मंगल का मिथुन राशि गोचर

मंगल ग्रह साहस, हिम्मत और बहादुरी और ताकत का प्रतिनिधित्व करता है. मंगल जब एक राशि से निकल कर किसी दूसरी राशि में जाता है तो इस समय को मंगल के राशि गोचर के रुप में जाना जाता है. मंगल का गोचर मिथुन राशि में होना गोचर की दृष्टि से महत्वपूर्ण घटना है. 

मंगल 25 जनवरी 2025 को शाम 10:05 पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा. मंगल की स्थिति इस बार मिथुन राशि और वृषभ राशि में लम्बी यात्रा की होगी इन्हीं में वक्री और मार्गी स्थिति होने के कारण गोचर की अवधी में वृद्धि देखने को मिलेगी इसलिए ये वर्ष मंगल के गोचर के लिए खास होगा. 

मंगल का मिथुन राशि गोचर फल 

मंगल का मिथुन राशि में होना सकरात्मक स्थिति से कुछ अनुकूलता की कमी को दिखाने वाला होगा. मंगल का यहां होना काफी चीजों में विस्तार का समय तो होगा लेकिन उत्साह ओर विस्तार के साथ जो एकाग्रता चाहिए होगी अथवा स्थिरता की कमी भी इस समय कमजोर दिखाई दे सकती है. जल्दबाजी के फैसले इस समय लिए जा सकते हैं जिनमें बदलाव की संभावना भी भविष्य में अधिक रह सकती है. मंगल की मिथुन राशि में स्थिति मित्र भाव की कमी को भी दर्शाती है. मंगल का यहां होना उचित रुप से फलों को देने में कम ही सहायक होगा. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना मेष राशि के लिए कैसा रहेगा

मेष राशि वालों के लिए मंगल का गोचर तृतीये भाव में होगा. मंगल का यहां होना कुछ मामलों में अच्छा होगा तो कुछ स्थानों पर परेशानी भी दे सकता है. ये समय आपके उत्साह को बढ़ा सकता है. आप काम में तेजी दिखाएंगे. जो लोग संचार से जुड़े हैं उन्हें लेखन कार्यों, भाषण देने, मीडिया के काम में, पत्र पत्रकारिता के काम में सफलता मिल सकती है. तीसरे भाव में मंगल का गोचर लाभकारी रह सकता है साहस और दृढ़ संकल्प के मामले में. अपनी बुद्धि फैसले लेंगे ओर काम को पूरा करने में सक्षम होंगे. काम में समस्याओं का सामना करना होगा लेकिन बेहतर रुप से मेहनत सभी को दिखाई देगी जिसके कारण सफलता भी मिलेगी. खेलकूद रंग मंच कला जैसे क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. इस गोचर के चलते शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर पाने में अच्छे होंगे.  कुछ लम्बे समय से रुके हुए काम आगे बढ़ सकते है. यात्रा पर भी जा सकते हैं. स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है कान और कंधों की समस्या हो सकती है. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना वृष राशि के लिए कैसा रहेगा

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल का गोचर द्वितीय घर पर होगा. इस दूसरे स्थान को धन और किसी से मिलने वाले लाभ के रुप में देखा जाता है. मंगल के दूसरे भाव में गोचर करने से पैसों की बचत करने में सफल हो सकते हैं. आर्थिक रूप से स्थितियां अनुकूल हो सकती हैं. आय में वृद्धि की उम्मीद भी इस समय पर हो सकती है. बोलचाल में कठोर शब्दों का उपयोग करने से बचना होगा अन्यथा दूसरे आपकी वाणी से आहत भी हो सकते हैं. व्यवसाय में बाहरी संपर्क से विदेश इत्यादि से लाभ मिल सकता है. इस समय पर गलत संगति से दूर रहें और किसी भी प्रकार के नशे इत्यादि से बचें अन्यथा सेहत खराब हो सकती है. गले इत्यादि के रोग उभर सकते हैं. इस समय पर बच्चों के बारे में सावधान रहने और उनके साथ अधिक समय बिताने की आवश्यकता होगी.  जीवनसाथी के साथ व्यर्थ के विवादों से दूर रहना ही उचित होगा अन्यथा बातें बिगड़ सकती हैं. फिटनेस में सुधार करने को लेकर भी कुछ काम करेंगे. व्यायाम और योग को शामिल करने से रोग का प्रभाव कमजोर होगा 

मंगल का मिथुन राशि में जाना मिथुन राशि के लिए कैसा रहेगा

मिथुन राशि वालों पर ही मंगल का आगमन होगा, अर्थात मंगल इसी राशि में होने से क्रोध और उत्साह दोनों में ही वृद्धि हो सकती है. अपने उत्साह को थोड़ा कंट्रोल में रखना होगा अन्यथा परेशानी भी उठानी पड़ सकती है. स्वभाव में बदलाव देखने को मिल सकता है और जिद या मनमानी करने का भव भी हावी हो सकता है, इसलिए इस अवधि में कुछ भी करने से पहले सावधानी से सोचने की जरूरत होगी. वाहन चलाते समय सावधान रहें अन्यथा परेशानी हो सकती है. घर पर अधिक मन नहीं लगे और ऎसे में घर से अधिक समय बाहर बिता सकते हैं. किसी अपने के स्वास्थ में गिरावट होने से चिंता हो सकती है. वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव अभी लगे रहेंगे. इस दौरान किसी भी विवाद से बचने की कोशिश करनी चाहिए. परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य बनाए रखें. कार्यक्षेत्र में मजबूती से आगे बढ़ सकते हैं तथा आय बढ़ाने के मौके मिल सकते हैं.  अगर परिस्थितियाँ आपके पक्ष में नहीं हैं तो परेशान नहीं हों धैर्य शांति के साथ काम करते रहें भविष्य अच्छा होगा. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना कर्क राशि के लिए कैसा रहेगा

कर्क राशि के लिए मंगल का मिथुन राशि में गोचर बारहवें भाव में होगा. वास्तविक अवसरों की प्रतीक्षा अब अच्छे परिणाम देने वाली है. इस गोचर के दौरान काम या व्यवसाय के कारणों से विदेश यात्रा की संभावना भी रह सकती है. अप्रत्याशित रुप से व्यावसायिक क्षेत्र में खर्च अधिक रह सकती है. वित्तीय संतुलन पर असर होगा बचत पर ध्यान देने की जरुरत होगी. इस समय महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लेने से बचने की जरूरत है. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं करियर की उन्नति को प्रभावित कर सकती हैं. प्रेम जीवन में भी कुछ समस्याएं होने की संभावना उभर सकती है. पार्टनर के बीच कुछ तनाव हो सकता है, लेकिन सुलह भी जल्द होगी. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना सिंह राशि के लिए कैसा रहेगा

मंगल का मिथुन राशि में गोचर एकादश भाव में होगा. यह लाभ प्राप्ति का समय होगा. नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिलने की संभावना है. वरिष्ठों के साथ संबंध अच्छे रह सकते हैं, और यह आने वाले समय में भी काम आएंगे. दोस्तों के साथ कुछ घूमने फिरने के अवसर बनेंगे. इस समय के दौरान, लाभदायक सौदे भी मिल सकते हैं और अपने काम में प्रगति करने के लिए योजनाएं उपयोगी रह सकती हैं. अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं. कानूनी मामले अनुकूल परिणाम दे सकते हैं. निवेश इत्यादि में अच्छा मुनाफा मिल सकता है. कुछ नए लोगों के साथ मेलजुल होगा ओर सफलताओं के लिए परिश्रम भी काम आएगा. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना कन्या राशि के लिए कैसा रहेगा

कन्या राशि के लिए मंगल का गोचर दसवें भाव में होगा. यह गोचर अनुकूल और लाभकारी हो सकता है. कार्यक्षेत्र में अधिक जिम्मेदारियां मिल सकती हैं. जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं. कारोबार में इस दौरान मनचाहा परिणाम मिल सकता है. व्यवसाय के विस्तार के लिए अनुकूल समय है. परिवार में कुछ विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. छोटी यात्रा पर जा सकते हैं. छात्रों को अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की सलाह दी जाती है. इस दौरान आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए किए गए उपाय काफी अच्छे होंगे. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना तुला राशि के लिए कैसा रहेगा

तुला राशि के लिए मंगल का गोचर इस समय नवम भाव में होगा.  यह समय चुनौतीपूर्ण रह सकता है लेकिन साथ ही नई प्राप्ति का भी समय होगा. आपको अपने कार्यस्थल पर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो किसी की सहायता से हल हो सकती हैं.  किसी भी नए व्यापारिक सौदे पर हस्ताक्षर करते समय सावधान रहें. आपके व्यवसाय में लगातार वृद्धि हो सकती है. आर्थिक रूप से इस समय सेविंग को लेकर चिंता रह सकती है. लंबी अवधि के निवेश के लिए समय अनुकूल है. प्रतिस्पर्धीयों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए सावधान रह कर काम किया जाना ही उचित होगा. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना वृश्चिक राशि के लिए कैसा रहेगा

वृश्चिक राशि के  लिए मंगल का गोचर आठवें भाव में होगा. यह एक महत्वपूर्ण समय होगा. रोमांच और जोखिम से जुड़े कार्यों में शामिल होने का समय होगा. करियर में तरक्की के लिए समय अनुकूल नहीं है लेकिन शेयर मार्किट से जुड़े मसले लाभ दिला सकते हैं. कई कार्यों में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. अपने वरिष्ठों या सहकर्मियों के साथ बेहतसंबंध बनाए रखने की आवश्यकता है. पारिवारिक जीवन में पैतृक संपत्ति से संबंधित मुद्दे उभर सकते हैं. इस समय किसी भी प्रकार के कानूनी मामलों से बचने की आवश्यकता होगी. यात्राओं में सावधानी बरतें कुछ असुविधा हो सकते हैं. कठोर भाषा के प्रयोग से बचें, प्रेम संबंधों में साथी के साथ कुछ अच्छा समय बिताने को मिलेगा लेकिन साथ ही तर्क-वितर्क मतभेद भी उत्पन्न कर सकते हैं. इस समय विशेष रुप से सेहत पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी. 

मंगल का मिथुन राशि में जाना धनु राशि के लिए कैसा रहेगा

धनु राशि के लिए मंगल का गोचर सातवें भाव में होगा. यह गोचर आपके लिए कुछ परेशानी दे सकता है विशेष रुप से संबंधों में इसका असर तनाव बढ़ा सकता है. स्वभाव में क्रोध की अधिकता रहेगी. करियर में कोई महत्वपूर्ण कार्य शुरु हो सकते हैं. किसी से काम करवाने में  व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता हो सकती है, विशेष रूप साथी या सहकर्मियों के साथ तर्क-वितर्क से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए. सामाजिक क्षेत्र में दबदाब अधिक रहने वाला है और कुछ यात्राओं का भी समय होगा. इस दौरान रक्त संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. यह गोचर वैवाहिक जीवन में अशांति और उतार-चढ़ाव पैदा कर सकता है

मंगल का मिथुन राशि में जाना मकर राशि के लिए कैसा रहेगा

मकर राशि के लिए मंगल छठे भाव में गोचर करेगा. यह गोचर काफी सहायक रह सकता है. अपने विरोधियों को परास्त कर पाएंगे. गोचर फायदेमंद साबित हो सकता है. इस अवधि के दौरान योग्यता एवं कुशलता में धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हो सकता है. व्यापार में मेहनत और पूर्ण समर्पण के साथ अपेक्षित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं. व्यापार भागीदारों से भी समर्थन मिल सकता है. अनावश्यक खर्च अधिक होने की संभावना है. इसलिए खर्चों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी जिसके चलते सेहत अनुकूल रह सकती है.  

मंगल का मिथुन राशि में जाना कुंभ राशि के लिए कैसा रहेगा

मंगल का पंचम भाव में गोचर होगा. कुंभ राशि के लिए यह गोचर मिश्रित परिणाम देने वाला हो सकता है. काम के क्षेत्र में उचित परिणाम मिल सकते हैं. कड़ी मेहनत द्वारा छात्र अच्छे रिजल्ट को प्राप्त कर सकते हैं.  पदोन्नति या वेतन वृद्धि में देरी हो सकती है, व्यवसायियों को अधिक लाभ के मौके नहीं मिल सकते हैं. इस दौरान छोटी अवधि के निवेश से बचने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत है. कुछ अप्रत्याशित खर्च होने की संभावना है. इसलिए भविष्य में कठिनाइयों से बचने के लिए उचित वित्तीय बजट तैयार करना  छात्रों को अपने रचनात्मक विचारों या दृष्टिकोणों को व्यवहार में लाने के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता हो सकती है. लव लाइफ को लेकर आप तनाव में रह सकते हैं.

मंगल का मिथुन राशि में जाना मीन राशि के लिए कैसा रहेगा

मीन राशि के लिए मंगल का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. इस समय मनोकूल फलों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी . कार्यस्थल में पद प्राप्ति, और प्रशंसा पाने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करना होगा. इस दौरान कोई नई संपत्ति खरीद सकते हैं. अचल संपत्ति और घरेलू परियोजनाओं से लाभ होने की संभावना है. साथी के साथ मतभेद पारिवारिक माहौल को कुछ बिगाड़ सकते हैं. उच्च शिक्षा से जुड़े फैसले पक्ष में हो सकते हैं. स्वास्थ्य संबंधी कुछ छोटी-मोटी दिक्कतों का सना करना पड़ सकता है. 

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सूर्य का वृश्चिक राशि गोचर: सभी राशियों पर प्रभाव

सूर्य 30 दिनों की अवधि के लिए वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. कुंडली में सूर्य की स्थिति का जीवन में बहुत महत्व होता है और यह उसके समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करती है. सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर बहुत विशेष होता है. सूर्य को नेतृत्व, गौरव और प्रसिद्धि का प्रतिनिधित्व कारक माना जाता है. सूर्य सरकारी या निजी क्षेत्र, सरकारी नौकरी, सम्मान, आत्मा और शाही जीवन जीने और उच्च पद का निर्धारक है. 

सूर्य ग्रह 16 नवंबर, 2025 को 13:36 बजे वृश्चिक राशि में गोचर करेगा और अपनी नीच स्थिति को पीछे छोड़ते हुए वृश्चिक राशि में  जाएंगे. अधिकार, शक्ति और महिमा के प्रतीक ग्रह सूर्य को वैदिक ज्योतिष में ग्रहों में सबसे अधिक प्रभावशाली माना जाता है.

जानिए सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है:

मेष राशि

मेष राशि के लिए, सूर्य का गोचर आठवें घर में होगा. इस समय अचानक हानि या लाभ और विरासत से संबंधी मुद्दे सामने होंगे. इस गोचर के दौरान स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए स्वास्थ्य को गंभीरता से लेना जरुरी है. इस अवधि में त्वचा संबंधी समस्याएं, बुखार और अनिद्रा से संबंधित बातें परेशानी का सबब बन सकती हैं. स

ंतुलित आहार लेना और ध्यान योग इत्यादि क्रियाओं को करना अनुकूल होगा. पैसों के मामले में जरुरी है खर्चों को अनियंत्रित होने से बचाया जाए. व्यर्थ की बातों से दूर रहें और किसी भी प्रकार की गुटबाझी से बचें. अनिश्चित चीजों के कारण बचत में गिरावट हो सकती है. पार्टनर की मदद से कुछ चीजों को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे. सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वे आपकी छवि के लिए कुछ जोखिम उठा सकते हैं.

