बुध का वृषभ राशि गोचर (23 मई 2025), नवीन क्षमताओं का विकास

बुध का गोचर वृषभ राशि में होने पर एक अनुकूल समय की स्थिति को दर्शाने में सहायक बन सकता है. बुध का जब शुक्र के स्वामित्व की राशि वृषभ में प्रवेश होता है तो ये स्थिति कई मायनों में बदलाव को दर्शाती है. ये समय करियर, संचार, व्यवसाय, भाषण, भाव और व्यक्तिगत मामलों पर गहरा असर डाल सकता है इसी के साथ ये समय रचनात्मक एवं कलात्मक पक्ष का एक अलग स्वरुप भी देखने को मिलता है. बुध का वृष राशि में प्रवेश सकारात्मक गुणों की ओर संकेत भी देता है.

बुध 23 मई 2025 को वृष राशि में प्रवेश करेंगे. बुध का गोचर इस समय अपनी मित्र राशि में होगा. 23 मई शुक्रवार के दिन दोपहर 13:00 पर बुध का वृषभ राशि में प्रवेश होगा.

बुध का वृष राशि में गोचर होना उन्मुख बनाने वाला होता है. व्यावसायिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए नए प्रयास होंगे. यदि पहचान प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस अवधि में प्रतिस्पर्धा से अलग खड़े होते दिखाई देते हैं. रचनात्मक और आविष्कारशील क्षमताओं में विस्तार होता है. गंभीरता और स्थिरता द्वारा सफलता के नए मार्ग दिखाई देते हैं.

मेष राशि
मेष राशि के लिए बुध का गोचर दूसरे घर होगा. इस स्थान पर बुध के प्रभाव से कार्यशैली में बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
वित्त और संपत्ति के लिए ये गोचर प्रभावशाली होगा.
इस समय सामान्य रूप से अधिक सोच विचार एवं चर्चा पर अधिक ध्यान देने वाले हैं.
आर्थिक क्षेत्र में बदलाव अधिक रहने वाला है.
आप अपने वक्तव्य द्वारा परिवार वें लोगों को प्रभावित कर लेने में सक्षम होंगे.
आपके दृष्टिकोण नए विचारों वाले होंगे, लाभ भी मिलेगा. प्रतिस्पर्धाएं मजबूत रह सकती हैं.

वृषभ राशि
वृष राशि के लिए बुध का प्रवेश इस समय पहले भाव पर ही होगा.
बुध का गोचर मानसिकता और विचार पर असर डालने वाला होगा.
नए अवसर आपके पास होंगे ओर इसमें प्रतियोगिताओं में भी सफलताओं का अवसर होगा.
बात करने या संवाद करने में अधिक समय व्यतीत होगा.
लोगों के साथ प्रेम और सहयोग को सकारात्मक प्रतिक्रिया देते दिखाई देगी.
इस समय आप का ध्यान स्वास्थ्य, रूप-रंग और दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं इस पर विचार देंगे.
जिज्ञासाओं में वृद्धि का समय होगा तथा नवीन जानकारियां प्राप्त होंगी.

मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर बारहवें घर में होगा. व्यय भाव पर बुध का गोचर कुछ मिलेजुले असर डालने वाला होगा.
खर्चों की अधिकता होगी तथा कुछ व्यर्थ के व्यय भी आपके लिए परेशानी दे सकते हैं.
बाहरी संपर्क इस समय पर अधिक बढ़ सकता है.
व्यसनों या मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से सामन अहो सकता है.
कुछ एकांत में रहते हुए अपने बारे में सोचते हुए समय बिताएंगे.
इस समय पर आप अपने विचारों को स्वयं तक सीमित अधिक रखने वाले हैं, किसी आध्यात्मिक गतिविधि में शामिल होंगे.
प्रेम संबंधों के मामले में संभल कर आगे बढ़ना होगा.

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए यह गोचर लाभ भाव में होगा. आर्थिक मसलों में अच्छे लाभ के मौके आप देख पाएंगे.
यात्राओं का समय होगा जिसमें खर्च की वृद्धि भी होगी.
भाई बंधुओं के साथ आपके संबंधों में नए बदलाव आप देख पाएंगे.
किसी समारोह या फंग्शन में जाने का अवसर मिलेगा.
मान सम्मान की प्राप्ति का भी समय होगा कला से जुड़े विषयों पर रुझान देखने को मिलेगा.
सामाजिक रुप से सक्रियता भी बढ़ सकती है.
नई कल्पनाओं को ऊड़ान मिलेगी और कुछ नए संकल्प पूरे करने की ओर कदम बढ़ सकते हैं.

सिंह राशि
सिंह राशि के लिए बुध दशम भाव को प्रभावित करेंगे.
शेयर मार्किट अथवा संपत्ति इत्यादि में धन का व्यय कर सकते हैं.
कार्यक्षेत्र में बदलाव का समय होगा. नए काम काज में शामिल हो सकते हैं.
बड़े भाई बंधुओं के साथ मेल-जोल और नए विचार साझा करेंगे. कुछ बातों पर विरोधाभास भी दिखाई देगा.
लाभ के नए अवसर मिलेंगे
आय के नए स्त्रोत विकसित होंगे.
मित्रों एवं नए रिश्तों का आरंभ होगा
प्रेम संबंधों एवं वैवाहिक सुख में बदलाव को देख पाएंगे.
पुरस्कार एवं प्रतिष्ठा प्राप्त करने का समय होगा.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए बुध का गोचर नवम भाव में होगा.
भाग्य का सहयोग मिलेगा, कोई सहभागी आपके भाग्य में वृद्धि का कारक भी बन सकता है.
विदेशी संपर्क प्राप्ति का समय होगा.
उच्च शिक्षा प्राप्त करने एवं आध्यतमिक दृष्टिकोण के विकास का समय होगा.
सामाजिक क्षेत्र में शामिल होंगे लोगों के साथ मेलजोल एवं संस्थागत प्रवेश प्राप्ति का समय होगा.
आपके कलात्मक रचनात्मक क्षेत्र में कुछ नवीनता प्राप्ति होगी.
आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में सफलता मिल सकती है.

तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध का गोचर अष्टम भाव पर होगा.
अकस्मात होने वाली घटनाओं में वृद्धि दिखाई दे सकती है.
कार्यक्षेत्र में बदलाव अथवा व्यवधानों से दो-चार होना पड़ सकता है.
गुप्त विरोधियों एवं छुपे रिश्तों को लेकर मन में विचार तीव्र हो सकते हैं.
आर्थिक स्थिति में घाटे के कारण परेशानी हो सकती है.
पैतृक संपत्ति एवं कुटुम्ब में कुछ बातों को लेकर जोड़तोड़ बना रह सकता है.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बुध का गोचर विवाह भव पर होगा, बुध के प्रभाव से रिश्तों में वृद्धि का समय होगा.
जीवन में संबंधों की ओर झुकाव होगा. वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव बने रह सकते हैं.
साझेदारी में किए जाने वाले कार्यों में कुछ परेशानी उत्पन्न हो सकती है.
रहन सहन में बदलाव का समय है कुछ नई वस्तुओं का आगमन घर पर हो सकता है.
आर्थिक स्थिति में खर्चों की अधिकता बनी रह सकती है.

धनु राशि
धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी होता है. वृष पर गोचर करने के कारण छठे स्थान पर इसका प्रभाव अधिक होगा.
इस समय के दौरान व्यवसाय या नौकरी में बहुत अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे.
लाभ प्राप्त करने के साथ-साथ दूसरों का सहयोग भी प्राप्त कर सकते हैं.
प्रतिस्पर्धा तो होगी लेकिन साथ में आगे बढ़ने के अवसर भी सामने होंगे.
काम में विस्तार करने से पुर्व सोच समझ कर योजना बनाने की आवश्यकता होगी.
जल्दबाजी में करना या कोई भी निर्णय लेने से नुकसान भी हो सकता है.
एजुकेशन पर ध्यान केंद्रित करने से संबंधित कुछ समस्या हो सकती है.
स्वास्थ्य की दृष्टि से अपना और दूसरों का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी.

मकर राशि
मकर राशि के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है. वृष राशि में गोचर का अर्थ है की इस समय पर पंचम भाव में गोचर होगा.
शिक्षा, प्रेम संबंधों, मित्रता, संतान से जुड़े मसले अधिक प्रभावित रह सकते हैं.
इस समय पर कला एवं रचनात्मक कार्यों में शामिल होने का मौका भी मिल सकता है.
छात्रों के लिए यह एक अच्छा समय होगा. समस्याओं को सहजता से हल करने में सक्षम हो सकते हैं.
लॉटरी और सट्टेबाजी के माध्यम से धन लाभ अर्जित करने का झुकाव भी अधिक रह सकता है
व्यापारियों को भी इस दौरान लाभ मिल सकता है.
प्रेम संबंधों का आरंभ हो सकता है लेकिन ध्यान रखें कि अनावश्यक विवादों से दूर ही रहें.

कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी होता है. वृष राशि में गोचर होने से आपके सुख स्थान पर इसका प्रभाव होगा.
इस गोचर के कारण जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव महसूस कर सकते हैं.
काम पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है.
निजी जीवन में, पति-पत्नी और प्रेम विवाह मामलों में नोकझोंक बनी रह सकती है.
माता का सुख एवं सहयोग प्राप्त होगा. ससुराल पक्ष से भी कुछ सकारात्मक रुख दिखाई देगा.
इस गोचर के दौरान मामूली चोट लग सकती है अथवा सर्दी और खांसी से संबंधित सेहत की समस्याएं परेशान कर सकती हैं.

मीन राशि
मीन राशि के लिए बुध चौथे और सातवें भाव का स्वामी होते हैं. वृष राशि गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव में इनका प्रभाव होगा.
आपके पराक्रम एवं साहस में वृद्धि होगी. आप उत्साहजनक रुप से आगे बढ़ सकते हैं.
इस गोचर के प्रभाव स्वरुप संचार कौशल में सुधार होगा ओर लाभ के अवसर मिल सकते हैं.
लंबी अवधि की योजनाओं में निवेश करना अनुकूल रह सकता है.
यात्राएं अधिक रह सकती है जिनसे कुछ लाभ भी प्राप्त हो सकता है.
माता पिता के साथ संबंधों में सुधार होगा, कुछ तनाव का अनुभव भी कर सकते हैं.
भाई बंधुओं की ओर अधिक ध्यान रह सकता है.

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सूर्य का वृषभ राशि गोचर 14 मई से 15 जून तक

सूर्य का वृषभ राशि गोचर

सूर्य का वृषभ राशि गोचर के द्वारा आपको आर्थिक रुप से प्रभावशाली होगा. इस समय के दौरान आप के पास कुछ बेहतर नए विकल्प आपको आय के नए स्त्रोत दिलाने में सहायक होगा.

मेष राशि
मेष राशि के लिए सूर्य का गोचर धन भाव में होगा. आर्थिक क्षेत्र मुख्य रुप से इस समय प्रभावित होगा. आप अपने मनोरंजन, संतान, अध्ययन, व्यावसाय, शिक्षा के मामलों में धन लाभ ओर खर्च को देखेंगे. इस समय पर आपके भीतर जो भी विकास होगा उसमें कुछ हिस्सा पिछले कर्मों के रुप में भी होगा. आपकी वाणी द्वारा कठोरता होगी, दूसरों को अपनी बातों को सहमत कराने की योग्यता विकसित होगी. परिवार के साथ रिश्तों में जिम्मेदारियों की वृद्धि होगी. आपकी अभिव्यक्ति अब बदलाव लाएगी. वैसे तो आप बोलने में स्पष्ट हैं किंतु अब सीधे ओर गहराई से अपनी बात को कहने में सफल होंगे. कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं जो दूसरों को कठोर लग सकते हैं. आपको अपनों से कुछ दूर भी होना पड़ सकता है. पारिवारिक जीवन में आप तनाव ओर गंभीरता को पाएंगे. माता-पिता और घर के अन्य सदस्यों के साथ संघर्षभी रह सकता है. परिवार के समर्थन और सहायता की कमी महसूस हो सकती है. सीखने और प्रदर्शन के क्षेत्र में आप काफी मजबूत स्थिति में होंगे. माता-पिता गर्व महसूस कर सकते हैं आपके कार्यों में पर आपको उनकी ओर से कुछ रुखा व्यवहार मिल सकता है. शौक और अभिरुचियों का उपयोग करके भी लाभ अर्जित कर सकते हैं.

वृषभ राशि
वृष राशि के लिए सूर्य का गोचर इन्हीं की राशि पर होगा तो विशेष रुप से आप को प्रभावित करने वाला होगा. इस समय स्वयं के रहन सहन पर धन व्यय कर सकते हैं. सुख साधनों, भूमि, संपत्ति और वाहन लेने को लेकर योजनाएं बना सकते हैं. आप के व्यक्तिगत विकास, आत्म सम्मान, अभिव्यक्ति में बदलाव दिखाई देगा. पैसों से जुड़े मामले में यह समय आपके धन को अधिक खर्च करवा सकता है. लेकिन एक से अधिक स्रोतों से कमाई की संभावनाएं भी बनें. काम के क्षेत्र में आप कमान संभालेंगे और महत्वाकांक्षी रूप से अपने लक्ष्यों का पीछा करने मं अधिक शक्ति लगाने वाले हैं. अगर आप किसी टीम के अन्य सदस्यों या वरिष्ठ प्रबंधन में जुड़े हुए हैं तो कुछ संघर्ष स्वाभाविक रुप से दिखाई दे सकता है. परिवार और सदस्यों के प्रति संवेदनशील होंगे, अपनों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं रह सकती हैं. आप कुछ कठोर, नियम पालक और हावी रह सकते हैं. जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में मतभेद उभर सकते हैं. एक दूसरे के साथ विचारों का अलगाव होगा अपने साथी को संभालना मुश्किल हो सकता है इसलिए शांत होकर काम करना होगा. प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छा परिणाम मिल सकता है. अन्य लोगों की बातों एवं सलाह पर ध्यान दीजिए चाहे अपने मन से काम करें लेकिन अपनी ओर से उनको प्रमुखता दीजिए स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की सलाह दी जाती है सिरदर्द, माइग्रेन और उच्च रक्तचाप से जुड़े मामले परेशानी दे सकते हैं.

मिथुन राशि
परिक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यह समय काफी कड़े संघर्ष का होगा. विदेश जाने का योग भी बन रहा है अथवा किसी दूरस्थान पर बैठे लोगों के साथ आपकी बातचीत या मित्रता भी हो सकती है. विदेशी कंपनियों में कार्यरत लोगों के लिए समय अनुकूल होगा. चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए अपने को मजबूत बना कर रखें. आपका जुनून ऊंचा रहेगा और लक्ष्य भी ऊंचा रहेगा. अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए समय अनुकूल नहीं है थोड़ा इंतजार करें. यदि सरकारी नौकरियों की योजना बना रहे हैं तो यह अवधि आपकी परीक्षा में बेहतर स्कोर करने या अपना आवेदन दाखिल दिलाने में आपकी सहायता करेगी. इस समय आपको अपने वरिष्ठों से आज्ञा लेने में कठिनाई होगी और हो सकता है कि आप उनकी सलाह को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश कर सकते हैं और अपनी समझ के अनुसार काम कर सकते हैं. इस दौरान नौकरी बदलने के बारे में भी आपके मन में विचार आ सकते हैं. भाई-बहनों, संचार और छोटी यात्राओं के लिए स्थिति मिलेजुले असर देगी. कुछ व्यक्तिगत और व्यावसायिक स्तर पर अपने प्रयासों में मेहनत के बावजूद उचित लाभ न मिल पाए. लोगों साथ कुछ गलतफहमी का सामना करना पड़ सकता है. आप इस दौरान यात्रा करना और नई जगहों की खोज करना पसंद कर सकते हैं. स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपनी आंखों का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको संक्रमण और एलर्जी होने का खतरा रह सकता है.

