बुध का तुला राशि गोचर (10 अक्टूबर 2024)

बुध ग्रह व्यक्ति के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक है. इस कारन से बुध का राशि बदलाव जब भी होता है इन गुणों पर इसका असर अवश्य दिखाई देता है. बुध का कन्या राशि से तुला राशि में गोचर 10 अक्तूबर 2024 को होगा. यह गोचर व्यवसायियों और रचनात्मक लोगों के लिए एक अच्छा समय लेकर आएगा. 

बुध ग्रह व्यापार और संचार के लिए प्रमुख कारक है, अभी के समय में बुध का गोचर अपने मित्र तुला राशि में होगा. यह गोचर सकारात्मक माना जाता है. ज्योतिष में बुध को देवताओं का दूत कहा जाता है और सभी प्रकार के संचार चाहे वह मौखिक हो या लिखित बुध का ही गुण होता है. एक शुभ बुध का असर व्यक्ति को स्पष्ट सोच, रचनात्मक कौशल, व्यावसायिक ज्ञान, यात्रा, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञता, गणित- लेखा-जोखा के ज्ञान पर पकड़ बनाने में सहायक बनता है.  इसके विपरित जब बुध कमजोर होता है बुद्धि को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है और वाणी -त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है. 

बुध का तुला राशि में गोचर समय 

बुध ग्रह 10 अक्टूबर को सुबह के समय 11:19 बजे तुला राशि में गोचर करेगा और 29 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा. तुला राशि में बुध का गोचर, रोमांस और रिश्ते में विस्तार का संकेत बनता है. परिवर हो या सामाजिक स्थिति रिश्ते काफी आगे बढ़ते दिखाई देते हैं. संबंधों में कुछ बड़े बदलाव लाने की भविष्यवाणी भी की जा सकती है. 

मेष राशि

बुध का तुला राशि में गोचर  काम के स्थान पर पर्याप्त अवसर देने वाला होगा. भविष्य में बेहतर परिणामों के लिए अंतिम निर्णय लेने से पहले चीजों का आकलन करने की जरूरत भी होगी. तेजी में आकर फैसले न लेना ही उचित होगा. बुध मेष के साझेदारी वाले भाव में गोचर करेगा ऎसे में जो लोग पार्टनरशिप में काम करते हैं वह प्रभवैत होंगे और विवाह संबंधों पर भी असर होगा है,  यात्रा के कुछ अचानक अवसर प्रदान होंगे. कार्य से संबंधित उद्देश्यों के लिए भी यात्राएं होंगी. पहचान, नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने का बेहतर मौका होगा.

वृषभ राशि  

वृष राशि के लिए बुध का गोचर इस समय परिश्रम और योग्यताओं को निखारने के लिए उपयुक्त होगा. व्यावसायिक रूप से बुध का तुला राशि में गोचर वृष राशि वालों को करियर में सफलता पाने के लिए प्रेरित करने वाला होगा. अपने व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता होगी. नौकरी में पहचान प्राप्त करना चाहते हैं, तो रचनात्मक और अनुसंधानात्मक क्षमताओं पर काम करना बेहतर होगा.  

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर बौद्धिकता विचार और निर्णय लेने की क्षमता पर होगा. ऎसे में ये समय शी़अर्थियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है. पंचम भाव में गोचर करते हुए बुध   समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाला है. इस समय कार्यों की समीक्षा करना उचित होगा. नौकरी एवं व्यावसायिक रूप से बुध का गोचर रचनात्मकता को अच्छा कर सकता है. बुद्धि के पंचम भाव में बुध का होना कार्यक्षेत्र में आपकी रचनात्मक क्षमता में वृद्धि देने वाला होगा. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए बुध का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. इस समय बुध का प्रभाव कर्क के संपत्ति, आराम और विलासिता को प्रभवैत करने वाला होगा. परिवार के लोगों के साथ शांतिपूर्ण माहोल मिलेगा. कुछ अतिर्कित समय बिता पाएंगे. माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. घर पर सदस्यों के साथ बातचीत करते समय सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि लापरवाही में कही बातें परेशानी दे सकती हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए बुध का गोचर तीसरे भाव में होने से जोश और उत्साह अच्छा रहने वाला है. अपने कार्यों में सफलत अपाने के लिए अधिक मेहनती रहने वाले हैं. छोटी दूरी की यात्राओं पर जाने का अधिक मौका मिलेगा काम में उपलब्धि पाने में सफल हो सकते हैं. भाई-बहनों के साथ रिश्ते अच्छे मस्ती वाले होंगे थोड़ी नोक-झोंक भी रह सकती है लेकिन चीजें संभली रहेंगी. अधूरे कार्यों  को पूरा करने के लिए बेहतर समय होगा. बहुराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का समय हो सकता है. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए बुध परिवार, धन और वाणी के भाव में गोचर करेगा. इस समय अपनी वाणी का उपयोग उचित रुप से किया जाएं क्योंकि क्रोध एवं कटाक्ष भरे शब्द चीजों को खराब कर सकते हैं. घरेलू क्षेत्र में कुछ चुनौतियाँ बनी रह सकती हैं. इस समय थोड़ा धैर्य के साथ विचार करते हुए किसी भी काम में आगे बढ़ना अथवा फैसले लेना जरूरी होगा. कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ नम्रता बनाए रखें. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए बुध का गोचर मानसिक रुप अधिक असर डालने वाला लग्न पर ही बुध का गोचर होने से खुद को लेकर अधिक विचारशील दिखाई दे सकते हैं. अगर कुछ कमियां परेशान कर रही हैं तो विश्लेषण करने की जरुरत अब दिखाई देगी इससे लक्ष्यों को प्राप्त करने और इच्छाओं को पूरा करने में सहायता मिलेगी. किसी वरिष्ठ से सलाह लेने के लिए भी यह अवधि महत्वपूर्ण है, 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर व्यय के घर पर होने से स्थिति कुछ खर्चों की अधिकता दिखाने वाली होगी. व्यक्तिगत जीवन और कार्य क्षेत्र दोनों में सफलता प्राप्त करने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है. अधिक बहस ओर व्यर्थ के मुद्दों से दूर रह कर आगे बढ़ना उचित फैसला होगा. प्रेम और यौन संबंधों को लेकर अधिक उत्साहित दिखाई दे सकते हैं. इस समय जीवन साथी से अधिक चीजों की मांग परेशानी खड़ी कर सकती है. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए बुध का गोचर लाभ स्थान पर होने से मौके लाभ को दिलाने में सहायक होंगे सोसायती से चीजें फायदेमंद हो सकती हैं. सकारात्मक रुप से साथी और व्यावसायिक भागीदारों का सहयोग काम को आगे बढ़ाने और मुनाफा पाने में मिल सकता है. इस गोचर के दौरान कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है. चीजों में बेहतर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रयास और समर्पण की आवश्यकता होगी.  

मकर राशि

मकर राशि के लिए बुध का गोचर सकारात्मक रुप से काम कर सकता है दशम घर में बुध कर्म के प्रति बेहतर अवसरों को दिलाने वाला होगा. कर्म भाव में गोचर करते हुए बुध भाग्य को पक्ष में कर सकता है. पसंद के करियर में आगे बढ़ने का समय दिखा सकता है. करियर के विकास के लिए अच्छा समय रह सकता है. कुछ नए कनेक्शन बन सकते हैं. कुछ प्रोजेक्टों में सहकर्मियों,  और वरिष्ठों का सहयोग एवं मार्गदर्शन काम आएगा. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर भाग्य के नवम भाव में होगा अच्छे अवसरों और मान सम्मान का समय होगा. उत्साह अच्छा बना रहेगा. भाग्य के द्वार खुलेंगे और कुछ अच्छे लाभ मिल सकते हैं. संतान की ओर से खुशी मिल सकती है. छात्र अपनी परिक्षाओं एवं अपनी शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे. इस समय आध्यात्मिक एवं धार्मिक झुकाव रहेगा और किसी आध्यात्मिक यात्रा कार्य की योजना भी बना सकते हैं.

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध का गोचर थोड़ा कमजोर रह सकता है क्योंकि अष्टम भाव में होने से यह अचानक से मिलने वाली हानि और लाभ का संकेत दे सकता है. गुप्त विद्या के प्रति रुझान हो सकता है. विवाहेत्तर संबंधों में आगे बढ़ सकते हैं. नौकरी में अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होगा. व्यावसायिक भागीदारों और सहकर्मियों के साथ अपने व्यवहार को नमे बनाए और व्यर्थ की चीजों तर्क वितर्क से दूर रहना उचित होगा. 

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मंगल का वृष राशि में गोचर

मंगल का वृष राशि में प्रवेश 12 जुलाई 2024 को 18:58 के करीब हुआ. उसके बाद 26 अगस्त 2024 को मिथुन राशि में जाएंगे. मंगल शक्ति, साहस, सहनशक्ति, समर्पण, इच्छाशक्ति, कुछ भी करने की प्रेरणा होता है और किसी भी कार्य को पूरा करने की ऊर्जा है. मंगल ग्रह के प्रभाव वाले लोग साहसी होते हैं.  वृष राशि पृथ्वी तत्व युक्त स्थिर राशि है इस कारण से मंगल का प्रभाव इसके साथ मिलकर व्यक्ति को समझदार सोच विचार करके आगे बढ़ने वाला तथा निपुण बनाता है. मंगल का वृष राशि में गोचर ऊर्जा का उपयोग जीवन को बेहतर बनाने के लिए होगा.  विलासिता और भौतिक लाभ प्राप्त करने में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. संपत्ति से लाभ के लिए यह बहुत अच्छा समय हो सकता है. 

मंगल का वृष राशि में होना मंगल के प्रभाव में बदलाव को दिखाता है. इस समय प्राकृतिक भौगौलिक सभी तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं. 

मेष राशि 

मेष राशि के लिए मंगल लग्न का स्वामी और अष्टम भाव का भी स्वामी होता है. मंगल दूसरे भाव में गोचर कर रहा है. दूसरा भाव परिवार, बचत और वाणी का प्रतिनिधित्व करता है. तो, मंगल का गोचर संचार में प्रभावी बनाएगा. कुछ कठोर भाषी भी हो सकते हैं. परिवार के साथ भी कुछ बहस हो सकती है. आर्थिक मामलों में अचानक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, इसलिए इसके प्रति सचे रहना होगा. छात्रों के लिए, यह उनकी तैयारी शुरू करने का एक अच्छा समय है. विवाहित लोगों को ससुराल पक्ष का सहयोग प्राप्त हो सकता है. किसी तीर्थ यात्रा की योजना भी बना सकते हैं. संपत्ति से कुछ लाभ मिल सकता है.

वृष राशि 

वृष राशि के लिए मंगल द्वादश और सप्तम भाव का स्वामी होता है. इस समय लग्न में गोचर कर रहा है खुद पर अधिक ध्यान दे सकते हैं. क्रोध ओर जिद बनी रहने वाली है. नेतृत्व करने में आगे रह सकते हैं. विदेश यात्रा और धन लाभ में नए अवसर  मिल सकते हैं. माता का सहयोग भी मिल सकता है. नई वस्तुओं की खरीदारी हो सकती है वाहन इत्यादि प्राप्त हो सकता है.  संपत्ति की बिक्री और खरीद से जुड़े कुछ काम हो सकते हैं. वैवाहिक जीवन में अपने साथी के साथ समय अधिक व्यतीत कर सकते हैं. प्रेम संबंधों में रिश्ते मजबूत होंगे. साथी का सहयोग मिलेगा. यात्रा करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता होगी. 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे भाव और एकादश भाव का स्वामी होता है. इस समय मंगल बारहवें घर में गोचर करेगा. इस कारण काम को ध्यान पूर्वक करने की जरुरत होगी. व्यय और हानि का भी समय होगा इसलिए अपने काम में सजग रहना होगा. लापरवाही परेशानी दे सकती है.  किसी भी  सौदे के दौरान आपको सतर्क रहने की जरूरत है. साथी के साथ आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं; इसलिए कृपया अपने वैवाहिक जीवन पर विशेष ध्यान देना होगा. स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता हो सकती है. लापरवाही से बचें ओर खान पान बेहतर बना कर रखें. नशे या अन्य प्रकार के गलत पदार्थों के सेवन से बचें. वाहन चलाते समय रफ्तार के प्रति लापरवाह न रहें. विदेशी कंपनियों में कार्यरत लोगों को लाभ मिल सकता है. लम्बी दूरी की यात्राएं भी अभी अधिक रह सकती हैं. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए मंगल योगकारक ग्रह है और गोचर में लाभ स्थान पर विचरण करने के कारण यह अनुकूल फल देने में सहायक होगा. मंगल केंद्र और त्रिकोण भाव का स्वामी बनकर अच्छे लाभ दिलाएगा.इस समय आर्थिक स्थिति में कई स्त्रोत सहायक होंगे. इच्छाएं विस्तार पाएंगे और उन्हें पूरा करने के लिए काफी परिश्रम भी होंगे. बड़े भाई बंधुओं का सहयोग प्राप्त होगा. सामाजिक क्षेत्र में इस समय प्रशंसा एवं सम्मान प्राप्ति का योग भी बनेगा. इच्छा पूर्ति और लाभ की पूर्ति के लिए समय सहयोगी होगा. कार्यस्थल पर किए गए सभी प्रयासों के परिणामों का सकारात्मक रुप से फल देखने को मिल सकता है. संपत्ति, या सुरक्षा क्षेत्र में अच्छे लाभ अर्जित करने और पदोन्नति का समय होगा. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए मंगल नवम और चतुर्थ भाव का स्वामी होता है. इस समय मंगल का गोचर कर्म स्थान दशम घर में होने के कारण अपने काम के द्वारा प्रगति के मौके मिल सकते हैं. अधिकारियों के साथ संबंध लाभ दिलाने में सहायक होंगे. नौकरी में सहकर्मियों के सतह मिलकर नई योजनाओं पर काम शुरु कर सकते हैं. आधिकारिक रुप से कुछ मान सम्मान प्राप्ति का भी समय होगा.  शारीरिक स्वास्थ्य और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव दिखाई देगा. नए स्थान एवं नए लोगों के साथ मेलजोल का समय होगा. किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल हो सकते हैं. छात्रों की पढ़ाई में अचानक कुछ व्यवधान आ सकता है, इसलिए कृपया अतिरिक्त सचेत रहें. कुल मिलाकर सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए मंगल का गोचर नवम घर पर होगा. पिता, गुरु, भाग्य के स्थान में मंगल बदलाव दिखाएगा. अपने बड़ों से मार्गदर्शन मिल सकता है. पिता और गुरु के कारण अचानक लाभ मिल सकता है. तीर्थ यात्रा का योग भी प्राप्त हो सकता है. घरेलू क्षेत्र में स्थिति थोड़ी नियमों के चलते कठोर हो सकती है. इस समय खर्च बने रहेंगे लेकिन उन को पूर्ण कर पाने की क्षमता भी आपको प्राप्त हो सकती है. विदेशी संपर्क का अवसर मिल सकता है. भाई बहनों के साथ कुछ अच्छा समय बिता पाएंगे लेकिन साथ ही उन्हें लेकर चिंताएं भी हो सकती है. अपने क्रोध एवं जोश को कुछ नियंत्रित बनाए रखने की जरूरत होगी. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए मंगल दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी होता है. मंगल का गोचर अष्टम भाव में होने के कारण परेशानी और चिंता रह सकती है. अचानक से होने वाले घटनाक्रम भी दिक्कत दे सकते हैं. इस समय के दोरान जरूरी होगा की कोई बड़ा कार्य अगर कर रहे हैं तो उस पर अधिक ध्यान बना कर रखें. स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही परेशानी खड़ी कर सकती है. कुछ चुनौतीपूर्ण समय रहेगा लेकिन अभी किया गया संघर्ष भविष्य के लिए बेहतर उम्मीद भी देने में सहायक होगा. अचानक होने वालि चीजों के कारण मानसिक बेचैनी भी उत्पन्न हो सकती है. आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बने रह सकते हैं. इस समय धैर्य और नम्रता ही सबसे अधिक उपयोगी वस्तुओं में से एक होगी.  भाषा शैली में कटुता से बचना होगा. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए मंगल का गोचर सातवें घर पर होगा. यह जीवन साथी, विवाह संबंधों, व्यावसायिक साझेदारी पर असर डालने वाला होगा. मंगल की स्थिति रिश्तों में कुछ तनाव ला सकती है लेकिन यदि अनावश्यक अहंकार संघर्ष और तर्क से बचे रह पाते हैं तो काफी कुछ मामलों में सफलता का स्वाद भी चख सकते हैं. आपके साथी को लेकर अधिक चिंता में न पड़ें रिश्ते में स्वतंत्रता ओर अभिव्यक्ति ही बेहतर होगी. आर्थिक मामलों में भी कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. काम के क्षेत्र में प्रगति के मौके मिल सकते हैं. अपने काम को लेकर यात्राओं का भी समय बना हुआ है. 