वृषभ राशि 

वृष राशि के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होते हैं इस समय गोचर में सातवें घर को प्रभावित करेंगे. विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर का असर इन पर असर डाल सकता है. इस अवधि के दौरान सूर्य का गोचर वैवाहिक जीवन को बहुत प्रभावित कर सकता है. साथी के साथ एक सुखी दाम्पत्य संबंध कुछ कमजोर हो सकता है, क्रोध या दूरी उत्पन्न हो सकती हैं लेकिन जल्द ही चीजें नियंत्रण में होंगी और आनंद प्राप्त होगा.

अविवाहित लोगों के लिए रिश्तों की प्राप्ति का समय है. व्यवसाय के लिए समय अनुकूल है. नया वाहन खरीद सकते हैं. व्यावसायिक रूप से इस अवधि में व्यापार में लाभ होगा और आप आध्यात्मिक रुप से भी शामिल होंगे. संतान पक्ष और आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है.

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए, सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होता है. इस समय सुर्य का गोचर छठे भाव में होगा. इस दौरान सूर्य का प्रभाव सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को अच्छी सफलता दिला सकता है.  खर्चों पर ध्यान देना शुरू कर देंगे, जिससे जीवन में सामंजस्य बना रहेगा. नौकरी या व्यवसाय में अच्छा लाभ और प्रगति प्राप्त करने का समय हो सकता है.

मेहनत आपके पक्ष में हो सकती है. परिश्रम का अनुकूल फल मिलेगा.जिन लोगों ने घर या वाहन इत्यादि खरीदने की योजना बनाई थी, उनकी मनोकामना पूरी हो सकेगी. इस समय सेहत पर ध्यान देने की जरूरत होगी तथा व्यर्थ के विवाद से बचना होगा. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी होते हैं और अभी सूर्य का गोचर पंचम भाव में होगा. पंचम भाव संतान, प्रेम और संबंधों का स्थान होता है. यह गोचर मिश्रित परिणाम दे सकता है. किसी बड़े नेटवर्क से लाभ मिल सकता है. घरेलू जीवन शांतिपूर्ण नहीं रह पाए और पनों के साथ मनमुटाव भी उत्पन्न हो सकता है. शांत रहने से चीजें परेशानी कम देंगी. इस गोचर के दौरान किसी गलतफहमी के कारण प्रेम जीवन में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

इसलिए जरूरी है की व्यर्थ के मुद्दों को अधिक महत्व नहीं दिया जाए. एक खुशहाल और लंबे समय तक चलने वाले रिश्ते के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि चीजों को गंभीरता से लिया जाए. प्रेम पूर्वक किया गया संवाद सुधार ला सकता है. निर्माण से जुड़े कार्य सफल होंगे. व्यावसायिक रूप से कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं.  धार्मिक कार्यों में व्यस्त रह सकते हैं और राजनीति में आने वालों को सफलता मिलेगी. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए सूर्य का गोचर चतुर्थ भाव स्थान में होगा. इस का असर सुख, संपत्ति और माता पर होगा. यह गोचर नए बदलाव लेकर आने वाला हो सकता है क्योंकि इस गोचर की अवधि में परिवार में शांति कुछ कम हो सकती है. स्वयं को सही साबित करने की अपनी प्रवृत्ति के कारण किसी न किसी से उलझ सकते हैं. स्वभाव से आक्रामकता और अहंकार को दूर रखने की सलाह दी जाती है. संपत्ति के जरिए धन अर्जित कर सकते हैं.

व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ हो सकता है और अप्रत्याशित लाभ मिल सकते हैं. धार्मिक कार्यों में भाग ले सकते हैं. राजनीति में रहने वालों के लिए महत्वपूर्ण होगा और सामाजिक रूप से भी छवि बढ़ सकती है. इस दौरान घर और परिवार पर पैसा खर्च हो सकता है. आमदनी में थोड़ी कमी आएगी लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कोई काम नहीं रुकेगा. निजी जीवन में कुछ संघर्ष के कारण काम में बाधा आ सकती है इसलिए जरुरी है की क्रोध तथा जल्दबाजी से बचा जाए. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए, सूर्य का गोचर पराक्रम, भाई-बहनों और कम दूरी की यात्राओं के घर अर्थात तीसरे भाव में होगा. गोचर के दौरान साहस में वृद्धि रहेगी. कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने का समय होगा. आर्थिक रूप से स्थिति मजबूत होगी और इस दौरान सफलता की ओर अग्रसर रहेंगे. इस समय चीजों को गंभीरता से लेना उचित होगा जिसके कारण भविष्य के लिए बेहतर स्थिति निर्मित होगी.

  छात्रों को सफलता मिल सकती है और जो लोग अपने काम में पद प्राप्ति या अच्छी स्थिति चाहते हैं वह इन चीजों को हासिल करने में सक्षम होंगे. अप्रत्याशित स्रोत से धन की प्राप्ति हो सकती है.  सूर्य आपके आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाएगा और एक ऊर्जावान व्यक्ति के रूप में, सामने आएंगे. जीवन साथी के साथ अच्छे संबंधों का अनुभव कर सकते हैं. इस दौरान मित्रों और सहकर्मियों का सहयोग मिल सकता है. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए, सूर्य का गोचर धन भाव में होगा. इस गोचर के दौरान आर्थिक लाभ होने की संभावना है. व्यवसाय की सफलता देखने को मिल सकती है. नए कार्यों से जुड़ सकते हैं. गोचर के दौरान लाभ को अधिकतम करने के लिए कुछ नए स्त्रोत विकसित हो सकते हैं. वानी में कठोरता हो सकती है. कुछ संकीर्णता की प्रवृत्ति विकसित होने की संभावना है, जो रिश्तों को प्रभावित कर सकती है. इस समय खर्च और बचत का ध्यान रखना होगा. अपने खानपान में संतुलित आहार लेना जरुरी होगा. इस गोचर के दौरान परिवार में किसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है. संपत्ति से जुड़े मसले भी उभर सकते हैं. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए सूर्य का गोचर पहले भाव में होगा. इस गोचर के दौरान यह संभावना है कि स्वभाव में कुछ आक्रामकता दिखाई दे सकती है. रिश्तों पर इस आक्रामकता के प्रभाव नकारात्मक असर डाल सकते हैं. जीवनसाथी के साथ अथवा व्यवसाय में छोटी-मोटी असहमति उत्पन्न हो सकती है. काम और करियर में कुछ लाभ हो सकता है. पिता या पिता के समान वरिष्ठ लोगों का सहयोग प्राप्त हो सकता है.

स्वास्थ्य के लिहाज से कुछ परेशानी हो सकती है. स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की आवश्यकता होगी. इसके अलावा पारिवारिक स्तर पर आने वाली समस्याओं से निपटने में भाई-बहनों का सहयोग मिल पाएगा. कार्यस्थल पर ऐसी स्थितियां हो सकती हैं जो असहज और निराश महसूस करा सकती है लेकिन हर अवसर को अपने पक्ष में करने का प्रयास करें. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए, सूर्य का गोचर द्वादश भाव में होगा. व्यय, मोक्ष और विदेश स्थान के इस जगह सूर्य का गोचर काफी बदलाव दिखा सकता है. इस गोचर के दौरान लंबी दूरी की यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है. सेहत को लेकर थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता होगी. पेट, नेत्र से संबंधित बीमारियां परेशान कर सकती हैं. इस गोचर के दौरान अत्यधिक खर्चे होंगे.

जो लोग व्यापार के क्षेत्र में हैं या विदेश से जुड़े हैं, वे गोचर के दौरान किसी अच्छी खबर की उम्मीद कर सकते हैं. सूर्य का गोचर कुछ लोगों के लिए दबाव की स्थिति भी पैदा कर सकता है. इस समय स्वयं को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. करियर में अस्थिरता का महसूस कर सकते हैं. इस गोचर के दौरान आत्मविश्वास में कमी आ सकती है और क्षमताओं को लेकर संशय में पड़ सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपके आत्मविश्वास में भी कमी आने की संभावना है.

मकर राशि

मकर राशि के लिए सूर्य का गोचर लाभ स्थान अर्थात एकादश भाव में होगा. आय, लाभ और इच्छा को लेकर मई आकांक्षाएं उत्पन्न होंगी. इस गोचर के दौरान सूर्य की स्थिति कुछ लाभ दिला सकती है. समाज में मान-सम्मान में वृद्धि होगी और वहीं मित्रों के बीच आकर्षण का केंद्र रहेंगे.

एकाग्र और दृढ़ निश्चयी रह सकेंगे. चीजें अनुकूल हो सकती हैं, आय के स्रोत में वृद्धि के संकेत हैं और किसी का के लिए  पुरस्कृत भी हो सकते हैं. धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए सफल होंगे. निजी जीवन भी कुछ सकारात्मक देख सकते हैं इस गोचर के दौरान छात्र शिक्षा के क्षेत्र में सफल होंगे और उच्च अध्ययन के लिए भी जा सकते हैं. 

कुंभ राशि

कुम्भ राशि के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव में होगा. नाम, प्रसिद्धि और करियर के क्षेत्र में सूर्य का गोचर अनुकूल असर दिखा सकता है. इस भाव में गोचर में कुछ पद प्राप्ति का अवसर मिल सकता है  क्योंकि इस भाव में सूर्य को दिशा और शक्ति प्राप्त होती है. जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं या नौकरी बदलने या पदोन्नति के अवसर की तलाश कर रहे हैं, वे इस सूर्य गोचर की अवधि में अपनी इच्छा पूरी होते देख सकते हैं.

कार्यस्थल पर उच्च पद मिलने की संभावना है. इस दौरान सहकर्मी और अधीनस्थ आपके काम और आपके प्रयासों में सहयोग कर सकते हैं. जिससे कार्यस्थल पर उत्पादकता और कार्यकुशलता में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है. कार्यस्थल पर वरिष्ठों के साथ संबंध सुधरेंगे. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए, सूर्य का गोचर नवम भाव में होगा. भाग्य और आध्यात्मिकता के नौवें घर में सूर्य सकारात्मक रुप से मजबूती दे सकता है. इस गोचर के दौरान काम पूरा करने के लिए परिश्रम काम आएगा. कुछ तनावपूर्ण क्षणों का भी सामना करना पड़ सकता है लेकिन चीजें बेहतर होने लगेंगी. पिता का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है.

काम के सिलसिले में कुछ तनाव और यात्रा का भी सामना करना पड़ सकता है. सेहत के लिहाज से चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता हो सकती है. समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और धार्मिक कार्यों में शामिल हो सकते हैं. समाज में पहचान मिल पाएगी. आध्यात्मिक होंगे और आध्यात्मिक यात्राओं पर जाने का मौका मिलेगा. खर्चों पर ध्यान देना होगा अन्यथा बचत पहले से थोड़ी कम हो सकती है.

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बुध का वृश्चिक राशि गोचर : सभी राशियों पर होगा खास प्रभाव

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर किसी व्यक्ति के संचार, व्यवहार, व्यवसाय और तर्क -विश्लेषण के तरीके में एक बड़ा बदलाव लाने वाला होता है. यह गोचर विभिन्न राशियों के लोगों के लिए कई सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम देने वाला हो सकता है.

बुध का शुभ और अशुभ प्रभाव फल उस पर निर्भर करता है जिस ग्रह से इसका संबंध बनता है क्योंकि बुध जिस ग्रह या राशि के साथ होता है उसके गुण को आत्मसात करने कि कोशिश करता है. मंगल और बुध का संबंध अधिक अनुकूल नहीं माना जाता है.  ऎसे में बुध का मंगल के स्वामित्व की राशि में होना उग्रता जल्दबाजी ओर क्रोध की अधिकता को दर्शा सकता है. 

वृश्चिक राशि में बुध का प्रवेश समय  

बुध 24 अक्टूबर 2025 को 12:36 बजे से वृश्चिक राशि में गोचर करेगा. इसके बाद 29 दिसंबर 2025 तक इसी राशि में विचरण करेगा. 

मेष राशि

मेष राशि के लिए बुध आठवें भाव में गोचर कर रहा है, जो रिसर्च, परिवर्तन और अनिश्चितता को दर्शाता है. इस गोचर के दौरान, जातकों को अपने जीवन में मिले-जुले परिणाम देखने को मिल सकते हैं. आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है. व्यवसाय में लगे लोगों को अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता होगी.  भाई-बहनों से संबंधित फल भी प्रभावित कर सकते हैं. स्वास्थ्य समस्या परेशानी दे सकती है. स्वास्थ्य के मुद्दों से बचने के लिए, उचित ध्यान रखने की आवश्यकता है. 

बातचीत करते समय सावधान रहने की सलाह दी जाती है. अन्यथा, अनावश्यक रूप से बोलने का लहजा रिश्ते में तनाव भी दे सकता है कटु के उपयोग से बचें. साथी के बीच संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव झेलने पड़ सकते हैं. बेकार की गलतफहमी से खुद को दूर रखें. 

वृषभ राशि 

वृष राशि के लिए बुध विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर करने वाला है. यह गोचर करियर के लिए अनुकूल रह सकता है. घरेलू जीवन को शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण बनाने की ओर कोशिशें बनी रहने वाली हैं. बेहतर संवाद द्वारा चीजों को सुलझाने में आगे रह सकते हैं. प्रेम जीवन में रिश्तों की गंभीता को समझें तथा प्रेम पूर्वक रिश्ते बनाने की कोशिश करनी होगी. क्रोध और जल्दबाजी से बचना होगा. 

प्रेम के संबंध में आपके रास्ते में रुकावटें आ सकती हैं. व्यावसायिक रूप से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. बेहतर क्षमता पद प्राप्ति के साथ अच्छी स्थिति हासिल करने में मदद कर सकती है. अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे. प्रयासों द्वारा सफलता और उपलब्धि प्राप्त हो सकती है. विदेशी स्रोतों से भी लाभ हो सकता है तथा लम्बी यात्राओं का योग भी बनता है. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए बुध छठे भाव में गोचर कर रहा है. छठा भाव रोगों, शत्रुओं, बाधाओं और रुकावट का प्रतिनिधित्व करता है. इस गोचर के दौरान जीवन में कुछ भावनात्मक असंतुलन सहना पड़ सकता है. स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है, इसलिए उचित ध्यान रखने की आवश्यकता है. वाद-विवाद के कारण परेशानी उभर सकती है. व्यवसायिक रूप से काम में अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी.

कार्यस्थल में सहकर्मियों के साथ सहयोग की कमी परेशान कर सकती है. कुछ मामलों में ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं यह गोचर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मार्ग दिखा सकता है. प्रबंधन में अपने वरिष्ठों से पूर्ण सहयोग प्राप्त हो सकता है. शत्रु आपके खिलाफ अपनी पूरी कोशिश कर सकते हैं इसलिए ध्यान से काम करना आवश्यक होगा. इस समय खर्चों की अधिकत अभी रहेगी. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए बुध का गोचर संतान, विचार, बुद्धि, प्रेम और रोमांस के घर पर होगा अर्थात पंचम भाव में बुध होंगे. कर्क राशि के जातकों के लिए बुध की यह स्थिति मिले-जुले परिणाम देने वाली हो सकती है. इस समय पर अपने समय को उचित रुप से बिताना जरुरी होगा अन्यथा काम में लापरवाही झलक सकती है. यदि छात्र हैं तो शिक्षा पर एकाग्र रहें. अगर करियर में लगे हुए हैं तो उस स्थान पर ध्यान केंद्रित रखे.

