चन्द्र की युति का फल (Results of Conjunction of Moon with other Planets)

चन्द्रमा मन का कारक ग्रह होता है. ज्योतिषशास्त्र में सभी ग्रहों की दो-दो राशियां हैं केवल सूर्य एवं चन्द्र ही ऐसे ग्रह हैं जिनकी एक-एक राशियां हैं. सूर्य-चन्द्र को नवग्रहों में क्रमश: राजा रानी के रूप में माना जाता है. रानी का सम्बन्ध यानी चन्द्र की युति दूसरे ग्रहों के साथ होने पर उनका क्या प्रभाव होता है यह ज्योतिषशास्त्र का एक महत्वपूर्ण विषय है. इसी महत्वपूर्ण विषय पर यहां चर्चा की जा रही है.

चन्द्र सूर्य की युति का फल (Conjunction of Moon and Sun)

चन्द्र जिस तरह शीतल एवं सौम्य ग्रह है सूर्य ठीक इसके विपरीत उग्र एवं अग्नि प्रधान ग्रह है. इन दोनों की युति होने पर व्यक्ति के अंदर अहम की भावना आ जाती है. कुटनीति से व्यक्ति अपना काम निकालने की कोशिश करता है. व्यक्ति क्रोधी हो सकता है एवं व्यवहार में कोमलता की कमी रहती है. मन में अस्थिर एवं बेचैन रहता है. मन की शांति एवं व्यवहार कुशलता बढ़ाने के लिए चन्द्र के उपाय स्वरूप सोमवार के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए. मोती धारण करने से भी लाभ मिलता है.

चन्द्र मंगल की युति का फल (Conjunction of Moon and Mars)

मंगल भी सूर्य के समान अग्नि प्रधान ग्रह है. चन्द्र एवं मंगल की युति होने पर व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता आ जाती है. मंगल को ग्रहों में सेनापति कहा जाता है जो युद्ध एवं शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक होता है. जैसे युद्ध के समय बुद्धि से अधिक योद्धा बल का प्रयोग करते हैं, ठीक उसी प्रकार इस युति वाले व्यक्ति परिणाम की चिंता किये किसी भी कार्य में आगे कदम बढ़ा देते हैं जिससे इन्हें नुकसान भी होता है. वाणी में कोमलता एवं नम्रता की कमी के कारण यह अपनी बातों से कभी-कभी मित्रों को भी शत्रु बना लेते हैं. हनुमान जी की पूजा करने से इन्हें लाभ मिलता है.

चन्द्र बुध की युति का फल (Conjunction of Moon and Mercury)

चन्द्रमा शांत एवं शीतल ग्रह है और बुध बुद्धि का कारक ग्रह. जिस व्यक्ति की कुण्डली में चन्द्र बुध की युति होती है वे काफी समझदार होते हैं, परिस्थितयों के अनुसार खुद को तैयार कर लेने की इनमें अच्छी क्षमता पायी जाती है. अपनी बातों को ये बड़ी ही चतुराई से कह देते हैं. वाक्पटुता से काम निकालने में भी यह माहिर होते हैं.

चन्द्र गुरू की युति का फल (Conjunction of Moon and Jupiter)

नवग्रहों में गुरू को मंत्री एवं गुरू का पद दिया गया है. मंत्री का कार्य होता है सलाह देना. सलाह वही दे सकता है जो ज्ञानी होगा. यानी इस युति से प्रभावित व्यक्ति ज्ञानी होता है और अधिक बोलने वाला भी होता है. ये सलाहकार, शिक्षक एवं ऐसे क्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं जिनमें बोलने की योग्यता के साथ ही साथ अच्छे ज्ञान की भी जरूरत होती है.

चन्द्र शुक्र की युति का फल (Conjunctino of Moon and Venus)

चन्द्रमा के साथ शुक्र की युति होने पर व्यक्ति सुन्दर एवं आकर्षक होता है. इनमें सुन्दर दिखने की चाहत भी अधिक होती है. वाणी में कोमलता एवं विचारों में कल्पनाशीलता भी इनमें पायी जाती है. इस युति से प्रभावित व्यक्ति कलाओं में रूचि लेता है.

चन्द्र शनि की युति का फल (Conjunction of Moon and Saturn)

जन्म कुण्डली में चन्द्रमा शनि के साथ युति सम्बन्ध बनाता है तो व्यक्ति न्यायप्रिय होता है. इस युति से प्रभावित व्यकति मेहनती होता है तथा अपनी मेहनत एवं ईमानदारी से जीवन में आगे बढ़ता है. इनके स्वभाव में अस्थिरता पायी जाती है, छोटी-छोटी असफलताएं भी इनके मन में निराशा उत्पन्न करने लगती है.

चन्द्र राहु की युति का फल (Conjunction of Moon and Rahu)

चन्द्रमा कल्पनाशीलता देता है तथा राहु रहस्य को जानने की रूचि. कुण्डली में चन्द्र के साथ राहु की युति होने पर व्यक्ति रहस्यों एवं कल्पना की दुनियां खोया रहता है. इनमें किसी भी विषय को गहराई से जानने की उत्सुकता रहती है जिससे अपने विषय के अच्छे जानकार होते हैं. इनके स्वभाव में एक कमी यह होती है कि अफवाहों एवं कही सुनी बातों से जल्दी विचलित हो जाते हैं.

चन्द्र केतु की युति का फल (Conjunction of Moon and Ketu)

चन्द्र केतु की युति कुण्डली में होने पर व्यक्ति जोश में कार्य करने वाला होता है. जल्दबाजी में कार्य करने के कारण इन्हें अपने किये कार्य के कारण बाद में पछताना भी पड़ता है लेकिन, अपनी ग़लतियों से सीख लेना इनकी अच्छी आदत होती है. ज्योतिषी के रूप में कैरियर बनाने का विचार करें तो यह अच्छे ज्योतिषशास्त्री बन सकते हैं. सच्चाई एवं अच्छाई के लिए आवज़ उठाने के लिए चन्द्र केतु की युति वाले व्यक्ति सदैव तैयार रहते हैं.

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