कर्क राशि
कर्क राशि के लिए सूर्य का गोचर लाभ स्थान पर होगा जिसके चलते इच्छाओं की पूर्ति लाभ खर्च समान रुप से वृद्धि अपनों के साथ मेल जोल रहेगा. इस दौरान आपका कामकाजी जीवन थोड़ा अस्त-व्यस्त रह सकता है. आपको कुछ यात्रा योजनाएँ बनानी पड़ सकती हैं. जो लोग विदेशी बाजार में काम कर रहे हैं या बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हैं, उन्हें इस अवधि में आशा से कुछ अच्छा लाभ मिल सकता है. काम में वृद्धि देखने को मिल सकती है. आपका दृष्टिकोण और रणनीति ही सफलता दिलाएगी. जो लोग प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं उन्हें किस्मत का साथ मिल सकता है. लोगों के साथ मेलजोल करना पसंद करेंगे और कुछ नए दोस्त बना सकते हैं. दोस्तों के साथ मिलने या परिवार, दोस्तों और परिचितों के साथ अच्छे मस्ती भरे पल भी बिता पाएंगे. उच्च अधिकारियों के लोगों के संपर्क में आ सकते हैं, जीवनसाथी के साथ कुछ अच्छा समय बिता सकते हैं. कुछ नई चीजों की खरीदारी का भी मन आप अधिक रख सकते हैं.

सिंह राशि
सिंह राशि के लिए यह गोचर कार्यक्षेत्र में बदलाव ओर अवसरों को दिखाने वाला होगा. आर्थिक लाभ के मामले में आप नए मार्ग बना सकते हैं. आप अपने व्यवसाय में कुछ निवेश की योजना भी बना सकते हैं. आपको वेतन में लाभ के साथ पदोन्नति भी मिल सकती है. अपने वरिष्ठों के साथ अच्छे संबंध बन सकते हैं. आपकी प्रोफ़ाइल लोगों को पसंद आ सकती है. कुल मिलाकर आप अपने कार्यक्षेत्र में प्रतिष्ठा बनाएंगे. आप इस अवधि के दौरान उच्च स्तर के लोगों से मुलाकात कर पाएंगे समाज में अच्छी प्रतिष्ठा बनाएंगे. माता-पिता के साथ आपके संबंध सुधार को पाएंगे उनकी ओर से आपको कुछ अच्छे सुझाव व लाभ भी मिल सकते हैं. परिवार में कुछ सदस्यों के रवैये के चलते थोड़ी परेशानी भी होगी लेकिन स्थिति को शांति व धैर्य के साथ नियंत्रित किया जा सकता है. आप इस अवधि के दौरान घर के लिए कुछ चेंज का विचार कर सकते हैं. स्वास्थ्य के मामले में अपना और अपने वरिष्ठ लोगों का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी.

कन्या राशि
कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर नवम भाव में होगा भाग्य का सहयोग मिलेगा. भाग्य, करियर, रिश्ते, आध्यात्मिक पक्ष अधिक प्रभावित होगा. साथ ही जीवन के प्रति अति महत्वाकांक्षी और अधिकारपूर्ण बनाएगा. पदोन्नति आपके पक्ष में होगी. आप अपने संगठन में एक अच्छा नाम और पहचान अर्जित कर पाएंगे. जो लोग अपने करियर में आधिकारिक पद को प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, वे अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम हो सकते हैं. गुरुजनों और वरिष्ठ लोगों का साथ मिलेगा. नौकरी बदलने और सरकारी नौकरियों में जाने के लिए भी समय अनुकूल है. व्यवसाय में लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाने में सक्षम होंगे, जिससे कारोबार में वृद्धि और सफलता मिलेगी. यात्राओं को कर पाएंगे आध्यात्मिक झुकाव रहेगा इसके बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ाई कर सकते हैं. धर्म स्थानों की यात्राएं हो सकती हैं. गुरुजनों के सतसंग को प्राप्त कर सकते हैं. पिता का सहयोग जीवन को दिशा प्रदान करेगा.

तुला राशि
तुला राशि के लिए सूर्य का अष्टम घर पर गोचर होगा जिसके चलते स्थितियं अचानक से आप पर असर डाल सकती हैं. इस अवधि में विशेष ध्यान से काम करने की सलाह दी जाती है. इस समय शास्त्रों को समझने के लिए आप तीर्थ स्थानों की यात्रा कर सकते हैं. आप अपने पूर्वजों के द्वारा लाभ प्राप्त कर सकते हैं. यज्ञ करना, दान करना, मंत्र इत्यादि से जुड़ सकते हैं. पिता के साथ आपके संबंध इस दौरान भले ही बहुत दोस्ताना न हों लेकिन एक-दूसरे के प्रति सम्मान रहेगा उनके स्वास्थ्य पर ध्यान भी रखने की आवश्यकता होगी. जो छात्र शोध विषयों के लिए आगे की पढ़ाई की योजना बना रहे हैं उनके लिए समय अनुकूल रह सकता है. विदेशी कॉलेजों में प्रवेश की योजना बना रहे हैं तो समय प्रबल है, नौकरी या कर्म स्थान पर आपको असंतुष्टि का स्तर मिल सकता है. काम के प्रति एकाग्रता की कमी रह सकती है. धन के मामले में यह समय कुछ अनिश्चित रह सकता है. इस समय कोई भी निवेश न करना ही अधिक अनुकूल होगा. सट्टा बाजारों में निवेश करना उचित नहीं है. जो लोग संयुक्त उद्यम में काम कर रहे हैं उन्हें थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें शरीर में दर्द, जलन, छाले और थकान से पीड़ित हो सकते हैं.

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए सूर्य सातवें घर पर गोचर करने वाले हैं. कुछ दबंग और जिद्दी हो सकते हैं. इस दौरान आप गहरे विचारों में रह सकते हैं और कुछ बातों में जल्द से प्रतिक्रिया भी कर सकते हैं जो सभी के लिए ग्राह्य न हो पाए. आप हर चीज का मूल्यांकन और न्याय करने का प्रयास करेंगे. आपके मित्र के साथ आपके संबंध मजबूत हो सकते हैं. अहम भाव आपके रिश्तों पर असर डाल सकता है. जीवन के गहरे रहस्यों के बारे में जानने की जिज्ञासा रखेंगे. आप अपने आस-पास की चीजों पर भी सवाल उठा सकते हैं. अपने सहयोगियों के प्रति भ्रामक प्रवृत्ति जन्म ले सकती है. व्यवसाय की वृद्धि के लिए नई रणनीति की योजना बनाने के लिए समय अनुकूल है लेकिन किसी भी प्रकार के कार्यान्वयन को अधिक विचारशील होकर ही करना चाहिए. जो लोग पार्टनरशिप के कारोबार में काम कर रहे हैं उन्हें थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि पार्टनर के साथ आपकी तीखी बहस हो सकती है. वैवाहिक जीवन में भी स्वाभिमान अधिक स्थान बना सकता है और मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं.

धनु राशि
धनु राशि के लिए सूर्य का गोचर छठे घर में होने से आप थोड़े आक्रामक और दबंग रह सकते हैं. व्यक्तिगत या काम के स्तर पर किसी से भी काम लेना आपके लिए मुश्किल हो सकता है. आपके रवैये को लेकर दूसरे असहमती दिखा सकते हैं. आपके जीवनसाथी के लिए स्थिति तनाव वाली रह सकती है, वैवाहिक जीवन में कुछ गड़बड़ी रह सकती है. किसी बातचीत में शामिलहोने से पूर्व स्थिति को समझ लेना उचित होगा अन्यथा व्यर्थ का तनाव मिल सकता है. पदोन्नति और धन वृद्धि के लिए अधिक परिश्रम करना होगा. फिटनेस के प्रति आपकी रुचि और झुकाव बढ़ सकता है. प्रत्येक चीज के प्रति अपने दृष्टिकोण में मजबूत और आत्मविश्वासी रह सकते हैं. प्रतिस्पर्धियों और शत्रुओं पर हावी रह पाएंगे. स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आप चिंता, दुर्घटना, स्ट्रोक और कोलेस्ट्रॉल इत्यादि से परेशान हो सकते हैं

मकर राशि
मकर राशि के लिए सूर्य का गोचर पांचवें भाव में होगा. संतान, शिक्षा और प्रेम, मित्रता, धार्मिक स्थिति इन सभी स्थिति पर सूर्य का असर दिखाई दे सकता है. नई चीजें सीखने की ओर आपका झुकाव रह सकता है. शोध विषयों में रुचि रह सकती है. जो लोग प्रेम संबंधों में हैं उनके लिए समय मिलाजुला सा रह सकता है. प्रेमी के साथ आपकी कुछ विचारों में सहमती नहीं बन पाए. गर्भवती महिलाओं को इस दौरान थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. स्वास्थ्य के लिहाज से एसिडिटी, पेट दर्द और अपच संबंधित कुछ स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से परेशान कर सकती हैं. शोधकर्ताओं और दार्शनिकों के लिए समय अनुकूल है. कुछ नए पाठ और अध्ययन के मामले मिलेंगे जो ज्ञान का विस्तार करेंगे. जो लोग शादी करने के इच्छुक हैं उन्हें अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं. नई परियोजनाओं और सौदों से अच्छा पैसा कमाने में सक्षम रह सकते हैं.

कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए चतुर्थ भाव में बुध का गोचर होगा विद्यार्थियों विशेषकर जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यह समय अनुकूल है. आपको सफलता प्राप्त हो सकती है. आप अपने कार्यस्थल पर एक मजबूत और प्रभावशाली स्थिति में रह पाएंगे. टीम से अपना काम करवा पाएंगे और सदस्यों पर अच्छी पकड़ बना सकते हैं. अधीनस्थों से थोड़ी राजनीति देख सकते हैं लेकिन वे आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे. सरकारी कर्मचारियों को पदोन्नति या प्रोत्साहन मिल सकता है. माता के स्वास्थ एवं व्यवहार के कारण थोड़ा तनावपूर्ण रह सकते हैं. परिवार में कुछ लोगों के साथ मतभेद का सामना हो सकता है. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने की आवश्यकता होगी. करियर में नाम और प्रसिद्धि पाने के अवसर मिल सकते हैं. नया काम आरंभ किया जा सकता है. साजेदारी में काम शुरु हो सकता है. पारिवारिक व्यवसाय से जुड़ने का समय भी दिखाई देगा.

मीन राशि
मीन राशि के लिए सूर्य का गोचर तृतीय भाव में होगा. प्रतिस्पर्धा, परिश्रम का समय बनेगा. अपनी कला, संस्कृति, रुचि की ओर अधिक झुकाव होगा. भाई-बहनों के साथ संबंधों का नया आयाम जुड़ता दिखाई देगा. संचार के क्षेत्र में अच्छे अवसर मिल पाएंगे. सपनों को पूरा करने के लिए चुनौतियौं को लेकर संघर्षरत होंगे. अभिरुची, खेलकूद इत्यादि गतिविधियों को करने में सक्रिय रहे सकते हैं. कुछ नई चीजें सीखने का अवसर मिलेगा. साहसिक कार्यों तथा यात्राओं की योजना बना सकते हैं. आप नए दोस्त बना सकते हैं. सामाजिक रुप से इस दौरान ज्यादा मेलजोल बढ़ने की स्थिति उत्पन्न होती है. कानूनी मसले, विवाद इत्यादि में सफलता मिल सकती है. भाई बहनों के साथ नोकझोंक बनी रह सकती है. आर्थिक स्थिति मिलेजुले फलों को दर्शाने वाली होगी.

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शुक्र का मीन राशि प्रवेश : मीन राशि में शुक्र का गोचर देगा विशेष प्रभाव

शुक्र का गोचर मीन राशि में होने पर शुक्र के बलाबल में वृद्धि होगी. मीन राशि में शुक्र उच्च स्थिति को पाता है. शुक्र ग्रह, विलासिता, आनंद, रचनात्मकता, प्रेम, विवाह और जुनून को प्रभावित करता है. मीन राशि में शुक्र ग्रह का गोचर रचनात्मकता को बढ़ाने वाला होगा, आत्मिक रुप से विकास को गति मिलेगी, नई रहस्यमय चीजें को जानने के प्रति जिज्ञासा होगी, अंतर्निहित प्रतिभा के क्षेत्र में उजागर होने का अवसर प्राप्त होगा.

शुक्र मीन राशि में कब प्रवेश करेगा

शुक्र का मीन राशि में प्रवेश 28 जनवरी 2025 को होगा.

शुक्र 28 जनवरी 2025 को सुबह 06:02 मिनिट पर मीन राशि में प्रवेश करेगा.

भावनाओं मुख्य रुप से उत्तेजना को दर्शाता है और इस समय यह सभी प्रकार की सीमाओं को पार करने वाला बन जाता है. मुक्त होकर स्वच्छंद रुप से बहना इसे पसंद होता है.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर बारहवें भाव पर होगा. शुक्र के इस स्थान पर होने से ये समय मिश्रित फलों को देने वाला होगा. शुक्र की स्थिति मजबूत होगी यहां पर ऎसे में आपके कार्य क्षेत्र में विस्तार के मौके होंगे लेकिन साथ ही धनार्जन के लिए भी ये समय बेहतर रह सकता है. बाहरी संपर्क इस समय लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं. इस समय धन की प्राप्ति के साथ साथ खर्चों की भी अधिकता हो सकती है. जीवन साथी के लिए एवं व्यवसाय हेतु आप अपनी बचत को खर्च कर सकते हैं, ऎसे में धन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जो चिंता का विषय बन सकती हैं.

कारोबार में मुनाफा मिल सकता है. इसी के साथ कुछ ऎसे कामों में लाभ के मौके मिलेंगे जो तकनीक एवं कला से संबंधित जुड़ाव रखते हैं.विदेशी परियोजनाओं में काम करने की भी पेशकश की जा सकती है.इस समय व्यसनों से बचना चाहिए क्योंकि कुछ विशेष आदतों पर आप अधिक एकाग्रचित हो सकते हैं. व्यापार से संबंधित यात्राएं भी इस समय बनी रह सकती हैं. नवविवाहित जोड़े विदेश यात्रा पर जा सकते हैं. स्वास्थ्य को लेकर ध्यान बनाए रखें क्योंकि छोटी-मोटी बीमारियां परेशान कर सकती हैं.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का वृष राशि पर प्रभाव
वृष राशि के जातकों के लिए शुक्र का प्रभाव एकादश भाव स्थान पर होगा. इस के प्रभाव से आप अपनी प्राथमिकताओं की ओर कुछ अधिक ध्यान देना चाहेंगे. आप अपने आप ओर अपने आस पास कि चीजों से प्रभावित होंगे. खुद में कुछ बदलाव या किसी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. नई वस्तुओं को पाने और स्वयं पर कुछ बदलावों का भी समय होगा. अपनी देखरेख पर भी व्यय बना रह सकता है. कुछ महत्वपूर्ण चीजें जैसे की कार्य क्षेत्र में पदोन्नति और वेतन वृद्धि जैसे कुछ अच्छे लाभ मिलने की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी. अपने लिए निर्मित किए कुछ उद्देश्य पूरे होंगे जिससे मानसिक शांति तथा संतुष्टि मिल पाएगी.