अपने काम को हल्के में न लें क्योंकि चीजें खराब होने की संभावना अधिक बनती है. इस समत एक अच्छा संचार कौशल होगा और आपकी बुद्धि में वृद्धि भी होगी. अपने किसी शौक को पूरा कर सकते हैं. जो छात्र उच्च अध्ययन के लिए विदेश जाना चाहते हैं, उनके लिए इस गोचर के दौरान बहुत अच्छा मौका हो सकता है. संतान को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने की संभावना है. आर्थिक रूप से, किसी भी जोखिम भरी गतिविधियों में निवेश न करना बेहतर होगा. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और एकादश भाव का स्वामी होता है और इस समय चतुर्थ भाव में गोचर करने वाला है. चौथा भाव माता, भूमि, विलासिता और सुख का प्रतिनिधित्व करता है. बुध का गोचर घरेलू जीवन में सुख-समृद्धि लाने वाला होगा, घरेलू गतिविधियों पर या पारिवारिक समय को खुशनुमा बनाने में धन का खर्च अधिक हो सकता है. अपने क्रोध और शब्दों का सावधानी से उपयोग करना होगा अन्यथा माहौल खराब भी हो सकता है.

परिवार के सदस्यों के बीच गलतफहमी और कलह उत्पन्न हो सकती है इसलिए शांति के साथ चीजों को करें. अपेक्षाओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए, आप अपने कार्यस्थल पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पाएंगे. परिवर्तन आपको नई सीख, अनुभव और रोमांच दे सकता है.  यह समय खुद को निखारने के लिए भी होगा. वरिष्ठ और परिवार के सदस्यों द्वारा कुछ सराहना भी की जा सकती है. इस गोचर के दौरान नया वाहन और संपत्ति भी खरीद सकते हैं. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर तीसरे घर पर होगा. कुंडली का तीसरा घर पराक्रम भाव भी कहलाता है. इस भाव से भाई-बहनों, साहस और यात्राओं को देखा जाता है. इस गोचर के दौरान बुध ग्रह जुनून, क्रोध, दृढ़ संकल्प और संचार कौशल में वृद्धि कर सकता है. उताह और जोश में नौकरी में बदलाव की तलाश कर सकते हैं.

भाई-बहनों और दोस्तों के प्रति सहायक रह सकते हैं तथा उनका जीवन आपको प्रभावित कर सकता है. कुछ स्वास्थ्य संबंधि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस गोचर में नए दोस्त बनने और नए लोगों से मिलने की संभावना भी है. जीवनसाथी की सामाजिक स्थिति में वृद्धि हो सकती है. जीवनशैली अधिक व्यस्त हो सकती है. कार्य क्षेत्र बेहतर होगा, काम में अधिक व्यस्त रह सकते हैं. व्यापार के क्षेत्र में कुछ अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो सकता है. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए बुध का गोचर दुसरे भाव में होगा. कुंडली का दूसरा भाव संचित धन, बचत, परिवार और वाणी को प्रभावित करता है. इस समय के दौरान घर में किसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है. बुध का गोचर शुभ फल दिला सकता है. लाभ प्राप्ति हो सकती है.

अपनी बचत को लेकर योजनाएं आगे बढ़ सकती हैं. परेशानियों से निजात पाने में सफल भी हो सकते हैं. वाणी प्रभावशाली हो सकती है तथा अपनी बातों से दूसरों को अपने पक्ष में कर पाएंगे. विदेशी भूमि से भी कुछ लाभ की संभावना दिखाई देती है. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर पहले भाव पर होगा. वृश्चिक राशि के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव के स्वामी होते हैं. इस गोचर के दौरान मिले-जुले असर दिखाई दे सकते हैं. इस समय पर व्यवहार में मनमानापन दिखाई दे सकता है. कुछ जिद भी रहने वाली है इसलिए निर्णय लेने का कौशल भी अलग रुप से दिखाई दे सकता है.

इस समय जो कुछ भी करेंगे वह भविष्य में बहुत महत्वपूर्ण होगा. सामाजिक समारोहों में भाग ले सकते हैं. भाइ-बंधुओं के साथ मेल जोल अधिक रहेगा. कुछ चिंताएं बनी रहेंगी लेकिन उत्साह द्वारा उनसे निपटने के प्रयास भी होंगे. स्वभाव में शांत और संयमित रहने की आवश्यकता है. लंबे समय से जिन कार्यों पर अटकाव बना था वह अब गति प्राप्त कर सकता है. जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचना ही उचित होगा. सेहत की दृष्टि से त्वचा, रक्त आदि से संबंधित कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

धनु राशि

धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव के स्वामी होते है़ इस समय बुध का गोचर व्यय स्थान पर होगा. कुंडली के बारहवें भाव में गोचर करते हुए बुध काफी कुछ बदलाव की स्थिति को दिखा सकते हैं. आय के साधनों में वृद्धि होगी, लेकिन साथ ही आपके ख़र्चे भी अधिक होने की संभावना है. पहले की तुलना में अधिक खर्च का अनुभव कर सकते हैं. घर परिवार में जिम्मेदारियां अधिक रह सकती हैं.

व्यवसाय के लिए यात्राओं का दौर बनेगा. विदेश यात्रा का समय भी दिखाई देता है. स्वास्थ्य के मुद्दों के कारण कुछ चिंता रह सकती है इसके अतिरिक्त जीवनसाथी कुछ स्वास्थ्य और चिंता के मुद्दों से गुजर सकता है.  एक स्थिर करियर बनाने के अवसर अभी अधिक सहायक न हों लेकिन आने वाले समय में स्थिति पक्ष में काम कर सकती है. आयात और निर्यात से जुड़े काम में बेहतर फल की उम्मीद कर सकते हैं.

मकर राशि

मकर राशि के लिए बुध का गोचर एकादश भाव में होगा. बुध मकर के लिए छठे और नवम भाव का स्वामी होता है और एकादश भाव में गोचर करते हुए अच्छे लाभ के संकेत देता है. इस गोचर के दौरान, लाभ, आय के अन्य स्त्रोतों का उदय होगा. नाम और प्रसिद्धि का समय होगा. सामजैक रुप से लोगों के साथ मेल जोल के अवसर भी होंगे. संपत्ति से लाभ प्राप्ति का मौका भी मिल सकता है.

दोस्तों के साथ मिलकर यात्राओं पर जा सकते हैं. कार्यक्षेत्र में विकास के कई अवसर मिल सकते हैं.  प्रेम जीवन में सुधार की भावना का अनुभव करेंगे और सामाजिक दायरे में मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी. विवादों में सफल होने की अच्छी स्थिति का निर्माण भी होगा. विरोधियों पर हावी रह सकते हैं. उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु घर से दूर जाने का समय भी बन रहा है. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए बुध पंचम भाव और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं. इस समय बुध का गोचर दशम भाव में होगा. इस अवधि में अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. संचार और बुद्धि में वृद्धि का समय होगा. बुध उस भाव से गोचर करेगा जो करियर को प्रभावित करता है. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पुराने काम का भी अच्छा परिणाम मिल सकता है.

इस अवधि में आपके मान-सम्मान में भी वृद्धि हो सकती है. इस गोचर के दौरान शेयर बाजार और रियल एस्टेट में किया गया निवेश फायदेमंद साबित हो सकता है. कार्यक्षेत्र में अचानक कुछ यात्रा होने की संभावना है, बच्चों को कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस समय काम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने की अश्यकता होगी. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध का गोचर नवम भाव में होगा. मीन राशि के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं. इस समय भाग्य, उच्च शिक्षा और आध्यात्मिकता को अधिक बल मिलेगा.  यह गोचर धार्मिक प्रवृत्ति, अच्छे कर्म, उच्च शिक्षा को नियंत्रित करेगा.

इस समय में, छात्र शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर सकते हैं. जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, वे इस अवधि के दौरान अनुकूल परिणाम प्राप्त कर पाएंगे. लिखने और पढ़ने में रुचि विकसित हो सकती है. व्यवसाय या शिक्षा से संबंधित लंबी यात्राएं होने के योग हैं. व्यापार के माध्यम से भी आपको लाभ हो सकता है. 

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सूर्य का कन्या राशि में गोचर (16 सितंबर 2025)

वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को सभी ग्रहों में राजा का प्रतिनिधित्व प्राप्त है. सूर्य की स्थिति सभी ग्रहों के लिए नियंत्रक के रुप में होती है. सौर गणना द्वारा सौर मास का निर्धारण करती है. सूर्य का  कन्या राशि गमन विशेष रुप से खास होता है. सूर्य की स्थिति में इस समय शीतलता का प्रभाव भी समाहित होता है. कन्या राशि स्त्री तत्व को अधिक दर्शाती है और सूर्य की उर्जा यहां आकर इस उर्जा के साथ समाहित होकर विशेष असर डालने में सक्षम होती है. 

सूर्य फिर से अपना स्थान परिवर्तन कर रहे हैं 16 सितंबर 2025 को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. 16 सितंबर को रात में 24:16 में कन्या राशि प्रवेश होगा.

सिंह से निकल कर बुध की राशि कन्या में इनका प्रवेश बौद्धिक एवं राजनैतिक समिकरण पर अपना असर डालने वाला होगा. इस गोचर का सभी राशियों पर असर देखने को भी मिलेगा. 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी होता है. इस समय गोचर में सूर्य का प्रभाव छठे घर पर होगा. छठा घर रोग शत्रु और ऋण का होता है. यहां सूर्य आपको एक अत्यधिक शक्ति देने में सहायक होगा. विरोधियों का दबाव होगा लेकिन अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में कामयाबी भी हासिल कर पाएंगे. कार्य क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनी रह सकटि है पर सफलता मिलेगी. काम पर चीजें बहुत सहज नहीं होंगी, इसलिए स्वयं को शांत रखते हुए चीजों के साथ ढलने की कोशिश करना उचित होगा.

वृषभ राशि

वृष राशि के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होता है. इस समय सूर्य का गोचर पांचवें घर पर होगा. प्रेम, रोमांस, संतान के घर में सूर्य की स्थिति थोड़ी कमजोर रह सकती है. इस अवधि के दौरान कुछ समस्याएं होने की संभावना है लिए जहां तज है कुछ अच्छे परिणाम भी देख पाएंगे. इस समय संभल कर ओर धैर्य के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी. जल्दबाजी में किए गए काम परेशानी का सबब हो सकते हैं. कार्य पर ध्यान केंद्रित करना ही इस समय उचित होगा. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होता है और इस समय चौथे घर पर गोचर करेगा. इस समय चौथे घर में सूर्य का होना सुख के स्थान में बेचैनी का कारण बन सकता है. घरेलू मुद्दे परेशानी देंगे लेकिन जरूरी होगा की स्थिति को बेहतर तरीके से काम करने की आवश्यकता होगी. चतुर्थ भाव में गोचर के दौरान सुख-सुविधाएं भी प्राप्त होंगी. लोगों के साथ खुल कर चर्चा करने का यह अच्छा समय रह सकता है. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी होता है और इस समय पर तीसरे भाव पर गोचर करेगा. साहस, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के भाव पर सूर्य इन सभी चीजों पर तीव्रता दिखाने वाला होगा. इस गोचर के दौरान समय अनुकूल रहेगा.  साहस और पराक्रम द्वारा सफलताओं को प्राप्त कर पाने में सक्षम हो सकते हैं. अपने कार्यस्थल पर अच्छा योगदान दे सकते हैं. 

सिंह राशि

सिंह राशि के लिए सूर्य पहले भाव का स्वामी होता है और इस समय सूर्य का गोचर दूसरे भाव में होगा.  इस गोचर के दौरान अचानक धन लाभ के अवसर मिल सकते हैं. जोखिम लेने पर माध्यम से जीत हासिल कर सकते हैं, समाजिक क्षेत्र में पद प्राप्ति का अवसर प्राप्त होगा. संचार कौशल में सुधार होने की संभावना है और जिसके द्वारा सामाजिक दायरा भी विस्तार पाएगा.  विदेश कार्यों से भी लाभ प्राप्ति के अवसर मिल सकते हैं. कुछ लम्बी दूरी की यात्राएं भी इस समय पर होने वाली हैं.

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए सूर्य बारहवें भाव का स्वामी होता है. इस समय गोचर में यह इस राशि पर ही अर्थात पहले घर पर ही होगा. राशि में ही गोचर करने पर स्वभाव में बदलाव दिखाई देगा. क्रोध, बेचैनी ओर उग्रता का अनुभव हो सकता है. कुंडली का पहला भाव अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह व्यक्तित्व, शरीर, शारीरिक बनावट को दर्शाता है. सामाजिक छवि,मान- सम्मान और स्वास्थ्य का निर्धारण होता है ऐसे में सूर्य का कन्या राशि में गोचर मिलेजुले फलों को देने वाला होगा. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए सूर्य का गोचर द्वादश भाव में होगा. इस समय पर खर्च की अधिकता रह सकती है. राशि से बारहवें भाव में सूर्य का गोचर यात्राओं को दर्शा सकता है. विदेश जाने या निवास स्थान से दूर जाने के लिए अधिक उत्सुक रह सकते हैं. काम के सिलसिले में भी यात्राएं रह सकती है. कुछ समय के लिए घर से दूर रहने के लिए बाध्य हो सकते हैं. या फिर घूमने फिरने का भी अवसर मिल सकता है. इस समय अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता होगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए सूर्य का गोचर एकादश भाव में होगा. कुंडली में एकादश भाव लाभ वृद्धि का स्थान होता है, इस भाव में सूर्य का गोचर आपके जीवन में बहुत से बदलावों का पूर्वाभास देता है. संपत्ति से आय, बड़े भाई-बहनों, वरिष्ठ अधिकारियों, महत्वाकांक्षाओं और आय के स्रोत इस समय प्रभावित होंगे. सूर्य का गोचर फायदेमंद रह सकता है. इस दौरान उत्साहित नजर आ सकते हैं. आय के स्रोतों का विस्तार होगा, और कई माध्यम से पैसा कमाने में सक्षम हो सकते हैं. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव में होगा, कर्म भाव कुंडली का दशम भाव है. इससे करियर आदि के बारे में जान सकते हैं. सूर्य के कन्या राशि में गोचर के दौरान दशम भाव से सूर्य के गोचर के कारण अतिरिक्त ऊर्जा शक्ति प्राप्त होगी. विशेष रूप से कार्यक्षेत्र में कुछ उपलब्धियां प्राप्त हो सकती हैं. नौकरीपेशा लोगों को पदों पर उन्नति के अवसर पाने का अवसर मिल सकता है. इस समय काम को लेकर कोई उपलब्धि हासिल करने की संभावना भी अधिक दिखाई दे सकती है. 

मकर राशि

मकर राशि के अष्टम भाव का स्वामी सूर्य होता है और इस समय गोचर में नवम भाव में गोचर कर रहा है. कुंडली में नवम भाव को भाग्य का स्थान माना गया है. इसके साथ ही व्यक्ति के धार्मिक विचारों, लंबी यात्राओं, तीर्थयात्राओं, गुरु और गुरु जैसे व्यक्तियों, समाज में सम्मान आदि के बारे में इसी से ज्ञात होता है. ऐसे में सूर्य के नवम भाव में गोचर का प्रभाव जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है. गतिविधियों के बारे में सतर्क रहते हुए संयम बनाए रखना चाहिए.