धनु राशि 

मंगल का धनु राशि के लिए गोचर छठे भाव में होगा. इस गोचर प्रभाव स्वरुप मिलेजुले फल प्राप्त होंगे. छठा स्थान कुंडली का शत्रु स्थान होता है साथ ही स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा, मामा पक्ष को भी दर्शाता है. इस समय पर विरोधियों को परास्त करने में कुशलता प्राप्त होगी. समस्याएं अधिक रहेंगी लेकिन समाधान बःई मिलते रहेंगे. गोचर के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय मिश्रित परिणाम वाला रह सकता है. इस समय रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक शक्ति अच्छी होगी, लेकिन वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करना चाहिए, दुसाहसिक कार्यों द्वारा सेहत पर असर पड़ सकता है. शत्रुओं का नाश होगा, वे किसी भी प्रकार से कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे. जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वे सफल होंगे, आप अपनी परीक्षा को अच्छे से उत्तीर्ण करेंगे. लंबी दूरी की यात्रा का भी अवसर मिल सकता है. कुछ खर्चे अधिक हो सकते हैं, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रित रहेगी. 

मकर राशि 

मकर राशि के लिए मंगल का गोचर पंचम घर पर होगा. शिक्षा, प्रेम संतान इन सभी बातों पर असर दिखाई देगा. रिश्तों में कोमलता बनाए रखने की जरुरत होगी. परिवार में कोई निर्माण कार्य भी करवा सकते हैं. आर्थिक रुप से आय वृद्धि के अवसर भी मिल सकते हैं. छात्रों के लिए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का यह बहुत अच्छा समय है. ऊर्जा से भरपूर होंगे. उच्च शिक्षा प्राप्ति एवं खेलकूद से जुड़े छात्रों को राष्टिय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिल सकता है. कार्यस्थल पर अच्छे अवसर पैदा हो सकते हैं. कार्यभार और जिम्मेदारी में वृद्धि का भी समय है. अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे. 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. यह समय अनुकूल रह सकता है वाहन, भवन संपत्ति इत्यादि की प्राप्ति का भी समय है. मंगल के वृष राशि में गोचर होने पर पदोन्नति के उच्च अवसर प्राप्त होंगे. इस समय बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है. घरेलू क्षेत्र में कुछ बातें तनाव दे सकती हैं इसलिए शांति और धैर्य के साथ इनका सामना करना ही उचित है जल्द ही स्थिति बेहतर होगी. अपनों के साथ समय व्यतीत कर पाएंगे. माता का स्नेह प्राप्त होगा किंतु उनके स्वभाव या सेहत पर थोड़ा बदलाव भी दिखाई दे सकता है. इस समय पर घर के निर्माण कार्य भी हो सकते हैं. परिवार में मेहमानों का आनाजान लगा रह सकता है. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए मंगल का गोचर पराक्रम भाव पर होगा. जिसके फलस्वरुप अच्छा परिश्रम प्राप्त होगा ओर कई तरह की सफलताओं को पाने का अवसर मिलेगा. कुंडली का तीसरा घर आपके भाई-बहनों, शौक, यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है. इसलिए, इस समय के दौरान इन चीजों पर मंगल का असर दिखाई देगा. अपने शौक को पूरा करने के लिए भी समय निकाल पाएंगे. बोलचाल में तेज होंगे और अच्छे वक्ता सिद्ध हो सकते हैं.  स्वास्थ्य की दृष्टि से, इस अवधि के दौरान आपकी सहनशक्ति और ऊर्जा शक्ति अच्छी रहने वाली है. भाई बहनों के साथ कुछ नोकझोंक हो सकती है लेकिन जल्द ही सुलह भी होगी तथा चीजें बेहतर रुप से काम करेंगी.

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सूर्य का तुला राशि में गोचर (17 अक्टूबर 2024)

17 अक्टूबर 2024 को सूर्य का तुला राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य का तुला राशि प्रवेश ज्योतिष शास्त्र अनुसार महत्वपूर्ण होता है. इस समय एक विशेषता यह होगी की सूर्य अपनी नीचस्थ राशि तुला में गोचर करेगा. सूर्य की स्थिति तुला में कमजोर मानी गई है. सभी राशियों के जातकों के जीवन में बड़े बदलाव भी देखने को मिलेंगे. विशेष रुप से ये समय मेष राशि, सिंह राशि, तुला राशि के जातकों पर अधिक असरदायक होगा क्योंकि सिंह राशि का स्वामित्व सूर्य को प्राप्त होता है. तुला राशि में सूर्य होंगे और मेष राशि को दृष्टि देंगे ऎसे में इस स्थिति इन तीनों राशियों के लिए समय महत्वपूर्ण होगा.

सूर्य के तुला राशि प्रवेश का समय 

सूर्य अग्नि तत्व युक्त, जीव आत्मा स्वरुप कारक है. इसके बिना जीवन का पोषण अत्यंत कठिन होता है. तुला में सूर्य का जाना एक संतुलन के समय की स्थिति को दर्शाता है.

सूर्य के तुला राशि प्रवेश का समय 07:48

तुला राशि संतुलन को  दिखाती है. वैदिक ज्योतिष में सूर्य भी राजा का प्रतिनिधित्व करता है ऎसे में तुला में जाकर वह अच्छे निर्णय एवं बेहतर योजनाओं को लागू करने में समर्थ होता है.यह शक्ति, स्थिति, अधिकार और प्रभुत्व का बेहतर तरह से पालन करने का समय हो सकता है. सूर्य प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा प्रदान करता है. यह आधिकारिक लोगों, कुलीनों और उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ संबंध बनाता है और यह सरकारी क्षेत्र में नौकरियों और राजनीति में सम्मानित पदों को प्राप्त करने में सहयोग करता है. 

तुला राशि शुक्र की राशि है, इस अवधि के दौरान असंतोष की भावना हो सकती है. जोड़ तोड़ करने वाले और काम को किसी भी तरह से आगे बढ़ाने में विश्वास रख सकते हैं  इस गोचर अवधि के दौरान आप आत्मकेंद्रित भी हो सकते हैं. दूर-दराज के स्थानों पर जाने और विदेशी संस्कृति को जानने की ओर भी आपका झुकाव रह सकता है. खर्चों की अधिकता तथा रहन सहन इत्यादि पर धन अधिक व्यय हो सकता है. 

तुला राशि में सूर्य के गोचर का अन्य सभी राशियों पर प्रभाव 

मेष राशि 

मेष राशि के लिए सूर्य का गोचर सातवें घर पर होगा. इस स्थान पर सूर्य के होने से आपसी रिश्ते, पार्टनरशीप से जुड़े काम, मानसिक सोच, स्वभाव एवं व्यक्तिगत रुप पर काफी असर डालने वाला होगा. इस समय क्रोध और स्वभाव में अस्थिरता देखने को मिल सकती है.  थोड़े अहंकारी या जिद्दी भी हो सकते हैं. लोगों के मध्य को खुद को स्थापित करने की कोशिशें जारी रख सकते हैं कुछ मामलों में ज्ञान का ढोंग करने की कोशिश कर सकते हैं.  पार्ट्नर के साथ किए जाने वाले कामों में सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ये समय साथी या अधीनस्थों के साथ संघर्ष ला सकता है. टकराव बड़े झगड़ों में बदल सकते हैं और आपके व्यवसाय पर गंभीर असर भी डाल सकते हैं. कार्यस्थल पर अधिकारियों अथवा सहकर्मियों के साथ व्यर्थ के अलगाव उभर सकते हैं इस समय मेहनत अधिक रहने वाली है. कार्यालय में होने वाली राजनीति से बचना होगा अन्यथा छवि कमजोर हो सकती है. दांपत्य जीवन में अलगाव या किसी कारण से दूरी उभर सकती है. 

वृष राशि 

वृष राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव पर होगा. इस य अपने विरोधियों को हराने में सक्षम होंगे. दूसरों के सामने खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष होगा लेकिन सफलता भी मिलने की संभावना साथ में काम कर सकती है. जिनका व्यवसाय विदेश या बाहरी लोगों से संबंधित है, उन्हें अपने काम में अच्छा स्थान मिल सकता है. सरकारी क्षेत्र में हैं, उनके लिए समय अनुकूल रहेगा. कार्यस्थल पर किसी भी तरह की बहस या टकराव से बचना ही उचित होगा. इस अवधि के दौरान आपको कुछ पाचन संबंधी समस्याओं, पेट में दर्द, नेत्र संबंधी दिक्कतें और कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान छात्रों में आत्मविश्वास की कमी महसूस होगी. जो लोग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वह असुरक्षा का अनुभव कर सकते हैं इस समय पर अपनी मेहनत बनाए रखें स्थिति धीरे धीरे आपके लिए पक्ष में काम करने वाली होगी.  रोमांटिक रिश्ते में कमी हो सकती है. एक-दूसरे पर भरोसा करने और पार्टनर के साथ आपसी समझ इस समय कमजोर दिखाई दे सकते हैं. आर्थिक मसलों पर बड़े फैसले लेने से अभी रुकना होगा. 

मिथुन राशि  

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर पंचम घर पर होगा. यहां सूर्य आपके रिश्तों प्रेम संबंधों शिक्षा और संतान से संबंधित मुद्दों को अधिक प्रभावित कर सकता है. प्रेम संबंधों में आप अपने साथी के साथ कुछ अच्छे पल बिता पाएंगे लेकिन साथ ही इस समय एक दूसरे के साथ बेकार की बातों पर उलझने से बचें.परिवार में सपने सदस्यों के साथ कुछ नए स्थलों की यात्राएं कर सकते हैं. दोस्तों के साथ मस्ती का अवसर होगा. कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल होगा और नए रिश्ते प्रेम में बदल सकते हैं. जो छात्र किसी रचनात्मक कार्यों से जुड़े हुए हैं उन्हें इस समय अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिलेगा. शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों में छात्रों पर अधिक दबाव रह सकता है खुद को साबित करने का अच्छे ग्रेड लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. लोगों की टिप्पणियों और हतोत्साहित करने वाले बयानों को नजरअंदाज करना सीखना होगा. कार्यस्थल पर सावधान रहने की आवश्यकता है इस समय आस-पास के लोगों के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय खुद को ऊपर उठाने और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी.