स्वास्थ्य पर मोसम के बदलाव एवं कफ इत्यादि का असर रह सकता है लेकिन जल्द इसमें सुधार देखने को भी मिलेगा. यदि लंबे समय से कोई बीमारी परेशानी कर रही थी तो अब खत्म हो सकती है. मित्रों का साथ मिलेगा ओर कुछ नए दोस्त जीवन में शामिल भी हो सकते हैं. इस समय पर मुख्य रुप से किसी भी प्रकार के अभिमान एवं अत्यधिक उत्साह से बचना चाहिए. प्रेम जीवन में रोमांस और आत्मीयता बनी रहेगी. साथी के साथ कुछ अच्छा समय बिता पाएंगे. छात्र अपनी शिक्षा में अच्छा करेंगे मुख्य रुप से वो छात्र जो किसी अभिरुचि एवं दक्षता से जुड़े काम कर रहे हैं उन्हें बेहतर परिणाम मिल सकते हैं

शुक्र के मीन राशि में गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर दशम भाव में होगा. यह गोचर मिथुन राशि को सुख और पारिवारिक शांति प्रदान करने में सहायक होगा. घर हेतु कुछ नई वस्तुओं की प्राप्ति का भी समय बना हुआ है. वाहन, होम अप्लायंस जैसी वस्तुओं को इस समय खरीद सकते हैं. माता की ओर से प्रेम ओर सहयोग प्राप्त होगा. अपने कुछ सपनों को पूरा कर सकते हैं. नई नौकरी पाने या अपने व्यवसाय को करने के लिए ये समय सहायक बन सकता है. जो छात्र अपनी उच्च शि़अ प्राप्ति का सपना देख रहे हैं उन्हें अब इस पर आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे तथा कुछ अच्छे संस्थानों में आवेदन करने का मौका मिलेगा.

आपकी मेहनत एवं प्रयासों के लिए सर्वोत्तम परिणाम पाने का समय होगा लेकिन इसी के साथ जरूरी है कि अति आत्मविश्वास से बचें. जो लोग स्म्चार या कला संबंधी विषयों में काम कर रहे हैं उनखि प्रतिभा में निखार देखने को मिलेगा. आपका संपर्क कौशल बहुत अच्छा रह सकता है जो अन्य लोगों को मंत्रमुग्ध करने में सक्षम होगा. खर्चों की अधिकता इस समय रहेगी ओर साथ ही कुछ मसलों पर बहुत अधिक सोच विचार भी रह सकता है ऎसे में मन अशांत्भी होगा इसलिए अधिक सोचने से बचना चाहिए क्योंकि इससे रचनात्मक कार्यों में बाधा आ सकती है. अपने काम पर एकाग्र बने रहें.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर नवम भाव पर होगा. शुक्र के गोचर के प्रभाव द्वारा परिवार एवं आर्थिक क्षेत्र पर इसका असर देखने को मिल सकता है. लाभ के क्षेत्र में किस जाने वाले प्रयासों को सफलता का रुख दिखाई देगा. कार्य जातकों के चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी शुक्र अपनी उच्च अवस्था में होने के कारण भाग्य का सहयोग भी काम करेगा. कुछ नई संपत्ति की प्राप्ति का योग बनेगा. उच्च वरिष्ठ लोगों के साथ संपर्क साधने का मौका मिलेगा. कुछ शुभ यात्राओं का अवसर भी मिलेगा. आध्यतमिक पक्ष को शुभता प्राप्त होगी ओर जीवन में कुछ मार्ग खुलेंगे. इस समय पर भाई बंधुओं क अप्रेम व सहयोग आपको मिल पाएगा.

परिवार में कुछ लोग आपके लिए एक मजबूत पक्ष के रुप में उभर सकते हैं. बच्चों की ओर से आप कुछ चिंता में दिखाई दे सकते हैं लेकिन धीरे धीरे स्थिति सकारात्मक होगी जिसके चलते राहत के अवसर दिखाई देंगे. किसी न किसी रुप से कुछ आर्थिक लाभ तथा पदोन्नति के रूप में व्यावसायिक सफलता मिल सकती है. पैतृक स्थान से दूर नई संपत्ति खरीदने की संभावना अधिक है. व्यवसायी लोग मुनाफे का आनंद लें सकते हैं और नई चीजों को अपने काम में शामिल कर सकते हैं.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर अष्टम भाव में होगा. इस स्थान पर शुक्र की स्थिति कुछ मसलों में अचानक से चिंता को बढ़ाने वाली हो सकती है तथा दूसरी ओर किसी आकस्मिक धन की प्राप्ति का योग भी प्राप्त हो सकता है. इस समय पर प्रेम संबंधों को लेकर कुछ न कुछ तनाव बना रह सकता है. वैवाहिक मसलों में दूसरों का दखल मुद्दों को बढ़ाने वाला हो सकता है इसलिए इस समय जितना धैर्य व शांति से काम लेते हैं उतना ही बेहतर होगा. नौकरी के क्षेत्र में यह समय कठिनाइयों से भरा रह सकता है, कुछ लोग गुप्त रुप से परेशान कर सकते हैं.

कार्यस्थल की राजनिती से स्वयं को बचाने का प्रयास करना ही उचित होगा. कुछ रहस्यमय भावनाओं में वृद्धि होगी जैसे प्रेम एवं अन्य इच्छाओं को लेकर आप काफी उत्सुक भी रह सकते हैं. कुछ धन ऎसे मसलों पर अधिक लग सकता है जो गुप्त रुप से करना चाहेंगे. भाई बहन मुद्दों को सुलझाने के लिए आपसे सहायता प्राप्त कर सकते हैं यात्राओं में कुछ परेशानी की स्थिति रह सकती है इसलिए अनावश्यक यात्राओं से दूर रहना ही उचित होगा. सेहत के लिहाज से संक्रमण एवं यौन रोगों का असर प्रभावित कर सकता है.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव
कन्या राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव में शुक्र का गोचर होगा. शुक्र ग्रह कन्या राशि के लिए दूसरे और नौवें भाव का स्वामित्व पाता है. इस समय पर स्थिति इन मामलों को अधिक प्रभावित करने वाली होगी. इस समय जीवन में किसी नए व्यक्ति का आगमन हो सकता है. दांपत्य जीवन में चले आ रहे विवादों को सुलझाने का एक बेहतर समय होगा ओर साथी के सहयोग व प्रेम की प्राप्ति होगी. परिवार के लोग आपके रिश्ते से भी प्रभावित होंगे. आप मानसिक रुप से मजबूत होंगे तथा भावनात्मक रुप से किसी के करीब अधिक झुकाव का अनुभव कर सकते हैं. आपके काम के क्षेत्र मुख्य रुप से व्यवसायिक हितों की पुष्टि का समय होगा.

अपने सहयोगी एवं साथी से मुनाफा कमाने में मदद मिल सकती है. पार्टनर के बीच संबंध और मजबूत होंगे. जो लोग व्यवसाय में हैं, उनके लिए व्यापार और इस तरह के संबंध बनाने में एक अद्भुत समय हो सकता है. यात्राएं सफल होंगी और यात्रा के लिए यह एक अच्छा समय है. राजनीति एवं सामाजिक क्षेत्र में लोग लाभ उठा सकते हैं और कुशल नेतृत्व कर सकते हैं. धन का निवेश करने में आगे रह सकते हैं तथा मानसिक संतुष्टि से भरा समय भी होगा. अपने आसपास के लोगों का प्यार भी मिल सकता है.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का तुला राशि पर प्रभाव
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर छठे भाव पर होगा. इस स्थान पर शुक्र की स्थिति काफी महत्वपूर्ण होगी क्योंकि इस समय पर संघर्ष एवं चुनौतियों में वृद्धि देखने को मिल सकती है. छठे भाव में स्थिति मजबूत शुक्र का प्रभाव धन के संदर्भ में खर्चों की अधिकता को दिखाता है. इस समय पर दूसरों को धन देने से बचना चाहिए. कुछ ऎसे कामों को करने से बचना चाहिए जिसमें रिस्क अधिक हों. निवेश को सोच समझ कर करना ज्यादा बेहतर होगा. फैसलों को सोच समझ कर लेना ज्यादा बेहतर होगा. स्त्री पक्ष की ओर से कुछ परेशानियां खड़ी हो सकती हैं.

इस समय पर सेहत के लिहाज से कुछ परेशानी रह सकती है.किसी तरह के व्यस्नों की अधिक झुकाव भी बढ़ सकता है इसलिए इन बातों की ओर ध्यान बना कर रखना होगा अन्यथा सेहत जल्द प्रभावित हो सकती है. यह समय आर्थिक बाधाओं से भरा रह सकता है कमाई से अधिक व्यय बने रह सकते हैं. लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं मिल पाएं. पैसे बचाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ सकता है. अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए कार्य में सतर्कता और सजगता की आवश्यकता होगी.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर पंचम भाब पर होगा. इस स्थान पर शुक्र की स्थिति रिलेशनशिप के साथ साथ आपकी योग्यताओं को भी प्रभावित करने वाली होगी. सोच का स्तर विकसित होगा नई नई चीजों को करने का मन कर सकता है. नए अनुभवों से जुड़ने की कोशिश भी कर सकते हैं. इस समय आपकी भावनाएं काफी प्रबल होंगी. रोमांस मजबूत होगा किसी नए व्यक्ति से जुड़ाव का अवसर भी मिलेगा. पार्टनर के साथ अच्छा समय बिताने का अवसर मिलेगा.

संबंध मजबूत होंगे और साथ ही अगर कोई तनाव उभरता भी है तो उसे दूर कर पाने में भी आप काफी सफल रह सकते हैं. झगड़े और गलतफहमी दूर करने का समय है इसलिए अपनी ओर से प्रेम को बढ़ाने की कोशिशों को आगे ले जाया जा सकता है. दोस्तों के साथ कुछ घूमने फिरने का मौका मिलेगा ओर नए दोस्त भी इस समय आप के साथ शामिल हो सकते हैं. शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. रचनात्मकता अपने उच्चतम स्तर पर होगी और इससे धन और मान सम्मान पाने में भी सहायता मिल सकती है. मित्रों और विपरीत लिंग के बीच लोकप्रियता बढ़ सकती है. संतान का सुख प्राप्त हो सकता है ओर बच्चों को लेकर पेरेंट्स काफी जागरुक भी रहें तो अच्छा होगा.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का धनु राशि पर प्रभाव
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर चतुर्थ भाव पर होगा. इस स्थान पर इस समय पर पर्वार के साथ सहयोगिता एवं सहभागिता के गुण मिल सकते हैं. घर के क्षेत्र में निर्माण से जुड़े काम तथा कुछ नए चीजों का फेरबदल रह सकता है. इस समय पर कुछ वाहन एवं नई वस्तुओं की प्राप्ति हो सकती है. पारिवारिक मोर्चे पर समृद्धि का समय देखने को मिल सकता है. लोगों का आगमन घरेलू व्यस्तता को बढ़ाने वाला हो सकता है. औपचारिक कार्यक्रम में भी पर शामिल होंगे और बहुत सारे मेहमानों से मिलने का मौका मिलेगा.

इस समय माम्गलिक कार्य भी संपन्न हो सकते हैं. खुशी और उत्साह का अनुभव कर सकते हैं. पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे माता का स्नेह आपको जीवन में आगे बढ़ने का अवसर देगा. नौकरी में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. विलासिता और सुख-सुविधाओं के उपभोग पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला रह सकता है.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का मकर राशि पर प्रभाव
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर तृतीय भाव पर होगा. इस स्थान पर शुक्र की स्थिति आपकी कुशलता को निखारने वाली हो सकती है. यात्राएं होंगी जिनमें कुछ मस्ती और लाभ के अवसर भी मिल सकते हैं. ये यात्राएं परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर हो सकती हैं. अपनों का साथ कुछ सुकून देने वाला हो सकता है.

अपने भाई बहनों का प्रेम पाने में आप सफल रह सकते हैं. जीवन में नए दोस्त बन सकते हैं, इस दौरान प्यार अपने चरम पर रहेगा और उसके लिए आप काफी भावुक भी रह सकते हैं. संतान को लेकर भागदौड़ अधिक रह सकती है. छात्र अच्छा प्रदर्शन कर पाने में सक्षम हो सकते हैं. काम के क्षेत्र में सहकर्मियों के साथ मिलकर काम करने का माहौल थोड़ा बेहतर होगा. कुछ नए स्थानों पर भ्रमण द्वारा नई चीजों से अवगत हो पाएंगे.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का कुंभ राशि पर प्रभाव
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर दूसरे भाव पर होगा. इस स्थान पर शुक्र की स्थिति आपके आर्थिक मसलों आपकी वाणी एवं संपर्क बनाने की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली होगी. अपने लोगों का सहयोग मिल सकता है और साथ ही कुछ महत्वपूर्ण फैसलों को लेने में अपनों का सहयोग भी मिल सकता है. कुछ सकारात्मकता आपके भीतर भी आएगी.

आप अपने आर्थिक पहलु को मजबूती देने में भी सक्षम रह सकते हैं. धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का अवसर भी मिलेगा. प्यार के संदर्भ में जीवन साथी के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे. परिवार में कुछ महत्वपूर्ण मसलों पर आपकी राय को भी महत्ता दी जा सकती है. खान पान में बदलाव की स्थिति प्रभावित करने वाली होगी कुछ विशेष चीजों की ओर रुझान बढ़ सकता है. सामाजिक प्रतिष्ठा पाने में भी आप सफल हो सकते हैं. संपत्ति इत्यादि के द्वारा लाभ के अवसर पा सकते हैं.

शुक्र के मीन राशि में गोचर का मीन राशि पर प्रभाव
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर पहले भाव पर ही होगा. मीन राशि पर ही शुक्र का गोचर काफी प्रभावशाली समय हो सकता है. प्रथम भाव में शुक्र स्वयं स्थित होने से आपक आकर्षक एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व को पाएंगे. मीन राशि के लिए शुक्र तीसरे व अष्टम भाव का स्वामी होता है. इस दौरान शारीरिक रुप से आप कुछ थकान का अनुभव कर सकते हैं इसीलिए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी. इस समय के दौरान वित्तीय स्थिरता भी मिल सकती है. आय के लिए अतिरिक्त स्त्रोत भी मिलेंगे.

शोध के प्रति काफी झुकाव रहेगा तथा अनजान चीजों को जानने की ओर आपका रुझान भी अधिक रह सकता है. आपको अपने भाई-बहनों में काफी आत्मविश्वास दिखाई देगा और वह आपके लिए सहायक बन सकेंगे. इस समय आप स्वयं में उत्साह एवं रोमांच का अनुभव कर पाएंगे. प्रेम तथा सकारात्मकता का प्रभाव जीवन में होगा. दाम्पत्य जीवन सुख शांति से भरा रह सकता है. पार्टनर एक-दूसरे को समझेंगे और एक-दूसरे का सहयोग देने के लिए आगे रह सकते हैं.

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सूर्य का गोचर मेष राशि में (14 अप्रैल से 15 मई 2025)

सूर्य का गोचर मेष राशि में अप्रैल माह के मध्य में होता है. इस समय पर सूर्य अपनी उच्चतम राशि की ओर प्रवृत्त होता है. सूर्य के गोचर का ये समय विशेष गतिविधियों के लिए खास होता है. इसी समय पर सूर्य की स्थिति काफी तीव्र होती है. इस समय के दोरान प्रत्येक राशि पर सूर्य की उच्चतम ऊर्जा का प्रवाह दिखाई देगा. कार्य क्षेत्र के साथ साथ ये स्थिति प्रत्येक क्षेत्र को प्रभावित करने वाली होती है.

14 अप्रैल , 2025, सोमवार को 03:21 में सूर्य का मेष राशि प्रवेश होगा.