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के लिए सूर्य सप्तम भाव का स्वामी होता है और इस गोचर के दौरान अष्टम भाव में इसका गोचर होगा. वैदिक ज्योतिष में अष्टम भाव को अत्यंत रहस्यमय भाव माना गया है. इस के माध्यम से जीवन में बड़े बदलाव, आध्यात्मिकता, जीवन की समस्याओं और बाधाओं, अप्रत्याशित लाभ और हानि को देखा जाता है. सूर्य के अष्टम भाव में होने के कारण इस समय जीवन में कुछ चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है. शक्ति और बुद्धि इस समय संघर्ष का कारण बन सकती है, 

मीन राशि

मीन राशि के लिए सूर्य का गोचर सातवें घर पर होगा. सूर्य का प्रभाव साझेदारी के साथ-साथ आपकी शादी, जीवनसाथी, बिजनेस पार्टनर, आयात-निर्यात व्यवसाय, सामाजिक छवि आदि को प्रभावित करने वाला होगा. सूर्य के कन्या राशि में गोचर के दौरान वैवाहिक जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ सकता है जिसके कारण जीवनसाथी से दूरी या तनाव की स्थिति उभर सकती है. इसके अतिरिक्त पति या पत्नी और बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता उभर सकती है. इस समय क्रोध एवं अहंकार को अपने रिश्तों पर हावी नहीं होने देना चाहिए. इस समय चीजों को धैर्य के साथ संभालने की आवश्यकता है. 

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बुध का तुला राशि गोचर : सभी राशियों के लिए होगा खास

बुध ग्रह व्यक्ति के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक है. इस कारन से बुध का राशि बदलाव जब भी होता है इन गुणों पर इसका असर अवश्य दिखाई देता है. बुध का कन्या राशि से तुला राशि में गोचर 02 अक्तूबर 2025 को होगा. यह गोचर व्यवसायियों और रचनात्मक लोगों के लिए एक अच्छा समय लेकर आएगा. 

बुध ग्रह व्यापार और संचार के लिए प्रमुख कारक है, अभी के समय में बुध का गोचर अपने मित्र तुला राशि में होगा. यह गोचर सकारात्मक माना जाता है. ज्योतिष में बुध को देवताओं का दूत कहा जाता है और सभी प्रकार के संचार चाहे वह मौखिक हो या लिखित बुध का ही गुण होता है. एक शुभ बुध का असर व्यक्ति को स्पष्ट सोच, रचनात्मक कौशल, व्यावसायिक ज्ञान, यात्रा, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञता, गणित- लेखा-जोखा के ज्ञान पर पकड़ बनाने में सहायक बनता है.  इसके विपरित जब बुध कमजोर होता है बुद्धि को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है और वाणी -त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है. 

बुध का तुला राशि में गोचर समय 

बुध ग्रह 02 अक्टूबर को 27:43 बजे तुला राशि में गोचर करेगा और 24 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा. तुला राशि में बुध का गोचर, रोमांस और रिश्ते में विस्तार का संकेत बनता है. परिवर हो या सामाजिक स्थिति रिश्ते काफी आगे बढ़ते दिखाई देते हैं. संबंधों में कुछ बड़े बदलाव लाने की भविष्यवाणी भी की जा सकती है. 

मेष राशि

बुध का तुला राशि में गोचर  काम के स्थान पर पर्याप्त अवसर देने वाला होगा. भविष्य में बेहतर परिणामों के लिए अंतिम निर्णय लेने से पहले चीजों का आकलन करने की जरूरत भी होगी. तेजी में आकर फैसले न लेना ही उचित होगा. बुध मेष के साझेदारी वाले भाव में गोचर करेगा ऎसे में जो लोग पार्टनरशिप में काम करते हैं वह प्रभवैत होंगे और विवाह संबंधों पर भी असर होगा है,  यात्रा के कुछ अचानक अवसर प्रदान होंगे. कार्य से संबंधित उद्देश्यों के लिए भी यात्राएं होंगी. पहचान, नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने का बेहतर मौका होगा.

वृषभ राशि  

वृष राशि के लिए बुध का गोचर इस समय परिश्रम और योग्यताओं को निखारने के लिए उपयुक्त होगा. व्यावसायिक रूप से बुध का तुला राशि में गोचर वृष राशि वालों को करियर में सफलता पाने के लिए प्रेरित करने वाला होगा. अपने व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता होगी. नौकरी में पहचान प्राप्त करना चाहते हैं, तो रचनात्मक और अनुसंधानात्मक क्षमताओं पर काम करना बेहतर होगा.  

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर बौद्धिकता विचार और निर्णय लेने की क्षमता पर होगा. ऎसे में ये समय शी़अर्थियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हो सकता है. पंचम भाव में गोचर करते हुए बुध   समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाला है. इस समय कार्यों की समीक्षा करना उचित होगा. नौकरी एवं व्यावसायिक रूप से बुध का गोचर रचनात्मकता को अच्छा कर सकता है. बुद्धि के पंचम भाव में बुध का होना कार्यक्षेत्र में आपकी रचनात्मक क्षमता में वृद्धि देने वाला होगा. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए बुध का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. इस समय बुध का प्रभाव कर्क के संपत्ति, आराम और विलासिता को प्रभवैत करने वाला होगा. परिवार के लोगों के साथ शांतिपूर्ण माहोल मिलेगा. कुछ अतिर्कित समय बिता पाएंगे. माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. घर पर सदस्यों के साथ बातचीत करते समय सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि लापरवाही में कही बातें परेशानी दे सकती हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए बुध का गोचर तीसरे भाव में होने से जोश और उत्साह अच्छा रहने वाला है. अपने कार्यों में सफलत अपाने के लिए अधिक मेहनती रहने वाले हैं. छोटी दूरी की यात्राओं पर जाने का अधिक मौका मिलेगा काम में उपलब्धि पाने में सफल हो सकते हैं. भाई-बहनों के साथ रिश्ते अच्छे मस्ती वाले होंगे थोड़ी नोक-झोंक भी रह सकती है लेकिन चीजें संभली रहेंगी. अधूरे कार्यों  को पूरा करने के लिए बेहतर समय होगा. बहुराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का समय हो सकता है. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए बुध परिवार, धन और वाणी के भाव में गोचर करेगा. इस समय अपनी वाणी का उपयोग उचित रुप से किया जाएं क्योंकि क्रोध एवं कटाक्ष भरे शब्द चीजों को खराब कर सकते हैं. घरेलू क्षेत्र में कुछ चुनौतियाँ बनी रह सकती हैं. इस समय थोड़ा धैर्य के साथ विचार करते हुए किसी भी काम में आगे बढ़ना अथवा फैसले लेना जरूरी होगा. कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ नम्रता बनाए रखें. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए बुध का गोचर मानसिक रुप अधिक असर डालने वाला लग्न पर ही बुध का गोचर होने से खुद को लेकर अधिक विचारशील दिखाई दे सकते हैं. अगर कुछ कमियां परेशान कर रही हैं तो विश्लेषण करने की जरुरत अब दिखाई देगी इससे लक्ष्यों को प्राप्त करने और इच्छाओं को पूरा करने में सहायता मिलेगी. किसी वरिष्ठ से सलाह लेने के लिए भी यह अवधि महत्वपूर्ण है, 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर व्यय के घर पर होने से स्थिति कुछ खर्चों की अधिकता दिखाने वाली होगी. व्यक्तिगत जीवन और कार्य क्षेत्र दोनों में सफलता प्राप्त करने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है. अधिक बहस ओर व्यर्थ के मुद्दों से दूर रह कर आगे बढ़ना उचित फैसला होगा. प्रेम और यौन संबंधों को लेकर अधिक उत्साहित दिखाई दे सकते हैं. इस समय जीवन साथी से अधिक चीजों की मांग परेशानी खड़ी कर सकती है. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए बुध का गोचर लाभ स्थान पर होने से मौके लाभ को दिलाने में सहायक होंगे सोसायती से चीजें फायदेमंद हो सकती हैं. सकारात्मक रुप से साथी और व्यावसायिक भागीदारों का सहयोग काम को आगे बढ़ाने और मुनाफा पाने में मिल सकता है. इस गोचर के दौरान कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है. चीजों में बेहतर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रयास और समर्पण की आवश्यकता होगी.  

मकर राशि

मकर राशि के लिए बुध का गोचर सकारात्मक रुप से काम कर सकता है दशम घर में बुध कर्म के प्रति बेहतर अवसरों को दिलाने वाला होगा. कर्म भाव में गोचर करते हुए बुध भाग्य को पक्ष में कर सकता है. पसंद के करियर में आगे बढ़ने का समय दिखा सकता है. करियर के विकास के लिए अच्छा समय रह सकता है. कुछ नए कनेक्शन बन सकते हैं. कुछ प्रोजेक्टों में सहकर्मियों,  और वरिष्ठों का सहयोग एवं मार्गदर्शन काम आएगा. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर भाग्य के नवम भाव में होगा अच्छे अवसरों और मान सम्मान का समय होगा. उत्साह अच्छा बना रहेगा. भाग्य के द्वार खुलेंगे और कुछ अच्छे लाभ मिल सकते हैं. संतान की ओर से खुशी मिल सकती है. छात्र अपनी परिक्षाओं एवं अपनी शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे. इस समय आध्यात्मिक एवं धार्मिक झुकाव रहेगा और किसी आध्यात्मिक यात्रा कार्य की योजना भी बना सकते हैं.

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध का गोचर थोड़ा कमजोर रह सकता है क्योंकि अष्टम भाव में होने से यह अचानक से मिलने वाली हानि और लाभ का संकेत दे सकता है. गुप्त विद्या के प्रति रुझान हो सकता है. विवाहेत्तर संबंधों में आगे बढ़ सकते हैं. नौकरी में अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होगा. व्यावसायिक भागीदारों और सहकर्मियों के साथ अपने व्यवहार को नमे बनाए और व्यर्थ की चीजों तर्क वितर्क से दूर रहना उचित होगा. 

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मंगल का वृष राशि में गोचर

मंगल का वृष राशि में प्रवेश 12 जुलाई 2024 को 18:58 के करीब हुआ. उसके बाद 26 अगस्त 2024 को मिथुन राशि में जाएंगे. मंगल शक्ति, साहस, सहनशक्ति, समर्पण, इच्छाशक्ति, कुछ भी करने की प्रेरणा होता है और किसी भी कार्य को पूरा करने की ऊर्जा है. मंगल ग्रह के प्रभाव वाले लोग साहसी होते हैं.  वृष राशि पृथ्वी तत्व युक्त स्थिर राशि है इस कारण से मंगल का प्रभाव इसके साथ मिलकर व्यक्ति को समझदार सोच विचार करके आगे बढ़ने वाला तथा निपुण बनाता है. मंगल का वृष राशि में गोचर ऊर्जा का उपयोग जीवन को बेहतर बनाने के लिए होगा.  विलासिता और भौतिक लाभ प्राप्त करने में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. संपत्ति से लाभ के लिए यह बहुत अच्छा समय हो सकता है. 

मंगल का वृष राशि में होना मंगल के प्रभाव में बदलाव को दिखाता है. इस समय प्राकृतिक भौगौलिक सभी तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं. 

मेष राशि 

मेष राशि के लिए मंगल लग्न का स्वामी और अष्टम भाव का भी स्वामी होता है. मंगल दूसरे भाव में गोचर कर रहा है. दूसरा भाव परिवार, बचत और वाणी का प्रतिनिधित्व करता है. तो, मंगल का गोचर संचार में प्रभावी बनाएगा. कुछ कठोर भाषी भी हो सकते हैं. परिवार के साथ भी कुछ बहस हो सकती है. आर्थिक मामलों में अचानक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, इसलिए इसके प्रति सचे रहना होगा. छात्रों के लिए, यह उनकी तैयारी शुरू करने का एक अच्छा समय है. विवाहित लोगों को ससुराल पक्ष का सहयोग प्राप्त हो सकता है. किसी तीर्थ यात्रा की योजना भी बना सकते हैं. संपत्ति से कुछ लाभ मिल सकता है.

वृष राशि 

वृष राशि के लिए मंगल द्वादश और सप्तम भाव का स्वामी होता है. इस समय लग्न में गोचर कर रहा है खुद पर अधिक ध्यान दे सकते हैं. क्रोध ओर जिद बनी रहने वाली है. नेतृत्व करने में आगे रह सकते हैं. विदेश यात्रा और धन लाभ में नए अवसर  मिल सकते हैं. माता का सहयोग भी मिल सकता है. नई वस्तुओं की खरीदारी हो सकती है वाहन इत्यादि प्राप्त हो सकता है.  संपत्ति की बिक्री और खरीद से जुड़े कुछ काम हो सकते हैं. वैवाहिक जीवन में अपने साथी के साथ समय अधिक व्यतीत कर सकते हैं. प्रेम संबंधों में रिश्ते मजबूत होंगे. साथी का सहयोग मिलेगा. यात्रा करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता होगी. 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे भाव और एकादश भाव का स्वामी होता है. इस समय मंगल बारहवें घर में गोचर करेगा. इस कारण काम को ध्यान पूर्वक करने की जरुरत होगी. व्यय और हानि का भी समय होगा इसलिए अपने काम में सजग रहना होगा. लापरवाही परेशानी दे सकती है.  किसी भी  सौदे के दौरान आपको सतर्क रहने की जरूरत है. साथी के साथ आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं; इसलिए कृपया अपने वैवाहिक जीवन पर विशेष ध्यान देना होगा. स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता हो सकती है. लापरवाही से बचें ओर खान पान बेहतर बना कर रखें. नशे या अन्य प्रकार के गलत पदार्थों के सेवन से बचें. वाहन चलाते समय रफ्तार के प्रति लापरवाह न रहें. विदेशी कंपनियों में कार्यरत लोगों को लाभ मिल सकता है. लम्बी दूरी की यात्राएं भी अभी अधिक रह सकती हैं. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए मंगल योगकारक ग्रह है और गोचर में लाभ स्थान पर विचरण करने के कारण यह अनुकूल फल देने में सहायक होगा. मंगल केंद्र और त्रिकोण भाव का स्वामी बनकर अच्छे लाभ दिलाएगा.इस समय आर्थिक स्थिति में कई स्त्रोत सहायक होंगे. इच्छाएं विस्तार पाएंगे और उन्हें पूरा करने के लिए काफी परिश्रम भी होंगे. बड़े भाई बंधुओं का सहयोग प्राप्त होगा. सामाजिक क्षेत्र में इस समय प्रशंसा एवं सम्मान प्राप्ति का योग भी बनेगा. इच्छा पूर्ति और लाभ की पूर्ति के लिए समय सहयोगी होगा. कार्यस्थल पर किए गए सभी प्रयासों के परिणामों का सकारात्मक रुप से फल देखने को मिल सकता है. संपत्ति, या सुरक्षा क्षेत्र में अच्छे लाभ अर्जित करने और पदोन्नति का समय होगा. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए मंगल नवम और चतुर्थ भाव का स्वामी होता है. इस समय मंगल का गोचर कर्म स्थान दशम घर में होने के कारण अपने काम के द्वारा प्रगति के मौके मिल सकते हैं. अधिकारियों के साथ संबंध लाभ दिलाने में सहायक होंगे. नौकरी में सहकर्मियों के सतह मिलकर नई योजनाओं पर काम शुरु कर सकते हैं. आधिकारिक रुप से कुछ मान सम्मान प्राप्ति का भी समय होगा.  शारीरिक स्वास्थ्य और व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव दिखाई देगा. नए स्थान एवं नए लोगों के साथ मेलजोल का समय होगा. किसी शारीरिक गतिविधि में शामिल हो सकते हैं. छात्रों की पढ़ाई में अचानक कुछ व्यवधान आ सकता है, इसलिए कृपया अतिरिक्त सचेत रहें. कुल मिलाकर सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए मंगल का गोचर नवम घर पर होगा. पिता, गुरु, भाग्य के स्थान में मंगल बदलाव दिखाएगा. अपने बड़ों से मार्गदर्शन मिल सकता है. पिता और गुरु के कारण अचानक लाभ मिल सकता है. तीर्थ यात्रा का योग भी प्राप्त हो सकता है. घरेलू क्षेत्र में स्थिति थोड़ी नियमों के चलते कठोर हो सकती है. इस समय खर्च बने रहेंगे लेकिन उन को पूर्ण कर पाने की क्षमता भी आपको प्राप्त हो सकती है. विदेशी संपर्क का अवसर मिल सकता है. भाई बहनों के साथ कुछ अच्छा समय बिता पाएंगे लेकिन साथ ही उन्हें लेकर चिंताएं भी हो सकती है. अपने क्रोध एवं जोश को कुछ नियंत्रित बनाए रखने की जरूरत होगी. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए मंगल दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी होता है. मंगल का गोचर अष्टम भाव में होने के कारण परेशानी और चिंता रह सकती है. अचानक से होने वाले घटनाक्रम भी दिक्कत दे सकते हैं. इस समय के दोरान जरूरी होगा की कोई बड़ा कार्य अगर कर रहे हैं तो उस पर अधिक ध्यान बना कर रखें. स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही परेशानी खड़ी कर सकती है. कुछ चुनौतीपूर्ण समय रहेगा लेकिन अभी किया गया संघर्ष भविष्य के लिए बेहतर उम्मीद भी देने में सहायक होगा. अचानक होने वालि चीजों के कारण मानसिक बेचैनी भी उत्पन्न हो सकती है. आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव बने रह सकते हैं. इस समय धैर्य और नम्रता ही सबसे अधिक उपयोगी वस्तुओं में से एक होगी.  भाषा शैली में कटुता से बचना होगा. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए मंगल का गोचर सातवें घर पर होगा. यह जीवन साथी, विवाह संबंधों, व्यावसायिक साझेदारी पर असर डालने वाला होगा. मंगल की स्थिति रिश्तों में कुछ तनाव ला सकती है लेकिन यदि अनावश्यक अहंकार संघर्ष और तर्क से बचे रह पाते हैं तो काफी कुछ मामलों में सफलता का स्वाद भी चख सकते हैं. आपके साथी को लेकर अधिक चिंता में न पड़ें रिश्ते में स्वतंत्रता ओर अभिव्यक्ति ही बेहतर होगी. आर्थिक मामलों में भी कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. काम के क्षेत्र में प्रगति के मौके मिल सकते हैं. अपने काम को लेकर यात्राओं का भी समय बना हुआ है. 