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए सूर्य चौथे घर पर गोचर करेगा. इस समय आप घरेलू चीजों की खरीदारी भी कर पाएंगे. इस समय घर पर निर्माण के काम भी इस समय पर करवा सकते हैं. घर पर माता के स्वभाव में कुछ कठोरता देखने को मिल सकती है. माता की सेहत भी कुछ चिंता दे सकती है. घर से दूर जाकर कुछ समय बिताने और यात्रा का समय भी बना हुआ है. आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी. कार्यक्षेत्र में किसी अपने का सहयोग पाकर आप कुछ समस्याओं को सुलझा पाने में सफल रहेंगे. काम की अधिकता रहने वाली है इसलिए फोकस बनाए रखना होगा. छोटी छोटी गलतियां परेशान कर सकती हैं. घर के बड़ों के साथ अधिक समय बिताएं. वैवाहिक जीवन में ससुराल पक्ष के साथ आपके रिश्तों में मजबूती आएगी. कुछ आवश्यक कामों को करने के लिए आप को अधिक जिम्मेदारियां भी प्राप्त हो सकती हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए सूर्य आपकी राशि का स्वामी ही होता है और अभी सूर्य तीसरे घर पर होगा. आप उत्साहित होंगे और जोश भी रखेंगे लेकिन कुछ लापरवाही भी देखने को मिल सकती है. छोटे भाई बहनों के साथ अधिक लगाव के चलते आप उन्हें लेकर कुछ चिंता में भी रह सकते हैं. इस समय वह आपकी बातों को लेकर अधिक गंभीर न हों ऎसे में उनके साथ व्यर्थ की बहस में नहीं उलझना ही उचित होगा. धीरे धीरे उन्हें समझ आ जाएगा की आपकी सोच उन्ही के पक्ष की बात कर रही थी. दोस्तों, परिवार और काम के सिलसिले के कारण ट्रैवलिंग का योग भी बनेगा. कुछ समय निकालकर अपने पसंद के कामों में अधिक रुचि ले सकते हैं. लोगों के साथ मेल जोल का समय होगा लेकिन अभी प्रतिष्ठा प्राप्ति के लिए लम्बी दूरी भी तय करनी होगी. आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा अपनों के लिए अधिक धन खर्च कर सकते हैं. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर दूसरे घर पर होगा. इस समय व्यय भाव का स्वामी निर्बल अवस्था में धन भाव में होगा. इस समय आर्थिक परेशानियां कुछ कम होती दिखाई दे सकती हैं. अगर किसी कारण से धन खर्च बना हुआ था तो वह अब कुछ कम होगा. इस समय अपनों के साथ अधिक समय बिताएं क्योंकि उन्हें आपकी आवश्यकता अधिक होगी. विदेशी कार्यों के पूरा होने में कुछ विलंब हो सकता है. बाहरी संपर्क से जुड़े व्यवसाय की गति अभी धीमी होगी लेकिन मुनाफे के लिए आने वाली स्थितियां अच्छी संभावनाओं को जन्म देने वाली भी होंगी.कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, बाहरी खाने और जंक फूड से दूर रहकर सेहत को सुरक्षित  किया जा सकता है. कुछ छोटी यात्राओं पर जाना पड़ सकता है, यात्रा के दौरान सामान का ध्यान रखें लापरवाही से परेशानी हो सकती है. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए सूर्य का प्रभाव स्वभाव, व्यक्तिगत अभिव्यक्ति एवं आपसी संबंधों पर अधिक दिखाई दे सकता है. अपनी वाणी को लेकर सावधान रहना चाहिए क्योंकि इससे आपकी छवि प्रभावित हो सकती है. जीवन साथी के साथ विचारों के टकराव का भी सामना करना पड़ सकता है, जो परेशान और निराश कर सकता है. इस गोचर के दौरान पर्सनालिटी और रहन सहन को लेकर काफी सजग दिखाई दे सकते हैं. आत्मविश्वास की कमी होगी और निर्णय लेते समय आप भ्रमित रह सकते हैं. परेशान नहीं हों स्वयं पर विश्वास रखें और अपने सभी कार्यों को पूरी लगन से कर समान प्राप्त अवश्य होगा. धन को लेकर चिंता अधिक रह सकती है. इस समय अपनों को लेकर भी काफी गंभीर होंगे उनका साथ पाने के लिए की जाने वाली कोशिशें जारी रख सकारात्मक फल देने में सहायक होंगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के बारहवें घर पर सूर्य का गोचर होने से इस दौरान खर्च अधिक बढ़ सकता है. इससे बचत पर भी असर पड़ सकता है. आवश्यकता होगी कि एक बजट बनाए रखें और खर्च के मामलों में सतर्क रहें. जो लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे हैं या विदेशी ग्राहकों के साथ काम कर रहे हैं, उन्हें काम में अधिक व्यस्तता देखने को मिलेगी. अपने उत्पादों और सेवाओं  की मार्केटिंग में अधिक धन और ऊर्जा लगा सकते हैं. कार्यस्थल पर तनावपूर्ण माहौल का सामना करना पड़ सकता है, प्रतिष्ठा बनाए रखने और अपनी क्षमता साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. शरीर में कुछ दर्द और गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है. आप इस अवधि के दौरान जीवन शक्ति और जोश की कमी महसूस हो सकती है. सहनशक्ति भी कमजोर रह सकती है इसलिए अधिक चीजों के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनाएं. 

धनु राशि 

धनु राशि के लिए सूर्य का गोचर आय और लाभ के घर पर होगा. ग्यारहवें भाव में गोचर करते हुए सूर्य नई संभावनाओं को जन्म दे सकता है. कुछ काम जो काफी समय से अटकाव में थे उनसे लाभ प्राप्ति का मौका मिल सकता है. इस दौरान आपके बड़े भाई बहनों के साथ रिश्तों में तकरार और चिंता देखने को मिल सकती है. किसी वरिष्ठ की बातें इस समय मन को नहीं भाएं या कड़े निर्देश पालन करने से विद्रोह कर सकते हैं. पैतृक संपत्ति से संबंधित कुछ झगड़े होने की आशंका भी है इसलिए इस समय उलझनों और दूसरों की बातों पर अधिक रुझान से बचना ही उपयोगी होगा. छात्र अपनी एकाग्रता की कमी से परेशान होंगे.

मकर राशि 

सूर्य का गोचर मकर राशि के कार्यक्षेत्र को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला होगा. अपने काम में कुछ नई चीजों को शामिल कर पाएंगे. इस दौरान एक अच्छा स्टार्टअप मिल सकता है साथ ही काम के क्षेत्र में कुछ अवसर अपनी अभिरुचि को दिखाने के साथ छुपी प्रतिभाओं से परिचय का भी होगा. जो लोग अपना व्यवसाय करते हैं वे आय के नए स्रोत उत्पन्न कर पाएंगे. नए सोदे इस समय मिल पाएंगे.अधिकारियों के साथ कुछ जरुरी बातों पर सहमति बनने में समय लग सकता है लेकिन ये समय उपयोगी होगा. नौकरी में कार्यरत हैं तो काम में वृद्धि के साथ आय में वृद्धि के संकेत मिल सकते हैं. सहकर्मियों के साथ तालमेल गड़बड़ा सकता है. अपने काम में ध्यान बना कर रखें और दूसरों से अधिक खुद की जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने की कोशिश करेम. 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के भाग्य के घर पर सूर्य देव बैठने वाले हैं. अब कुछ धन प्राप्ति के मौके, यात्राओं पर जाने का अवसर के साथ साथ नए लोगों के साथ संबंध स्थापित होंगे. आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. अपनों के साथ कई मौकों पर आपका सहयोग तारीफ भी प्राप्त करने वाला होगा. समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त कर पाएंगे. परिवार में पिता या किसी वरिष्ठ सदस्य की ओर से कुछ डांट या कड़े शब्द सुनने को मिल सकते हैं लेकिन चीजें आपके लिए अनुकूल रहेंगी. इस समय के दौरान जन संपर्क के क्षेत्र में काम अधिक कर सकते हैं. 

मीन राशि 

मीन राशि के लिए सूर्य का गोचर आठवें घर पर होगा. इस समय चीजें बहुत अधिक वैसे कार्य न कर पाएं जैसा सोची होंगी. कुछ निराशा और आकस्मिक बदलाव चिंता को बढ़ाने का काम कर सकते हैं. पढ़ाई में अच्छे अंक पाने के लिए लगातार कड़े संघर्ष करने होंगे. किसी व्यक्ति का सहयोग कुछ सकारात्मक रुप से काम करने वाला होगा. उत्साह और इच्छाएं आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी. अचानक से किसी के द्वारा धन प्राप्ति भी हो सकती है. किसी निकटतम व्यक्ति के साथ कुछ विवाद हो सकता है, इस समय शांति के साथ सभी के दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करते हैं तो चीजें सुलझेंगी

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बुध का मेष राशि में गोचर

बुध ग्रह बौद्धिक गतिविधियों, संगती प्रभाव, तर्क वितर्क, भाषा बोली को प्रभावित करने वाला ग्रह है. बुध का गोचर जब किसी राशि में होता है तो यह बुध के गुणों को भी प्रभावित करने वाला समय होता है. बुध के राशि प्रवेश के साथ राशि के गुण धर्म बुध के साथ मिलकर का फल देते हैं इसके साथ ही अन्य गोचरीय स्थितियां भी अपना असर डालती दिखाई देती है.

बुध का मेष राशि में गोचर समय 2025
बुध ग्रह का मेष राशि में प्रवेश 7 मई 2025, सुबह 28:06 मिनिट पर होगा. मेष राशि में गोचर करने पर बुध के प्रभाव में बदलाव दिखाई देगा. बुध यहां पर 23 मई 2025 तक रहेगा इसके बाद वृष राशि में प्रवेश करेगा.

बुध जल राशि से उग्र राशि में गोचर कर रहा है, इसलिए फलों में तेजी दिखाई देगी. चीजें जो रुकी हुई लगती हैं और अब सकारात्मक रूप से आगे बढ़ने वाली हैं. नए उद्यम शुरू करने वाले अब अपने काम में आगे बढ़ सकते हैं. यह समय आत्मविश्वास, प्रतिभा, परिवार और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देगा.

मेष राशि
मेष राशि के लिए, बुध का गोचर लग्न स्थान पर होगा. इसी राशि पर बुध की स्थिति व्यक्तित्व में अलग निकार देगी. विचारशीलता में प्रखरता देखने को मिलेगी. आत्मविश्वास बढ़ेगा और अधिक मजबूत होकर आगे बढ़ पाएंगे. महत्वपूर्ण और गंभीर निर्णय लेने में सक्षम होंगे. भविष्य के निर्माण को लेकर काफी दृढ़ दिखाई देंगे. परिश्रम के साथ बौद्धिकता का मिश्रण सकारात्मक प्रभाव पैदा करने वाला होगा. पर बुध के यहां होने के कारण जरूरी होगा कि अति आत्मविश्वास से बचा जाए.

कार्यस्थल पर तर्क और विवाद को स्थन न देना ही उचित होगा. कठोर भाषा शैली के कारण अपनों का मन भी दुखा सकते हैं इसलिए समझ कर काम करने की जरूरत होगी. आर्थिक रूप से, निवेश करने और धन बढ़ाने का एक अच्छा समय हो सकता है. प्रियजनों से सहयोग की कमी हो सकती है. इस समय वाचाल रहने वाले हैं ओर मौज मस्ती रोमांच में अधिक सक्रिय दिखाई देंगे. स्वास्थ्य की दृष्टि से देखभाल करने की आवश्यकता है व्यायाम एवं योग करना उचित होगा.

वृषभ राशि
वृष राशि के लिए बुध का गोचर बारहवें घर पर होगा. अभी समय मिलाजुला होगा कुछ लाभ तो खर्च दोनों की स्थिति बनी रहेगी. विदेश मामले लाभ दिला सकते हैं लेकिन व्यवसाय में एक दूसरे के साथ खिंचतान भी बनी रहेगी. स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा अपनों के कारण भी चिकित्सक के चक्कर अधिक लगाने पड़ सकते हैं. इस अवधि के दौरान, छात्र विदेश में उच्च अध्ययन के लिए जा सकते हैं ये समय वरिष्ठ उच्च स्तर के लोगों के साथ मेल जोल देगा प्रसिद्धि भी मिलेगी लेकिन अनिद्रा और गुप्त शत्रुओं की चिंता भी होगी.

खान पान में बदलाव कर सकते हैं. नशे इत्यादि से दूर रहना उपयुक्त होगा. रहन सहन और कुछ महंगी वस्तुओं पर धन खर्च हो सकता है. प्रेम संबंधों में आगे बढ़ सकते हैं अपने साथी के साथ यात्रा और अच्छे पल बिताने का अवसर भी प्राप्त हो सकता है. इस समय रोग के रुप में चेहरे एवं मुंह संबंधित रोग अथवा रक्त विकार अधिक उभर सकते हैं.

मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर एकादश घर पर होगा. यहां अब लाभ के अच्छे अवसर होंगे. अपने लिए धनार्जन के मौके पाएंगे. इस अवधि के दौरान, कुछ बड़ों का सहयोग काम आएगा. चीजों का आनंद लेने में सक्षम होंगे. संचार कौशल, रचनात्मकता में अच्छा कर सकते हैं. कार्यस्थल पर नए और रचनात्मक विचारों को सामने रख पाएंगे.

बुद्धि का नीतियों का लाभ उठाने में सक्षम होंगे. व्यवसाय में अच्छे सौदों को पाने में सफल हो सकते हैं. आर्थिक रूप से, धन अर्जित करने में सफल रह पाएंगे. शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. निजी जीवन में परिवार और अपने साथी के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा. इस दौरान आप सामाजिक रूप से काफी सक्रिय रहेंगे और नए दोस्त बना सकते हैं.

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए बुध का गोचर दशम घर में होगा. करियर में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. अचानक से कुछ चुनौतियों का सामना करने को मिलेगा. कड़ी मेहनत और प्रयास करते रहने की जरुरत होगी यही चीजें आने वाले समय में काफी अनुकूल परिणाम देंगी. सफलता प्राप्त करने और आपके करियर की सभी बाधाओं को दूर करने का मौका मिलेगा. स्थान बदलाव का अवसर भी होगा.

ईमानदारी और लगन से काम को पूरा करना ही अच्छे परिणाम दिला सकता है. विदेश अथवा बाहरी संपर्क लाभ दिला सकते हैं. काम का अत्यधिक बोझ रहेगा. इसलिए, काम सावधानी और शांति से करना होगा गलतियों से बचें. व्यवसाय को विस्तार मिल सकता है नए स्थान पर काम शुरु हो सकता है. भाई बंधुओं को सहायता की आवश्यकता हो सकती है. यात्राएं इस समय बनी रहने वाली है. साहस परिश्रम द्वारा सफलता मिल जाएगी.

सिंह राशि
सिंह राशि के लिए बुध का गोचर नवम भाव अर्थात भाग्य, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा के घर पर होगा. इस दौरान जीवन के कुछ क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. अपने काम में प्रबंधन कौशल होगा, जो करियर में आगे बढ़ने के लिए अच्छा रह सकता है. नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने के अवसर भी आपको प्राप्त होंगे. इस समय बड़ों का कुछ दिशा निर्देश सहयोग सफलता के लिए बेहतर हो सकता है.

जीवन में सफल होने में मदद मिल सकती है. इस गोचर दौरान आर्थिक स्थिरता पाने का अवसर भी होगा. सामाजिक रुप से सकारात्मक प्रभाव मिलेगा. कुछ कल्याणकारी कामों में शामिल हो सकते हैं. परिवार में तथा भाई बहनों के साथ कुछ आनंद और सकून के पल बिता पाएंगे. आध्यात्मिक रुप से रुझान अधिक रहेगा.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए बुध का गोचर अष्टम घर होगा ये समय अचानक हानि एवं लाभ, उत्तराधिकार, संपत्ति, गुढ़ रहस्यों, गुप्त शत्रुओं के संदर्भ में अधिक दिखाई दे सकता है. करियर में अचानक बदलाव का सामना करना पड़ सकता है, या फिर व्यर्थ की चिंताएं भी बढ़ सकती है. इस समय कुछ कार्य योजना के अनुसार नहीं हो पाएं लेकिन ऎसे में अधिक हताश होने की आवश्यकता नहीं है यह स्थिति थोड़े समय के लिए होगी जल्द ही इसमें सुधार होगा.