इस समय पर विचारों में तीव्रता, अहम की उत्पत्ति अधिकार की भावनाए, दृढ़ता इत्यादि की तीव्रता का संकेत इस राशि में सूर्य की स्थिति को प्राप्त होता है. साहस में वृद्धि, फैसलों को लेने में निर्णायक स्थिति अब दिखाई देती है. मेष राशि मंगल ग्रह के स्वामित्व की राशि है इसलिए जब सूर्य इस राशि में प्रवेश करता है तो स्वभाविक है की मेष की अस्थिरता और उत्सुकता भी यहां अपना असर डालने वाली होगी.

मेष राशि पर सूर्य के गोचर का फल
मेष राशि के लिए सूर्य पंचम भाव के स्वामी बनते हैं. सूर्य का गोचर लग्न भाव पर होगा. आत्मविश्वास में उत्साहित दिखाई देंगे. अपने काम के लिए लगातार उत्साहित होंगे. इस समय कार्य क्षेत्र में भी अग्रीण भूमिका में दिखाई दे सकते हैं. कुछ नई चीजों को सीखने की उत्सुकता भी होगी. शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे फलों की प्राप्ति का समय होगा. अपने मनोकूल फलों की प्राप्ति के लिए भी अधिक परिश्रमी भी होंगे. संतान पक्ष के लिए ये समय अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा.

क्रोध की अधिकता रह सकती है कुछ जल्दबाजी के निर्णय ले सकते हैं अत: इनसे बचने की आवश्यकता होगी. कार्यस्थल पर आपकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी. इस समय अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने का अवसर मिलेगा. सहकर्मियों के साथ उचित स्थिति बना कर चलने की आवश्यकता होगी. प्रेम संबंधों को लेकर रुचित होगी किंतु अधिकार भावना को स्वयं पर हावि नही होने देना चाहिए. अपने भोजन को लेकर लापरवाही न बरतें साथ ही दुसाहसिक कार्यों में शामिल होने से भी खुद को रोकें अन्यथा परेशानी होगी.

वृष राशि पर सूर्य के गोचर का फल
वृष राशि वालों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होता है और अभी सूर्य का गोचर इनके बारहवें भाव में हो रहा है. इस समय आपके खर्चों की अधिकता तो रहेगी, प्रतियोगिताओं में संघर्ष का समय है इसलिए लगातर प्रयास जारी रखने होंगे. विदेशी मामलों में लाभ का समय होगा बाहर जाने और यात्राओं में व्यस्तता अधिक रह सकती है. बहुराष्ट्रिय कंपनियों में कार्यरत लोगों के लिए मौके होंगे कुछ अचानक से अवसर भी मिल सकते हैं.

आप आध्यात्मिक रूप से भी जूड़ सकते हैं किसी आश्रम या सत्संग में शामिल हो सकते हैं. कुछ चीजों में आपके विरोधी आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं, इसलिए खुद को मजबूत बना कर रखें और ध्यान से काम करें लापरवाही से बचें. अधिक जोश की स्थिति परेशानी दे सकती है. वाहन, वस्त्र या संपत्ति से संबंधित चीजों में खर्चों की वृद्धि का समय भी बनता है. अपने भोजन में लापरवाही से दूर रहें क्योंकि गलत चीजों का सेवन करके आप अपनी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

मिथुन राशि पर सूर्य के गोचर का फल

मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव के स्वामी बनते हैं. इस समय गोचर में वह एकादश भाव में होंगे. अब आपके पास परिश्रम द्वारा अच्छे लाभ अर्जित करने का समय होगा. आपकी महत्वकांक्षाओं की पूर्ति का समय होगा. आप अपने मन की बातों को पूरा करने के लिए अधिक उत्साहित भी होंगे. भाई बंधुओं के साथ आपकी गतिविधियां तेज हो सकती हैं. जो लोग खेल कूद से जुड़े कार्यों में लगे हुए हैं उन्हें इसमें भी मान सम्मान की प्राप्ति हो सकती है.


इस समय लाभ प्राप्ति के अवसर उभरेंगे, आपकी वित्तीय स्थिति अब कुछ मजबूत होगी. करियर के क्षेत्र में आप अपने विरोधियों से भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं. संचार, संप्रेषण के काम में अच्छी सफलता प्राप्ति होगी. अपने अहम भाव को इस समय नियंत्रित रखने की आवश्यकता होगी. काम को साहस के साथ करें लेकिन सोच विचार भी बना कर रखें क्योंकि उत्साहित होकर गलत निर्णय भी ले सकते हैं. सेहत की ओर ध्यान रखें कान, कंधे हाथ से संबंधित रोग मांसपेशियों में खिंचाव की परेशानी हो सकती है.

कर्क राशि पर सूर्य के गोचर का फल
कर्क राशि के लिए सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी होते हैं, इस समय सूर्य का दशम भाव में गोचर होगा. ये समय नौकरी के क्षेत्र में कर्म की प्रधानता का समय होगा. समय कुछ मायनों में बेहद अनुकूल साबित हो सकता है. कार्य क्षेत्र तथा घरेलू क्षेत्र में जीवन को अच्छी तरह से संतुलित करने की जरूरत होगी. आय के एक नए स्रोत भी उत्पन्न हो सकते आपके अधिकारी आपके जोश और काम की प्रतिभा से प्रभावित होंगे. कुछ नई जिम्मेदारियां और उच्च पद भी प्राप्त हो सकता है.

इस समय जरूरत होगी क्रोध को शांत रखने की और अपने सहकर्मियों के साथ मेल जोल बनाए रखने की आवश्यकता होगी. स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि हृदय, छाति और उच्च रक्तचाप से संबंधित रोग परेशानी दे सकते हैं. कारोबार में नए बदलाव ला सकते हैं, आपका झुकाव अपने परिवार के प्रति अधिक रहेगा, लेकिन काम के दबाव के कारण आप उन्हें पर्याप्त समय नहीं दे पाएं लेकिन निराश न हों क्योंकि आपको इस समय कुछ लोगों का सहयोग मिलेगा और आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी.

सिंह राशि पर सूर्य के गोचर का फल
सिंह राशि के लिए, लग्न के स्वामी बनते हैं और गोचर में नवम भाव पर इनका असर होगा. भाग्यदायक स्थिति है. आप का व्यक्तित्व विकसित होगा निखार मिलेगा. नई जीवन शैली के प्रति भी आप काफी उत्साहित होंगे. आप यात्राओं पर होंगे, आध्यात्मिक विकास का समय होगा दृष्टिकोण काफी महत्वपूर्ण होगा. धार्मिक एवं मांगलिक कार्यों में शामिल होंगे.

विदेशी मामलों में भी आपको सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे सकते हैं. पिता का सुख या कोई पैतृक संपत्ति की प्राप्ति, अथवा लाभ मिल सकता है. गुरुजनों या वरिष्ठ लोगों का सानिध्य भी इस समय आपको प्राप्त हो सकता है. सामाजिक क्षेत्र में अधिक व्यस्त होंगे, नवीन वस्तुओं की ओर रुझान होगा. कुछ आयोजनों में शामिल होंगे तथा आप की प्रतिष्ठा का समय भी है.

कन्या राशि पर सूर्य के गोचर का फल
कन्या राशि के लिए सूर्य बारहवें भाव का स्वामी होते हैं और इस समय सूर्य का गोचर अष्टम भाव में हो रहा है. इस समय स्थितियां कुछ मिलेजुले फलों को प्रदान कर सकती हैं. काम की वृद्धि का समय होगा. अकस्मात होने वाली घटनाएं इस अल्पकालीन समय पर अधिक असर डाल सकती हैं. कार्यों की अधिकता का समय होगा लेकिन आध्यात्मिक दृष्टिकोण आपके भीतर जागृत होगा.

कुछ व्यर्थ की बातें ओर मुद्दे आपके जीवन को चिंता और तनाव से भी भर सकते हैं, इसलिए इस समय के दोरान खुद को इन बातों से दूर रखें. विदेशी मामलों के लिए बेहतर समय होगा यात्राएं होंगी लेकिन यात्राओं में सावधानी बरतें तथा सामान को संभाल कर रखना चाहिए. सेहत के मामले परेशानी दे सकते हैं. पेट के रोग, अग्नि या चोट का भय भी इस समय पर अधिक रह सकता है.

तुला राशि पर सूर्य के गोचर का फल
तुला राशि के लिए सूर्य एकादश भाव के स्वामी होंगे. इस समय वह सप्तम भाव में गोचरस्थ होंगे.आप के लिए ये समय नए लोगों से मेलजोल की स्थिति, पार्ट्नर से मुलाकात का समय है. आप कुछ नए काम की शुरुआत किसी के साथ सहयोग में कर सकते हैं. अपने फैसलों में आप अधिक दृढ़ होंगे लेकिन जरुरत होगी की खुद में लचीलापन बना कर रखें. सामाजिक क्षेत्र में मान सम्मान प्राप्ति का समय होगा.

क्रोध और उत्साह अधिक होगा लेकिन जरूरत है की शांति भाव के साथ काम किया जाए तो अच्छे लाभ दे सके, दांपत्य जीवन में तनाव उत्पन्न हो सकता है अथवा जीवन साथी को लेकर कोई चिंता उभरेगी इसलिए अभी का समय आपको खुद को नियंत्रित बनाए रखना होगा. आपकी साझेदारी भी इसी पर निर्भर होगी. आपके सौहार्द पूर्ण संबंध ही आपको अच्छे परिणाम दे पाएंगे अन्यथा विवादों से सामना होगा.

वृश्चिक राशि पर सूर्य के गोचर का फल
वृश्चिक राशि के लिए सूर्य दशम भाव के स्वामी बनते हैं. इस समय सूर्य का गोचर छठे भाव पर होता है. इस गोचर के दौरान आप की प्रतिस्पर्धा का स्तर भी उन्नत होगा. आप के जीवन में में विरोधी परेशानी दे सकते हैं लेकिन उन पर विजय प्राप्त करने में आप सक्षम भी होंगे. कार्यक्षेत्र में आपके लिए बेहतर विकल्प होंगे, आय के नवीन स्त्रोत विकसित होंगे. इस समय काम काज में आप को अच्छे बदलाव मिल सकते हैं. वरिष्ठ अधिकारीयों का सहयोग भी आपको मिल सकता है.

घरेलू जीवन में स्थिति के लिए अपने समय को परिवार के साथ भी बांटे. काम की अधिकता के चलते यदि समय नहीं दे पाते हैं तो संतुलन बनाने में मुश्किल अनुभव कर सकते हैं. स्वास्थ्य इत्यादि के मुद्दे परेशानी दे सकते हैं. आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निडर होकर आगे बढ़ सकते हैं. लंबित कार्यों को पूरा करने और नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए यह सबसे बेहतर समय है.

धनु राशि पर सूर्य के गोचर का फल
धनु राशि के लिए सूर्य नवम भाव के स्वामी होते हैं, इस समय सूर्य का गोचर पंचम भाव में होगा. इस समय गोचर की स्थिति आपके लिए भाग्यदायक होगी. भाग्येश मजबूत स्थिति में होगा जिसके द्वारा आप अपने लिए नई संभावनाओं की खोज कर पाएंगे. आपके जीवन में प्रेम, आनंद, सुख और रोमांस के पंचम भाव में गोचर होने से इन सभी क्षेत्रों पर इसका असर होगा.

शिक्षा में उच्च शिक्षा का लाभ मिल सकता है. आध्यात्मिक एवं दार्शनिक विषयों में शामिल हो सकते हैं. व्यावसायिक रूप से आप अपने काम से कुछ लाभ प्राप्त कर सकते हैं. वरिष्ठों से प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है. व्यवसायियों को अधिक जोखिम उठाने से बचना चाहिए. भोजन के बदलाव पेट से संबंधित रोग उत्पन्न कर सकते हैं. धनार्जन के अवसर उभरेंगे और कुछ अच्छे लाभ भी प्राप्त होंगे यात्राएं भी सकारात्मक होंगी.

मकर राशि पर सूर्य के गोचर का फल
मकर राशि के लिए सूर्य अष्टम भाव का स्वामी है और इस समय चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे. सूर्य का गोचर इस समय थोड़ा सजगता को लाने वाला होगा. विचारशील होकर काम करने की आवश्यकता होगी. इस समय पर अचानक होने वाली बातें आपको अधिक प्रभावित कर सकती हैं. आराम और विलासिता इस समय थोड़ी कम हो सकती है. खर्चों की अधिकता के चलते परेशानी हो सकती है अथवा सेहत से जुड़े मामले वाहन इत्यादि से परेशानी हो सकती है.

घर पर कोई निर्माण कार्य का समय भी बन सकता है. घर पर अचानक से चीजों का बदलाव भी आपको प्रभावित करने वाला होगा. काम के मोर्चे पर, अपने दृष्टिकोण में तार्किक रहने की कोशिश करें और सफलता के शॉर्टकट से बचें. वाहन चलाते समय सावधान रहने की कोशिश करें और किसी भी तरह की बहस से बचें. यह आपके लिए अनुकूल चरण नहीं है इसलिए इसे सरल और सीधा रहने का प्रयास करें, झूठ फरेब से बचें.

कुंभ राशि पर सूर्य के गोचर का फल
कुम्भ राशि के लिए सूर्य सप्तम भाव का स्वामी है और इस समय तीसरे भाव पर गोचरस्थ होंगे. इसलिए प्रयास वृद्धि को पाएंगे. यात्राओं का दौर रहेगा. दांपत्य जीवन में कुछ न कुछ बदलाव आपको प्रभावित करने वाले होंगे. छोटी यात्राओं में आप शामिल होंगे. आपके साहस में वृद्धि का समय होगा. जनसंपर्क में आप शामिल हो सकते हैं. अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे, और आपका काम के क्षेत्र में नए अवसर भी आपको मिल सकते हैं.

चुनौतीपूर्ण कार्य के साथ कर्तव्यों को निभाएंगे, और इसे जोश और जुनून के साथ पूरा करने में भी आगे रहेंगे. आर्थिक रूप से पूर्व में किए गए अपने निवेश से आपको कुछ धन लाभ होने की संभावना है. पार्ट्नर का भाग्य भी आपके भाग्य में वृद्धि करेगा. भाई-बहनों के साथ व्यर्थ के मतभेदों से खुद को दूर रखें. स्वास्थ्य की दृष्टि से, इस अवधि के दौरान आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए सावधान रहने की आवश्यकता होगी.

मीन राशि पर सूर्य के गोचर का फल
सूर्य का गोचर मीन राशि वालों के द्वितीय भाव पर होगा. मीन राशि के लिए छठे भाव के स्वामी होते हैं. सूर्य का गोचर इस समय पर धनार्जन और खर्च इत्यादि पर विशेष रुप से प्रभावित करने वाला होगा. नौकरी और कारोबार के मामलों में कुछ लाभ मिलने की संभावना भी विकसित होगी. जीवनसाथी अथवा प्रेमी का सहयोग भी मिलेगा लेकिन कुछ नए रिश्तों में ये स्थिति विवाद या व्यर्थ की बहस को भी दर्शाती है.

विदेश में या अपने निवास स्थान से बाहर उच्च शिक्षा की तलाश कर रहे छात्रों को ग्रहों की स्थिति में बदलाव के कारण कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है. अपने निवेश से संबंधित फैसले जल्दबाजी में करने से बचें. थोड़ा सहज होकर काम करें. अकस्मात लाभ की प्राप्ति किसी संपत्ति का फैसला आपके पक्ष में हो सकता है. सेहत के मामलों में स्त्री पक्ष को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी. आपकी इच्छाशक्ति, आत्मविश्वास, में वृद्धि का समय होगा.