धनु राशि 

मंगल का धनु राशि के लिए गोचर छठे भाव में होगा. इस गोचर प्रभाव स्वरुप मिलेजुले फल प्राप्त होंगे. छठा स्थान कुंडली का शत्रु स्थान होता है साथ ही स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा, मामा पक्ष को भी दर्शाता है. इस समय पर विरोधियों को परास्त करने में कुशलता प्राप्त होगी. समस्याएं अधिक रहेंगी लेकिन समाधान बःई मिलते रहेंगे. गोचर के कारण स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय मिश्रित परिणाम वाला रह सकता है. इस समय रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक शक्ति अच्छी होगी, लेकिन वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करना चाहिए, दुसाहसिक कार्यों द्वारा सेहत पर असर पड़ सकता है. शत्रुओं का नाश होगा, वे किसी भी प्रकार से कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे. जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वे सफल होंगे, आप अपनी परीक्षा को अच्छे से उत्तीर्ण करेंगे. लंबी दूरी की यात्रा का भी अवसर मिल सकता है. कुछ खर्चे अधिक हो सकते हैं, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रित रहेगी. 

मकर राशि 

मकर राशि के लिए मंगल का गोचर पंचम घर पर होगा. शिक्षा, प्रेम संतान इन सभी बातों पर असर दिखाई देगा. रिश्तों में कोमलता बनाए रखने की जरुरत होगी. परिवार में कोई निर्माण कार्य भी करवा सकते हैं. आर्थिक रुप से आय वृद्धि के अवसर भी मिल सकते हैं. छात्रों के लिए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का यह बहुत अच्छा समय है. ऊर्जा से भरपूर होंगे. उच्च शिक्षा प्राप्ति एवं खेलकूद से जुड़े छात्रों को राष्टिय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिल सकता है. कार्यस्थल पर अच्छे अवसर पैदा हो सकते हैं. कार्यभार और जिम्मेदारी में वृद्धि का भी समय है. अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे. 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल का गोचर चतुर्थ भाव में होगा. यह समय अनुकूल रह सकता है वाहन, भवन संपत्ति इत्यादि की प्राप्ति का भी समय है. मंगल के वृष राशि में गोचर होने पर पदोन्नति के उच्च अवसर प्राप्त होंगे. इस समय बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है. घरेलू क्षेत्र में कुछ बातें तनाव दे सकती हैं इसलिए शांति और धैर्य के साथ इनका सामना करना ही उचित है जल्द ही स्थिति बेहतर होगी. अपनों के साथ समय व्यतीत कर पाएंगे. माता का स्नेह प्राप्त होगा किंतु उनके स्वभाव या सेहत पर थोड़ा बदलाव भी दिखाई दे सकता है. इस समय पर घर के निर्माण कार्य भी हो सकते हैं. परिवार में मेहमानों का आनाजान लगा रह सकता है. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए मंगल का गोचर पराक्रम भाव पर होगा. जिसके फलस्वरुप अच्छा परिश्रम प्राप्त होगा ओर कई तरह की सफलताओं को पाने का अवसर मिलेगा. कुंडली का तीसरा घर आपके भाई-बहनों, शौक, यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है. इसलिए, इस समय के दौरान इन चीजों पर मंगल का असर दिखाई देगा. अपने शौक को पूरा करने के लिए भी समय निकाल पाएंगे. बोलचाल में तेज होंगे और अच्छे वक्ता सिद्ध हो सकते हैं.  स्वास्थ्य की दृष्टि से, इस अवधि के दौरान आपकी सहनशक्ति और ऊर्जा शक्ति अच्छी रहने वाली है. भाई बहनों के साथ कुछ नोकझोंक हो सकती है लेकिन जल्द ही सुलह भी होगी तथा चीजें बेहतर रुप से काम करेंगी.

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सूर्य का तुल राशि गोचर : जानें इसका आपकी राशि पर प्रभाव

सूर्य का तुला राशि प्रवेश ज्योतिष शास्त्र अनुसार महत्वपूर्ण होता है. इस समय एक विशेषता यह होगी की सूर्य अपनी नीचस्थ राशि तुला में गोचर करेगा. सूर्य की स्थिति तुला में कमजोर मानी गई है. सभी राशियों के जातकों के जीवन में बड़े बदलाव भी देखने को मिलेंगे. विशेष रुप से ये समय मेष राशि, सिंह राशि, तुला राशि के जातकों पर अधिक असरदायक होगा क्योंकि सिंह राशि का स्वामित्व सूर्य को प्राप्त होता है. तुला राशि में सूर्य होंगे और मेष राशि को दृष्टि देंगे ऎसे में इस स्थिति इन तीनों राशियों के लिए समय महत्वपूर्ण होगा.

सूर्य के तुला राशि प्रवेश का समय 

सूर्य अग्नि तत्व युक्त, जीव आत्मा स्वरुप कारक है. इसके बिना जीवन का पोषण अत्यंत कठिन होता है. तुला में सूर्य का जाना एक संतुलन के समय की स्थिति को दर्शाता है.

17 अक्टूबर 2025 को सूर्य का तुला राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य के तुला राशि प्रवेश का समय 13:45

तुला राशि संतुलन को  दिखाती है. वैदिक ज्योतिष में सूर्य भी राजा का प्रतिनिधित्व करता है ऎसे में तुला में जाकर वह अच्छे निर्णय एवं बेहतर योजनाओं को लागू करने में समर्थ होता है.यह शक्ति, स्थिति, अधिकार और प्रभुत्व का बेहतर तरह से पालन करने का समय हो सकता है. सूर्य प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा प्रदान करता है. यह आधिकारिक लोगों, कुलीनों और उच्च पदस्थ अधिकारियों के साथ संबंध बनाता है और यह सरकारी क्षेत्र में नौकरियों और राजनीति में सम्मानित पदों को प्राप्त करने में सहयोग करता है. 

तुला राशि शुक्र की राशि है, इस अवधि के दौरान असंतोष की भावना हो सकती है. जोड़ तोड़ करने वाले और काम को किसी भी तरह से आगे बढ़ाने में विश्वास रख सकते हैं  इस गोचर अवधि के दौरान आप आत्मकेंद्रित भी हो सकते हैं. दूर-दराज के स्थानों पर जाने और विदेशी संस्कृति को जानने की ओर भी आपका झुकाव रह सकता है. खर्चों की अधिकता तथा रहन सहन इत्यादि पर धन अधिक व्यय हो सकता है. 

तुला राशि में सूर्य के गोचर का अन्य सभी राशियों पर प्रभाव 

मेष राशि 

मेष राशि के लिए सूर्य का गोचर सातवें घर पर होगा. इस स्थान पर सूर्य के होने से आपसी रिश्ते, पार्टनरशीप से जुड़े काम, मानसिक सोच, स्वभाव एवं व्यक्तिगत रुप पर काफी असर डालने वाला होगा. इस समय क्रोध और स्वभाव में अस्थिरता देखने को मिल सकती है.  थोड़े अहंकारी या जिद्दी भी हो सकते हैं. लोगों के मध्य को खुद को स्थापित करने की कोशिशें जारी रख सकते हैं कुछ मामलों में ज्ञान का ढोंग करने की कोशिश कर सकते हैं. 

पार्ट्नर के साथ किए जाने वाले कामों में सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ये समय साथी या अधीनस्थों के साथ संघर्ष ला सकता है. टकराव बड़े झगड़ों में बदल सकते हैं और आपके व्यवसाय पर गंभीर असर भी डाल सकते हैं. कार्यस्थल पर अधिकारियों अथवा सहकर्मियों के साथ व्यर्थ के अलगाव उभर सकते हैं इस समय मेहनत अधिक रहने वाली है. कार्यालय में होने वाली राजनीति से बचना होगा अन्यथा छवि कमजोर हो सकती है. दांपत्य जीवन में अलगाव या किसी कारण से दूरी उभर सकती है. 

वृष राशि 

वृष राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव पर होगा. इस य अपने विरोधियों को हराने में सक्षम होंगे. दूसरों के सामने खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष होगा लेकिन सफलता भी मिलने की संभावना साथ में काम कर सकती है. जिनका व्यवसाय विदेश या बाहरी लोगों से संबंधित है, उन्हें अपने काम में अच्छा स्थान मिल सकता है. सरकारी क्षेत्र में हैं, उनके लिए समय अनुकूल रहेगा. कार्यस्थल पर किसी भी तरह की बहस या टकराव से बचना ही उचित होगा.

इस अवधि के दौरान आपको कुछ पाचन संबंधी समस्याओं, पेट में दर्द, नेत्र संबंधी दिक्कतें और कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान छात्रों में आत्मविश्वास की कमी महसूस होगी. जो लोग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वह असुरक्षा का अनुभव कर सकते हैं इस समय पर अपनी मेहनत बनाए रखें स्थिति धीरे धीरे आपके लिए पक्ष में काम करने वाली होगी.  रोमांटिक रिश्ते में कमी हो सकती है. एक-दूसरे पर भरोसा करने और पार्टनर के साथ आपसी समझ इस समय कमजोर दिखाई दे सकते हैं. आर्थिक मसलों पर बड़े फैसले लेने से अभी रुकना होगा. 

मिथुन राशि  

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर पंचम घर पर होगा. यहां सूर्य आपके रिश्तों प्रेम संबंधों शिक्षा और संतान से संबंधित मुद्दों को अधिक प्रभावित कर सकता है. प्रेम संबंधों में आप अपने साथी के साथ कुछ अच्छे पल बिता पाएंगे लेकिन साथ ही इस समय एक दूसरे के साथ बेकार की बातों पर उलझने से बचें.परिवार में सपने सदस्यों के साथ कुछ नए स्थलों की यात्राएं कर सकते हैं. दोस्तों के साथ मस्ती का अवसर होगा. कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल होगा और नए रिश्ते प्रेम में बदल सकते हैं.

जो छात्र किसी रचनात्मक कार्यों से जुड़े हुए हैं उन्हें इस समय अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिलेगा. शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों में छात्रों पर अधिक दबाव रह सकता है खुद को साबित करने का अच्छे ग्रेड लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. लोगों की टिप्पणियों और हतोत्साहित करने वाले बयानों को नजरअंदाज करना सीखना होगा. कार्यस्थल पर सावधान रहने की आवश्यकता है इस समय आस-पास के लोगों के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय खुद को ऊपर उठाने और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी.

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए सूर्य चौथे घर पर गोचर करेगा. इस समय आप घरेलू चीजों की खरीदारी भी कर पाएंगे. इस समय घर पर निर्माण के काम भी इस समय पर करवा सकते हैं. घर पर माता के स्वभाव में कुछ कठोरता देखने को मिल सकती है. माता की सेहत भी कुछ चिंता दे सकती है. घर से दूर जाकर कुछ समय बिताने और यात्रा का समय भी बना हुआ है.

आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी. कार्यक्षेत्र में किसी अपने का सहयोग पाकर आप कुछ समस्याओं को सुलझा पाने में सफल रहेंगे. काम की अधिकता रहने वाली है इसलिए फोकस बनाए रखना होगा. छोटी छोटी गलतियां परेशान कर सकती हैं. घर के बड़ों के साथ अधिक समय बिताएं. वैवाहिक जीवन में ससुराल पक्ष के साथ आपके रिश्तों में मजबूती आएगी. कुछ आवश्यक कामों को करने के लिए आप को अधिक जिम्मेदारियां भी प्राप्त हो सकती हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए सूर्य आपकी राशि का स्वामी ही होता है और अभी सूर्य तीसरे घर पर होगा. आप उत्साहित होंगे और जोश भी रखेंगे लेकिन कुछ लापरवाही भी देखने को मिल सकती है. छोटे भाई बहनों के साथ अधिक लगाव के चलते आप उन्हें लेकर कुछ चिंता में भी रह सकते हैं. इस समय वह आपकी बातों को लेकर अधिक गंभीर न हों ऎसे में उनके साथ व्यर्थ की बहस में नहीं उलझना ही उचित होगा.

धीरे धीरे उन्हें समझ आ जाएगा की आपकी सोच उन्ही के पक्ष की बात कर रही थी. दोस्तों, परिवार और काम के सिलसिले के कारण ट्रैवलिंग का योग भी बनेगा. कुछ समय निकालकर अपने पसंद के कामों में अधिक रुचि ले सकते हैं. लोगों के साथ मेल जोल का समय होगा लेकिन अभी प्रतिष्ठा प्राप्ति के लिए लम्बी दूरी भी तय करनी होगी. आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा अपनों के लिए अधिक धन खर्च कर सकते हैं. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर दूसरे घर पर होगा. इस समय व्यय भाव का स्वामी निर्बल अवस्था में धन भाव में होगा. इस समय आर्थिक परेशानियां कुछ कम होती दिखाई दे सकती हैं. अगर किसी कारण से धन खर्च बना हुआ था तो वह अब कुछ कम होगा. इस समय अपनों के साथ अधिक समय बिताएं क्योंकि उन्हें आपकी आवश्यकता अधिक होगी. विदेशी कार्यों के पूरा होने में कुछ विलंब हो सकता है.