काम में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. मेहनत प्रयास इस समय सही परिणाम नहीं देंगे. कुछ गुप्त स्रोतों से लाभ कमा सकते हैं. जीवनसाथी आपके सभी प्रयासों में बहुत सहयोग कर सकता है. स अवधि के दौरान आपके धन में वृद्धि होने की संभावना है जो आपके लिए राहत की स्थिति भी हो सकती है. पिता के स्वास्थ्य पर नज़र रखनी होगी इसके अलावा स्वयं पर ध्यान देना होगा क्योंकि स्वास्थ्य की दृष्टि से बुध का अष्टम भाव में होना अच्छा नहीं होता है है. इसलिए सलाह दी जाती है कि इस अवधि के दौरान अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान रखें.

तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध का गोचर विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव होगा. इस समय रिश्तों पर असर होगा, साझेदारी से जुड़े व्यवसाय में लाभ मिल सकता है. व्यवसाय में अच्छी गति आएगी और इस दौरान आपके व्यवसाय का विस्तार होने की भी संभावना होगी. कोई नया व्यवसाय शुरू करने की योजना पर काम शुरु हो सकता है. अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं. लगातार किए गए प्रयास सफलता की ओर ले जाएंगे.

नौकरी करने वाले लोगों को अलग-अलग अवसर मिलने की संभावना है. विदेशी भागीदारी या विदेश में काम की तलाश कर रहे लोगों को कुछ सकारात्मक लाभ मिल सकता है. कुछ ख़र्चों की अधिकता रहने वाली है लेकिन धन कमाने का अवसर भी प्राप्त होगा. निजी जीवन में आपके पार्टनर के साथ आपके संबंधों में अनुकूलता होगी.
प्रेम ओर सहयोग की भावना बढ़ेगी.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर शत्रु, ऋण और रोग के घर में होगा. छठे भाव में गोचर के द्वारा विरोधी अधिक होंगे लेकिन उनसे निपटने में सफल भी होंगे. इस अवधि में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ​​करियर में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वाणी से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है, या आप किसी के साथ टकराव या बहस में भी पड़ सकते हैं. इसलिए इस अवधि के दौरान शांत रहने और किसी भी तरह की लड़ाई में खुद को शामिल न करने की सलाह दी जाती है.

आर्थिक रूप से, खर्चों पर नियंत्रण रखने की जरूरत होगी. बैंक से ऋण इत्यादि की प्राप्ति का समय होगा. निजी जीवन में भी कुछ चिंताएं अधिक रह सकती है. स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर समय होगा. त्वचा और एलर्जी से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए उचित सावधानी बरतनी होगी तथा खाने की आदतों बेहतर बनाए रखना होगा.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर शत्रु, ऋण और रोग के घर में होगा. छठे भाव में गोचर के द्वारा विरोधी अधिक होंगे लेकिन उनसे निपटने में सफल भी होंगे. इस अवधि में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ​​करियर में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वाणी से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है, या आप किसी के साथ टकराव या बहस में भी पड़ सकते हैं. इसलिए इस अवधि के दौरान शांत रहने और किसी भी तरह की लड़ाई में खुद को शामिल न करने की सलाह दी जाती है.

आर्थिक रूप से, खर्चों पर नियंत्रण रखने की जरूरत होगी. बैंक से ऋण इत्यादि की प्राप्ति का समय होगा. निजी जीवन में भी कुछ चिंताएं अधिक रह सकती है. स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर समय होगा. त्वचा और एलर्जी से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए उचित सावधानी बरतनी होगी तथा खाने की आदतों बेहतर बनाए रखना होगा.

धनु राशि
धनु राशि के लिए बुध का गोचर प्रेम-रोमांस, शिक्षा, संतान से संबंधित पंचम भाव में होगा. इस अवधि के दौरान, अपने काम में तेजी दिखा सकते हैं. बौद्धिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. अनुभव और ज्ञान का उपयोग करके सफलता प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा. शिक्षा के क्षेत्र में छात्र अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं.

तर्क में कुशल होंगे. इस समय ज्ञान और रचनात्मकता का स्तर अच्छा रहने वाला है. कार्य को आसानी से पूरा करने में सक्षम होंगे. प्रेम संबंधों के लिए स्थिति सामान्य रह सकती है. विवाह और निजी जीवन में मिले-जुले फल दिखाई देंगे. दोस्ती प्रेम में बदल सकती है. साथी एवं दोस्तों के साथ कुछ मस्ती और ट्रैवलिंग का प्रोगराम भी बना सकते हैं.

मकर राशि
मकर राशि के लिए बुध का गोचर सुख स्थान चौथे घर पर होगा. इस समय कुछ विलासिता, आराम का मौका मिलेगा. माता की ओर से थोड़ी सख्ती मिल सकती है या उनकी सेहत चिंता दे सकती है. अपने काम के स्थान पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. कड़ी मेहनत और प्रयास कार्य में विशेषज्ञ बना सकते हैं. सम्मान और पहचान पाने में भी सक्षम होंगे. कुछ नई चीजों को करने का शौक उभर सकता है.

आर्थिक रूप से, स्थिति सामान्य रहेगी कुछ खरिदारी पर भी जोर रहेगा. वाहन या संपत्ति खरीद सकते हैं. निजी जीवन में परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान खांसी, जुकाम और सीने में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करें. आहार में संतुलित खाद्य पदार्थों को शामिल करना उचित होगा.

कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर तीसरे घर होगा. पराक्रम, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के तीसरे भाव में गोचर करते हुए बुध उत्साह में वृद्धि करेगा. रोमांच और जोखिम के कामों को करने में बेहतर होगे. संचार कौशल के माध्यम से लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे. रचनात्मक तरीके से चीजों को करके आगे बढ़ सकते हैं. प्रतिस्पर्धियों पर विजय पाने का अच्छा समय हो सकता है.

इस अवधि के दौरान किए गए प्रयासों का लाभ करियर में दिखाई देगा. छोटी अवधि की यात्राओं पर पैसा खर्च कर सकते हैं. भाई-बहनों और अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे. इस दौरान नृत्य, लेखन या संगीत जैसे अपने शौक में भी समय व्यतीत कर सकते हैं.

मीन राशि
मीन राशि के लिए बुध का गोचर परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में होगा. इस दौरान संपत्ति से जुड़े मामले कुछ चिंता दे सकते हैं. चीजें स्थिर रहने की संभावना है इसलिए तेजी करने में अपनी ऊर्जा को व्यर्थ न गवाएं. वित्तीय स्थिति अनुकूल होगी. अपने क्षेत्र में बढ़ने और अच्छा लाभ कमाने का अवसर मिलेगा. नौकरी में तरक्की के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं. निजी जीवन में परिवार में खुशियां आएंगी और आप उनके साथ कुछ यादगार समय बिताने को मिल सकता है.

वाणी की कठोरता से बचना होगा अन्यथा अपनों का दिल दुखा सकते हैं. परिवार में बड़ों की ओर से कुछ नई बातें भी सुनने को मिलेंगी. जीवन साथी कुछ सहयोगी होगा लेकिन छोटे मोटे तर्क स्थिति को गंभीर भी बना सकते हैं. स्वास्थ्य की दृष्टि से मुंह से संबंधित समस्याओं या दांतों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

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वक्री शनि करेंगे मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए बनेंगे कुछ विशेष योग

शनि की चाल में जब बदलाव होता है तो वक्री अवस्था का असर काफी चीजों को बदल देता है. शनि एक लम्बे समय तक मकर राशि में रहे ओर कुंभ में आए लेकिन वक्री होकर एक बार फिर से मकर में ही जाने वाले हैं. अब इस समय के दौरान जिन राशियों को शनि साढे़साति से मुक्ति मिली थी वह पुन: शनि साढे़साती ओर शनि ढैय्या से ग्रसित होंगे. 

शनि 20221 में भी मकर राशि में वक्री हुए थे लेकिन उस समय की स्थिति ग्रह दशा का योग विशेष रुप से मंगल का कर्क राशि में निचस्थ होना, बृहस्पति का कुंभ राशि में होना,  राहु का वृष राशि और केतु का वृश्चिक में होना इस बार की स्थिति से काफी भिन्न होगा. इस कारण से शनि के जो असर विपरित दिखाई दिए थे अब उनसे कुछ राहत मिलेगी ओर ये समय पूर्व के बदलावों से भिन्न होगा. 

वक्री शनि गोचर समय और नक्षत्र प्रवेश 

  • 12 जुलाई 2022 वक्री शनि कुंभ राशि से निकल कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. 
  • शनि के गोचर का समय दोपहर 14:42 मिनिट पर होगा. 
  • शनि मंगलवार के दिन मकर राशि में चले जाएंगे. 
  • शनि धनिष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण में होंगे. 
  • शनि 17 जनवरी 2023 तक मकर राशि में रहेंगे इसके बाद 17 जनवरी की शाम को 18:02 मिनिट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. 

वक्री शनि के गोचर का सभी राशियों पर असर 

वक्री शनि का मेष राशि पर प्रभाव 

करियर पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे. काम के क्षेत्र में सफलता के योग बनेंगे. 

लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए अनुकूल समय होगा. 

आपके प्रदर्शन से प्रभावित होकर अधिकारियों का सहयोग प्रशंसा प्राप्त हो सकती हैं. 

नौकरी बदलने पर भी विचार किया जा सकता है तथा नए कार्य से जुड़ पाएंगे.  

आर्थिक रूप से  अपनी आय और व्यय को अच्छी तरह से संतुलित कर पाने में सक्षम होंगे.

भूमि घर निर्माण इत्यादि से जुड़े काम हो सकते हैं. संपत्ति खरीद सकते हैं. 

लोहा, इस्पात, खदान, तेल और गैस के शेयरों में निवेश करनाअनुकूल होगा. 

वक्री शनि का वृष राशि पर प्रभाव 

भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, कार्यों में तेजी आएगी.

आध्यात्मिक रूप से नई विचारधाराओं से जुड़ने का समय होगा. 

समाज कल्याण से जुड़े कार्य कर सकते हैं. 

कर्म में विश्वास करने के साथ-साथ न्याय करने में भी विश्वास होगा. 

पिता के साथ परस्पर संबंध कुछ बदलाव लिए होंगे. 

धैर्य ओर शांति के साथ काम में लगे रहना सफलता दिलाने वाला होगा. 

अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद बॉस के साथ संबंध कुछ कमजोर रह सकते हैं. 

नौकरी में पद प्राप्ति ओर सम्मान प्राप्त होगा. 

कारोबारियों को अपने काम में विस्तार के मौके मिल सकते हैं. 

यात्राएं अधिक होंगी कुछ धार्मिक यात्राओं भी का योग बनेगा. 

वक्री शनि का मिथुन राशि पर प्रभाव 

इस समय स्थिति कुछ मुश्किल दिखाई दे सकती है भाग्य के सहयोग में कमी होगी. 

अंतर्ज्ञान के साथ आध्यात्मिक रूप से प्रवृत्त होंगे. 

अचानक से कुछ घटनाएं बदलाव दिखाने वाली होंगी. 

शेयर बाजार  या जोखिम भरे निवेश में ध्यान बरतने की सलाह दी जाती है. 

जोड़ों के दर्द, दांतों की समस्या और पेट के रोग परेशान कर सकते हैं. 

किसी नई चीज में अधिक निवेश से बचना उचित होगा. 

नौकरीपेशा लोगों को सावधान रहने की जरूरत, अचानक बदलाव हो सकता है.

काम काज में सहकर्मियों के साथ एवं अधिकारियों का सहयोग कम हो सकता है 

वक्री शनि का कर्क राशि पर प्रभाव 

विवाह एवं मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो सकती है. 

बाधाएं समाप्त हो जाएंगी और नए रिश्तों में जुड़ने का समय होगा. 

पार्टनर से मतभेद या स्वास्थ्य समस्या के कारण घरेलू सुख कुछ कमजोर दिखाई देगा. 

साझेदारी से जुड़े व्यवसाय में भागीदारों के साथ संघर्ष हो सकता है.

नौकरी और व्यवसाय पर बदलाव देखने को मिल सकता है. 

सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी.  

पुराने रोग एक बार फिर से परेशानी दे सकते हैं, इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी

व्यर्थ की मानसिक चिंताएं परेशान कर सकती है. 

विदेश यात्रा ओर सामाजिक कार्यक्षेत्र में तेजी का समय होगा. 

वक्री शनि का सिंह राशि पर प्रभाव 

संघर्ष और प्रतिस्पर्धा का दौर अधिक बना रह सकता है. 

सफलता प्राप्ति के लिए लगातार प्रयास करने की आवश्यकता होगी. 

साथी से भावनात्मक रूप से दूर हो सकते हैं. 

कानूनी कार्यवाही एवं विवाद में आपके पक्ष में स्थिति अधिक रह सकती है. 

नौकरीपेशा लोगों को उनके काम के लिए सम्मान प्राप्त होगा. 

नए काम की प्राप्ति होगी, लेकिन कुछ मुश्किलें भी होंगी जिनका सामना काफी निड़रता से करना होगा.

विरोधियों द्वारा परेशान किया जा सकता है लेकिन सफलता आपके पक्ष में होगी. 

आर्थिक क्षेत्र में खर्चों की अधिकता बनी रह सकती हैं लोन इत्यादि लेने पर विचार हो सकता है. 

काम की गुणवत्ता की सराहना होगी.

वक्री शनि का कन्या राशि पर प्रभाव 

शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का समय होगा. 

परिक्षाओं में सफलता और उच्च शिक्षा का योग बनेगा. 

साथी के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं. 

प्रेम संबंधों का समय कुछ संघर्ष की स्थिति वाला होगा लेकिन समाधान भी प्राप्त होंगे. 

संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है. 

कारोबार एवं नौकरी के क्षेत्र में योजनाएं और रणनीति लाभ दिलाने में सहायक होगी. 

स्थान परिवर्तन देखने को मिल सकता है. 

नए लोगों का साथ मिलेगा और नए रिश्ते बन सकते हैं. 

वक्री शनि का तुला राशि पर प्रभाव 

घर में बदलाव के साथ संपत्ति इत्यादि की खरीद फरोखत से जुड़ा हो सकता है.

रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं. 

परिवार में सदस्यों और मेहमानों का आगमन होने से चहल पहल बढ़ेगी. 

माता के स्वास्थ्य एवं स्वभाव को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. 

विद्यार्थियों के लिए उत्साहवर्धक समय है. 

कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव सकारात्मक रुप से हो सकते हैं. 

घर से दूर जाने और यात्राओं के योग बनते हैं. 

परिवार में कुछ सदस्यों के साथ विचारों का अंतर अधिक दिखाई दे सकता है. 

व्यर्थ के विवाद से दूर रहना और शांत रह कर काम करने से बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. 