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मंगल का कुंभ राशि गोचर

मंगल गोचर दिन – सोमवार 

दिनांक – 23 फरवरी 2026 

मंगल राशि प्रवेश समय – 11:57 मिनिट 

मंगल 23 फरवरी को सोमवार के दिन कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. मंगल का कुंभ राशि में जाना अग्नि तत्व का वायु तत्व में प्रवेश जैसा है. अग्नि ओर वायु का संबंध एक दूसरे को विस्तार देने जैसा होता है. मंगल की तेजी कुंभ राशि में जाकर नए मार्ग खोलने वाली होगी. इस समय पर प्रतिक्रिया भी काफी जल्दी से दिखाई देगी. 

मंगल अग्नि, साहस, पौरुष, पराक्रम का ग्रह है. यह एक योद्धा की भावना रखता है. जीवन में बाधाओं का मुकाबला करने के लिए सदैव तत्पर रहता है. मंगल का प्रभाव व्यक्ति को हनशक्ति, दृढ़ संकल्प बना सकता है फैसलों को लेने में तीव्र बनाता है साहस इतना की इसके समक्ष को खड़ा नहीम रह पाए वहीम दूसरी ओर कमजोर मंगल इसके विपरित फलों को देता है साहस की कमी डर का सामना, संकल्प शक्ति क्षीण रहती है. 

मंगल का कुंभ राशि में गोचर क्रोध की अधिकता दे सकता है, कुंभ राशि में तटस्थ तो होगा लेकिन आपके पास प्रयास भी अधिक होंगे. यह अधिक ऊर्जा पाने का समय होगा जिसके द्वारा  महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में सहायक होगा. इस समय स्वतंत्र प्रकृति, अच्छी नेतृत्व क्षमता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी अभी उत्पन्न होगी. विविधता और अनुसंधान की ओर बढ़ने का समय होगा 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का मेष राशि पर असर 

मेष राशि के तो स्वामी भी मंगल ही हैं और मंगल अब एकादश भाव में गोचरस्थ होंगे. समय अनुकूल होगा. मंगल वैसे भी एकादश भाव में अच्छे परिणाम देता है. इस स्थान पर आप की इच्छाओं को पूरा करने का साहस भी अब आपको मिलेगा. उच्च शिक्षा हो या फिर अपने रिश्तों में फैसले लेने का समय यह आपको आगे ले जाने में सहायक बनेगा. इस समय पर लोगों के साथ कुछ बेहतरीन समय बिता पाएंगे. कोई उपाधी अथवा सम्मान की प्राप्ति होगी. धनार्जन के अवसर सामने होंगे ओर साथ ही कारोबार से जुड़े लाभ भी आप को मिल पाएंगे. संपत्ति से कुछ लाभ मिल सकता है. परिश्रम अब आपको परिणाम दिला पाएंगे. उत्साह बढ़ेगा तथा नई चीजों से जुड़ पाएंगे शोध अनुसंधान अथवा गुढ़ता के प्रति रुझान भी होगा. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का वृषभ राशि पर असर  

वृष राशि के लिए मंगल बारहवें और सातवें भाव के स्वामी होते हैं. गोचर में इस समय पर मंगल दशम भाव में होंगे जिसके अनुसार ये समय आपके करियर, व्यवसाय, मान सम्मान को प्रभावित करने वाला समय होगा. इसी के साथ आपके चतुर्थ भाव पर मंगल की दृष्टी होगी और घरेलू क्षेत्र पर भी इसका असर होगा. काम के क्षेत्र इस समय बाहरी संपक से कुछ लाभ मिल सकता है. नई योजनाओं में भी हाथ आजमा सकते हैं. साझेदारी से जुड़े कार्य भी इस समय पर प्रभावित होते हैं. कारोबार में नए अवसर मिलने की संभावनाएं उत्पन्न होती हैं. अपने सहकर्मियों के साथ संबंधों को कुशलता से निर्वाह करने की आवश्यकता होती है. क्रोध और जिद से बचने की आवश्यकता होगी. धन के खर्च में वृद्धि का समय होगा. स्वास्थ्य मसलों पर भी ध्यान देना होगा. इस समय परिवार में अथवा संपत्ति से जुड़े मामले भी आप के लिए महत्वपूर्ण होंगे अत: इस समय गोचर के दौरान धैर्यवान होना अत्यंत फायदेमंद होगा धनार्जन के स्त्रोत विकसित होंगे इनका सोच विचार के लाभ उठाना ही उचित होगा. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का मिथुन राशि पर असर  

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और इस समय इनका गोचर नवम भाव पर होगा. गोचर स्थान अनुकूल होने के कारण कुछ शुभ फलों को प्राप्त कर पाने में सक्षम होंगे. यात्राओं को करने का समय होगा, धर्म क्षेत्र हो अथवा सामाजिक स्थिति सभी में आप शामिल हो पाएंगे. पिता की ओर से आप को कुछ नई जिम्मेदारी मिल सकती है अथव अकोई वरिष्ठ व्यक्ति आपको कार्य क्षेत्र में दिशा निर्देश देने वाला होगा. स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ा संभल कर रहने कि आवश्यकता होगी. प्रतियोगिताएं मुश्किल होंगी लेकिन उनमें सफलता भाग्य का सहयोग पाने में सफल होगी. भाई बंधुओं के साथ अपने संबंधों को लेकर सहज रहने की जरूरत होगी. व्यर्थ के विवाद को अपने जीवन में नही आने देना ही उचित होगा. इस समय दूसरों के प्रति अधिक जागरुक होना होगा. विरोधी तत्व परेशानी खड़ी करेंगे किंतु उन्हें दूर कर पाने में सफलता भी मिलेगी.

मंगल के कुंभ राशि गोचर का कर्क राशि पर असर  

कर्क राशि के लिए मंगल पंचम और दसवें भाव के स्वामी होते हैं. इस समय मंगल का गोचर अष्टम स्थान पर होगा. अष्टमस्थ गोचर जीवन में अचानक होने वाले घटना क्रम का संकेत अधिक देता है. ये समय थोड.अ संभल कर काम करने और नितियों पर पुनर्विचार का समय भी होता है. अचानक से होने हानि-लाभ, उत्तराधिकार के मुद्दे और आयु का क्षेत्र इसके कारण प्रभावित होता है. इस समय कार्यक्षेत्र हो या अन्य स्थितियां उन पर व्यवधान के पश्चात गति का संकेत दिखाई देता है. वरिष्ठों या सहकर्मियों का सहयोग पूर्ण रुप से न मिल पाए. आर्थिक तंगी या अचानक से होने वाले खर्चे चिंता को बढ़ा सकते हैं. मानसिक रुप से बहुत सी विचारधारों से जुड़ते है जिसमें निराशा का भाव भी परेशानी देता है तो दूसरी ओर गुढ़ता का रहस्य का मन में स्थान बनने लगता है. जीवन साथी के साथ संबंधों में जितना संभव हो शालिनता को धैर्य को अपनाने की आवश्यकता होती है अन्यथा विवाद अलगाव की स्थिति उत्पन्न करने लगते हैं. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए चोट लगना वाहन से परेशानी इत्यादि की समस्या उभर सकती है. प्रॉपर्टी के मामलों को संभल कर करने की आवश्यकता होती है. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का सिंह राशि पर असर  

सिंह राशि के लिए मंगल चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय सातवें भाव पर गोचर करेंगे. यह भाव विवाह और साझेदारी का स्थान होता है और आपके जीवन पर इन दो मुद्दों का असर अधिक होगा. आपके वैवाहिक संबंधों की शुरुआत के साथ उनमें तनाव की स्थिति भी देखने को मिलेगी. अर्थात जिन लोगों का विवाह नहीं हुआ है वह जीवन साथी की खोज कर पाएंगे ओर जो विवाहित हैं उनके जीवन में कुछ उथल -पुथल रह सकती है. व्यापार के क्षेत्र में पद प्राप्ति का समय होगा. नई सोदे मिलने का समय होगा. इस समय पारदर्शिता का आवश्यकता होगी तभी काम में हर प्रकार के संदेह से मुक्ति को प्राप्त कर पाएंगे. अपने सहकर्मियों के साथ शांति और सहभागिता से काम करने की जरुरत अधिक होगी. किसी भी प्रकार की गुटबाजी के लिए समय अधिक अनुकूल न होगा. व्यर्थ के मुद्दे उभर सकते हैं इसलिए तनाव से बचने कि आवश्यकता होगी क्रोध को निय्म्त्रित रखना होगा. जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता हो सकती है. इस समय रिश्तों में अधिक तनातनी एवं जिद को बीच में नहीं आने दें और अनैतिक संबंधों से खुद को दूर रखें अन्यथा छवि खराब होगी ओर रिश्ते बिखर सकते हैं. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का कन्या राशि पर असर  

कन्या राशि के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होते हैं इस समय पर मंगल का गोचर छठे भाव पर होगा. इस समय पर जो लोग नौकरी इत्यादि की तलाश में हैं उन्हें इस अवधि के दौरान काम मिल सकता है. कार्यालय में जिम्मेदारियों में वृद्धि का समय होगा. कार्यस्थल पर छोटी-मोटी समस्याएं हो सकती हैं. जीवन थोड़ा अस्त-व्यस्त हो सकता है इसलिए आपको धैर्य रखने की आवश्यकता होगी. परिक्षाओं में कड़ी मेहनत द्वारा अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं. सहयोगियों के साथ झगड़े अथवा व्यर्थ की बातों से खुद को दूर रखना चाहिए. संबंधों में तनाव को स्थान न दें.  आर्थिक रूप से बहुत अधिक निवेश से बचने की आवश्यकता होगी. रिश्तों में व्यवहार में बदलाव देखेंगे. आपके अपने किसी बात से नाराज़ रह सकते हैं जिससे आपके रिश्ते में तनाव आ सकता है. कानूनी मसलों में उलझने के साथ साथ विजय प्राप्ति को भी प्राप्त कर सकते हैं. गल चीजों एवं लोगों से दूरी बनाए रखनी होगी. स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ी चिंता रह सकती है. चोट लगने या अन्य प्रकार के सेहत से जुड़े मसले चिंता को बढ़ा सकते हैं 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का तुला राशि पर असर  

तुला राशि के लिए मंगल दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होते हैं और इस समय पंचम भाव में गोचर करेंगे. इस गोचर के प्रभाव सवरुप ऊर्जा और उत्साह बना रहने वाला है. रिश्तों में अधिक उत्साहित भी रह सकते हैं. इस समय नए विचार आपके दिमाग में आ सकते हैं जिनके द्वारा सफलता प्राप्त कर सकते हैं. छात्रों के लिए आगे बढ़ने का समय होगा. नई सोच ओर मेहनत द्वारा अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. आप के द्वारा की गई मेहनत और प्रयास सकारात्मक फल दे सकते हैं. काम के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव बने रह सकते हैं. नए संस्थानों से जुड़ने का समय होगा. प्रेम संबंधों के लिए ये समय संभल कर आगे बढ़ने का होगा. नए रिश्तों का आरंभ भी इस समय पर हो सकता है. दोस्तों के साथ कुछ यात्राएं हो सकती है ओर कुछ नोक झोंक भी बनी रहने वाली है इसलिए इस समय पर क्रोध से बचना होगा. धनार्जन के अवसर मिलेंगे. जीवन साथी के साथ कुछ सहयोग मिलेगा शेयर मार्किट इत्यादि में रुझान होगा लेकिन संभल कर निवेश करने की आवश्यकता होगी जितना हो सके कम से कम ही इस ओर पैसा लगाना चाहिए. संतान को लेकर सेहत संबंधी दिक्कतें कुछ तनाव देंगी लेकिन स्थिति नियंत्रित रहेगी. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का वृश्चिक राशि पर असर  

वृश्चिक राशि के लिए मंगल छठे भाव और प्रथम भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय पर चतुर्थ भाव में मंगल का गोचर होगा. मंगल का प्रभाव आपको अपने रुके हुए कार्यों में पूरा करने का अवसर देंगे पूर्व में किया गया परिश्रम इस समय परिणाम देने में सहायक बनेगा.  घर पर निर्माण के काम शुरु होने का समय होगा. घर पर कुछ लोगों के साथ विचारों में भिन्नता होगी लेकिन स्थिति आपके पक्ष में रहेगी. बड़े कार्यों को पूरा कर पाएंगे. परिवार से सहयोग मिल सकता है. कुछ कारणों से घर पर बदलाव का समय भी बनेगा कुछ लोगों के साथ तनातनी भी उत्पन्न हो सकती है. आक्रामकता अथवा बेचैनी का अनुभव होगा. रिश्तों में प्रेम बना रखने की आवश्यकता होगी. बातचीत में क्रोध की स्थिति से बचने की आवश्यकता होगी. काम के क्षेत्र में अपने अधिकारियों की ओर से नए दिशा निर्देश काम में चिंता ओर जिम्मेदारी को बढ़ाने वाले हो सकते हैं. मकान या प्रॉपर्टी से संबंधित लाभ प्राप्ति का समय होगा. परिवार में किसी वरिष्ठ का स्वास्थ्य चिंता भी दे सकता है. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने की आवश्यकता होगी. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का धनु राशि पर असर  

धनु राशि के लिए मंगल पंचम और बारहवें भाव का स्वामी होता है और इस समय पर तीसरे भाव पर इसका गोचर होगा. आपके साहस में वृद्धि का समय होगा. परिश्रम द्वारा आगे बढ़ सकते हैं. खेलकूद, संचार इत्यादि कार्यों में आगे बढ़ने का समय होगा. भाई-बहनों के साथ कुछ चिंता हो सकती है इसलिए स्वयं को शांत बना कर रखें. छोटी यात्राओं को करने में होंगे. काम के नए अवसर भी शुरु होंगे और इनके लिए भागदौड़ भी अधिक रह सकती है. आर्थिक लाभ प्राप्ति होगी. सामाजिक क्षेत्र में आप अधिक शामिल हो सकते हैं.काम पर ध्यान केंद्रित करेंगे, और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी मेहनत करने में आगे रहना अनुकूल फल देने में सहायक होगा. यदि कोई मामला लंबित है, तो उसका निर्णय आपके पक्ष में हो सकता है. निजी जीवन में जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता होगी.  इसके अलावा, आपको समाज में प्रशंसा और सम्मान मिलेगा, और इस समय धर्मार्थ गतिविधियों में भाग ले सकते हैं. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का मकर राशि पर असर  

मकर चंद्र राशि के लिए मंगल चतुर्थ और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और इस समय मंगल का गोचर दूसरे भाव में होगा. यहां मंगल का गोचर नेतृत्व करने में वाणी में प्रभावशीलता देने वाला होता है. आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रयास सफलता को प्राप्त कर पाएंगे. नए व्यवसाय के अवसर मिल सकते हैं, और आप अपनी कार्य कुशलता और तकनीकी क्षमताओं के माध्यम से नए अवसर सामने होंगे. यात्राएं अकस्मात होंगी. किसी निवेश पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है. अत्यधिक व्यय भी इस समय रहेगा इसलिए थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता होगी. निजी जीवन में इस दौरान आपके जीवनसाथी के साथ संबंध प्रभावित होंगे. घर में कोई शुभ-मांगलिक कार्य होने की भी संभावना है. स्वास्थ्य की दृष्टि से स्थिति मिलेजुले फलों को देने वाली होगी. परिवार में कुछ नकारात्मक बातें परेशानी दे सकती हैं इस कारण तनाव से गुजरना पड़ सकता है. वाणी में थोड़ी कड़वाहट और क्रोध का भी उभर सकता है इसलिए अपनी भाषाशैली का उचित रुप से उपयोग करने की आवश्यकता होगी. 

