Category Archives: Yoga

वर्गोत्तम ग्रह और उसका कुंडली पर असर

वैदिक ज्योतिष में नवांश कुंडली में वर्गोत्तम ग्रह की स्थिति बनती है. अब जब कोई ग्रह वर्गोत्तम स्थिति को पाता है तो उसके फलों का निर्धारण भी विशेष रुप से देखने को मिलता है. वर्ग का अर्थ है विभाजन और … Continue reading

Posted in Ascendant, Career, Dashas, Navamsa Kundli, Planets, Rashi, Signs, Varga Kundli, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , , , | Leave a comment

अस्त मंगल का प्रभाव और महत्व

मंगल ग्रह को भारतीय ज्योतिष में एक शक्तिशाली और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है. इसे अंगारक के नाम से भी जाना जाता है. मंगल को पाप ग्रह के रुप में जाना जाता है. मंगल का प्रभाव जब अस्त होता है … Continue reading

Posted in Ascendant, Basic Astrology, Mantra, Rashi, Signs, Transit, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , , | Leave a comment

प्रीति योग: ज्योतिष में जानें प्रीति योग और इसका महत्व

ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रह और उनके योगों का विशेष महत्व होता है. इन्हीं योगों में से एक महत्वपूर्ण योग है ‘प्रीति योग’. यह योग व्यक्ति के जीवन में शुभता, प्रेम और सौहार्द लाने का प्रतीक माना जाता है. प्रीति … Continue reading

Posted in Ascendant, Basic Astrology, Dashas, Fast, Festival, Hindu Maas, Hindu Rituals, Muhurta, Nakshatra, Planets, Prashna Shastra, Rashi, Signs, Transit, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , , | Leave a comment

मकर राशि में बुधादित्य योग का सभी राशियों पर प्रभाव

मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है, मकर राशि में बुध के साथ सूर्य का असर यथार्थवादी बनाता है. जब मकर राशि में बुधादित्य योग होता है, तो यह व्यक्ति की बुद्धि, सोचने की क्षमता, और जीवन के प्रति दृष्टिकोण … Continue reading

Posted in Ascendant, Basic Astrology, Planets, Rashi, Signs, Transit, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , , , | Leave a comment

नवमांश में शुक्र का विभिन्न भावों में शुक्र का परिणाम

नवमांश कुंडली में शुक्र का प्रभाव रिश्तों और विवाह संबंधों के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है. शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन, प्रेम और रिश्तों की स्थिति को दर्शाता है. शुक्र ज्ञान में परिष्कार करने वाला होता है. यह कलात्मक प्रतिभा, रोमांस … Continue reading

Posted in Ascendant, Basic Astrology, Planets, Transit, Varga Kundli, Vedic Astrology, Yoga | Leave a comment

वृषभ राशि में गुरु वक्री 2024 : विचारों में होगा वक्रता का असर

बृहस्पति का वक्री होना एक ज्योतिषिय घटना है. वृष राशि में गुरु का वर्की होना अच्छी स्थिति नहीं है. गुरु के वृष राशि में वक्री होने की घटना व्यक्ति के जीवन में नए बदलावों का संकेत देती है. अब जिद … Continue reading

Posted in Rashi, Signs, Transit, Yoga | Tagged , , , | Leave a comment

नव तारा चक्र : जानें नवतारा चक्र में शुभ अशुभ तारा

वैदिक ज्योतिष में जन्म नक्षत्र उस नक्षत्र को कहते हैं जिसमें चंद्रमा जन्म के समय स्थित होता है.  सत्ताईस नक्षत्र इस प्रकार हैं : अश्विनी नक्षत्र , भरणी नक्षत्र, कृतिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य … Continue reading

Posted in Nakshatra, Planets, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , | Leave a comment

भाव चलित कुंडली और उसका प्रभाव

ज्योतिष की विद्याओं में कई तरीके से कुंडली का अध्ययन किया जाता है. इसी में से एक तरीका भाव चलित कुंडली की जांच से भी देखा जाता है. ज्योतिष में कुंडली का विश्लेषण करते समय यदि चलित कुंडली से कुंडली … Continue reading

Posted in Basic Astrology, Planets, Rashi, Signs, Varga Kundli, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , , | Leave a comment

कुंडली में त्रिषडाय भाव घातक भाव स्थान

ज्योतिष अनुसार जन्म कुंडली के सभी 12 भावों का जीवन पर खास प्रभाव होता है. इसी में से कुछ भाव त्रिषडाय कहलाते हैं जो कष्टदायक माने गए हैं. कुंडली का तीसरा भाव, छठा भाव और ग्यारहवां भाव त्रिषडाय/त्रिषढ़ाय कहलाता है. … Continue reading

Posted in Basic Astrology, Vedic Astrology, Yoga | Tagged , | Leave a comment

सूर्य शनि का षडष्टक योग

सूर्य और शनि से बनने वाला षडाष्टक योग परेशानी और मुश्किल स्थिति का समय बताता है. सूर्य और शनि से बनने वाले 6/8 एक्सिस को ही षडाष्टक योग कहा जाता है. ज्योतिष अनुसार कुछ योग नकारात्मक रुप से असर दिखाते … Continue reading

Posted in Ascendant, Basic Astrology, Muhurta, Planets, Vedic Astrology, Yoga | Tagged | Leave a comment