-
Recent Posts
Recent Comments
- Shree Gupta on केमद्रुम योग कैसे बनता है और उसका प्रभाव क्या होता है
- rohitash on कुंडली में कर्क राशि का गुरु बदल सकता है आपका जीवन
- swati batham on ऎसे पढ़ते हैं जन्म कुंडली, और जान सकते हैं अपनी कुंडली के राज
- mukesh on राशि के अनुसार नाम का चयन | Choosing a name based on astrological signs
- Bhrigu on राशि के अनुसार नाम का चयन | Choosing a name based on astrological signs
Archives
- October 2024
- September 2024
- August 2024
- July 2024
- September 2023
- August 2023
- July 2023
- June 2023
- May 2023
- April 2023
- March 2023
- February 2023
- January 2023
- December 2022
- November 2022
- October 2022
- September 2022
- August 2022
- July 2022
- June 2022
- May 2022
- April 2022
- March 2022
- February 2022
- October 2021
- September 2021
- July 2021
- June 2021
- March 2021
- November 2020
- August 2020
- July 2020
- June 2020
- May 2020
- December 2019
- November 2019
- October 2019
- March 2019
- February 2019
- December 2018
- November 2018
- March 2018
- February 2018
- June 2014
- December 2013
- October 2013
- September 2013
- August 2013
- July 2013
- June 2013
- May 2013
- April 2013
- March 2013
- February 2013
- January 2013
- December 2012
- November 2012
- October 2012
- September 2012
- August 2012
- July 2012
- June 2012
- May 2012
- April 2012
- March 2012
Categories
- Ascendant
- Ashtakavarga
- Auspicious Marriage Muhurta
- Basic Astrology
- Career
- Dashas
- Ekadashi
- Fast
- Festival
- Gemstones
- Hindu Calendar
- Hindu Maas
- Hindu Rituals
- Jaimini Astrology
- Love Relationships
- Mantra
- Marriage
- Medical Astrology
- Muhurta
- Nakshatra
- Navamsa Kundli
- Planets
- Prashna Shastra
- Profession
- Rashi
- Remedies
- Signs
- Transit
- Varga Kundli
- Varsha Kundali
- Varshphal
- Vedic Astrology
- Yantra
- Yoga
Meta
Category Archives: Varga Kundli
नवमांश में शुक्र का विभिन्न भावों में शुक्र का परिणाम
नवमांश कुंडली में शुक्र का प्रभाव रिश्तों और विवाह संबंधों के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है. शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन, प्रेम और रिश्तों की स्थिति को दर्शाता है. शुक्र ज्ञान में परिष्कार करने वाला होता है. यह कलात्मक प्रतिभा, रोमांस … Continue reading
Posted in Ascendant, Basic Astrology, Planets, Transit, Varga Kundli, Vedic Astrology, Yoga
Leave a comment
भाव चलित कुंडली और उसका प्रभाव
ज्योतिष की विद्याओं में कई तरीके से कुंडली का अध्ययन किया जाता है. इसी में से एक तरीका भाव चलित कुंडली की जांच से भी देखा जाता है. ज्योतिष में कुंडली का विश्लेषण करते समय यदि चलित कुंडली से कुंडली … Continue reading
ज्योतिष में D6 षष्ठ्यांश चार्ट क्यों है महत्वपूर्ण
ज्योतिष अनुसार लग्न कुंडली के साथ गर्ग कुंडलियों का महत्व प्रत्येक भाव को गहराई से समझने में मदद करता है. हर एक वर्ग कुंडली व्यक्ति के जीवन के किसी न किसी पक्ष को प्रभावितकरने वाली होती है. ज्योतिष में D6 … Continue reading
सूर्य की होरा का ज्योतिष अनुसार प्रभाव
होरा का असर कई मायनों में महत्व रखता है. ज्योतिष में होरा का असर कई तरह से जीवन पर असर डालता है.ऎसे में होरा आर्थिक जीवन, विवाह, सुख या मुहूर्त इत्यादि पर अपना असर डालने वाला होता है. मुहूर्त शास्त्र … Continue reading
Posted in Varga Kundli, Vedic Astrology, Yoga
Tagged according to the astrology of Hora of Sun
Leave a comment
कुंडली के 12 भावों में कमजोर शुक्र ग्रह का फल
कुंडली में अपनी स्थिति विशेष के कारण अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में आकर भी शुक्र बलहीन हो जाते हैं. इसके बलहहीन होने के प्रभाव जातक के वैवाहिक जीवन अथवा प्रेम संबंधों मेंतनाव को उत्पन्न कर सकते हैं.स्त्रियों की … Continue reading
कुंडली के 6,8 और 12वें भाव में चंद्रमा की स्थिति | Effects of Moon in 6th, 8th or 12th of the Kundali
किसी भी जन्म कुण्डली के मजबूत आधार लग्न, सूर्य तथा चंद्रमा को माना जाता है. अगर ये तीनो कुण्डली में बली है तब जीवन की बहुत सी बाधाओ पर काबू पाया जा सकता है. लग्न से व्यक्ति का व्यक्तित्व, सूर्य … Continue reading
ज्योतिष में वर्ग कुंडलियो का महत्व | Importance of Varga Kundali in Astrology
जन्म कुण्डली के आधार पर व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में बताया जाता है. सभी का भविष्य अलग होता है. कोई सुखी तो कोई दुखी रहता है अथवा किसी को मिश्रित फल जीवन में मिलते हैं. किसी … Continue reading
अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक शर्ते | Important Tips for Good Health
अच्छे स्वास्थ्य के लिए जन्म कुण्डली में बहुत सी बातो का आंकलन किया जाता है जो निम्नलिखित है :- सबसे पहले तो लग्न, लग्नेश का बली होना आवश्यक है. यदि अशुभ भाव का स्वामी जन्म लग्न में स्थित है तब … Continue reading
तत्वों के अनुसार व्यवसाय का चयन | Classification of Career on the Basis of Ruling Element
ज्योतिष शास्त्र व्यवसाय एवं नौकरी का चयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. नौ ग्रह और बारह राशियां मिलकर जातक के कैरियर या व्यवसाय का निर्धारण करती हैं तथा उनसे संबंधित कामों को दर्शाती हैं. चंद्रमा जो मन का कारक … Continue reading
अपने लग्न से जाने शुभ और अशुभ ग्रह के बारे में
ज्योतिष में नौ ग्रहों का जिक्र किया गया है. इन ग्रहों में से कोई भी ग्रह शुभ अथवा अशुभ हो सकता है क्योकि हर लग्न के लिए शुभ अथवा अशुभ ग्रह भिन्न होते हैं. इस लेख में पाठको को सभी … Continue reading