बाहरी संपर्क से जुड़े व्यवसाय की गति अभी धीमी होगी लेकिन मुनाफे के लिए आने वाली स्थितियां अच्छी संभावनाओं को जन्म देने वाली भी होंगी.कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, बाहरी खाने और जंक फूड से दूर रहकर सेहत को सुरक्षित  किया जा सकता है. कुछ छोटी यात्राओं पर जाना पड़ सकता है, यात्रा के दौरान सामान का ध्यान रखें लापरवाही से परेशानी हो सकती है. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए सूर्य का प्रभाव स्वभाव, व्यक्तिगत अभिव्यक्ति एवं आपसी संबंधों पर अधिक दिखाई दे सकता है. अपनी वाणी को लेकर सावधान रहना चाहिए क्योंकि इससे आपकी छवि प्रभावित हो सकती है. जीवन साथी के साथ विचारों के टकराव का भी सामना करना पड़ सकता है, जो परेशान और निराश कर सकता है. इस गोचर के दौरान पर्सनालिटी और रहन सहन को लेकर काफी सजग दिखाई दे सकते हैं.

आत्मविश्वास की कमी होगी और निर्णय लेते समय आप भ्रमित रह सकते हैं. परेशान नहीं हों स्वयं पर विश्वास रखें और अपने सभी कार्यों को पूरी लगन से कर समान प्राप्त अवश्य होगा. धन को लेकर चिंता अधिक रह सकती है. इस समय अपनों को लेकर भी काफी गंभीर होंगे उनका साथ पाने के लिए की जाने वाली कोशिशें जारी रख सकारात्मक फल देने में सहायक होंगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के बारहवें घर पर सूर्य का गोचर होने से इस दौरान खर्च अधिक बढ़ सकता है. इससे बचत पर भी असर पड़ सकता है. आवश्यकता होगी कि एक बजट बनाए रखें और खर्च के मामलों में सतर्क रहें. जो लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे हैं या विदेशी ग्राहकों के साथ काम कर रहे हैं, उन्हें काम में अधिक व्यस्तता देखने को मिलेगी. अपने उत्पादों और सेवाओं  की मार्केटिंग में अधिक धन और ऊर्जा लगा सकते हैं.

कार्यस्थल पर तनावपूर्ण माहौल का सामना करना पड़ सकता है, प्रतिष्ठा बनाए रखने और अपनी क्षमता साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. शरीर में कुछ दर्द और गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है. आप इस अवधि के दौरान जीवन शक्ति और जोश की कमी महसूस हो सकती है. सहनशक्ति भी कमजोर रह सकती है इसलिए अधिक चीजों के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनाएं. 

धनु राशि 

धनु राशि के लिए सूर्य का गोचर आय और लाभ के घर पर होगा. ग्यारहवें भाव में गोचर करते हुए सूर्य नई संभावनाओं को जन्म दे सकता है. कुछ काम जो काफी समय से अटकाव में थे उनसे लाभ प्राप्ति का मौका मिल सकता है. इस दौरान आपके बड़े भाई बहनों के साथ रिश्तों में तकरार और चिंता देखने को मिल सकती है.

किसी वरिष्ठ की बातें इस समय मन को नहीं भाएं या कड़े निर्देश पालन करने से विद्रोह कर सकते हैं. पैतृक संपत्ति से संबंधित कुछ झगड़े होने की आशंका भी है इसलिए इस समय उलझनों और दूसरों की बातों पर अधिक रुझान से बचना ही उपयोगी होगा. छात्र अपनी एकाग्रता की कमी से परेशान होंगे.

मकर राशि 

सूर्य का गोचर मकर राशि के कार्यक्षेत्र को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला होगा. अपने काम में कुछ नई चीजों को शामिल कर पाएंगे. इस दौरान एक अच्छा स्टार्टअप मिल सकता है साथ ही काम के क्षेत्र में कुछ अवसर अपनी अभिरुचि को दिखाने के साथ छुपी प्रतिभाओं से परिचय का भी होगा. जो लोग अपना व्यवसाय करते हैं वे आय के नए स्रोत उत्पन्न कर पाएंगे.

नए सोदे इस समय मिल पाएंगे.अधिकारियों के साथ कुछ जरुरी बातों पर सहमति बनने में समय लग सकता है लेकिन ये समय उपयोगी होगा. नौकरी में कार्यरत हैं तो काम में वृद्धि के साथ आय में वृद्धि के संकेत मिल सकते हैं. सहकर्मियों के साथ तालमेल गड़बड़ा सकता है. अपने काम में ध्यान बना कर रखें और दूसरों से अधिक खुद की जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने की कोशिश करेम. 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि के भाग्य के घर पर सूर्य देव बैठने वाले हैं. अब कुछ धन प्राप्ति के मौके, यात्राओं पर जाने का अवसर के साथ साथ नए लोगों के साथ संबंध स्थापित होंगे. आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. अपनों के साथ कई मौकों पर आपका सहयोग तारीफ भी प्राप्त करने वाला होगा. समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त कर पाएंगे. परिवार में पिता या किसी वरिष्ठ सदस्य की ओर से कुछ डांट या कड़े शब्द सुनने को मिल सकते हैं लेकिन चीजें आपके लिए अनुकूल रहेंगी. इस समय के दौरान जन संपर्क के क्षेत्र में काम अधिक कर सकते हैं. 

मीन राशि 

मीन राशि के लिए सूर्य का गोचर आठवें घर पर होगा. इस समय चीजें बहुत अधिक वैसे कार्य न कर पाएं जैसा सोची होंगी. कुछ निराशा और आकस्मिक बदलाव चिंता को बढ़ाने का काम कर सकते हैं. पढ़ाई में अच्छे अंक पाने के लिए लगातार कड़े संघर्ष करने होंगे. किसी व्यक्ति का सहयोग कुछ सकारात्मक रुप से काम करने वाला होगा. उत्साह और इच्छाएं आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी. अचानक से किसी के द्वारा धन प्राप्ति भी हो सकती है. किसी निकटतम व्यक्ति के साथ कुछ विवाद हो सकता है, इस समय शांति के साथ सभी के दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करते हैं तो चीजें सुलझेंगी

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बुध का मेष राशि में गोचर

बुध ग्रह बौद्धिक गतिविधियों, संगती प्रभाव, तर्क वितर्क, भाषा बोली को प्रभावित करने वाला ग्रह है. बुध का गोचर जब किसी राशि में होता है तो यह बुध के गुणों को भी प्रभावित करने वाला समय होता है. बुध के राशि प्रवेश के साथ राशि के गुण धर्म बुध के साथ मिलकर का फल देते हैं इसके साथ ही अन्य गोचरीय स्थितियां भी अपना असर डालती दिखाई देती है.

बुध का मेष राशि में गोचर समय 2025
बुध ग्रह का मेष राशि में प्रवेश 7 मई 2025, सुबह 28:06 मिनिट पर होगा. मेष राशि में गोचर करने पर बुध के प्रभाव में बदलाव दिखाई देगा. बुध यहां पर 23 मई 2025 तक रहेगा इसके बाद वृष राशि में प्रवेश करेगा.

बुध जल राशि से उग्र राशि में गोचर कर रहा है, इसलिए फलों में तेजी दिखाई देगी. चीजें जो रुकी हुई लगती हैं और अब सकारात्मक रूप से आगे बढ़ने वाली हैं. नए उद्यम शुरू करने वाले अब अपने काम में आगे बढ़ सकते हैं. यह समय आत्मविश्वास, प्रतिभा, परिवार और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देगा.

मेष राशि
मेष राशि के लिए, बुध का गोचर लग्न स्थान पर होगा. इसी राशि पर बुध की स्थिति व्यक्तित्व में अलग निकार देगी. विचारशीलता में प्रखरता देखने को मिलेगी. आत्मविश्वास बढ़ेगा और अधिक मजबूत होकर आगे बढ़ पाएंगे. महत्वपूर्ण और गंभीर निर्णय लेने में सक्षम होंगे. भविष्य के निर्माण को लेकर काफी दृढ़ दिखाई देंगे. परिश्रम के साथ बौद्धिकता का मिश्रण सकारात्मक प्रभाव पैदा करने वाला होगा. पर बुध के यहां होने के कारण जरूरी होगा कि अति आत्मविश्वास से बचा जाए.

कार्यस्थल पर तर्क और विवाद को स्थन न देना ही उचित होगा. कठोर भाषा शैली के कारण अपनों का मन भी दुखा सकते हैं इसलिए समझ कर काम करने की जरूरत होगी. आर्थिक रूप से, निवेश करने और धन बढ़ाने का एक अच्छा समय हो सकता है. प्रियजनों से सहयोग की कमी हो सकती है. इस समय वाचाल रहने वाले हैं ओर मौज मस्ती रोमांच में अधिक सक्रिय दिखाई देंगे. स्वास्थ्य की दृष्टि से देखभाल करने की आवश्यकता है व्यायाम एवं योग करना उचित होगा.

वृषभ राशि
वृष राशि के लिए बुध का गोचर बारहवें घर पर होगा. अभी समय मिलाजुला होगा कुछ लाभ तो खर्च दोनों की स्थिति बनी रहेगी. विदेश मामले लाभ दिला सकते हैं लेकिन व्यवसाय में एक दूसरे के साथ खिंचतान भी बनी रहेगी. स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा अपनों के कारण भी चिकित्सक के चक्कर अधिक लगाने पड़ सकते हैं. इस अवधि के दौरान, छात्र विदेश में उच्च अध्ययन के लिए जा सकते हैं ये समय वरिष्ठ उच्च स्तर के लोगों के साथ मेल जोल देगा प्रसिद्धि भी मिलेगी लेकिन अनिद्रा और गुप्त शत्रुओं की चिंता भी होगी.

खान पान में बदलाव कर सकते हैं. नशे इत्यादि से दूर रहना उपयुक्त होगा. रहन सहन और कुछ महंगी वस्तुओं पर धन खर्च हो सकता है. प्रेम संबंधों में आगे बढ़ सकते हैं अपने साथी के साथ यात्रा और अच्छे पल बिताने का अवसर भी प्राप्त हो सकता है. इस समय रोग के रुप में चेहरे एवं मुंह संबंधित रोग अथवा रक्त विकार अधिक उभर सकते हैं.

मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर एकादश घर पर होगा. यहां अब लाभ के अच्छे अवसर होंगे. अपने लिए धनार्जन के मौके पाएंगे. इस अवधि के दौरान, कुछ बड़ों का सहयोग काम आएगा. चीजों का आनंद लेने में सक्षम होंगे. संचार कौशल, रचनात्मकता में अच्छा कर सकते हैं. कार्यस्थल पर नए और रचनात्मक विचारों को सामने रख पाएंगे.

बुद्धि का नीतियों का लाभ उठाने में सक्षम होंगे. व्यवसाय में अच्छे सौदों को पाने में सफल हो सकते हैं. आर्थिक रूप से, धन अर्जित करने में सफल रह पाएंगे. शेयर बाजार में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. निजी जीवन में परिवार और अपने साथी के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा. इस दौरान आप सामाजिक रूप से काफी सक्रिय रहेंगे और नए दोस्त बना सकते हैं.

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए बुध का गोचर दशम घर में होगा. करियर में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. अचानक से कुछ चुनौतियों का सामना करने को मिलेगा. कड़ी मेहनत और प्रयास करते रहने की जरुरत होगी यही चीजें आने वाले समय में काफी अनुकूल परिणाम देंगी. सफलता प्राप्त करने और आपके करियर की सभी बाधाओं को दूर करने का मौका मिलेगा. स्थान बदलाव का अवसर भी होगा.

ईमानदारी और लगन से काम को पूरा करना ही अच्छे परिणाम दिला सकता है. विदेश अथवा बाहरी संपर्क लाभ दिला सकते हैं. काम का अत्यधिक बोझ रहेगा. इसलिए, काम सावधानी और शांति से करना होगा गलतियों से बचें. व्यवसाय को विस्तार मिल सकता है नए स्थान पर काम शुरु हो सकता है. भाई बंधुओं को सहायता की आवश्यकता हो सकती है. यात्राएं इस समय बनी रहने वाली है. साहस परिश्रम द्वारा सफलता मिल जाएगी.

सिंह राशि
सिंह राशि के लिए बुध का गोचर नवम भाव अर्थात भाग्य, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा के घर पर होगा. इस दौरान जीवन के कुछ क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. अपने काम में प्रबंधन कौशल होगा, जो करियर में आगे बढ़ने के लिए अच्छा रह सकता है. नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करने के अवसर भी आपको प्राप्त होंगे. इस समय बड़ों का कुछ दिशा निर्देश सहयोग सफलता के लिए बेहतर हो सकता है.

जीवन में सफल होने में मदद मिल सकती है. इस गोचर दौरान आर्थिक स्थिरता पाने का अवसर भी होगा. सामाजिक रुप से सकारात्मक प्रभाव मिलेगा. कुछ कल्याणकारी कामों में शामिल हो सकते हैं. परिवार में तथा भाई बहनों के साथ कुछ आनंद और सकून के पल बिता पाएंगे. आध्यात्मिक रुप से रुझान अधिक रहेगा.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए बुध का गोचर अष्टम घर होगा ये समय अचानक हानि एवं लाभ, उत्तराधिकार, संपत्ति, गुढ़ रहस्यों, गुप्त शत्रुओं के संदर्भ में अधिक दिखाई दे सकता है. करियर में अचानक बदलाव का सामना करना पड़ सकता है, या फिर व्यर्थ की चिंताएं भी बढ़ सकती है. इस समय कुछ कार्य योजना के अनुसार नहीं हो पाएं लेकिन ऎसे में अधिक हताश होने की आवश्यकता नहीं है यह स्थिति थोड़े समय के लिए होगी जल्द ही इसमें सुधार होगा.

काम में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. मेहनत प्रयास इस समय सही परिणाम नहीं देंगे. कुछ गुप्त स्रोतों से लाभ कमा सकते हैं. जीवनसाथी आपके सभी प्रयासों में बहुत सहयोग कर सकता है. स अवधि के दौरान आपके धन में वृद्धि होने की संभावना है जो आपके लिए राहत की स्थिति भी हो सकती है. पिता के स्वास्थ्य पर नज़र रखनी होगी इसके अलावा स्वयं पर ध्यान देना होगा क्योंकि स्वास्थ्य की दृष्टि से बुध का अष्टम भाव में होना अच्छा नहीं होता है है. इसलिए सलाह दी जाती है कि इस अवधि के दौरान अपने स्वास्थ्य का उचित ध्यान रखें.

तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध का गोचर विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव होगा. इस समय रिश्तों पर असर होगा, साझेदारी से जुड़े व्यवसाय में लाभ मिल सकता है. व्यवसाय में अच्छी गति आएगी और इस दौरान आपके व्यवसाय का विस्तार होने की भी संभावना होगी. कोई नया व्यवसाय शुरू करने की योजना पर काम शुरु हो सकता है. अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं. लगातार किए गए प्रयास सफलता की ओर ले जाएंगे.