वक्री शनि का वृश्चिक राशि पर प्रभाव 

इस समय परिश्रम में वृद्धि होगी. कार्यक्षेत्र में प्रयास अधिक करने पड़ सकते हैं.

भाई-बंधुओं के साथ कुछ आपसी मतभेद उभर सकते हैं लेकिन स्थिति जल्द सुधार पाएगी. 

कुछ आलस्य का परिचय भी दे सकते हैं जिसके कारण काम में देरी होगी. 

स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं. 

नए लोगों के साथ मेल जोल बढ़ेगा. 

लेखन एवं संचार के कार्यों में सफलता प्राप्ति हो सकती है. 

नए काम से जुड़ने का अवसर मिलेगा. 

यात्राओं का समय होगा इस समय लापरवाही से बचें ओर अपनी चीजों का ध्यान रखें.

वक्री शनि का धनु राशि पर प्रभाव 

परिवार में नए सदस्य का आगमन हो सकता है. 

घर में लोगों के साथ कुछ विवाद उभर सकता है.

बोलने से पहले दो बार सोचें क्योंकि बाद में समस्याएँ सामने आ सकती हैं. 

निवेश को लेकर कुछ धन बाजार में आने वाली योजनाओं पर लगा सकते हैं. 

इस समय घरेलू शांति का अभाव रह सकता है. 

व्यवसायियों को अनुकूल फल प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयास करने हौंगे. 

कानूनी मुकदमों में कुछ फैसला पक्ष में हो सकता है. 

शेयर, लॉटरी इत्यादि में अधिक निवेश से बचें. 

पैतृक संपत्ति से लाभ प्राप्त हो सकता है.

वक्री शनि का मकर राशि पर प्रभाव 

इस समय मानसिक रुप से काफी चीजों को लेकर विचारशील दिखाई देंगे. 

यह परिवर्तन का समय है इसलिए ध्यान से काम करना बेहतर होगा. 

पुराने समय से रुके हुए कारम सफलतापूर्वक संपन्न हो सकते हैं. 

कुछ धन रहन सहन और वस्तुओं की खरीदारी पर खर्च हो सकता है. 

कार्यक्षेत्र में नए प्रस्तावों की प्राप्ति मिलने से राहत मिलेगी. 

व्यवसाय एवं नौकरी इत्यादि में सम्मान प्राप्ति के अवसर होंगे. 

जीवन साथी के साथ व्यर्थ की बहस में उलझने से बचें. 

वक्री शनि का कुंभ राशि पर प्रभाव 

विदेशी नौकरी के इच्छुक लोगों के लिए अच्छा समय होगा. 

विदेश यात्रा अथवा लम्बी दूरी की यात्राओं को करने का अवसर प्राप्त हो सकता है.

आध्यात्मिक क्षेत्र में किसी गुरु आश्रम में जा सकते हैं. 

धन खर्च एवं अपव्यय की स्थिति रहने वाली है. 

बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे लोगों को पद प्राप्ति के अवसर प्राप्त हो सकते हैं. 

स्वास्थ्य के संबंध में, थोड़ा ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी. 

पैरों में दर्द, मंसपेशियों में खिंचाव, जोड़ों में दर्द इत्यादि परेशानी दे सकते हैं. 

वक्री शनि का मीन राशि पर प्रभाव 

अतिरिक्त स्रोतों से आय प्राप्त करने में सक्षम होंगे. 

पुराने निवेशों में भारी मुनाफा मिलने की संभावना है. 

नौकरी में कुछ लाभदायक प्रोजेक्ट मिल सकते हैं. 

कारोबार में व्यवसाय से संबंधित यात्रा का समय होगा. 

अभिरुचि से जुड़े कामों से भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. 

छात्रों की एकाग्रता कुछ कम हो सकती है इसलिए कोशिशें लगातार करनी होंगी. 

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सूर्य का सिंह राशि गोचर : सभी 12 राशियां होंगी प्रभावित

वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को एक प्रमुख ग्रह माना जाता है और यह आत्मा-ऊर्जा का निर्माता बनता है. हमारी ऊर्जा किस तरह से काम करेगी किस ओर बढ़ेगी ये सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है. 16 अगस्त 2025 को सिंह राशि में सूर्य प्रवेश करेगा. यह सरकार और पिता का कारक होता है.

कुंडली में उचित स्थान पर बैठ कर प्रसिद्धि दिलाता है. सूर्य के सिंह राशि में जाने से रुके हुए कार्यों में तेजी आएगी. यह जोश और जीवन शक्ति लाता है. इस अवधि के दौरान कोई भी व्यक्ति खुद को आत्मविश्वास से भरपूर महसूस कर सकता है. सब कुछ हासिल करने के लिए ऊर्जा और ताकत से भरे होने का समय होता है.

सूर्य सिंह राशि में 16 अगस्त 2025 को रात के दौरान 25:52 पर प्रवेश करेगा .

मेष राशि
मेष राशि के लिए सूर्य शिक्षा, प्रेम, रचनात्मकता, मित्रता और संतान के घर का स्वामी होता है. इस दौरान यह पंचम में गोचर करेगा. इस दौरान आत्मविश्वास अधिक बना रह सकता है. इच्छाओं में वृद्धि होगी. दूसरों का ध्यान आकर्षित करने वाले भी होंगे. प्रयासों के लिए अपने आस-पास के लोगों से प्रशंसा मिलेगी. छात्रों के लिए अच्छा समय होगा, बौद्धिकता एव समझ में सुधार होगा.

परिक्षाओं में बेहतर कर पाने की हर संभव कोशिश करेंगे. आर्थिक स्थिति के लिए यह अवधि अच्छी रहेगी, आय प्राप्ति के स्त्रोत बनेंगे और एक से अधिक स्रोतों से कमाई के भी योग बन सकते हैं. अभिरुचि से जुड़े कामों से भी कमाई के अच्छे अवसर मिल सकते हैं. जो लोग सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे हैं उनके लिए भी शुभ समय रहेगा, कार्यस्थल पर आप अपने जोश द्वारा कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर अपनी छाप छोड़ने में सफल रह सकते हैं.

वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होता है और इस दौरान गोचर में चौथे भाव पर होगा. मनोबल ऊंचा होगा और बेहतर स्थिति को पाएंगे. कार्यों में आनंद की तलाश बनी रहने वाली है. इस समय आत्मिक चेतना अत्यधिक सक्रिय होगी. अपने निर्णय लेने में अच्छे होंगे. कार्यों से समाज में पहचान बनाने और प्रतिष्ठा पाने की दिशा में काम कर सकते हैं.

रिश्ते में स्थिरता और प्रतिबद्धता आएगी. इस दौरान माता का स्वभाव जिद्दी और हावी रहने वाला हो सकता है. घर की शांति भंग हो सकती है लेकिन चीजें संभली रहेंगी. रक्तचाप या पेट की समस्याओं से संबंधित छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं दे सकती हैं. यदि संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो समय अनुकूल है. इस अवधि के दौरान वाहन खरीदने की योजना भी बना सकते हैं.

मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होकर यही गोचर करेंगे. सूर्य अपने ही घर में होने से आप का उत्साह देखते ही बनेगा. आप सहनशक्ति, शक्ति, ऊर्जा, गतिशीलता से भरे रहने वाले हैं. एक समय में कई कार्यों को करने के लिए तत्पर रह सकते हैं. अपने प्रयासों को पूरा करने में आपको अपने भाई-बहनों और दोस्तों से अच्छा सहयोग मिल सकता है.

दोस्तों और परिचितों के साथ यात्राओं पर जा सकते हैं. आपकी अभिव्यक्ति अच्छी होगी और आप अपने आसपास के लोगों को आकर्षित करने में सफल रह सकते हैं. विचारों में प्रतिभाशाली और उज्ज्वल होंगे और आपके आस-पास के लोग आपके ज्ञान की सराहना करेंगे. लेखकों और खेलों से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल रह सकता है. अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित कर सकते हैं

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी होता है और और यही गोचर भी करेगा. इस दौरान कुछ संवेदनशील हो सकते हैं. वाणी में तेजी दिखाई देगी कुछ कठोर वक्ता भी हो सकते हैं जिसके कारण कभी-कभी अपनों को ठेस पहुंच सकती है. नैतिकता उच्च रहेगी और आप कोई भी कार्य करने से पहले दो बार सोचेंगे.

यह समय अनुकूल रहेगा हालांकि खान-पान को लेकर आपको सावधान रहने की आवश्यकता होगी. जैसा कि आप कुछ गैस्ट्र्रिटिस के मुद्दों का सामना कर सकते हैं. व्यावसाय के लिए अनुकूल समय रहेगा. दूसरों पर नियंत्रण हासिल करने में सक्षम होंगे और आप उनसे काम निकलवाने में भी सफल रह सकते हैं. दान इत्यादि कार्यों में शामिल हो सकते हैं. शारीरिक फिटनेस की ओर ध्यान दे सकते हैं. पिता के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे और वह आपके अच्छे काम की सराहना कर सकते हैं. छात्र अपने भाषण द्वारा लोगों के मध्य छाप छोड़ सकते हैं. कौशल में अच्छे होंगे, जिससे योजनाओं को समय पर पूरा कर सकते हैं.

सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए लग्न राशि का स्वामी बनता है और इसी पर सूर्य का गोचर होगा. पारिवारिक व्यवसाय चला रहे लोगों के लिए अच्छा समय रह सकता है. समय अनुकूल रहेगा रचनात्मक विचार आपको सफलता दिला सकते हैं. छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकते, इस अवधि के दौरान आपकी एकाग्रता और सीखने की प्रतिभा अच्छी रह सकती है.

अपने सभी कार्यों को करने में कल्पनाशील और रचनात्मक रह सकते हैं. दूसरों पर बढ़त हासिल कर पाने में सफल रह सकते हैं. काम की सराहना होगी. इस अवधि के दौरान आपको अपने परिवार, विशेषकर अपनी मां से भी सहयोग मिल सकता है. इस अवधि के दौरान थोड़े संकोची भी रह सकते हैं. स्वभाव से कुछ कठोर और जिद्दी रह सकते हैं. निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो समय पक्ष में रह सकता है.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर राशि से बारहवें भाव में होगा. व्यय भाव में बैठ कर सूर्य खर्चों की अधिकता और सेहत से जुड़ी चिंताएं दे सकता है. कुछ आत्म-विचारशील और आलोचनात्मक हो सकते हैं. इस अवधि के दौरान सख्त नियमों में उलझे दिखाई दे सकते हैं. इस समय पर खुद को अपडेट रखने की ओर धन खर्च हो सकता है. आसपास की स्थिति के साथ खुद को ढालने के लिए काफी चीजों की ओर इस समय ध्यान दे सकते हैं.

किसी लम्बी दूरी की यात्रा पर भारी खर्च भी हो सकता है. जो विदेश से संबंधित व्यवसाय कर रहे हैं, उनके लिए समय अनुकूल रह सकता है. चीजों पर आपकी पकड़ मजबूत होगी. जो लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों में हैं, उनके लिए समय अनुकूल है. काम के सिलसिले में यात्रा करने का मौका मिल सकता है, लेन-देन से जुड़े कामों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी.

तुला राशि
तुला राशि के लिए सूर्य एकादश भाव का स्वामी होकर यहीं विराजित होगा. इस दौरान आत्मविश्वासी और दृढ़ संकल्प अच्छा रहने वाला है. व्यवहर कुशल होंगे. कामों करने में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे. सभी के मध्य समान प्राप्त कर पाएंगे. आर्थिक रुप से खर्च अधिक रह सकता है. जीवन संतुलित रहेगा, नौकरीपेशा लोगों को कुछ वेतन वृद्धि मिल सकती है.

व्यापार मालिकों को अच्छा मुनाफा होगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी. जो लोग अपना काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए एक अच्छा समय रह सकता है. शोध से जुड़े छात्रों के लिए भी अनुकूल समय है. यात्राओं का दौर रहेगा. बड़ों का सुख सहयोग बना रह सकता है.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक के लिए दशम घर में सूर्य बेहतर कार्यकुशलता देंगे. अधिकारियों को अपनी ओर झुकाने में सक्षम होंगे. एकाग्रता का स्तर भी अच्छा रहेगा. इससे काम को उचित रुप से कर पाने में मदद मिल सकती है. आप इस दौरान बहुत साहस से भरे रहेंगे, जिसका असर आपके व्यक्तित्व पर भी पड़ेगा. आपका रूप चुंबकीय होगा, और लोग आपके आस-पास रहना पसंद करेंगे. इस समय आप किसी भी तरह की आलोचना को सकारात्मक रूप से स्वीकार नहीं कर पाएंगे.

आपका स्वाभिमान काफी अधिक रहने वाला है जो कभी-कभी अहंकारमें भी बदल सकता है. कार्यस्थल पर, आप ऐसे व्यक्ति होंगे जिस पर आपका प्रबंधन भरोसा कर सकता है, और आपको अपने काम में आसानी से सफलता मिलेगी. आप अपने कार्यों को पूरा करने में तेज होंगे, और अपने संगठन में अच्छी प्रतिष्ठा बनाने में सक्षम होंगे.

धनुराशि
इस समय धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव में विचरण करेगा. इस गोचर के दौरान आप सूर्य की उग्रता के कारण निडर रहेंगे. लेकिन कभी-कभी, आप बहुत उदंड भी सकते हैं. दूसरों के मध्य आप अपनी प्रतिष्ठा को स्थापित कर पाएंगे. क्रोध ओर जिद को नियंत्रित रखने की आवश्यकता होगी तभी बेहतर सफलता मिल पाएगी. अधिकारियों के साथ या घर के किसी वरिष्ठ के साथ मिलकर काम करने का मौका होगा. आप किसी को खुद हावी या नियंत्रित करना पसंद नहीं करेंगे.

इस समय आप विदेश यात्रा की भी योजना बना सकते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर रह सकते हैं बौद्धिक चर्चा में शामिल होने का भी मौका मिल सकता है. धार्मिक रुप से किसी न किसी रुप से कार्य में व्यस्त होंगे. आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी एवं बड़ों से कुछ लाभ प्राप्त हो सकती है.

मकर राशि
इस समय सूर्य सिंह राशि में रहेगा जो कि मकर राशि के जातकों के लिए आठवां भाव है. इस समय थोड़ा संभल कर काम करना होगा. आठवें घर में बैठ कर सूर्य आपके भीतर के प्रकाश को उजाला देगा. आप स्वयं में बदलाव पाएंगे. नई चीजों को करने के लिए आगे बढ़ना चाहेंगे. करिश्माई व्यक्तित्व के धनी होंगे और आप बहुत ही सुंदर और परिष्कृत तरीके से काम कर पाएंगे.

