सिंह राशि में शुक्र का वक्री होकर गोचर करना सभि राशियों के लिए विशेष समय होता है. शुक्र सौंदर्य का स्त्री तत्व युक्त ग्रह है जब अग्नि तत्व युक्त राशि में यह वक्री होगा तो अवश्य ही इसके परिणाम सोच से विपरित हो सकते हैं. जब शुक्र वक्री होता है, तो यह रिश्तों में समस्याएं और विवाद दे सकता है, धन लाभ में वृद्धि हो सकती है और यह सब संबंधित राशियों पर निर्भर करता है. शुक्र ज्योतिष शास्त्र में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है और शुक्र द्वारा दिए जाने वाले परिणामों को आंकने में इसका स्थान महत्वपूर्ण है. तुला और वृषभ राशि में शुक्र बलवान होता है. शुक्र ग्रह सिंह राशि में वक्री हो रहा है, जिसका स्वामी ग्रह सूर्य है. यह शुक्र-सिंह की शत्रु राशि है. इसके कारण, शुक्र अपेक्षित पूर्ण लाभकारी परिणाम देने में अत्यधिक प्रभावी नहीं हो सकता है.
मेष राशि
मेष राशि के लिए शुक्र दूसरे और सातवें घर का स्वामी है और पांचवें घर में गोचर करने वाला है. सिंह राशि में शुक्र के वक्री होने के कारण जीवनसाथी के साथ रिश्ते में कम क्षणों का सामना करना पड़ सकता है. प्रेम संबंधों में मुद्दों का सामना परेशानी देगा. प्रियजनों के आपसी तालमेल के रूप में अपनी प्रतिक्रिया में कुछ कठोर रह सकते हैं. इस दौरान धन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, खर्चे भी बढ़ सकते हैं. ऋण लेने की आवश्यकता पड़ सकती है. करियर में दबाव और अपने वरिष्ठों से सहयोग की कमी का सामना करना पड़ सकता है. यदि व्यवसाय में हैं तो अधिक मुनाफ़ा प्राप्त करना कठिन रहेगा. व्यवसाय के संबंध मेंकड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है. व्यापारिक लेन-देन में हानि का सामना करने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसलिए इस ओर ध्यान से कार्य करने की जरूरत होगी.
वृष राशि
वृषभ राशि के लिए, शुक्र पहले और छठे घर का स्वामी है और चौथे घर में गोचर करेगा. इस समय के दौरान कुछ आराम की कमी हो सकती है. संपत्ति खरीदने और लाभ प्राप्त करने के लिए उसमें निवेश करने के प्रति अधिक उत्सुक हो सकते हैं. अपने परिवार पर अधिक पैसा खर्च करने के कारण उन्हें अधिक खर्चों का सामना करना पड़ेगा. चीजों को पूरा करने के लिए ऋण ले सकते हैं. करियर में अपनी उम्मीदों से कहीं अधिक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. आपके ऊपर नौकरी का दबाव अधिक हो सकता है और इसके कारण आप उसे संभालने की स्थिति में नहीं होंगे.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए, शुक्र पांचवें और बारहवें घर का स्वामी है और अभी तीसरे घर में गोचर करने वाला है. इसके कारण, बुद्धि का उपयोग संपत्ति में निवेश करने और उसे बढ़ाने में अधिक कर सकते हैं. काम को लेकर अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं. करियर के लिए लंबी दूरी की यात्रा का सामना करना पड़ सकता है. परिवार एवं भाई बहनों के साथ समय बिता पाएंगे. करियर के संबंध में विदेश जाने के मौके भी मिल सकते हैं. कुछ मस्ती और रोमांचक मौके मिल सकते हैं. इस दौरान पदोन्नति के अच्छे मौके मिलेंगे और ये चीजें खुश कर सकती हैं. यदि आप व्यवसाय में हैं, तो यह समय मूवमेंट द्वारा मुनाफ़ा और सफलता देने का अच्छा समय हो सकता है.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए, शुक्र चौथे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और दूसरे घर में गोचर कर रहा है. इसके कारण, पारिवारिक समस्याओं और उसी को लेकर विवादों का सामना करना पड़ सकता है. परिवार के लिए अधिक पैसा खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. बढ़ती प्रतिबद्धताओं के कारण तनाव हो सकता है. घर संबंधी परेशानियां हो सकती हैं. नौकरी के दबाव के साथ-साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. गुप्त रुप से किए जाने वाले प्रयास सफल न हो पाएं. खान पान में लापरवाही से अत्यधिक परेशानी हो सकती हैं. इसलिए, इस ओर ध्यान देने की अधिक जरुरत होगी.
सिंह राशि
सिंह राशि के लिए, शुक्र तीसरे और दसवें घर का स्वामी होकर पहले घर में होगा. इस समय आत्मनिर्भर अधिक दिखाई दे सकते हैं. अपनी प्रतिबद्धताओं में सफल होने के लिए दृढ़ संकल्पित हो सकते हैं. हो सकता है कि वे अपने करियर के संबंध में अवसरों की तलाश में हों. अभी मौके मिलेंगे. खर्चों में वृद्धि खुद के कारन अधिक हो सकती है. लोगों का सहयोग अधिक काम न आए लेकिन आपके प्रयासों द्वारा सफलता संभव होगी. लंबी दूरी की यात्रा या विदेश में नए अवसरों का सामना करना पड़ सकता है
कन्या राशि
कन्या राशि के लिए, शुक्र दूसरे और नौवें घर का स्वामी होकर 12वें घर में होगा. इस कारण मिलेजुले असर प्रभावित करने वाले होंगे. धन हानि और परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे तर्क-वितर्क हो सकते हैं जिनका आपको सामना करना होगा जो शांति को बिगाड़ सकते हैं. बड़ी परियोजनाओं और योजनाओं में निवेश जैसे बड़े फैसले लेने से बचने की जरूरत है. इस समय खान पान ओर वाहन इत्यादि के चलते सेहत पर असर पड़ सकता है. करियर में हैं तो आपको अपने कार्य क्षेत्र में अशांति का सामना करना पड़ सकता है. नौकरी का दबाव हो सकता है और ऐसी चीजें आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं.