नौकरी करने वाले लोगों को अलग-अलग अवसर मिलने की संभावना है. विदेशी भागीदारी या विदेश में काम की तलाश कर रहे लोगों को कुछ सकारात्मक लाभ मिल सकता है. कुछ ख़र्चों की अधिकता रहने वाली है लेकिन धन कमाने का अवसर भी प्राप्त होगा. निजी जीवन में आपके पार्टनर के साथ आपके संबंधों में अनुकूलता होगी.
प्रेम ओर सहयोग की भावना बढ़ेगी.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर शत्रु, ऋण और रोग के घर में होगा. छठे भाव में गोचर के द्वारा विरोधी अधिक होंगे लेकिन उनसे निपटने में सफल भी होंगे. इस अवधि में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ​​करियर में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वाणी से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है, या आप किसी के साथ टकराव या बहस में भी पड़ सकते हैं. इसलिए इस अवधि के दौरान शांत रहने और किसी भी तरह की लड़ाई में खुद को शामिल न करने की सलाह दी जाती है.

आर्थिक रूप से, खर्चों पर नियंत्रण रखने की जरूरत होगी. बैंक से ऋण इत्यादि की प्राप्ति का समय होगा. निजी जीवन में भी कुछ चिंताएं अधिक रह सकती है. स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर समय होगा. त्वचा और एलर्जी से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए उचित सावधानी बरतनी होगी तथा खाने की आदतों बेहतर बनाए रखना होगा.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर शत्रु, ऋण और रोग के घर में होगा. छठे भाव में गोचर के द्वारा विरोधी अधिक होंगे लेकिन उनसे निपटने में सफल भी होंगे. इस अवधि में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ​​करियर में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वाणी से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है, या आप किसी के साथ टकराव या बहस में भी पड़ सकते हैं. इसलिए इस अवधि के दौरान शांत रहने और किसी भी तरह की लड़ाई में खुद को शामिल न करने की सलाह दी जाती है.

आर्थिक रूप से, खर्चों पर नियंत्रण रखने की जरूरत होगी. बैंक से ऋण इत्यादि की प्राप्ति का समय होगा. निजी जीवन में भी कुछ चिंताएं अधिक रह सकती है. स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर समय होगा. त्वचा और एलर्जी से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए उचित सावधानी बरतनी होगी तथा खाने की आदतों बेहतर बनाए रखना होगा.

धनु राशि
धनु राशि के लिए बुध का गोचर प्रेम-रोमांस, शिक्षा, संतान से संबंधित पंचम भाव में होगा. इस अवधि के दौरान, अपने काम में तेजी दिखा सकते हैं. बौद्धिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. अनुभव और ज्ञान का उपयोग करके सफलता प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा. शिक्षा के क्षेत्र में छात्र अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं.

तर्क में कुशल होंगे. इस समय ज्ञान और रचनात्मकता का स्तर अच्छा रहने वाला है. कार्य को आसानी से पूरा करने में सक्षम होंगे. प्रेम संबंधों के लिए स्थिति सामान्य रह सकती है. विवाह और निजी जीवन में मिले-जुले फल दिखाई देंगे. दोस्ती प्रेम में बदल सकती है. साथी एवं दोस्तों के साथ कुछ मस्ती और ट्रैवलिंग का प्रोगराम भी बना सकते हैं.

मकर राशि
मकर राशि के लिए बुध का गोचर सुख स्थान चौथे घर पर होगा. इस समय कुछ विलासिता, आराम का मौका मिलेगा. माता की ओर से थोड़ी सख्ती मिल सकती है या उनकी सेहत चिंता दे सकती है. अपने काम के स्थान पर अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. कड़ी मेहनत और प्रयास कार्य में विशेषज्ञ बना सकते हैं. सम्मान और पहचान पाने में भी सक्षम होंगे. कुछ नई चीजों को करने का शौक उभर सकता है.

आर्थिक रूप से, स्थिति सामान्य रहेगी कुछ खरिदारी पर भी जोर रहेगा. वाहन या संपत्ति खरीद सकते हैं. निजी जीवन में परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान खांसी, जुकाम और सीने में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करें. आहार में संतुलित खाद्य पदार्थों को शामिल करना उचित होगा.

कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर तीसरे घर होगा. पराक्रम, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के तीसरे भाव में गोचर करते हुए बुध उत्साह में वृद्धि करेगा. रोमांच और जोखिम के कामों को करने में बेहतर होगे. संचार कौशल के माध्यम से लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे. रचनात्मक तरीके से चीजों को करके आगे बढ़ सकते हैं. प्रतिस्पर्धियों पर विजय पाने का अच्छा समय हो सकता है.

इस अवधि के दौरान किए गए प्रयासों का लाभ करियर में दिखाई देगा. छोटी अवधि की यात्राओं पर पैसा खर्च कर सकते हैं. भाई-बहनों और अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे. इस दौरान नृत्य, लेखन या संगीत जैसे अपने शौक में भी समय व्यतीत कर सकते हैं.

मीन राशि
मीन राशि के लिए बुध का गोचर परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में होगा. इस दौरान संपत्ति से जुड़े मामले कुछ चिंता दे सकते हैं. चीजें स्थिर रहने की संभावना है इसलिए तेजी करने में अपनी ऊर्जा को व्यर्थ न गवाएं. वित्तीय स्थिति अनुकूल होगी. अपने क्षेत्र में बढ़ने और अच्छा लाभ कमाने का अवसर मिलेगा. नौकरी में तरक्की के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं. निजी जीवन में परिवार में खुशियां आएंगी और आप उनके साथ कुछ यादगार समय बिताने को मिल सकता है.

वाणी की कठोरता से बचना होगा अन्यथा अपनों का दिल दुखा सकते हैं. परिवार में बड़ों की ओर से कुछ नई बातें भी सुनने को मिलेंगी. जीवन साथी कुछ सहयोगी होगा लेकिन छोटे मोटे तर्क स्थिति को गंभीर भी बना सकते हैं. स्वास्थ्य की दृष्टि से मुंह से संबंधित समस्याओं या दांतों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

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वक्री शनि करेंगे मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए बनेंगे कुछ विशेष योग

शनि की चाल में जब बदलाव होता है तो वक्री अवस्था का असर काफी चीजों को बदल देता है. शनि एक लम्बे समय तक मकर राशि में रहे ओर कुंभ में आए लेकिन वक्री होकर एक बार फिर से मकर में ही जाने वाले हैं. अब इस समय के दौरान जिन राशियों को शनि साढे़साति से मुक्ति मिली थी वह पुन: शनि साढे़साती ओर शनि ढैय्या से ग्रसित होंगे. 

शनि 20221 में भी मकर राशि में वक्री हुए थे लेकिन उस समय की स्थिति ग्रह दशा का योग विशेष रुप से मंगल का कर्क राशि में निचस्थ होना, बृहस्पति का कुंभ राशि में होना,  राहु का वृष राशि और केतु का वृश्चिक में होना इस बार की स्थिति से काफी भिन्न होगा. इस कारण से शनि के जो असर विपरित दिखाई दिए थे अब उनसे कुछ राहत मिलेगी ओर ये समय पूर्व के बदलावों से भिन्न होगा. 

वक्री शनि गोचर समय और नक्षत्र प्रवेश 

  • 12 जुलाई 2022 वक्री शनि कुंभ राशि से निकल कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. 
  • शनि के गोचर का समय दोपहर 14:42 मिनिट पर होगा. 
  • शनि मंगलवार के दिन मकर राशि में चले जाएंगे. 
  • शनि धनिष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण में होंगे. 
  • शनि 17 जनवरी 2023 तक मकर राशि में रहेंगे इसके बाद 17 जनवरी की शाम को 18:02 मिनिट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे. 

वक्री शनि के गोचर का सभी राशियों पर असर 

वक्री शनि का मेष राशि पर प्रभाव 

करियर पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे. काम के क्षेत्र में सफलता के योग बनेंगे. 

लंबित कार्यों को पूरा करने के लिए अनुकूल समय होगा. 

आपके प्रदर्शन से प्रभावित होकर अधिकारियों का सहयोग प्रशंसा प्राप्त हो सकती हैं. 

नौकरी बदलने पर भी विचार किया जा सकता है तथा नए कार्य से जुड़ पाएंगे.  

आर्थिक रूप से  अपनी आय और व्यय को अच्छी तरह से संतुलित कर पाने में सक्षम होंगे.

भूमि घर निर्माण इत्यादि से जुड़े काम हो सकते हैं. संपत्ति खरीद सकते हैं. 

लोहा, इस्पात, खदान, तेल और गैस के शेयरों में निवेश करनाअनुकूल होगा. 

वक्री शनि का वृष राशि पर प्रभाव 

भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, कार्यों में तेजी आएगी.

आध्यात्मिक रूप से नई विचारधाराओं से जुड़ने का समय होगा. 

समाज कल्याण से जुड़े कार्य कर सकते हैं. 

कर्म में विश्वास करने के साथ-साथ न्याय करने में भी विश्वास होगा. 

पिता के साथ परस्पर संबंध कुछ बदलाव लिए होंगे. 

धैर्य ओर शांति के साथ काम में लगे रहना सफलता दिलाने वाला होगा. 

अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद बॉस के साथ संबंध कुछ कमजोर रह सकते हैं. 

नौकरी में पद प्राप्ति ओर सम्मान प्राप्त होगा. 

कारोबारियों को अपने काम में विस्तार के मौके मिल सकते हैं. 

यात्राएं अधिक होंगी कुछ धार्मिक यात्राओं भी का योग बनेगा. 

वक्री शनि का मिथुन राशि पर प्रभाव 

इस समय स्थिति कुछ मुश्किल दिखाई दे सकती है भाग्य के सहयोग में कमी होगी. 

अंतर्ज्ञान के साथ आध्यात्मिक रूप से प्रवृत्त होंगे. 

अचानक से कुछ घटनाएं बदलाव दिखाने वाली होंगी. 

शेयर बाजार  या जोखिम भरे निवेश में ध्यान बरतने की सलाह दी जाती है. 

जोड़ों के दर्द, दांतों की समस्या और पेट के रोग परेशान कर सकते हैं. 

किसी नई चीज में अधिक निवेश से बचना उचित होगा. 

नौकरीपेशा लोगों को सावधान रहने की जरूरत, अचानक बदलाव हो सकता है.

काम काज में सहकर्मियों के साथ एवं अधिकारियों का सहयोग कम हो सकता है 

वक्री शनि का कर्क राशि पर प्रभाव 

विवाह एवं मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो सकती है. 

बाधाएं समाप्त हो जाएंगी और नए रिश्तों में जुड़ने का समय होगा. 

पार्टनर से मतभेद या स्वास्थ्य समस्या के कारण घरेलू सुख कुछ कमजोर दिखाई देगा. 

साझेदारी से जुड़े व्यवसाय में भागीदारों के साथ संघर्ष हो सकता है.

नौकरी और व्यवसाय पर बदलाव देखने को मिल सकता है. 

सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी.  

पुराने रोग एक बार फिर से परेशानी दे सकते हैं, इसलिए स्वास्थ्य का ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी

व्यर्थ की मानसिक चिंताएं परेशान कर सकती है. 

विदेश यात्रा ओर सामाजिक कार्यक्षेत्र में तेजी का समय होगा. 

वक्री शनि का सिंह राशि पर प्रभाव 

संघर्ष और प्रतिस्पर्धा का दौर अधिक बना रह सकता है. 

सफलता प्राप्ति के लिए लगातार प्रयास करने की आवश्यकता होगी. 

साथी से भावनात्मक रूप से दूर हो सकते हैं. 

कानूनी कार्यवाही एवं विवाद में आपके पक्ष में स्थिति अधिक रह सकती है. 

नौकरीपेशा लोगों को उनके काम के लिए सम्मान प्राप्त होगा. 

नए काम की प्राप्ति होगी, लेकिन कुछ मुश्किलें भी होंगी जिनका सामना काफी निड़रता से करना होगा.

विरोधियों द्वारा परेशान किया जा सकता है लेकिन सफलता आपके पक्ष में होगी. 

आर्थिक क्षेत्र में खर्चों की अधिकता बनी रह सकती हैं लोन इत्यादि लेने पर विचार हो सकता है. 

काम की गुणवत्ता की सराहना होगी.

वक्री शनि का कन्या राशि पर प्रभाव 

शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का समय होगा. 

परिक्षाओं में सफलता और उच्च शिक्षा का योग बनेगा. 

साथी के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं. 

प्रेम संबंधों का समय कुछ संघर्ष की स्थिति वाला होगा लेकिन समाधान भी प्राप्त होंगे. 

संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है. 

कारोबार एवं नौकरी के क्षेत्र में योजनाएं और रणनीति लाभ दिलाने में सहायक होगी. 

स्थान परिवर्तन देखने को मिल सकता है. 

नए लोगों का साथ मिलेगा और नए रिश्ते बन सकते हैं. 

वक्री शनि का तुला राशि पर प्रभाव 

घर में बदलाव के साथ संपत्ति इत्यादि की खरीद फरोखत से जुड़ा हो सकता है.

रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं. 

परिवार में सदस्यों और मेहमानों का आगमन होने से चहल पहल बढ़ेगी. 

माता के स्वास्थ्य एवं स्वभाव को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. 

विद्यार्थियों के लिए उत्साहवर्धक समय है. 

कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव सकारात्मक रुप से हो सकते हैं. 

घर से दूर जाने और यात्राओं के योग बनते हैं. 

परिवार में कुछ सदस्यों के साथ विचारों का अंतर अधिक दिखाई दे सकता है. 

व्यर्थ के विवाद से दूर रहना और शांत रह कर काम करने से बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. 

वक्री शनि का वृश्चिक राशि पर प्रभाव 

इस समय परिश्रम में वृद्धि होगी. कार्यक्षेत्र में प्रयास अधिक करने पड़ सकते हैं.

भाई-बंधुओं के साथ कुछ आपसी मतभेद उभर सकते हैं लेकिन स्थिति जल्द सुधार पाएगी. 

कुछ आलस्य का परिचय भी दे सकते हैं जिसके कारण काम में देरी होगी. 

स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं. 

नए लोगों के साथ मेल जोल बढ़ेगा. 

लेखन एवं संचार के कार्यों में सफलता प्राप्ति हो सकती है. 

नए काम से जुड़ने का अवसर मिलेगा. 

यात्राओं का समय होगा इस समय लापरवाही से बचें ओर अपनी चीजों का ध्यान रखें.

वक्री शनि का धनु राशि पर प्रभाव 

परिवार में नए सदस्य का आगमन हो सकता है. 

घर में लोगों के साथ कुछ विवाद उभर सकता है.

बोलने से पहले दो बार सोचें क्योंकि बाद में समस्याएँ सामने आ सकती हैं. 

निवेश को लेकर कुछ धन बाजार में आने वाली योजनाओं पर लगा सकते हैं. 

इस समय घरेलू शांति का अभाव रह सकता है. 

व्यवसायियों को अनुकूल फल प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयास करने हौंगे. 

कानूनी मुकदमों में कुछ फैसला पक्ष में हो सकता है. 

शेयर, लॉटरी इत्यादि में अधिक निवेश से बचें. 

पैतृक संपत्ति से लाभ प्राप्त हो सकता है.

वक्री शनि का मकर राशि पर प्रभाव 

इस समय मानसिक रुप से काफी चीजों को लेकर विचारशील दिखाई देंगे. 

यह परिवर्तन का समय है इसलिए ध्यान से काम करना बेहतर होगा. 

पुराने समय से रुके हुए कारम सफलतापूर्वक संपन्न हो सकते हैं. 

कुछ धन रहन सहन और वस्तुओं की खरीदारी पर खर्च हो सकता है. 