आत्मविश्वास और साहस से भरे रहेंगे और यदि नेतृत्व की भूमिका में हैं तो उत्कृष्ट कार्य कर सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा संभल कर रहना होगा. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करें व्यर्थ के विवाद से खुद को दुर रखें. कुछ आकस्मिक चिंताएं भी अपना असर डाल सकती हैं. अत्यधिक खर्च की स्थिति से बचना होगा. ये समय आध्यात्मिक रुप से काफी अनुकूल रह सकता है.

कुंभ राशि
इस दौरान कुंभ राशि के जातकों के लिए सिंह राशि के स्वामी सूर्य सप्तम भाव में गोचर करेगा. इस समय मिले-जुले परिणाम अधिक देखने को मिल सकते हैं. अपने कार्यों में बहुत निर्भीक रह सकते हैं. जिद ओर क्रोध अधिक होगा. अपने काम को करने से पीछे नहीं हटना चाहेंगे. स्वभाव से बहुत दयालु होंगे, लेकिन कभी-कभी क्रोधी होने पर दूसरे आप से दूरी बना सकते हैं.

जीवन साथी के साथ कुछ सुख की कमी रह सकती है. विचारों का मतभेद अथवा व्यर्थ की दूरी परेशान कर सकती है. इस समय के दोरान छोटी-छोटी बातों पर आसानी से प्रतिक्रिया दें सकते हैं इसलिए जरुरी है होगा कि शांत रहें और अधिक कठोरता से बचें. जीवन शैली में ध्यान और योग को अपनाने से स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ मानसिक रुप से भी मजबूती प्राप्त होगी.

मीन राशि
मीन राशि के लिए सूर्य सिंह राशि में होगा जो कि मीन राशि के जातकों के लिए छठा भाव होता है. इस समय पर अपने विरोधियों को हराने में सफल रह सकते हैं. सामाजिक दायरे में प्रसिद्धि प्राप्त कर पाएंगे. नेतृत्व कौशल के लिए सराहना भी प्राप्त हो सकती है. जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वे सफलता को पाने में सक्षम होंगे. दांपत्य जीवन के लिए यह समय बहुत अनुकूल नहीं माना जा सकता है. अहंकार-संघर्ष के कारण आपको कुछ झगड़े देखने को मिल सकते हैं,

साथ ही विचारों में मतभेद के कारण आप अपने साथी से दूर भी महसूस कर सकते हैं. इसलिए शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन के लिए शांत रहना ही बेहतर होगा. स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय आपके लिए थोड़ी सजगता बना रखने को कह सकता है, इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक शक्ति अच्छी होगी. भोजन में संतुलित आहार का ध्यान रखें बाहरी मसालेदार भोजन से दूरी ही अभी अच्छी होगी अन्यथा गैस्ट्रिक समस्या खड़ी हो सकती है.

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बुध का मिथुन राशि गोचर क्या आपके लिए है शुभ?

बुध का मिथुन राशि प्रवेश संचार हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि बुध इस समय अपनी स्वराशि में गोचर कर रहा होता है. बुध का प्रभाव यहां आकर विकसित होता है. बुद्धि के कारक बुध मिथुन में प्रवेश करने पर विचारों में गतिशीलता को देख पाते हैं. बुध को देवताओं का दूत भी कहा गया है ओर एक प्रकार से स्म्देशवाहक की भूमिका को भी बखूबी निभाने वाले ग्रह होते हैं.

बुध का मिथुन राशि गोचर समय

बुध का मिथुन राशि में प्रवेश 06 जून 2025 को होगा. बुध इस दिन सुबह 09:27 मिनिट पर वृषभ राशि से निकल कर मिथुन राशि में चले जाएंगे. बुध का प्रवेश अपने ही घर पर होना एक शुभ संकेत माना जाता है. मिथुन राशि बुध के स्वामित्व की राशि है इसलिए बुध अपने घर पर काफी प्रभावी एवं बहुत अधिक प्राभावी भी माने जाते हैं.

मिथुन राशि में बुध का फल
मिथुन राशि में बुध के होने से व्यक्ति बौद्धिक एवं वाक चातुर्य में निपुणता हासिल कर सकता है. तर्क हो या वितर्क दोनों में ही इसकी पकड़ खूब रह सकती है. लम्बी बहस देर तक चलने वाली बातचीत में हमेशा अग्रिण रहने वाला होगा. बुध को कला से जोड़ा गया है जिसमें नृत्य, गायन का स्थान बहुत विशेष रहा है ऎसे में इस से संबंधित विषयों पर अच्छी पकड़ बनती है.

अथवा इन चीजों के प्रति आकर्षण भी बहुत रह सकता है. बुध को वाणी का अधिकार मिला है ऎसे में बुध मिथुन रशि में होकर अधिक बोलने वाला बना सकता है.अगर शुभ ग्रहों का प्रभाव इस पर बना रहे तो यह एक अच्छी और प्रभावशाली वाणी को प्रदान करेगा जिसे लोगों के मध्य विशेष स्थान प्राप्त होगा.

मेष राशि के लिए बुध का गोचर
मेष राशि के लिए बुध का गोचर तीसरे घर पर होगा. इस स्थान पर बुध प्रयासों को बढ़ाने वाला होगा. अपने संचार द्वारा सफलता पाने में सक्षम होंगे. लेखन, मीडिया से जुड़े लोगों को अभी के समय में अच्छा लाभ मिल सकता है. आयात-निर्यात, मीडिया और संचार, प्रकाशन आदि के क्षेत्र से जुड़े काम इस अवधि में अच्छे परिणाम देने में सहायक होंगे. आर्थिक रूप से इस अवधि में आपको धन और वित्त के मामले में कुछ नुकसान हो सकता है

कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आपको अप्रत्याशित वित्तीय लाभ हो सकता है. स्वास्थ्य के लिहाज से आपको सलाह दी जाती है कि कोई भी तनाव न लें और नियमित रूप से योग और ध्यान का अभ्यास करें.मित्रों के साथ कुछ यात्राएं भी हो सकती हैं.

वृषभ राशि के लिए बुध का गोचर
वृषभ राशि के लिए बुध का गोचर दूसरे घर पर होगा. इस स्थान पर बुध मिलेजुले फल दे सकता है. वाणी में जो प्रभावक्षमता होगी वह काफी महत्व रखेंगी. आर्थिक रूप से, इस अवधि के दौरान आपके खर्च थोड़े अधिक होंगे, लेकिन साथ ही साथ यह भी संभावना है कि आपको वेतन में वृद्धि मिल सकती है, लेकिन फिर भी आपको भविष्य की जरूरतों के लिए बचत पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है. अपने निजी जीवन में, अपने माता-पिता का सम्मान करें और अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें और आक्रामकता या आवेग को अपने ऊपर हावी न होने दें क्योंकि यह आपके परिवार के साथ आपके रिश्ते को खराब कर सकता है.

स्वास्थ्य की दृष्टि से, इस अवधि के दौरान आपको कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इसलिए आपको कुछ उपाय करने की सलाह दी जाती है. भोजन को लेकर संतुलित आहार का सेवन एवं नशे इत्यादि से दूर रहें ताकि भविष्य में आपको इसके बारे में तनाव न करना पड़े.

कर्क राशि के लिए बुध का गोचर
कर्क राशि के लिए द्वादश भाव पर बुध का गोचर होगा. यहां गोचर कुछ मामलों में नकारात्मक तो कुछ मामलों में सकारात्मक रुख दिखा सकता है. खर्च बहुत अधिक बढ़ सकते हैं अनचाहे खर्चों से खुद को बचाना मुश्किल होगा. लेकिन साथ ही ये समय बाहरी संपर्क द्वारा कुछ लाभ दिलाने में सहायक बन सकता है. विदेशी कंपनियां कुछ अच्छे मुनाफे के लिए बेहतर स्थान बन सकती हैं. बाहरी लोगों के साथ मित्रता तथा कुछ गहरे रिश्ते भी बन सकते हैं.

व्यक्तिगत जीवन में अचानक कोई घटना घट सकती है. स्वास्थ्य के लिहाज से इस समय सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस गोचर के दौरान मामूली चोट लग सकती है, और इस अवधि के दौरान आपको सर्दी और खांसी से संबंधित कुछ बातों का भी सामना करना पड़ सकता है. इस समय चिकित्सालय, किसी दूर की यात्रा करने या किसी आश्रम इत्यादि स्थान पर जाने का मौका मिल सकता है.

सिंह राशि के लिए बुध का प्रभाव
सिंह राशि के लिए एकादश घर में बुध का गोचर होगा. इस स्थान पर आप के लिए चीजों में वृद्धि होने का समय दिखाई दे सकता है. रिश्ते में एक से अधिक लोगों के साथ जुड़ाव हो सकता है. किसी समारोह या कोई मिटिंग इत्यादि में शामिल होने का अवसर मिल सकता है. वरिष्ठ एवं उच्च प्रतिष्ठित लोगों के साथ संपर्क स्थापित हो सकते हैं. आर्थिक स्थिति बेहतर होगी.

आपको किसी तीसरे पक्ष को शामिल किए बिना अपने व्यक्तिगत मामलों को सुलझाने की सलाह दी जाती है. जो जातक अविवाहित हैं उन्हें अच्छे मेल मिलेंगे, और इस बात की संभावना है कि वे एक प्रतिबद्ध रिश्ते में आ सकते हैं. इस गोचर में आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भी थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता है. आर्थिक रूप से यह आपके लिए एक अच्छी अवधि है क्योंकि आप कमाई कर पाएंगे.
ये समय मित्रों के साथ लम्बी यात्राओं को करने का अवसर बःई देता है.

कन्या राशि के लिए बुध का प्रभाव

कन्या राशि के लिए दशम घर में बुध का गोचर होगा. इस गोचर के दौरान आपका काम और व्यवसाय बहुत अच्छा रह सकता है और आपको इस अवधि के दौरान नौकरी के नए प्रस्तावों पर नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं. परिश्रम का अच्छा लाभ मिल सकता है. उत्साह एव्म जोश के साथ आप दूसरों के लिए भी मार्गदर्शक बन सकते हैं. काम में लगातार की जाने वाली कोशिशें भविष्य के लिए बेहतर स्थिति का निर्माण करने वाली होंगी.

इस समय अति आत्मविश्वास में आने से बचना चाहिए. कला के क्षेत्र में अभिनय करने वाले जातकों को इस अवधि में अनुकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं. व्यवसाय से जुड़ सकते हैं पैतृक कार्य में शामिल हो सकते हैं. इस समय आप उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रख पाएंगे. आपके काम में प्रगति होगी. जो छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए भी यह बहुत अच्छा समय है. नेतृत्व करने में अच्छा अनुभव प्राप्त होगा. मार्किटिंग से जुड़े स्किल में निखार आएगा.

तुला राशि के लिए बुध का प्रभाव
तुला राशि वालों के लिए बुध का गोचर नौवें घर पर होगा. भाग्य के घर पर बुध आपके लिए कई मायनों से सकारतमक बन सकता है. इस समय विदेश यात्रा या फिर लम्बी दूरी की यात्राओं का अवसर मिल सकता है. आध्यात्मिक जागरण, दर्शन ज्योतिष इत्यादि से जुड़ने का अवसर भी होगा. समाज कल्या के कार्य संस्थानगत कार्यों में व्यस्तता अधिक रह सकती है. इस अवधि के दौरान, व्यवसाय या नौकरी में अच्छी कुशलता दिखा सकते हैं. लोगों के साथ संपर्क स्थापित करने और अपने प्रयासों द्वारा अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.

खर्च की स्थिति भी बनी रहेगी लेकिन कुल मिलाकर घर और बाहर दोनों जगह पर इसे संभाल भी सकते हैं. वरिष्ठ लोगों के कड़े निर्देश तो मिलेंगे लेकिन लाभ प्राप्त करने के साथ-साथ समर्थन भी प्राप्त कर सकते हैं. पदोन्नति मिलने की संभावना भी इस समय पर अच्छे संकेत देती दिखाई देती है. धन प्राप्ति के लिए किए जाने वाले प्रयास लबह के अवसर देंगे. निवेश की योजनाओं में शामिल हो सकते हैं. गोचर के दौरान जो लोग अपने व्यवसाय का विस्तार करने के इच्छुक हैं, उन्हें ठीक से योजना बनाने में कुछ समय लेना चाहिए क्योंकि भारी निवेश की आवश्यकता होगी और जल्दबाजी में कोई भी निर्णय थोड़ा मुश्किलें दे सकता है.

वृश्चिक राशि के लिए बुध का प्रभाव
वृश्चिक राशि के लिए बुध आठवें स्थान पर होगा. बुध का गोचर अष्टम भाव में होना चिंताओं और अचानक होने वाले घटनाक्रम से प्रभावित कर सकता है. इस अवधि के दौरान, जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव महसूस कर सकते हैं. गुप्त चीजों को जान सकते हैं या फिर जीवन में गुप्त एवं रहस्य का असर भी पड़ सकता है. काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है. इस समय पर आत्मिक चेतना का विकास भी तेज रह सकता है. व्यवसाय में अधिक भागदौड़ होगी और नए संपर्क काम आ सकते हैं.

काम में बहुत अधिक मेहनत करनी होगी तभी परिणाम मिल पाएंगे. अधिक परिश्रम एवं कम लाभ की स्थिति इस समय पर रहेगी. निजी जीवन में, पति-पत्नी और प्रेम विवाह जैसे मसलों में कुछ न कुछ खिंचाव बना रह सकता है. अपनों के साथ स्पष्टता न रह पाए. बातों में छुपाव रहेगा. सेहत में कमी रह सकती है. पेट से जूड़े रोग या फिर रक्त संबंधी रोग उभर सकते हैं.अपने खान पान के प्रति लापरवाही आपको अधिक परेशानी में डाल सकती है. इस समय धैर्य और शांति के साथ काम करना ही उचित होगा.

धनु राशि के लिए बुध का प्रभाव
धनु राशि के लिए ये समय बुध का प्रभाव सातवें घर पर होगा. इस गोचर में आपका व्यवसाय, विवाह संबंध, पार्टनरशिप पर सबसे अधिक बदलाव देखने को मिल सकता है. साझेदारी में काम करने वाले लोगों को इस समय में कुछ लाभ मिल सकते हैं. पैसों के लेनदेन से जुड़े मामले में थोड़ा संभल कर काम करने की जरुरत होगी. अनुकूल समय आपको कुछ राहत दे सकता है. जीवन साथी के साथ कुछ बातों को लेकर असहमति होगी लेकिन यह अधिक गंभीरता से बचेगी.