मंगल के कुंभ राशि गोचर का कुंभ राशि पर असर  

कुम्भ राशि के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और मंगल इस समय पर पहले भाव में गोचर करेंगे लग्न पर ही मंगल का गोचर होने से व्यक्तित्व एवं विचारधारा में बदलाव दिखाई देगा. क्रोध की और मनमर्जी की अधिक स्थिति इस समय बनी रह सकती है.  इस गोचर के दौरान चिड़चिड़ापन और हठ अधिक उभरेगा. कामकाज के लिहाज से  कार्यस्थल पर अच्छा प्रदर्शन कर पाने में सक्षम होंगे. इस समय के दोरान जल्दबाजी में कोई निर्णय न लेना ही अनुकूल होगा. आर्थिक रूप से यह अवधि औसत रह सकती है, आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है, भौतिकवादी और सांसारिक सुख की तीव्र इच्छा हो सकती है. निजी जीवन में अपनों और सामाजिक दायरे के साथ आपके संबंध तब तक ठीक रहेंगे जब तक आप अपने स्वभाव को नियंत्रित और शांत नहीं रखेंगे. स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ संक्रामक रोगों का विशेष ध्यान रखें.

मंगल के कुंभ राशि गोचर का मीन राशि पर असर  

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल द्वितीय और नवम भाव के स्वामी होते हैं इस समय मंगल द्वादश भाव पर गोचर होगा. इस समय पर संभल कर काम करने की आवश्यकता होगी. बाहरी संपर्क का समय होगा अथवा लम्बी दूरी की यात्राओं में आगे बढ़ सकते हैं. कुछ मामलों में वृथा की भागदौड़ भी अधिक रह सकती है. जीवन साथी के साथ दूरी उभर सकती है. काम में कुछ असफलता या अटकाव जैसी स्थिति परेशानी दे सकती है. रिश्तों में किसी अन्य का हस्तक्षेप विवाद की स्थिति को उत्पन्न कर सकता है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि खान-पान बदलाव इत्यादि का सेहत पर असर होगा. शरीर में थकान या दर्द की शिकायत भी हो सकती है. अनिद्रा इत्यादि से भी परेशान हो सकते हैं. आध्यात्मिक क्षेत्र में जुड़ाव का समय होगा किसी धर्माथ के कार्यों इत्यादि में शामिल हो सकते हैं. 

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राहु-केतु का गोचर 2023 : राहु का गोचर मेष राशि में और केतु का गोचर तुला में

राहु और केतु का राशि परिवर्तन  12 अप्रैल, 2022 को होगा और यह गोचर सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है. ये ग्रह आपके पिछले जीवन कर्मों को दर्शाते हैं और आपके वर्तमान जीवन स्थितियों में विशेष भूमिका को दर्शा सकता है. इस गोचर के दौरान राहु का मंगल की राशि मेष में जाना.  मंगल राहु ऊर्जा का यह संयोजन भौतिक सफलता प्राप्त करने के आपके प्रयासों को बढ़ावा दे सकता है. राहु आपकी प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि को भी बढ़ा सकता है. साथ ही केतु का शुक्र तुला राशि में गोचर कर रहा है. यह शुक्र की भूमिका का अनुकरण करता है, जो आपके रिश्तों में प्यार और लगाव प्रदान करता है. 

राहु मेष राशि में गोचर करेगा, जो महत्वाकांक्षी और आत्मविश्वासी स्थिति को दर्शाता है. मेष राशि इच्छाओं को वास्तविकता में पूरा करने के लिए नेतृत्व और ऊर्जा का प्रतीक बनता है. मेष दृढ़ संकल्प, परिवर्तनों के लिए तत्परता और चुनौतियों का सामना करने वाली शक्ति है. राहु भौतिकवाद, अतिभोग और इच्छा के बारे में है, और मेष राशि के गुणों को बढ़ाता है. मेष राशि में राहु भूमि खरीद, प्रयासों में सफलता और विरासत के माध्यम से भौतिक लाभ और समृद्धि ला सकता है.

जब राहु मेष राशि में होगा, केतु तुला राशि में गोचर करेगा, एक वायु चिन्ह जो संतुलन और प्रेम को दर्शाता है. तुला जीवन के सभी क्षेत्रों में संतुलन प्राप्त करने पर केंद्रित है. केतु अंतर्दृष्टि, सहज ज्ञान और आध्यात्मिक प्रचुरता को दर्शाता है. तुला राशि में केतु आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है, अच्छे संचार और बातचीत कौशल को सक्षम कर सकता है. यह जीवन में बहुत सारे सकारात्मक विकास लाने में मदद कर सकता है.

राहु केतु का गोचर मेष राशि के लिए 

राहु 18 साल बाद राशि में प्रवेश करेगा और केतु कुंडली के सप्तम भाव में होगा. यह वह समय है जब परेशानियां बढ़ेंगी लेकिन आपको अपना आत्मविश्वास बरकरार रखना होगा. इस समय आपकी मानसिकता पर अधिक असर दिखाई देगा. कई बार व्यर्थ की चिंताएँ आपको हर तरफ से घेर सकती हैं. इस समय आप के लिए प्रयासों में लगे रहने की अश्यकता होगि ओर कुछ चीजों में आप को अधिक सोच विचर से बाहर निकला होगा. आप में आत्मविश्वास की वृद्धि होगी तथा साहस से ही आप अपनी मुश्किलों से दूर हो पाएं. इस समय स्वास्थ्य के प्रति भी सजग रहना होगा, खान-पान में संतुलित आहार में ही रहें अन्यथा व्यस्न इत्यादि से आपको हेल्थ दिक्कतें उभर सकती हैं. 

राहु केतु का गोचर वृषभ राशि के लिए 

इस गोचर के साथ राहु राशि से निकल कर आपके द्वादश भाव पर होगा ऎसे में आप कुछ मानसिक शांति का अनुभव कर पाएंगे ओर इस समय आपके समक्ष सकारात्मक प्रभाव दिखाई देंगे. आपके मन में शांति और परिवार में कुछ खुशियों का भी आगमन होगा. आर्थिक मामलों में आपको प्रगति देखने को मिल सकती है. घर में बच्चों की ओर से आपको कुछ अच्छे प्रभाव देखने को मिल सकते हैं. पुरानी बातें अब कुछ राहत को प्राप्त कर पाएंगे. आप नई कार्य योजनाएँ बना सकते हैं.

राहु केतु का गोचर मिथुन राशि के लिए 

राहु आपकी कुंडली के 11वें भाव में गोचर करेगा और केतु पंचम भाव में गोचर करेगा. यह परिवर्तन आपके जीवन में विचारधारा का बदलाव लाने वाला होगा. आप इस समय कुछ नई चीजों से जुड़ सकते हैं. आपके जीवन में कोई समस्या बहुत अधिक न रहे लेकिन एजुकेशन में आप को बदलाव दिखाई दे सकता है और आप अपनी महत्वकांक्षाओं को लेकर भी आगे रहना चाहें. अपने वाहनों का उपयोग करते समय सावधान रहें, सब कुछ ठीक होने के बावजूद, आपको अज्ञात का डर महसूस हो सकता है. विवादों में जीत मिल पाएगी. आर्थिक स्थिति में कुछ लाभ के मौके मिलेंगे लेकिन ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना है इसलिए संभल कर आगे बढ़ें

राहु केतु का गोचर कर्क राशि के लिए  

राहु अब दसवें भाव में और केतु चौथे भाव में होगा. लेकिन इस समय आपको ऐसे काम करने पड़ सकते हैं जिनमें आपका रुझान अधिक नहीं रह पाए. किसी करीबी से विवाद होने की संभावना है, सुनिश्चित करें कि आप किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग करते समय सतर्क हैं. व्यापार में धोखा मिलने की संभावना है, विवादित मामलों में एक कदम पीछे हटने की कोशिश करने की जरूरत होगी. 

राहु केतु का गोचर सिंह राशि के लिए 

कुंडली में राहु और केतु का नया स्थान आपके जीवन में किसी भी निराशा को दूर करने में मदद कर सकता है. आपके लिए यात्राएं अधिक रह सकती है. धार्मिक चीजों की ओर आप अधिक व्यस्त रह सकते हैं. आप वरिष्ठ लोगों गुरुजनों की संगती को प्राप्त कर पाएंगे. अपने किसी पुराने मित्र इत्यादि को करीब पाएंगे. विदेश में रहने वालों को लाभ होगा और आय में वृद्धि हो सकती है. कर्ज से मुक्ति पाने में आप राहत पाएंगे. कामकाज में सुधार होगा और विवाद सुलझेंगे, संपत्ति से लाभ मिल सकता है. 

राहु केतु का गोचर कन्या राशि के लिए 

राहु के अष्टम भाव में और केतु दूसरे भाव में होने से आपके जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं. निराशा प्रबल होगी और आपके काम समय पर पूरे नहीं होंगे. अपने वाहनों का उपयोग करते समय सावधान रहें. किसी भी तरह के विवाद से जितना हो सके दूर रहें. घरेलू विवाद की संभावना है. उन गतिविधियों से दूर रहने की कोशिश करें जिनमें बहुत सारे जोखिम शामिल हों क्योंकि इनसे चोट लगने या तनाव की स्थिति उभर सकती है.

राहु केतु का गोचर तुला राशि के लिए  

राहु के पंचम भाव में प्रवेश करने से आपके बहुत से रुके हुए काम होंगे. आपकी सभी योजनाएं सफल होंगी और परिवार के साथ जश्न मनाने के लिए आपको नए कारण मिल सकते हैं. हालांकि आपकी जिम्मेदारियां बढ़ेंगी. संतान से सुख मिलेगा. नाक और कान में चोट या बीमारी होने की संभावना है.

राहु केतु का गोचर वृश्चिक राशि के लिए 

केतु और राहु का यह गोचर आपकी राशि के लिए सकारात्मक रहेगा. समय आपके पक्ष में रहेगा. शत्रु आपको हानि पहुँचाने का प्रयास करेंगे लेकिन असफल होंगे. चिंताओं का अंत होगा और आप बहुत सारे धार्मिक कार्यों में शामिल होंगे. आपके यात्रा करने के योग बन रहे हैं. आप नया घर खरीदने की योजना बना सकते हैं.

राहु केतु का गोचर धनुराशि के लिए 

राहु पंचम भाव में और केतु 11वें भाव में गोचर करेगा और इसका आपके जीवन पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. चीजें आपके पक्ष में होंगी. कुछ मानसिक तनाव और अज्ञात भय की चिंता हो सकती है. आपको अपने घुटनों में दर्द भी महसूस हो सकता है. आप नई जमीन खरीदने की योजना बना सकते हैं.

राहु केतु का गोचर मकर राशि के लिए 

मकर राशि के लोगों के लिए राहु चौथे भाव में और केतु दसवें भाव में गोचर करने वाला होगा. आपको कुछ आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. रिश्तों में ये समय नए बदलाव का समय होगा. परिवार से आपको कम सहयोग मिल पाए. संतान पक्ष की ओर से आपको किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. 

राहु केतु का गोचर धनु राशि के लिए 

राहु चौथे भाव में और केतु दसवें भाव में होगा. आपको कुछ आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जोड़ों में दर्द, या शरीर में थकान अधिक परेशान कर सकती है. रोग से खुद को बचाव कर रखें. परिवार से आपको कम सहयोग मिल सकता है. बच्चे आपको किसी परेशानी में डाल सकते हैं. आपको अपना काम पूरा करने में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. काम के लिहज से आप अधिक व्यस्त रह सकते हैं 

राहु केतु का गोचर कुंभ राशि के लिए 

तीसरे भाव में राहु और कुंडली के नवम भाव में केतु आपके लिए कुछ लाभ लेकर आएगा. इन 18 महीनों में आपको और यात्राएं करने को मिल सकती हैं. कार्यस्थल पर आपको तबादला या पदोन्नति मिलने की संभावना है. आप अपने काम का विस्तार करने का मन करेंगे. आपको अपने खर्चों में भी कमी देखने को मिलेगी. करीबी दोस्तों और परिवार के साथ विवाद होने की संभावना है.

राहु केतु का गोचर मीन राशि के लिए 

राहु-केतु का गोचर के कारण आय अच्छी बनी रहेगी, हालांकि आपको त्वचा संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. विवादों में विजय प्राप्त कर पाने में आज अधिक सक्षम होंगे. आपको अपने सभी नए काम पूरे करने को मिलेंगे. आपको अपनी नौकरी में पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे.

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गुरु का मीन राशि गोचर 2022: मेष से मीन तक सभी को होगा असर

गुरु का गोचर इस वर्ष मीन राशि में हो रहा है. गुरु के स्वराशि में गोचर की स्थिति बदलाव को पाएगी क्योंकि गुरु काफी समय से वक्री अवस्था में थे ओर अब 23 नवंबर को वह मार्गी होंगे. 13 अप्रैल 2022 को गुरु(बृहस्पति) का प्रवेश मीन राशि में लगभग 15:48 समय पर हुआ था. इस समय अपनी स्वराशि में विचरण करते हुए काफी मजबूत रहे हैं. बृहस्पति का एक लम्बा सफर मीन राशि पर होने वाला है जो विशेष रुप से सभी राशियों को भी प्रभावित करेगा. 

मीन राशि को एक शुभस्थ राशि का स्थन प्राप्त है उदार ओर परोपकारिता का गुण मीन की विशेषता को दर्शाता है ऎसे में अपनी इस राशि में बृहस्पति का प्रवेश होने से विचारधारा में एक अलग प्रभाव लक्षित होगा. इस समय आध्यतमिक दृष्टिकोण एवं वेद दर्शन का भाव भी हमारे जीवन पर असर डालने वाला होगा. नई सोच जिसमें शुभता का वास हो उसको स्वीकृति भी प्राप्त होगी. मीन राशि जल तत्व से संबंधित है तो गुरु की स्थिति भी शीतला का प्रभाव भी देगी. 