तुला राशि
तुला राशि के लिए, शुक्र पहले और आठवें घर का स्वामी है और ग्यारहवें घर में गोचर करेगा. अचानक धन प्राप्त हो सकता है. किसी पुराने मित्रों से मुलाकात का समय होगा. किसी के प्रति आकर्षण अधिक रहने वाला है. और विरासत तथा अन्य अप्रत्याशित स्रोतों से अधिक धन एकत्रित हो सकता है. इस दौरान भाग्य का साथ मिलने से अधिक लाभ हो सकता है और इससे वे प्रसन्न करियर में कुछ उतार-चढ़ाव रह सकते हैं. आसानी से सफलता पाने का योग भी हो सकता है. आपके लिए नई नौकरी के बहुत सारे अवसर उपलब्ध होंगे और ऐसे अवसर आपको संतुष्टि प्रदान कर सकते हैं.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए, शुक्र सातवें और बारहवें घर का स्वामी है और अभी दसवें घर में स्थित है. इसके कारण क्रोध में अधिकता होगी ओर जोश में काम करने वाले होंगे. इच्छाओं को पूरा नहीं कर पाएंगे और संघर्ष मन को परेशान कर सकता है. धीमी गति से काम करना ही उम्मीद अनुसार फलों को देगा. करियर में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इस तरह उन्हें काम में कम संतुष्टि का सामना करना पड़ सकता है. इस दौरान उनके लिए व्यक्तिगत संबंधों में तालमेल बिठाना भी आवश्यक हो सकता है क्योंकि उनके जीवन साथी के साथ उनकी बहस हो सकती है.
धनु राशि
धनु राशि के लिए, शुक्र छठे और ग्यारहवें घर का स्वामी होकर नवम भाव में गोचर करने वाला है. भाग्य को लेकर कई सारी संभावनाएं रहेंगी. प्रयासों में सफल होने के लिए बेहतर स्थिति में होंगे. अपनी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे. इन जातकों का सौभाग्य सक्रिय रहेगा और इसके कारण कुछ अच्छे मौके [अएंगे. इस समय तेजी से काम करने से बेहतर होगा की कुछ संभल कर आगे बढ़ा जाए. करियर में स्थिति सामनय रहेगी. परिवार के साथ कुछ यात्राएं कर सकते हैं. आध्यात्मिक कार्यों में शामिल होने का मौका मिलेगा.
मकर राशि
मकर राशि के लिए, शुक्र पांचवें और दसवें घर का स्वामी होकर आठवें घर में होगा. इस समय अधिक ध्यान केंद्रित करने और अधिक सावधानी से काम करने की आवश्यकता है. मानसिक रुप से तनाव होने के कारण भ्रम की स्थिति बनी रह सकती है. इस समय योग एवं मेडिटेशन करना अधिक कारगर रहेगा. कुछ अवसर मिलने में विलंब का सामना करना पड़ सकता है. विदेश में काम कर रहे हैं तो वरिष्ठों से सहयोग मिल सकता है. कुछ काम में अचानक से बेहतर परिणाम संतोषजनक रह सकते हैं. इस समय गुप्त संबंधों को लेकर सजग रहें अन्यथा परेशानी हो सकती है. स्वास्थ्य को लेकर भी सावधान रहने की जरूरत है.
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए, शुक्र चौथे और नौवें घर का स्वामी होकर सातवें घर में गोचर करेगा. सातवें घर में स्थित होने के कारण दांपत्य जीवन पर इसका गहरा असर पड़ने वाला है. इसके कारण कुछ अनबन भी रह सकती है. संपत्ति को बढ़ाने के साथ साथ लाभ कमाने पर अधिक ध्यान केंद्रित रहने वाला है. मित्रों का दायरा बढ़ाने, नए संपर्क और सहयोगी हासिल करने की स्थिति में अधिक प्रयास करने वाले होंगे. सामाजिक दायरा विस्तार प्राप्त कर सकता है.
मीन राशि
मीन राशि के लिए शुक्र तीसरे और आठवें घर का स्वामी होकर छठे घर में स्थित होगा. इस समय कानूनी फैसलों को लेकर देरी का सामना करना पड़ सकता है. आय प्राप्त करने के लिए संघर्ष रहेगा. अप्रत्याशित स्रोतों के माध्यम से अधिक लाभ प्राप्त करने की उम्मीद भी होगी. परिवार और भाई-बहनों के साथ रिश्ते ठीक नहीं रह पाएं. इस समय विवाद से बच कर आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी. व्यवसाय के संबंध में मुनाफा कमाने के लिए अनुकूल समय हो सकता है. सेहत को लेकर ध्यान रखने की जरूरत होगी.