मान-सम्मान में वृद्धि होगी. कारोबार के लिए लाभ एवं मुनाफा पाने का समय दिखाई देता है. कुछ योग अके पक्ष में भी काम कर सकते हैं. संबंधों में आत्मियता से जुड़े रहने और विनम्र बने रहना सफलता की पहली सीढ़ी बन सकता है. आप का आकर्षण लोगों को आपकी ओर खिंच सकता है. नया काम करने या कोई योजना शुरू करने के लिए भी यह एक अनुकूल समय रहेगा. कुछ नए व्यापारियों के संपर्क में आने का मौका मिलेगा. निजी जीवन में, भी आपके साथ जुड़ते दिखाई देंगे. वैवाहिक जीवन के लिए यह अवधि थोड़ी कठिन रहने वाली है क्योंकि जीवनसाथी के साथ टकराव हो सकता है.

मकर राशि के लिए बुध का प्रभाव
बुध का गोचर मकर राशि के लिए छठे घर में होगा. बुध के इस स्थान पर होने से चुनौतियों को बौद्धिक रुप से हल करने में आगे रहेंगे. इसी के साथ कुछ युक्तियों को अपनाकर आगे रह सकते हैं. इस समय जरुरत होगी अनावश्यक विवादों से बचने की क्योंकि दूसरे इसी मौकों की तलाश में होंगे. आपकी छोटी सी गलती को भी बड़ा बना कर देखा जा सकता है. इस समय आवश्यकता होगी अपनों को साथ लेकर चला जाए और कड़े वचनों से दूर रहा जाए.

कुछ शत्रु आपको अपने प्रियजनों से अलग कर सकते हैं. आर्थिक स्थिति मिलेजुले असर की होगी उधार लेने से अभी बचना चाहिए. सेहत के लिहाज से आप फिट और स्वस्थ रह सकते हैं लेकिन फिर भी यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि में शामिल न हों और खुद को तनाव में न लेना उचित होगा. बेहतर होगा कि आप ध्यान और योग का अभ्यास करें, जो आपके मानसिक के साथ-साथ आपके लिए भी अच्छा होगा. इस समय छात्र परिक्षा एवं अन्य प्रकार की प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकते हैं.

कुंभ राशि के लिए बुध का प्रभाव
बुध का कुंभ राशि के लिए बुद्धि के स्थान पर गोचर होगा. कुंभ राशि के पंचम घर में बुध का गोचर मानसिक रुप से काफी उत्साहित और जिज्ञासु बना सकता है. इस गोचर के दौरान, सफलता मिलने की अच्छी संभावनाएं उत्पन्न होंगी. अपनी परियोजना को पूरा करने में अधिक रचनात्मक होंगे. छात्रों के लिए यह एक अच्छा समय होगा. कला क्षेत्र से जुड़े छात्र प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रह सकते हैं. समस्याओं को आसानी से हल करने में सक्षम होंगे. इस समय पर दर्शन एवं ज्ञान से जुड़ विषयों पर ठीक से ध्यान केंद्रित कर पाएंगे.

लॉटरी और सट्टेबाजी के माध्यम से लाभ प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन यह स्थिति बहुत ही अल्पकालिक रुप से असर डालेगी. नई योजनाओं में सोच समझ कर ही निवेश करना उचित होगा. प्रेम संबंधों के लिए ये समय सकारात्मक रह सकता है. रिश्ते की शुरुआत का समय भी होगा. बहुत अधिक तर्क से बचना इस समय उचित होगा. दोस्तों के साथ कुछ मौज मस्ती के अवसरों में शामिल हो सकते हैं.

मीन राशि के लिए बुध का प्रभाव
मीन राशि के चतुर्थ भाव घर में बुध का गोचर होगा. मीन राशि के लिए ये समय आर्थिक रुप से अपनों की ओर से कुछ सहायक बन सकता है. इस दौरान आपका अधिकतर ध्यान अपने निजी जीवन को बेहतर बनाने पर लगा रह सकता है. अपनों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए एक-दूसरे के साथ कुछ समय बिताना उचित होगा.

नई चीजों की खरीदारी का समय बेहतर रह सकता है. इस अवधि में आपके माता पिता के साथ संबंधों में कुछ सुधार होगा, लेकिन उनकी ओर से कड़े निर्देश कुछ चिंता और स्वतंत्रता में कमी के चलते परेशान कर सकते हैं. तनाव का अनुभव कर सकते हैं, लेकिन अपनी सहनशक्ति से आप इस विपरीत परिस्थिति से अच्छी तरह निपटने में सक्षम हो सकते हैं. वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचने की सलाह दी जाती है, अन्यथा लड़ाई-झगड़े बढ़ सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय आपके लिए सामान्य रह सकता है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी.

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मंगल का अश्विनी नक्षत्र में होने का विशेष फल

मंगल ग्रह

मंगल ग्रह साहस, ऊर्जा, शक्ति, इच्छाओं, काम करने की तीव्रता, आक्रामक स्वभाव, क्रोध, लड़ने की क्षमता, सैनिक, खिलाड़ी आदि का प्रतिनिधित्व करता है. और मेष राशि जो राशि चक्र की पहली राशि है अग्नि तत्व से युक्त होती है तथा मंगल के स्वामित्व की राशि ही है.

अश्विनी नक्षत्र

अश्विनी पहला नक्षत्र है, इसलिए यह सक्रियता की प्रकृति के साथ आता है. इसमें अनेक दिव्य गुण मौजूद होते हैं यह चिकित्सकों या डॉक्टरों का भी नक्षत्र है क्योंकि इसके देवता अश्विनी कुमार हैं, जो देवताओं को वैध माने जाते हैं. इस नक्षत्र को भ्रम, छल से भी जोड़ा जाता है क्योंकि केतु इस नक्षत्र पर प्रभाव डालता है.

इन तीनों चीजों का समिश्रण काफी प्रभावी होगा. दो चीजें प्रथम स्थिति या कहें आरंभ को दर्शाती है जिसमें मेष राशि और नक्षत्र तो वहीं मंगल का प्रभाव यहां होने से चीजों में अग्रीणता को बनाए रखना काफी महत्वपूर्ण होता है. मेष राशि में अश्विनी, भरणी और कृतिका नाम के नक्षत्र आते हैं.

अश्विनी नक्षत्र का सामान्य फल
अश्विनी नक्षत्र पर मंगल की स्थिति होने पर विशेष रुप से कुछ बातों पर ध्यान रखने और संभल कर आगे बढ़ने की जरुरत होती है. इस समय के दौरान मंगल मंत्र जाप के साथ ही नक्षत्र पूजा करना अत्यंत शुभदायक होता है. इस गोचर के दौरान पर निर्णायक स्थिति अधिक दिखाई देती है जो सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनो ही रुपों में दिखाई देती है.

इस समय के दौरान स्वास्थ्य संदर्भ के लिहज से स्थिति कुछ मिलेजुले प्रभाव दर्शाती है. सेहत पर असर दिखाई दे सकता है शरीर में पित्त की अधिकता रह सकती है तथा उच्च रक्तचाप से संबंधित प्रभाव भी दृष्टिगोचर होगा. मसिक उन्मांद, बेचैनी तथा दुर्घटना के कारण सेहत पर असर दिखाई दे सकता है. दूसरा पक्ष दर्शाता है की इस समय पर रोग उपचार की स्थिति भी अनुकूल रह सकती है.

अश्विनी नक्षत्र में मंगल का गोचर फल
मंगल का अश्विनी नक्षत्र में होना एक विशेष स्थिति का परिचायक बनता है. यह बहुत मजबूत स्थिति होती है मंगल ग्रह के लिए. मंगल जहां अपनी मूल त्रिकोण राशि में होता है तथा नक्षत्र के प्रभाव में स्वयं को पाता है. यहां मंगल साहस, उत्साह, मजबूत इरादों को दर्शाता है. इस समय पर काम में सक्रियता आने लगती है. मंगल कार्यों को करने में जल्दबाजी दर्शा सकता है क्योंकि यहां उसे प्रथम स्थान को पाना भी है. जो कुछ भी करेंगे उसमें प्रथम होना पसंद करेंगे. अश्विनी रोग निवारक बनता है उपचार को दर्शाता ऎसे में कार्य का होना भी सही होना आवश्यक होगा.


इस समय स्वास्थ्य की स्थिति पर भी विशेष ध्यान बना रह सकता है. देखभाल से संबंधित कार्यों में भी अधिक ध्यान जाता है. केतु के साथ होने पर ये समय स्वास्थ्य के लिहाज से कोई सर्जरी होने ओर उसमें सफलता को भी दर्शाती है.

मंगल-केतु का प्रभाव कुछ भौगौलिक परिवर्तन का समय भी होगा. भूकंप, हिमस्खलन, हिंसात्मक घटना क्रम भी इस समय पर दिखाई दे सकते हैं. ऊर्जा की अधिकता युद्ध एवं विध्वंस की स्थिति का निर्माण करने वाली भी होती है. स्थिति बहुत आक्रामक और आवेगी भी दिखाई दे सकती है. कभी-कभी, वे हिंसक भी हो सकते हैं क्योंकि केतु बिना सिर के होता है और केतु के साथ मंगल का संबंध कार्यों या आक्रामकता के मामलों में नेतृत्वहीन बना सकता है. इस समय पर धैर्य और शांति के साथ विचार विमर्श के बाद ही निर्णय लेना चाहिए.

आक्रामक प्रवृत्तियों को सकारात्मक कार्यों में बदलने की आवश्यकता होती है. दूसरी ओर केतु का संबंध मनोगत और आध्यात्मिकता से भी जुड़ा है, यह वह सकारात्मक क्रिया हो सकती है जहां अपनी ऊर्जा का निवेश करके अच्छे लाभ पाए जा सकते हैं. कुल मिलाकर, मंगल की अश्विनी नक्षत्र में स्थिति एक बहुत अच्छी स्थिति तब बन सकती है जब क्रोध या आक्रामकता का सकारात्मक उपयोग कर पाने की योग्यता को विकसित किया जाए.

अश्विनी नक्षत्र प्रत्येक पद पर मंगल का असर

अश्विनी नक्षत्र के (1) पहले पद में मंगल का गोचर
अश्विनी नक्षत्र के पहले चरण का स्वामी मंगल बनता है. इस चरण में मंगल ग्रह का गोचर प्रभाव व्यक्ति के भीतर अधिक ऊर्जा को दर्शाने वाला होगा. दूसरों पर रौब दर्शाने, अधिकार जमाने की स्थिति भी अधिक दिखाई दे सकती है. इस समय पर क्रोध की अधिकता, उत्तेजना तथा कार्यों में तेजी बनी रहेगी. कार्यक्षेत्र में पराक्रम बना रहेगा. आय प्राप्ति के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं.

अश्विनी नक्षत्र के (2) दूसरे पद में मंगल का गोचर
अश्विनी नक्षत्र के इस दूसरे चरण का स्वामी शुक्र होता है. इस नक्षत्र के द्वितीय चरण में मंगल का गोचर स्रजनात्मक चीजों का निर्माण करने वाला होता है. ये समय कला ओर अभिव्यक्ति का अच्छा संगम बनता है. इस स्थान पर मंगल आगे बढ़ने ओर नए अवसरों का लाभ उठाने की अच्छी संभावनाएं दर्शाता है. व्यक्ति कड़ी मेहनत से द्वारा अपने कार्यों को करने में आगे रह सकता है. छोटे छोटे अल्प अवधी वाले कार्य करने में रूचि भी अधिक होगी.

अश्विनी नक्षत्र के (3) तीसरे पद पर मंगल का गोचर
अश्विनी नक्षत्र के तीसरे चरण का स्वामी बुध होता है. इस स्थान पर मंगल के गोचर की स्थिति कुछ बदलावों एवं विरोधाभास को दर्शा सकती है. शास्त्रों के अनुसार अश्वनी नक्षत्र के तीसरे चरण में मंगल की स्थिति व्यक्ति को आर्थिक रुप से ललायित करने वाली हो सकती है, ऐश्वर्यशाली जीवन जीने के लिए संघर्ष जारी रह सकता है किंतु बहुत अधिक अनुकूल परिणाम मिलने में देरी की संभावनाएं अधिक दिखाई देती है.

अश्विनी नक्षत्र के (4) चौथे पद पर मंगल का गोचर
अश्विनी नक्षत्र के चतुर्थ चरण में मंगल की स्थिति सकारात्मक दिखाई दे सकती है. इस चरण का स्वामी चन्द्रमा मित्र स्वरुप दिखाई देता है. शास्त्रों के अनुसार अश्वनी नक्षत्र के चौथे चरण में मंगल का गोचर इच्छाओं के प्रति प्रयाशील बनाता है. स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इस समय थोड़ा सजग रहने की आवश्यकता होती है. इस समय पर मानसिक रुप से कुछ अशांती एवं उद्विग्न स्वभाव की स्थिति भी दिखाई देती है.

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वक्री बृहस्पति का मीन राशि में गोचर का फल

28 जुलाई 2022 को बृहस्पति का मार्गी से वक्री अवस्था में बदलाव होगा. जिस प्रकार मार्गी बृहस्पति अनुकूलता को दर्शाता है वहीं गुरु का वक्रत्व अनुकूलता को दर्शाता है.
वैदिक ज्योतिष में, बृहस्पति का गोचर काफी महत्व रखता है. गुरु का असर ज्ञान, विद्वता, विवाह सुख, शिक्षा, आध्यतमिक दृष्टिकोण के लिए बहुत उपयुक्त होता है ऎसे में अपनी स्वराशि मीन में स्थित होकर जब गुरु वक्र अवस्था में होंगे तब ज्ञान की स्थिति में उच्च स्तर की वक्रता अर्थात कुछ विशेष बातें अवश्य दिखाई देंगी जो बदलाव के संकेत देंगी.

वक्री बृहस्पति का मेष राशि प्रभाव
भाग्य का सहयोग अब बार-बार के प्रयासों से ही संभव हो सकेगा. इस समय अचानक से कुछ चीजों में अवरोध दिखाई दे सकता है.
चिंताएं तो होगी लेकिन अब उन से मुक्ति का मार्ग भी होगा. स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की आवश्यकता होगी.
सामाजिक एवं आध्यतमिक गतिविधियों में बदलाव का समय दिखाई देगा.
खर्च अधिक बने रहने की संभावना है इसलिए संपत्ति में निवेश पर ध्यान रखें.
नौकरी या व्यापार करने वालों के लिए यह समय नई शुरुआत के लिए उपयुक्त नही हो.