मेष राशि 

मेष राशि वालों के लिए गुरु का गोचर बारहवें भाव पर होगा. इस समय के दौरान खर्चों की अधिकता दिखाई देगी. आप को विदेश जाने या विदेश से किसी न किसी रुप में जुड़ने का अवसर मिलेगा. यात्राएं अधिक होंगी जो वृथा की भागदौड़ का कारण भी बन सकती हैं. आध्यात्मिक क्षेत्र की ओर रुझान का समय होगा. किसी धर्म संस्थान या आश्रम से जुड़ सकते हैं. मोक्ष पर विचार अधिक होगा. स्वयं को लेकर आप अधिक विचारशील होंगे. अपने काम के क्षेत्र में बदलाव देखेंगे, कुछ यात्राएं चिकित्साल्य या कानूनी मसलों पर भी होंगी. आप के प्रयास सफल होंगे ओर किसी बाहरी व्यक्ति का कुछ सहयोग भी मिल सकता है. इस समय स्वास्थ्य पर ध्यान रखने की भी आवश्यकता होगी. 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए गुरु(बृहस्पति) का गोचर एकादश भाव पर होगा. आपके पास धनार्जन के अच्छे स्त्रोत होंगे. आप अपने साथ साथ दूसरों के लिए लाभदायक होंगे. इस समय अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने का समय होगा. अपने पुराने कामों को अब पुरा कर पाएंगे. नए प्रेम संबंध स्थापित हैं यदि अविवाहित हैं तो विवाह योग बनेंगे. शिक्षा के क्षेत्र में परिणाम शुभ होंगे. मान सम्मान को प्राप्ति करने के लिए किया गया संघर्ष कुछ सहायक बनेगा. लाभेश की स्थिति मजबूत होने से आय के अन्य स्त्रोत विकसित भी हो सकते हैं अपने वरिष्ठ लोगों की ओर से आपको दिशा निर्देश मिलेंगे. बड़े भाई बंधुओं का प्रेम आप प्राप्त कर पाएंगे. इस समय लम्बी दूरी की यात्राओं का समय भी होगा. अपने पार्टनर की ओर से भी आप को काम के क्षेत्र के नए सुझाव मिल सकते हैं. संतान प्राप्ति के योग बनेंगे, ज्योतिष, दर्शन इत्यादि से संबंधित शिक्षा से जुड़ सकते हैं. विशिष्ट वर्ग के लोगों के साथ मुलाकातें भी हो सकती है. सामाजिक प्रतिष्ठ से जुड़ पाएंगे. 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के लिए बृहस्पति का गोचर दशम भाव में होगा. आपके काम काज तथा घरेलू जीवन पर इसका सिधा असर देख पाएंगे. इस समय के दोरा आप कुछ नए कामों से जुड़ पाएंगे. नई चीजों को अपने जीवन में शामिल होते देख पाएंगे. आप के काम का दबाव भी आप पर रह सकता है. इस समय घर वापसी का समय भी बन रहा है जो लोग अपने निवास स्थान से दूर हैं उन्हें पुन: इस स्थान पर आने का मौका मिलेगा. अभिमान में वृद्धि का समय होगा इस समय अधिकारियों के साथ सहमति अधिक न बन पाए. कुछ बातों पर अडि़ग भी रह सकते हैं. कारोबार में आप के लिए विस्तार करने का समय है. अपने रिश्तों को लेकर सजग रहें मानसिक रुप से अधिक सोच विचार से आपको बचना होगा. पिता के साथ कुछ मतभेद उभर सकते हैं. स्वास्थ्य का ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी. संपत्ति की खरिद फरोख्त का समय भी बन रहा है. 

कर्क राशि 

कर राशि के लिए बृहस्पति का गोचर नवम भाव पर होगा. भाग्य जागेगा. पुरानी परेशानियों से इस समय मुक्ति मिल सकती है. अपने रिश्तों को आप पुन: सुधार पाएंगे. जीवन साथी या भाई बंधुओं के साथ चली आ रही तनाव की स्थिति भी अब दूर हो सकती है. आप धार्मिक कार्यों एवं यात्राओं का आनंद ले सकते हैं. गुरु जनों का स्नेह एवं मार्गदर्शन भी आप प्राप्त कर सकते हैं. इस समय दान या धर्म से जुड़े कार्यों में आप शामिल हो सकते हैं. काम के क्षेत्र में आपको कुछ अच्छे अवसरों की प्राप्ति होगी. भाग्य स्थान में गोचर बचाव ओर भाग्य की प्राप्ति कराने वाला होता है. विरोधियों से भी आप अपने को बचा पाने में सक्षम होंगे. इस समय यात्राओं का दौर भी होगा विदेश लाभ भी मिल सकता है. काम में उन्नती, पद प्राप्ति का भी समय होगा. सामाजिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर इस समय अष्टम भाव पर होगा. इस गोचर की स्थिति आपको अचानक से मिलने वाले फलों को अधिक देने वाली होगी. आप को इस समय संघर्ष की अधिकता से गुजरना पड़ सकता है. कुछ काम होते होते अटकाव में भी फंस सकते हैं. गुप्त शत्रुओं का विरोध आप को परेशानी दे सकता है. सफलता की प्राप्ति के लिए परिश्रम लगातार करने की अश्यकता होगी. इस समय रोग या किसी दुर्घटना से भी प्रभवैत हो सकते हैं मधुमेह का प्रभाव शरीर पर पड़ सकता है. खान पान में गलत चीजों की ओर झुकाव से बचना ही सेहत की अनुकूलता को बनाए रखने वाला होगा. इस दौरान आप जरूरत से ज्यादा खर्च हो सकते हैं.  यात्रा भी ज्यादा कर सकते हैं. कारोबार में अचानक से कोई रुकावट उत्पन्न होने की संभावना हो सकती है. कानूनी मसलों में भी आप फंस सकते हैं. व्यर्थ के विवाद से बचे रहना होगा. शार्टकट के कामों में सावधानी बरतनी होगी. 

कन्या राशि 

कन्या राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर सातवें भाव में होगा. इस समय अविवाहित लोग विवाह के बंधन में बंध सकते हैं अथवा नए रिश्तों का आगमन जीवन में हो सकता है. साझेदारी में किए जाने वाले काम को करने के लिए आप प्रयासशील रहने वाले हैं. नए काम का आरंभ इस समय पर हो सकता है. जीवन के कुछ क्षेत्रों में कुछ राहत अनुभव करने क आवसर भी मिल पाएगा. आर्थिक क्षेत्र में आप कुछ प्रगति कर पाएंगे. सामाजिक क्षेत्र से जुड़ेंगे. अपने आप पर में भी आप बदलाव देख सकते हैं. कारोबार कुछ नई साझेदारियों से उभरेगा. बॉस के साथ आपके संबंध सुधरेंगे. जीवनसाथी और बच्चों के साथ आप समय बिताएंगे लेकिन उनका जीवन भी आप को प्रभावित करने वाला होगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखें शरीर में मोटापा बढ़ सकता है. यात्राओं का आनंद ले सकते हैं. रहन सहन पहनावे में चेंज दिखाई देगा. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए बृहस्पति का गोचर छठे भाव पर होगा. इस समय पर संघर्ष की वृद्धि क असमय होगा. छठा स्थान रोग, शत्रु ओर ऋण का प्रतिनिधित्व करता है ओर एक शुभ ग्रह की इस स्थान में स्थिति के चलते अधिक प्रभाव में आ सकते हैं लेकिन आप को संघर्ष में विजय प्राप्ति भी मिल सकती है. आप के विरोधियों की संख्या बढ़ सकती है इस समय अपनों का अधिक सहयोग न मिल पाए. कर्म क्षेत्र में भी सहकर्मियों के साथ संबंध प्रभावित हो सकते हैं इसलिए शांत और धैर्य के साथ काम करने की आवश्यकता होगी. आर्थिक मुद्दों के लिए कहीम से इस समय धन उधार भी ले सकते हैं. परिवार, करोबार अथवा स्वास्थ्य पर धन अधिक खर्च हो सकता है. इस समय मानसिक शांति प्रभावित रहेगी इसके लिए जरुरी है की स्वयं को परिस्थितियों के लिए तैयर रखें और लगातार प्रयास करें सफलता मिल सकती है. व्यर्थ के मामलों में खुद को न उलझाएं क्योंकि आप अधिक परेशानी झेल सकते हैं. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए बृहस्पति का गोचर पांचवें भाव पर होगा. गोचर का प्रभाव शुभदायक रह सकता है. इस समय शिक्षा एवं ज्ञान के क्षेत्र में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं. प्रेम संबंधों की शुरुआत होगी. रिश्ते में आप आगे बढ़ने का मन बना सकते है. मंत्रालय के कामों में आप सक्षम होंगे. अधिकारियों को प्रसन्न कर सकते हैं. संतान सुख की प्राप्ति का भी समय होगा. संतान पक्ष की ओर से प्रसन्नता की प्राप्ति होगी. यात्राएं सुखद रहेंगी. आप अपने भीतर प्रेम का अनुभव कर पाएंगे. मौज मस्ती या प्रसनता से जुड़े कार्यों में शामिल हो सकते हैं. समाज में प्रतिष्ठा प्राप्ति भी होगी. शेयर मार्किट से लाभ मिल सकता है. इस समय अच्छे स्वास्थ्य, बेहतर स्थिति और सौहार्दपूर्ण संबंधों का आनंद ले सकते हैं. कुछ फलदायी यात्राओं पर भी जा सकते हैं. इस अवधि के दौरान सगाई विवाह भी हो सकता है. आप नए दोस्तों को बनाएंगे सामाजिक दायरे का आनंद लेंगे. उपाधी या पद प्राप्ति का समय भी है. 

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव पर होगा. आपके लिए ये एक शुभस्थ समय भी होगा. इस समय घरेलू जीवन ओर आपके मानसिक संतोष पर इसका असर होगा. कुछ नए घर की प्राप्ति या निर्माण से जुड़े कम इस समय हो सकते हैं. घर से दूर रह रहे लोग घर पर आ सकते हैं. रिश्तों को लेकर मिश्रित परिणाम प्राप्त हो सकते हैं. अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ अपने संबंधों को लेकर बहुत सजग रहना होगा. संपत्ति में निवेश करते हैं, वाहन, आभूषण वस्त्र इत्यादि पर भी खर्च अधिक रह सकता है. परिवार में किसी सदस्य का आगमन हो सकता है.  यात्राएं भी होंगी. छात्रों को अपनी शिक्षा के क्षेत्र में नए विशय प्राप्त हो सकते हैं. माता का प्रेम मिल सकता है लेकिन उनके स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता भी रह सकती है. कारोबार में बदलाव या स्थान परिवर्तन भी हो सकता है. 

मकर राशि 

मकर राशि के लिए बृहस्पति का गोचर तीसरे भाव पर होगा. इस गोचर द्वारा आपके प्रयास वृद्धि पाएंगे. कार्यों में सफलता प्राप्ति के लिए एक बार प्रयास करना काफी न हो इसलिए लगातार की जाने वाली कोशिशों में कमी नही आने दें. यात्राओं को अधिक कर सकते हैं इनमें सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी. वाहन चलाते समय भी सावधानी बरतने की जरूरत होगी. वित्तीय संतुलन बनाए रखने के लिए अपने खर्चों को कम करने का प्रयास करना होगा. भाई बंधुओं के साथ प्रेम संबंध होंगे लेकिन कुछ बातें असहमती का कारण भी बन सकती हैं. काम के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव से गुजर सकते हैं. जीवन में कुछ चुनौतियों का अनुभव होगा. अपने शौक को इस समय ह्सामिल कर पाएंगे. मार्ग में आने वाली बाधाओं के कारण काम कुछ  धीमा हो सकता है. स्थान बदलाव का समय होगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत होगी. छोटी धार्मिक यात्राओं पर जा सकते हैं या कुछ धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल हो सकते हैं.

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर इस समय दूसरे भाव पर होगा. इस समय आपके पास कई अच्छे अवसर होंगे और साथ ही आपके लाभ की वृद्धि का भी समय भी बन रहा है. इस समय परिवार में किसी का आगमन हो सकता है. लोगों के साथ नए रिश्तों में खुद को देख पाएंगे. धनार्जन में नए आय वृद्धि का समय होगा. इस समय पैतृक संपत्ति से लाभ की प्राप्ति का योग बन सकता है. काम-काज के क्षेत्र में कुछ बेहतर अवसर मिल सकते हैं. सामाजिक स्थिति में विस्तार होगा. कुछ निवेश के कार्यों को इस समय पर बेहतर तरीके कर पाएंगे. संतान सुख एवं वैवाहिक जीवन का आरंभ भी अभी के समय में अच्छे प्रभाव दे सकता है. इस समय के दौरान वाणी में प्रभावशीलता उत्पन्न होगी तथा संचार से जुड़े कामों में लाभ और प्रसिद्धि प्राप्त हो सकती है. 

मीन राशि 

मीन राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर लग्न स्थान पर होगा. राशि पर गोचरस्थ होते हुए गुरु के शुभ फल प्राप्त होंगे. इस समय विचारधारा में होने वाले बदलावों को आप अनुभव कर पाएंगे. नए स्थानों पर जाने ओर नए लोगों के साथ काम करने का समय होगा. आध्यात्मिक पक्ष को मजबूती मिलेगी. स्वभाव में बदलाव होगा. मानसिक चिंताओं का असर आप पर हो सकता है लेकिन साथ ही इन बातों से आगे निकल पाने में भी आप सक्षम होंगे. दूसरों के लिए मार्गदर्शक भी बन सकते हैं स्वास्थ्य से संबंधित मामलों पर ध्यान बनाए रखें विशेष कर भोजन में बदलाव का असर शरीर पर पड़ सकता है.  प्रतिष्ठा और स्थिति में सुधार होगा, अध्यात्म की ओर आपका रुझान रहेगा.  निवेश के लिए यह एक अच्छा समय है, आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. इस गोचर के दौरान साथी या किसी विशेष व्यक्ति से मिल सकते हैं. अध्ययन से जुड़े मामलों के लिए समय अच्छा होगा. 

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नव संवत्सर 2079 कैसा रहेगा सभी के लिए, आईये जानते हैं विस्तार से

“दुर्भक्षं जायते घोरं राज्ञां दुर्ममिजं भयम् ।

बालाहानिश्च रोगेभ्यो नले ज्ञेया समन्तत: ।।”

02 अप्रैल 2022 को नव विक्रम संवत का आरंभ होगा. 2079 का नव संवत्सर “नल” नाम से पुकारा और जाना जाएगा. इस वर्ष संवत के राजा शनि होंगे और मंत्री भी गुरु ही होंगे. नल  नामक संवत के प्रभाव से वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि की संभावना होगी. किसी प्रकार का दुर्भिक्ष अथवा अकाल जन्य परिस्थितियों का होना वस्तु मूल्य वृद्धि का मुख्य कारण बन सकता है. सरकार एवं राज्यों की नितियों का प्रभाव जनत अको त्रस्त कर सकता है. दोषपूर्ण कार्यों द्वारा जनता की सरकार से तनाव की स्थिति भी उत्पन्न होगी. 

सम्वत राजा “शनि”

इस वर्ष संवत का शनि होगा. शनि के प्रभाव से ये समय न्याय एवं कठोरता की स्थिति को दर्शाने वला होगा. उपद्रव युद्ध दंगों की स्थिति देश को प्रभवैत करने वाली होगी. इस समय के दौरान विद्रोह की स्थितियां अधिक प्रभाव डाल सकती हैं. मौसम में अचानक से होने वाले बदलाव बिना मोसम के बारिश की स्थिति खराब हो सकती है.विभिन्न प्रकार के रोगों का प्रकोप भी इस असर डाल सकता है. अतंकी और सांप्रदायिक गतिविधियों का माहौल बनता दिखाई देगा. कुछ स्थानों से लोगों के पलायन का भी  देखने को मिल सकता है.

सम्वत मंत्री “बृहस्पति(गुरु)”

इस वर्ष मंत्री बृहस्पति हैं. मंत्री की स्थिति अनुकूल होने से अनाज खाद्यानों का उत्पादन अनुकूल हो सकता है. वर्षा भी अच्छी मात्रा में हो सकती है. सरकार की ओर से कुछ लोक कल्याण के कार्यों को किया जाएगा. इस के साथ ही विकास से जुड़ी योजनाओं को सामने लाया जाएगा. प्रशासन की नीतियों का कुछ सकारात्मक प्रभाव भी जनता को आशावादी बनाएगा जिसके चलते सरकार को सहयोग मिलेगा. व्यापारियों को अच्छे लाभ मिल सकते हैं. स्वर्ण, हल्दी पीली वस्तुओं से जुड़े कारोबार में अच्छा मुनाफा हो सकता है. 

सस्येश (फसलों) का स्वामी “शनि” 

इस समय सस्येश शनि के होने से कृषी पर असर दिखाई देगा. परेशानी अधिक रह सकती है सरकार के कठोर नियमों और नितियों के कारण किसान और उनकी कृषि की पैदावार भी प्रभावित होगी. मौसम का प्रकोप फसलों को नष्ट या खराब करने वाला होगा. जौ, चना, मक्का से संबंधित फसलों को हानि पहुंच सकती है तथा इनके मूल्यों में भी तेजी से वृद्धि का प्रभाव दिखाई देगा. लोगों के मध्य वृथा के विवाद अधिक रहेंगे तथा कानूनी मसलों से अधिक प्रभावित रह सकते हैं. 