कार्यक्षेत्र में नए प्रस्तावों की प्राप्ति मिलने से राहत मिलेगी. 

व्यवसाय एवं नौकरी इत्यादि में सम्मान प्राप्ति के अवसर होंगे. 

जीवन साथी के साथ व्यर्थ की बहस में उलझने से बचें. 

वक्री शनि का कुंभ राशि पर प्रभाव 

विदेशी नौकरी के इच्छुक लोगों के लिए अच्छा समय होगा. 

विदेश यात्रा अथवा लम्बी दूरी की यात्राओं को करने का अवसर प्राप्त हो सकता है.

आध्यात्मिक क्षेत्र में किसी गुरु आश्रम में जा सकते हैं. 

धन खर्च एवं अपव्यय की स्थिति रहने वाली है. 

बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे लोगों को पद प्राप्ति के अवसर प्राप्त हो सकते हैं. 

स्वास्थ्य के संबंध में, थोड़ा ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी. 

पैरों में दर्द, मंसपेशियों में खिंचाव, जोड़ों में दर्द इत्यादि परेशानी दे सकते हैं. 

वक्री शनि का मीन राशि पर प्रभाव 

अतिरिक्त स्रोतों से आय प्राप्त करने में सक्षम होंगे. 

पुराने निवेशों में भारी मुनाफा मिलने की संभावना है. 

नौकरी में कुछ लाभदायक प्रोजेक्ट मिल सकते हैं. 

कारोबार में व्यवसाय से संबंधित यात्रा का समय होगा. 

अभिरुचि से जुड़े कामों से भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. 

छात्रों की एकाग्रता कुछ कम हो सकती है इसलिए कोशिशें लगातार करनी होंगी. 

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सूर्य का सिंह राशि गोचर : सभी 12 राशियां होंगी प्रभावित

वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को एक प्रमुख ग्रह माना जाता है और यह आत्मा-ऊर्जा का निर्माता बनता है. हमारी ऊर्जा किस तरह से काम करेगी किस ओर बढ़ेगी ये सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है. 16 अगस्त 2025 को सिंह राशि में सूर्य प्रवेश करेगा. यह सरकार और पिता का कारक होता है.

कुंडली में उचित स्थान पर बैठ कर प्रसिद्धि दिलाता है. सूर्य के सिंह राशि में जाने से रुके हुए कार्यों में तेजी आएगी. यह जोश और जीवन शक्ति लाता है. इस अवधि के दौरान कोई भी व्यक्ति खुद को आत्मविश्वास से भरपूर महसूस कर सकता है. सब कुछ हासिल करने के लिए ऊर्जा और ताकत से भरे होने का समय होता है.

सूर्य सिंह राशि में 16 अगस्त 2025 को रात के दौरान 25:52 पर प्रवेश करेगा .

मेष राशि
मेष राशि के लिए सूर्य शिक्षा, प्रेम, रचनात्मकता, मित्रता और संतान के घर का स्वामी होता है. इस दौरान यह पंचम में गोचर करेगा. इस दौरान आत्मविश्वास अधिक बना रह सकता है. इच्छाओं में वृद्धि होगी. दूसरों का ध्यान आकर्षित करने वाले भी होंगे. प्रयासों के लिए अपने आस-पास के लोगों से प्रशंसा मिलेगी. छात्रों के लिए अच्छा समय होगा, बौद्धिकता एव समझ में सुधार होगा.

परिक्षाओं में बेहतर कर पाने की हर संभव कोशिश करेंगे. आर्थिक स्थिति के लिए यह अवधि अच्छी रहेगी, आय प्राप्ति के स्त्रोत बनेंगे और एक से अधिक स्रोतों से कमाई के भी योग बन सकते हैं. अभिरुचि से जुड़े कामों से भी कमाई के अच्छे अवसर मिल सकते हैं. जो लोग सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे हैं उनके लिए भी शुभ समय रहेगा, कार्यस्थल पर आप अपने जोश द्वारा कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर अपनी छाप छोड़ने में सफल रह सकते हैं.

वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होता है और इस दौरान गोचर में चौथे भाव पर होगा. मनोबल ऊंचा होगा और बेहतर स्थिति को पाएंगे. कार्यों में आनंद की तलाश बनी रहने वाली है. इस समय आत्मिक चेतना अत्यधिक सक्रिय होगी. अपने निर्णय लेने में अच्छे होंगे. कार्यों से समाज में पहचान बनाने और प्रतिष्ठा पाने की दिशा में काम कर सकते हैं.

रिश्ते में स्थिरता और प्रतिबद्धता आएगी. इस दौरान माता का स्वभाव जिद्दी और हावी रहने वाला हो सकता है. घर की शांति भंग हो सकती है लेकिन चीजें संभली रहेंगी. रक्तचाप या पेट की समस्याओं से संबंधित छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं दे सकती हैं. यदि संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो समय अनुकूल है. इस अवधि के दौरान वाहन खरीदने की योजना भी बना सकते हैं.

मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होकर यही गोचर करेंगे. सूर्य अपने ही घर में होने से आप का उत्साह देखते ही बनेगा. आप सहनशक्ति, शक्ति, ऊर्जा, गतिशीलता से भरे रहने वाले हैं. एक समय में कई कार्यों को करने के लिए तत्पर रह सकते हैं. अपने प्रयासों को पूरा करने में आपको अपने भाई-बहनों और दोस्तों से अच्छा सहयोग मिल सकता है.

दोस्तों और परिचितों के साथ यात्राओं पर जा सकते हैं. आपकी अभिव्यक्ति अच्छी होगी और आप अपने आसपास के लोगों को आकर्षित करने में सफल रह सकते हैं. विचारों में प्रतिभाशाली और उज्ज्वल होंगे और आपके आस-पास के लोग आपके ज्ञान की सराहना करेंगे. लेखकों और खेलों से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल रह सकता है. अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित कर सकते हैं

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी होता है और और यही गोचर भी करेगा. इस दौरान कुछ संवेदनशील हो सकते हैं. वाणी में तेजी दिखाई देगी कुछ कठोर वक्ता भी हो सकते हैं जिसके कारण कभी-कभी अपनों को ठेस पहुंच सकती है. नैतिकता उच्च रहेगी और आप कोई भी कार्य करने से पहले दो बार सोचेंगे.

यह समय अनुकूल रहेगा हालांकि खान-पान को लेकर आपको सावधान रहने की आवश्यकता होगी. जैसा कि आप कुछ गैस्ट्र्रिटिस के मुद्दों का सामना कर सकते हैं. व्यावसाय के लिए अनुकूल समय रहेगा. दूसरों पर नियंत्रण हासिल करने में सक्षम होंगे और आप उनसे काम निकलवाने में भी सफल रह सकते हैं. दान इत्यादि कार्यों में शामिल हो सकते हैं. शारीरिक फिटनेस की ओर ध्यान दे सकते हैं. पिता के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे और वह आपके अच्छे काम की सराहना कर सकते हैं. छात्र अपने भाषण द्वारा लोगों के मध्य छाप छोड़ सकते हैं. कौशल में अच्छे होंगे, जिससे योजनाओं को समय पर पूरा कर सकते हैं.

सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए लग्न राशि का स्वामी बनता है और इसी पर सूर्य का गोचर होगा. पारिवारिक व्यवसाय चला रहे लोगों के लिए अच्छा समय रह सकता है. समय अनुकूल रहेगा रचनात्मक विचार आपको सफलता दिला सकते हैं. छात्र अपनी पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकते, इस अवधि के दौरान आपकी एकाग्रता और सीखने की प्रतिभा अच्छी रह सकती है.

अपने सभी कार्यों को करने में कल्पनाशील और रचनात्मक रह सकते हैं. दूसरों पर बढ़त हासिल कर पाने में सफल रह सकते हैं. काम की सराहना होगी. इस अवधि के दौरान आपको अपने परिवार, विशेषकर अपनी मां से भी सहयोग मिल सकता है. इस अवधि के दौरान थोड़े संकोची भी रह सकते हैं. स्वभाव से कुछ कठोर और जिद्दी रह सकते हैं. निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो समय पक्ष में रह सकता है.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर राशि से बारहवें भाव में होगा. व्यय भाव में बैठ कर सूर्य खर्चों की अधिकता और सेहत से जुड़ी चिंताएं दे सकता है. कुछ आत्म-विचारशील और आलोचनात्मक हो सकते हैं. इस अवधि के दौरान सख्त नियमों में उलझे दिखाई दे सकते हैं. इस समय पर खुद को अपडेट रखने की ओर धन खर्च हो सकता है. आसपास की स्थिति के साथ खुद को ढालने के लिए काफी चीजों की ओर इस समय ध्यान दे सकते हैं.

किसी लम्बी दूरी की यात्रा पर भारी खर्च भी हो सकता है. जो विदेश से संबंधित व्यवसाय कर रहे हैं, उनके लिए समय अनुकूल रह सकता है. चीजों पर आपकी पकड़ मजबूत होगी. जो लोग बहुराष्ट्रीय कंपनियों में हैं, उनके लिए समय अनुकूल है. काम के सिलसिले में यात्रा करने का मौका मिल सकता है, लेन-देन से जुड़े कामों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी.

तुला राशि
तुला राशि के लिए सूर्य एकादश भाव का स्वामी होकर यहीं विराजित होगा. इस दौरान आत्मविश्वासी और दृढ़ संकल्प अच्छा रहने वाला है. व्यवहर कुशल होंगे. कामों करने में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे. सभी के मध्य समान प्राप्त कर पाएंगे. आर्थिक रुप से खर्च अधिक रह सकता है. जीवन संतुलित रहेगा, नौकरीपेशा लोगों को कुछ वेतन वृद्धि मिल सकती है.

व्यापार मालिकों को अच्छा मुनाफा होगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी. जो लोग अपना काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए एक अच्छा समय रह सकता है. शोध से जुड़े छात्रों के लिए भी अनुकूल समय है. यात्राओं का दौर रहेगा. बड़ों का सुख सहयोग बना रह सकता है.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक के लिए दशम घर में सूर्य बेहतर कार्यकुशलता देंगे. अधिकारियों को अपनी ओर झुकाने में सक्षम होंगे. एकाग्रता का स्तर भी अच्छा रहेगा. इससे काम को उचित रुप से कर पाने में मदद मिल सकती है. आप इस दौरान बहुत साहस से भरे रहेंगे, जिसका असर आपके व्यक्तित्व पर भी पड़ेगा. आपका रूप चुंबकीय होगा, और लोग आपके आस-पास रहना पसंद करेंगे. इस समय आप किसी भी तरह की आलोचना को सकारात्मक रूप से स्वीकार नहीं कर पाएंगे.

आपका स्वाभिमान काफी अधिक रहने वाला है जो कभी-कभी अहंकारमें भी बदल सकता है. कार्यस्थल पर, आप ऐसे व्यक्ति होंगे जिस पर आपका प्रबंधन भरोसा कर सकता है, और आपको अपने काम में आसानी से सफलता मिलेगी. आप अपने कार्यों को पूरा करने में तेज होंगे, और अपने संगठन में अच्छी प्रतिष्ठा बनाने में सक्षम होंगे.

धनुराशि
इस समय धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नवम भाव में विचरण करेगा. इस गोचर के दौरान आप सूर्य की उग्रता के कारण निडर रहेंगे. लेकिन कभी-कभी, आप बहुत उदंड भी सकते हैं. दूसरों के मध्य आप अपनी प्रतिष्ठा को स्थापित कर पाएंगे. क्रोध ओर जिद को नियंत्रित रखने की आवश्यकता होगी तभी बेहतर सफलता मिल पाएगी. अधिकारियों के साथ या घर के किसी वरिष्ठ के साथ मिलकर काम करने का मौका होगा. आप किसी को खुद हावी या नियंत्रित करना पसंद नहीं करेंगे.

इस समय आप विदेश यात्रा की भी योजना बना सकते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर रह सकते हैं बौद्धिक चर्चा में शामिल होने का भी मौका मिल सकता है. धार्मिक रुप से किसी न किसी रुप से कार्य में व्यस्त होंगे. आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी एवं बड़ों से कुछ लाभ प्राप्त हो सकती है.

मकर राशि
इस समय सूर्य सिंह राशि में रहेगा जो कि मकर राशि के जातकों के लिए आठवां भाव है. इस समय थोड़ा संभल कर काम करना होगा. आठवें घर में बैठ कर सूर्य आपके भीतर के प्रकाश को उजाला देगा. आप स्वयं में बदलाव पाएंगे. नई चीजों को करने के लिए आगे बढ़ना चाहेंगे. करिश्माई व्यक्तित्व के धनी होंगे और आप बहुत ही सुंदर और परिष्कृत तरीके से काम कर पाएंगे.

आत्मविश्वास और साहस से भरे रहेंगे और यदि नेतृत्व की भूमिका में हैं तो उत्कृष्ट कार्य कर सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा संभल कर रहना होगा. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करें व्यर्थ के विवाद से खुद को दुर रखें. कुछ आकस्मिक चिंताएं भी अपना असर डाल सकती हैं. अत्यधिक खर्च की स्थिति से बचना होगा. ये समय आध्यात्मिक रुप से काफी अनुकूल रह सकता है.

कुंभ राशि
इस दौरान कुंभ राशि के जातकों के लिए सिंह राशि के स्वामी सूर्य सप्तम भाव में गोचर करेगा. इस समय मिले-जुले परिणाम अधिक देखने को मिल सकते हैं. अपने कार्यों में बहुत निर्भीक रह सकते हैं. जिद ओर क्रोध अधिक होगा. अपने काम को करने से पीछे नहीं हटना चाहेंगे. स्वभाव से बहुत दयालु होंगे, लेकिन कभी-कभी क्रोधी होने पर दूसरे आप से दूरी बना सकते हैं.

जीवन साथी के साथ कुछ सुख की कमी रह सकती है. विचारों का मतभेद अथवा व्यर्थ की दूरी परेशान कर सकती है. इस समय के दोरान छोटी-छोटी बातों पर आसानी से प्रतिक्रिया दें सकते हैं इसलिए जरुरी है होगा कि शांत रहें और अधिक कठोरता से बचें. जीवन शैली में ध्यान और योग को अपनाने से स्वास्थ्य लाभ के साथ साथ मानसिक रुप से भी मजबूती प्राप्त होगी.

मीन राशि
मीन राशि के लिए सूर्य सिंह राशि में होगा जो कि मीन राशि के जातकों के लिए छठा भाव होता है. इस समय पर अपने विरोधियों को हराने में सफल रह सकते हैं. सामाजिक दायरे में प्रसिद्धि प्राप्त कर पाएंगे. नेतृत्व कौशल के लिए सराहना भी प्राप्त हो सकती है. जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, वे सफलता को पाने में सक्षम होंगे. दांपत्य जीवन के लिए यह समय बहुत अनुकूल नहीं माना जा सकता है. अहंकार-संघर्ष के कारण आपको कुछ झगड़े देखने को मिल सकते हैं,

साथ ही विचारों में मतभेद के कारण आप अपने साथी से दूर भी महसूस कर सकते हैं. इसलिए शांतिपूर्ण वैवाहिक जीवन के लिए शांत रहना ही बेहतर होगा. स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय आपके लिए थोड़ी सजगता बना रखने को कह सकता है, इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता और शारीरिक शक्ति अच्छी होगी. भोजन में संतुलित आहार का ध्यान रखें बाहरी मसालेदार भोजन से दूरी ही अभी अच्छी होगी अन्यथा गैस्ट्रिक समस्या खड़ी हो सकती है.

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