नई चीजों के बारे में भी पता चल सकता है. यह आपको मानसिक शांति देगा. इन दिनों कभी-कभी आपका आत्मविश्वास कमज़ोर हो सकता है लेकिन, आपको अपने आत्मविश्वास को बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए. स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां भी उभर सकती हैं इसलिए सेहत के प्रति सजग रहें व आनावश्यक चिंताओं को हावी न होने दें.

यह समय थोड़ा परेशानी वाला भी कहा जा सकता है. इस समय दशा और ग्रहों का योग व्यक्ति को गोचर का प्रभाव देने वाला होगा. ये समय सेहत और कानूनी काम भी अधिक बढ़ जाते हैं. इस कारण इस समय के दौरान किए जाने वाले कामों को संभल कर ही करना चाहिए. कई बार इस गोचर में दूसरों की गलती के कारण खुद को परेशानी भुगतनी पड़ सकती है.

इस गोचर के दौरान व्यक्ति को बजट बनाकर ही आगे चलना चाहिए. इस समय अगर कहीं इनवेस्ट करना चाहते हैं तो समय अच्छा न होने के कारण उसे टालना अधिक बेहतर होता है. ये समय जेल योग की स्थिति भी दे सकता है किसी कारणवश व्यक्ति को बंधन की अनुभूति भी हो सकती है. इस लिए संभल कर काम करना चाहिए. जो जातक घर से दूर जाकर विदेश इत्यादि में रहने की इच्छा रखता है उसे इस समय मौके मिल सकते हैं.


उपाय (Remedies)

गुरु का यह गोचर थोड़ा परेशानी वाला कहा जा सकता है. इस समय व्यर्थ की चिंताएं अधिक बढ़ जाती हैं ओर न चाहते हुए भी कोई न कोई परेशानी सामने खड़ी मिलती है. इन सभी से बचाव के लिए जातक को चाहिए कि जातक को बृहस्पति से संबंधित उपाय करे और दान-पूजा इत्यादि कर्म को नियमित रुप से अपने दैनिक कर्मों में शामिल करें. ऎसा करने से गुरु के गोचर के अशुभ फलों में कमी आती है और सकारात्मक फल भी मिलता है.


  • गुरू के इस गोचर के दौरान अशुभ फलों में कमी लाने के लिए गणपति जी की पूजा करनी चाहिए. नक्षत्रों सहित गुरू की पूजा उपासना भी लाभकारी होगा.
  • बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए.
  • इस समय के दौरान व्यक्ति को व्यसनों से से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए. अपने गुरुजनों और वरिष्ठ जनों का सम्मान भी करना चाहिए.
  • किसी भी मंदिर एवं धर्म स्थल पर गरीब लोगों को खाने की वस्तु दान करना भी एक असरदार उपाय होता है.
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