वक्री बृहस्पति का वृषभ राशि प्रभाव
इस समय पर यात्राएं अधिक बनी रह सकती हैं.
एक कार्य में बार-बार प्रयास करने की कोशिश होगी.
संतान संबंधी मामले आपको प्रभावित कर सकते हैं.
भाई-बहनों के साथ संबंधों में बदलाव देखने को मिल सकता है.
जीवनसाथी के साथ तनावपूर्ण स्थितियां उभर सकती हैं.
छात्र अपनी शिक्षा को लेकर असमंज की स्थिति में रह सकते हैं.
कुछ प्रपोजल इस समय आपको लाभ दिला सकते हैं.

वक्री बृहस्पति का मिथुन राशि प्रभाव
खुद को लेकर अधिक प्रयासों में दिखाई देंगे. शारीरिक रूप से, आप फिट होने के लिए कई चीजों से जुड़ सकते हैं.
रोग का असर कुछ चिंता को बढ़ा सकता है लेकिन जल्दी ही इससे बचने का मार्ग मिलेगा.
फंसा हुआ धन मिल सकता है, शेयर मार्किट या लोन इत्यादि में संभल कर आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी.
लंबे समय से अटके हुए प्रोजेक्ट आगे बढ़ सकते हैं
नौकरी अथवा कारोबार में नए बदलाव का समय बना हुआ है.
रिश्तों में कुछ अलगाव भी दिखाई दे सकता जो व्यर्थ के कारणों से अधिक उभर सकता है.

वक्री बृहस्पति का कर्क राशि प्रभाव
प्रयासों द्वारा कार्य के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी.
लंबी यात्राओं पर जाने की संभावना है.
निवेश के बारे में ध्यान पूर्वक कार्य करने की आवश्यकता होगी.
नौकरी में लगे लोगों को नए अवसर मिल सकते हैं, लेकिन प्रत्योगिताएं कठिन रह सकती हैं.
विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं लेकिन इस समय बात पक्के होने में कुछ समय भी लग सकता है.
धन खर्च की अधिकता रहने वाली है जो विशेष रुप से सामाजिक गतिविधियों पर ज्यादा हो सकता है.

वक्री बृहस्पति का सिंह राशि प्रभाव
स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है.
इस समय बिमारी उभरने का अथवा चिकित्सक के पास अधिक चक्कर लग सकते हैं
आर्थिक रूप से चीजों में सुधार हो सकता है, लेकिन समय के साथ आपके खर्चे बने रहेंगे.
ससुराल पक्ष से संबंध कुछ अनुकूलता में कमी को देख पाएंगे.
क्रोध ओर जिद बनी रह सकती है इसलिए इस पर नियंत्रण रखना जरूरी है.
पैतृक संपत्ति का लाभ मिलने के योग पुन: बन सकते हैं.
नौकरी की तलाश कर रहे लोगों का इंतजार खत्म हो सकता है.

वक्री बृहस्पति का कन्या राशि प्रभाव
कार्यक्षेत्र में लोगों के साथ मेल जोल होगा और कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम की शुरुआत होगी.
रोग उभर सकते हैं इसलिए स्वास्थ्य पर नज़र रखने की आवश्यकता होगी.
नौकरी और कारोबार में बेहतर अवसर होंगे तथा लाभ के अवसर भी मिल सकते हैं.
आप साझेदारी में काम करते हैं तो आपको सावधान रहने की आवश्यकता होगी.
रिश्तों अथवा पार्टनर के साथ कुछ समस्याएं हो सकती हैं.
खर्चे बने रह सकते हैं तथा आय प्राप्ति का योग सकारात्मक होगा.

वक्री बृहस्पति का तुला राशि प्रभाव
प्रतियोगीताओं में सफलता का समय है और प्रयासों द्वारा सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं.
शत्रुओं और रोग आपके लिए चिंता बढ़ाने का कारण बन सकते हैं.
समय थोड़ा कठिन हो सकता है और खर्च में वृद्धि होगी.
करियर के मामले में आपको लाभ मिल सकता है.
विदेश से जुड़े व्यवसाय लाभ दिला सकते हैं.
विवाद इत्यादि में विजय मिल सकती है

वक्री बृहस्पति का वृश्चिक राशि प्रभाव
शिक्षा के क्षेत्र में आपके पास नए विकल्प मौजूद होंगे.
उच्च शिक्षा प्राप्ति का योग बनेगा, बाहरी संपर्क द्वारा विस्तार के अवसर मिल सकते हैं.
नए रिश्तों का आरंभ होता दिखाई देगा.
पुराने निवेश कुछ लाभ दिला सकते हैं.
वरिष्ठों के साथ अपने संबंधों में सुधार होगा.
यात्राएं अधिक रह सकती है जिसमें खर्च अधिक होगा.

वक्री बृहस्पति का धनु राशि प्रभाव
वक्री बृहस्पति का धनु राशि के लिए प्रयासों की अधिकता का समय होगा.
वक्री बृहस्पति सुख से थोड़ा दूर ले जाने वाला हो सकता है.
घर से संबंधित कामों में कुछ समय के लिए व्यवधान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा संभल कर रहने की आवश्यकता होगी.
आर्थिक रुप से परिवार पर धन खर्च की अधिकता का समय रहने वाला है.
परिवार के वरिष्ठ लोगों के साथ कुछ मतभेद की स्थिति उभर सकती है.

वक्री बृहस्पति का मकर राशि प्रभाव
वक्री बृहस्पति का मकर राशि के तीसरे घर पर वक्रत्व का असर होगा.
काम काज में कुछ आलस्य दिखा सकते हैं इसलिए आवश्यक है की इस स्थिति से बचा जाए.
किसी काम को बार बार करने की कोशिशें इस समय कुछ अधिक हो सकती हैं, एक बार में सफलता हासिल न हो पाए.
अभिरुचि के क्षेत्र से दूरी होने से मानसिक रुप से असंतोष भी हो सकता है. इस समय दुसाहसिक कार्यों से बचने की आवश्यकता होगी.
भाई बहनों को लेकर थोड़ी चिंता अधिक रह सकती है.

वक्री बृहस्पति का कुंभ राशि प्रभाव
वक्री बृहस्पति कुंभ राशि के दूसरे घर पर असर डालते हुए धन, और वाणी के क्षेत्र पर असर डाल सकता है.
इस समय वाणी में कठोरता से बचना होगा तथा व्यर्थ की बहस इत्यादि से भी खुद को दूर रखने की आवश्यकता होगी.
खान पान की लापरवाही सेहत पर असर डाल सकती है.
दांपत्य जीवन में साथी के से कुछ वैचारिक मतभेद भी उभर सकते हैं.
इस समय धन प्राप्ति के लिए अधिक कोशिशें करनी होंगी.

वक्री बृहस्पति का मीन राशि प्रभाव
वक्री बृहस्पति का मीन राशि के लिए असर विचारधारा को अचानक से बदल देने वाला हो सकता है.
इस समय कुछ अधिक सोच विचार लगे रहेंगे.
अपनों को लेकर चिंताएं हेल्थ को भी प्रभावित कर सकती हैं.
वैवाहिक जीवन में संबंधों एवं साथी के व्यवहार, स्वास्थ्य को लेकर अधिक उलझाव में रह सकते हैं.
धन खर्च बना रहने वाला है. परिवार एवं संतान की आवश्यकताओं पर धन व्यय होगा.
घर पर कुछ धार्मिक गतिविधियों में अधिक भागीदारी रहने वाली है.

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सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र गोचर

सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र प्रवेश कई मायनों में बदलावों की स्थिति को दर्शाता है. किसी भी ग्रह का राशि और नक्षत्र बदलाव किसी न किसी रुप में बदलाव का संकेत अवश्य देता है. मृगशिरा नक्षत्र वृषभ राशि और मिथुन राशि के मध्य आता है. मृगशिरा नक्षत्र के आरंभिक दो चरण वृषभ राशि में आते हैं और बाकी 2 चरण मिथुन राशि में आते हैं. मृगशिरा 27 नक्षत्रों में से पांचवां नक्षत्र है, यह राशि चक्र में सबसे उत्सुक नक्षत्र है और मनोविनोद की एक अच्छी स्थिति भी दिखाई देती है. 

ज्योतिष में मृगशिरा नक्षत्र

वैदिक ज्योतिष के अनुसार मृगशिरा नक्षत्र का अधिपति ग्रह मंगल ग्रह है जिसका प्रतीकात्मक सिर हिरण है. जैसे हिरण हमेशा संवेदनशील, चिंतित और आसपास के प्रति शंकालु होते हैं, वैसे ही मृगशिरा नक्षत्र का प्रभाव भी व्यक्ति पर होता है. यह आध्यात्मिक चिंतनशीलता, दृढ़ता, शक्ति और साहस को दर्शाता है. चंद्रमा इसके देव हैं. इस नक्षत्र का प्रभाव प्रेम एवं अभिव्यक्ति की शुद्धता को दर्शाता है. यह एक नाजुक और संवेदनशील नक्षत्र भी है ऎसे में मानसिक रुप से बहुत उतार-चढ़ाव भी होता है. बुद्धिमानी, ईमानदारी और आज्ञाकारिता को भी इस नक्षत्र से जोड़ा जाता है. 

सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र गोचर में विभिन्न ग्रहों से योग 

सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में आते ही सूर्य इस नक्षत्र के प्रत्येक पद पर जाता है उसका उस नक्षत्र के चरण स्वामी के साथ भी संबंध बनता है. ग्रहों का प्रभाव ओर वेध भी इस गोचर में विशेष रुप से असर डालने वाला होता है. 

मृगशिरा पहले चरण में सूर्य-सूर्य, 

मृगशिरा दूसरे चरण में सूर्य -बुध, 

मृगशिरा तीसरे चरण में सूर्य-शुक्र

मृगशिरा चतुर्थ चरण में सूर्य -मंगल

मृगशिरा नक्षत्र प्रत्येक पद पर सूर्य का असर 

मृगशिरा नक्षत्र के (1) पहले पद में सूर्य का गोचर 

मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम पद में सूर्य का आगमन मानसिकता तथा क्षमता को प्रभावित करने वाला होता है. मृगशिरा के पहले पद में  23° 20′ – 26° 40′ सिंह नवांश में होता है और सूर्य द्वारा प्रभावित होता है. ऎसे में यह स्थिति कुछ चीजों में प्रतिभा एवं साहस की वृद्धि को दर्शाती है. इस समय व्यक्ति बहुत रचनात्मक और कलात्मक हो सकता है लेकिन अभी के समय पर आक्रामकता भी अधिक देखने को मिल सकती है. शिक्षा से जुड़े छात्रों को अपने क्षेत्र में विकास के अच्छे मौके मिल सकते हैं. व्यक्ति अपनी सुंदरता पर अधिक ध्यान देना चाहेगा. राजनीतिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण में भी बदलाव दिखाई देंगे. 

मृगशिरा नक्षत्र के (2) दूसरे पद में सूर्य का गोचर 

मृगशिरा नक्षत्र के दुसरे पद में सूर्य का जाना यहां स्थिति में थोड़ा बौद्धिक एवं रचनात्मक स्थिति को प्रभावित करने वाली होगी. मृगशिरा नक्षत्र का दूसरा चरण 26° 40′ – 30° 00″ वृष राशि में होता है और बुध द्वारा शासित कन्या नवांश में आता है. ऐसे में गोचर व्यक्ति को काफी व्यस्त बना सकता है. सामाजिक स्थिति में मिलनसार भी होंगे तथा कार्यरत होकर अपनी स्थिति को बेहतर बनाएंगे. इस समय पर कार्यक्षेत्र में भी मजबूत मानसिक क्षमताएं दिखाई देंगी. कुछ नए दृष्टिकोण शामिल होंगे. छात्र अपने क्षेत्र में अपनी छुपी योग्यताओं को दिखाने में आगे रह सकते हैं. 

मृगशिरा नक्षत्र के (3) तीसरे पद पर सूर्य का गोचर 

मृगशिरा नक्षत्र तीसरा चरण 00° 00′ – 3 ° 20′ तक मिथुन राशि में चला जाता है, मृगशिरा का तीसरा पद तुला नवांश में स्थित होता है जो शुक्र द्वारा प्रभावित होता है. ऎसे में सुर्य का इस चरण में आना कुछ खिंचतान की स्थिति को दर्शाने वाला होता है. इस समय आर्थिक स्थिति एवं जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु अधिक ध्यान केन्द्रित हो सकता है. कुछ नए खर्च तथा कुछ नवीन निवेश योजनाएं भी इस समय पर काम कर सकती हैं. भौतिक लाभ प्राप्ति का योग भी कुछ सहायक हो सकता है. 

मृगशिरा नक्षत्र के (4) चौथे पद पर सूर्य का गोचर 

मृगशिरा नक्षत्र चौथा चरण 3° 20″ – 6 ° 40′ मिथुन राशि में ही पड़ता है. यह मंगल ग्रह द्वारा प्रभावित वृश्चिक नवांश में पड़ता है. ऎसे में सूर्य का इस नक्षत्र के अंतिम चरण में जाना बदलाव और आक्रमकता का समय होता है. विचारों में उग्रता एवं जिद भी दिखाई दे सकती है. इस समय बहुत तर्क-वितर्क भी हो सकते हैं. सहजता के साथ मसले सुलझाने में दिलचस्पी कम भी रहेगी. ऎसे में आवश्यक होता है की स्थिति को जितना संभव हो सके धैर्य के साथ स्थिति को नियंत्रित करना उचित होता है. कार्य क्षेत्र हो या परिवार की स्थिति बदलाव और जल्दबाजी से बचना आवश्यक होता है.दूसरे लोगों की ज़िंदगी में बहुत अधिक दखल देने से भी बचना चाहिए अन्यथा छवि प्रभावित हो सकती है. 

मृगशिरा नक्षत्र गोचर का सामान्य फल  

जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में होता है, तो लोग अपने करियर में उतार-चढ़ाव की स्थिति भी अभी बनी रहती दिखाई देती है. काम-काज में संतुष्ट महसूस नहीं कर सकते हैं और अपने लिए पद प्राप्ति की चाह भी बनी रह सकती है. नई संभावनाओं की तलाश भी बनी रहने वाली है. इस समय की स्थिति सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों ही रुपों में बनी रह सकती है. यह समय मानसिक सुधार की स्थिति को दर्शाता है. इस समय चीजों का पूर्ण रुप से समर्थन नही हो पाता है. अनुसंधान के कामों में भी ध्यान अधिक रह सकता है. खर्च की स्थिति भी इस समय पर बनी रह सकती है. 

सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में जाना कई मायनों में महत्वपूर्ण होता है. इस नक्षत्र में आने पर भौगौलिक रुप से भी बदलाव स्पष्ट दिखाई देते हैं. मौसम में परिवर्तन की स्थिति विशेष रुप से वर्षा के आगमन की सूचना भी लाने वाली होती है. 

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