मेघश “बुध” का प्रभाव

मेघेश यानी के वर्षा का स्वामी. इस वर्ष बुध को मेघेश का स्थान प्राप्त हो रहा है. बुध के प्रभाव से अनुकूल वर्षा की स्थिति देखने को मिल सकती है. वर्षा अच्छी हो सकती है. गेहूं, जौ, धान्य पशुओं का चारा महंगा हो सकता है. दूध तथा गुड़ इत्यादि पदार्थों की उपलब्धता अच्छी रह सकती है. 

धान्येश ‘शुक्र” का प्रभाव

धान्येश अर्थात अनाज और धान्य जो हैं उनके स्वामी शुक्र होंगे. शुक्र के प्रभाव से शीतकालीन फसलों का उत्पादन कुछ प्रभावित रह सकता है. प्राकृति क प्रकोपों व असामयिक बरसात के कारण फसलों के खराब होने की संभावना भी अधिक दिखाई दे सकती है. उड़द, चना, मूंग अथवअ न्य दालें, इलायची, काली मिर्च, लौंग हल्दी मसालों के भाव में वृद्धि दिखाई दे सकती है. क्चुह स्थानों पर अच्छी बरसात सही समय पर न हो पाने के कारण भी फसलों में कमी देखने को मिल सकती है. दूध, घी तथा रसों में महंगाई देखने को मिल सकती है. 

रसेश “चंद्र” का प्रभाव

रसों का अधिकारी चंद्र बनेंगे. चंद्र के प्रभाव से अच्छी स्थिति दिखाई देगी. भौतिक सुख और रुप आकर्षण के प्रति रुझान अधिक रह सकते हैं. विलासितामय जीवन को व्यतीत करने का सुख मिलेगा. लोग अपने मनोभावों को प्रकट करना चाहेंगे. दिखावा और बनावटीपन भी देखने को मिल सकता है. ईख, गुड़ तेल, रसदार पदार्थों की अच्छी पैदावार अच्छी रह सकती है. लोगों में धन-धान्य ऎश्वर्य की प्राप्ति का उपभोग हो सकता है. 

नीरसेश “शनि” का प्रभाव

नीरसेश अर्थात ठोस धातुओं का स्वामी. इनका स्वामी “शनि” है. शनि के प्रभाव से धातुओं में स्तील, लौह से निर्मित कलपुर्जे, कोयला, काले वर्ण की वस्तुओं में तेजी दिखाई देती है. पैतृोल, डीजल, तेल, फरनैस आयल, औद्योगिकी मशीनरी इत्यादि वस्तुएं, काले ऊनी वस्त्र, गर्म मसाले इत्यादि वस्तुओं के भाव विशेष तेजी देखने को मिल सकती है.

फलेश “मंगल” का प्रभाव

फलेश अर्थात फलों का स्वामी. फलेश मंगल के प्रभाव से वृक्ष, फल फूलों, वनस्पतियों, औषधियों की पैदावार कम रह सकती है. कई प्रकार के रोग भी फसलों पर पड़ सकता है. जनता किलिष्ट कारणों से परेशान रह सकती है. प्रशासकों में संघर्ष तनाव और युद्ध का भय भी व्याप्त रह सकता है. 

धनेश “शनि” का प्रभाव

धनेश अर्थात धन का स्वामी राज्य के कोश का स्वामी. धनेश शनि के होने से यह समय आर्थिक क्षेत्र में थोड़ा परेशानी दे सकता है. इस समय पर कारोबार में आर्थिक स्थिति कमजोर दिखाई देगी. व्यापारी वर्ग को क्रय विक्रय करते समय में सावधानी बना कर रखें. विद्वान, शिक्षित तथा ब्राह्मण लोग दुष्ट लोगों के व्यवहार एवं आलोचना के कारण व्यथित हो सकते हैं. 

दुर्गेश ‘बुध” का प्रभाव

दुर्गेश अर्थात सेना का स्वामी. बुध के दुर्गेश होने से जनता जो समय एवं विषम प्रकार की स्थिति को प्रभवैत कर सकती है. इस समय पर अच्छी-बुरी दोनों प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. सामान्य भौतिक सुखों का उपभोग करेंगे. साधन संपन्न लोगों एवं व्यापारी वर्ग को सामाजिक तथा सरकारी तंत्र की ओर से किसी प्रकार का भय न होगा. सीमा पर तनाव की स्थिति अधिक परेशान रह सकती है. 

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शनि का कुंभ राशि गोचर 2024

शनि अपनी एक स्वराशि मकर से निकल कर अब अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में गोचर करने वाला है. शनि के लिए मकर राशि से निकल कर कुंभ में प्रवेश करना बहुत से बदलावों के लिए अनुकूलता लिए होगा. इस समय के दोरान वायु तत्व में भ्रमण करते हुए शनि विचारधारों से जुड़ने तथा खोज की शुरुआत का समय दर्शाता है तथा साथ ही इस समय पर अपनी एक विचारधार से अलग कुछ नवीनताओं का आरंभ भी इस समय पर ही होगा. कुंभ राशि शनि मजबूत अवस्था में स्थित होता है. शनि का एक राशि में गोचर समय लगभग ढ़ाई साल का होता है और ऎसे में यह एक लम्बा समय अब कुंभ में व्यतीत करने वाले हैं शनि गोचर का काफी गहरा प्रभाव अब आपके समक्ष होगा. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का मेष राशि पर असर

मेष राशि वालों के लिए अब शनि का गोचर एकादश भाव में होगा. इस समय पर शनि की तीसरी दृष्टि मेष पर होगी. आर्थिक क्षेत्र में नए स्त्रोत उभर सकते हैं. आप कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल में होंगे और आपके लिए नई संभावनाएं काफी महत्वपूर्ण होगा. शनि का ये गोचर आपके परिश्रम को बेहतर फल देने में सहायक हो सकता है. आर्थिक प्रगति के अवसर भी मिल सकते हैं. शनि की दृष्टि मानसिक तनाव को दिखा सकती है और साथ ही कई नई जिम्मेदारियां भी आपके सामने खड़ी हो सकती हैं. इस समय स्वयं को दृढ़ संकल्प से मजबूत बनाए रखने की जरूरत होगी. जो लोग अपने काम की शुरुआत का विचार रखे हुए हैं वह इस समय इस काम के लिए अब तैयार दिखाई देंगे. अपने व्यवसाय का आरंभ कर सकते हैं. प्रेम संबंधों में आप उत्सुकता के साथ आगे बढ़ना चाहेंगे तथा आप इस समय किसी के साथ नए संबंधों की शुरुआत भी कर सकते हैं. उच्च शिक्षा प्राप्ति के मौके मिलेंगे. सामाजिक क्षेत्र में भी आप काम कर पाएंगे और किसी समारोह अथवा सम्मेलन में भी आप शामिल हो सकते हैं. आलस्य और व्यर्थ की चिंताओं से बचें तथा पुराने बातों को भूल कर आगे बढ़ना उचित होगा. 

वृषभ राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

वृष राशि वालों के लिए शनि का गोचर दशम भाव पर होगा. यह समय आपके कर्म क्षेत्र में होने वाले बदलावों को दर्शाने वाला होगा. इस समय पर नौकरी और व्यवसाय के क्षेत्र में होने वाले बदलाव महत्वपूर्ण होंगे और साथ ही घरेलू मोर्चे पर भी स्थितियां बदलाव को दिखाने वाली होंगी. कुछ नई चीजों को प्राप्त करने का समअय भी होग अतो घर से दूर जाने के अवसर भी होंगे. नई चीजों के साथ जुड़ने और अवसरों को अपनाने का समय होगा. जो लोग काम की तलाश में हैं उन्हें अब अवसर मिल सकते हैं. अधिकारियों के साथ तालमेल की कमी हो सकती है और साथ ही सरकारी पक्ष से जुड़ने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र में लोकप्रियता पाने का समय भी मिलेगा. राजनिति से जुड़े क्षेत्र में आप को काम का मौका मिल सकता है. दांपत्य जीवन में साथी का सहयोग सहायक हो सकता है ओर विदेश यात्राओं का समय भी देखने कि मिल सकता है साथ ही बाहरी संपर्क भी स्थापित हो सकते हैं. 

मिथुन राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर नवम भाव में होगा. भाग्य स्थान पर शनि की स्थिति के चलते अटके हुए कामों को गति मिल सकती है. सामाजिक एवं लोक कल्याण से जुड़े कामों में शामिल होने के मौके मिल सकते हैं. आध्यात्मिक एवं मांगलिक क्षेत्र में आप काम कर पाएंगे. कुछ नई चीजों को खोज सकते हैं और साधना तथा ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाने की कोशिश भी कर सकते हैं. इस समय आपके स्वभाव में बदलाव भी देखने को मिल सकता है. धैर्यवान और शांत रह कर काम कर सकते हैं. ये समय लम्बी यात्राओं का संकेत भी देता है. इस समय पर विदेश से संपक का भी अच्छा समय देखने को मिल सकता है. भाई बंधुओं के साथ आप कुछ अधिक समय बिता पाएंगे. धार्मिक, परोपकारिया एवं सामाजिक कार्यों में आगे बढ़ने की संभावनाएं जन्म लेंगी. इस समय पर घुटनों और मांस्पेशियों में दर्द इत्यादि से प्रभावित हो सकते हैं. इस समय कसरत या योग इत्यादि को दिनचर्या में शामिल करना स्वास्थ्य एवं मानसिकता के लिए शुभ होगा. 

कर्क राशि वालों पर शनि गोचर का प्रभाव

कर्क राशि के लिए शनि का गोचर अष्टम भाव स्थान पर होने वाला है. इस स्थान पर शनि का गोचर आपके जीवन में गहराई और गुप्त संकेतों की स्थिति को दर्शाने वाला होगा. अब काम पर शनि का दृष्टि प्रभाव होने से नौकरीपेशा लोगों को अपने कर्म क्षेत्र से जुड़े मसलों का सामना करने का समय होगा. पद बदलाव ओर स्थान परिवर्तन होगा. कर्मचारियों के साथ संभल कर रिश्ते बनाए रखने की जरुरत होगी. गुप्त चिंताओं का दौर भी असर डाल सकता है. षड़यंत्र या साजिश के शिकार होने का समय भी होगा. इस समय व्यर्थ की शंकाओं से स्वयं को मुक्त रखना होगा. गुटबाजी से दूर रहना होगा. साझेदारी, जीवनसाथी या रिश्तों के मध्य मतभेद या ग़लतफ़हमियां उत्पन्न हो सकती हैं इस समय स्थिति को शांति से निपटाने का समय होगा. पुराने मतभेदों को समाप्त करने का समय है और अवचेतन मन की गहराई से जुड़ने का समय है. गुप्त धन प्राप्ति, पैतृक संपति सुख मिल सकता है. 

कुंभ राशि में शनि गोचर का सिंह राशि पर असर 

सिंह राशि वालों के लिए सप्तम भाव में शनि का गोचर होगा. ये समय विवाह से जुड़े मुद्दे सामने हो सकते हैं. इस समय के दौरान कुछ नई पार्टनरशिप का आरंभ होगा. आप कुछ फैसले ले सकते हैं. परिपक्व फैसले और सटीक सुझावों का समय दिखाई देगा. जीवन में कुछ सहयोग की तलाश आपके लिए काफी संभावनाओं को दिखाने वाली होगी. स्वास्थ्य से जुड़े मसलों में अपनों और दूसरों के ख्याल को लेकर आप को मजबूत बनाए रखना चाहिए. इस दौरान शल्य चिकित्सा या चोट इत्यादि से परेशानी भी रह सकती है. बाहरी लोगों के साथ संपर्क का समय होगा. कुछ यतराएं हो सकती हैं. सामाजिक रुप से स्वयं की छवि को लेकर आप काफी आगे रहने वाले हैं. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का कन्या राशि पर असर

शनि का गोचर कन्या राशि के छठे भाव में होने वाला है. नौकरी के क्षेत्र में नई संभावनाएं मिल सकती हैं. छात्र अपने लिए नए मार्ग को देख पाएंगे.  कुछ नए मौके मिल सकते है पद प्राप्ति का समय होगा ओर आने वाले समय में प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिल सकता है.  कठिन परिश्रम और निरंतर प्रयासों से अच्छे परिणामों को पा सकते हैं. नए प्रोत्साहन या वेतन में वृद्धि की प्राप्ति के लिए किया गया संघर्ष काम आएगा. कर्म क्षेत्र में बदलाव दिखाई देंगे, कुछ लोग सकारात्मक रुप से सहयोग दे सकते हैं. विरोधी पक्ष चाहे जितना दबाव बनाए आप अपनी सफलता को पाने के लिए आगे रह सकता है. इस समय पर कर्ज इत्यादि से दूर रहना ही जरुरी होगा तथा व्यर्थ के व्ययों से खुद को बचाने की आवश्यकता भी होगी. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का तुला राशि पर असर

शनि का तुला राशि में गोचर पंचम भाव को प्रभावित करने वाला होगा. इस समय पर आपके रिलेशन, शिक्षा, बच्चों ओर नई विचारधाराओं से आगे बढ़ने का होगा.  इस समय नए प्रवेश संस्थनाओं से जुड़ सकते हैं. अच्छे सकारात्मक लाभ भी मिल सकते हैं. छात्र अपनी पढ़ाई के लिए कहीं दूर भी जा सकते हैं. इस समय विदेश में जाने का समय भी बनता है. उच्च शिक्षा के लिए बाहर जा सकते हैं अपनी पसंद के कुछ कामों में शामिल हो पाएंगे. नई भाषाओं से जुड़ सकते हैं . रिश्तों में अब बंधन मजबूत हो सकते हैं या फिर इस समय रिश्ते अंत भी हो सकते हैं. आप अपने क्षेत्र में अच्छे लाभ प्राप्त कर सकते हैं. जो लोग संतान जन्म की इच्छा रखे हुए हैं उन्हें इस समय लाभ मिल सकता है. अपने शौक पूरा करने के मौके अब मिल सकते हैं. संपत्ति या नौकरी से जुड़े काम के मौके मिल सकते हैं. पद प्राप्ति ओर पद से मुक्ति दोनों ही स्थिति सामने होंगी. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का वृश्चिक राशि पर असर

शनि का गोचर इस समय चतुर्थ भाव में होने से अब स्थान बदलाव, घर से दुर जाने या नई रिश्तों से जुड़ने का होगा. घरेलू कार्यों में निर्माण से जुड़े काम हो सकते हैं. इस समय काम होने में विलंब की स्थिति बनी रह सकती है. आप के लिए कुछ न कुछ बदलाव सामने हो सकते हैं. कुछ बाधाएं सामना होंगी लेकिन किसी का सहयोग सहायक बन सकता है. संपति की खरिद फरोखत का समय होगा. काम में बदलाव होंगे और नई संभावनाएं आपको कुछ अच्छी कमाई का साधन होगा. छोटे बच्चों की शिक्षा से जुड़े मुद्दे चिंता दे सकते हैं. अपने काम की शुरुआत के लिए भी समय अनुकूल रह सकता है. सेहत पर परेशानी और चिंता होगी. शरीर में गैस्ट्रिक स्थिति तनाव दे सकती है. अधिक खर्चों की स्थिति बनी रह सकती है. परिवार में खर्च अधिक बना रहेगा. भौतिक सुख सुविधाओं की प्राप्ति होगी लेकिन उनसे सुख प्राप्ति मिलन अथोड़ा मुश्किल को दर्शाता है. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का धनु राशि पर असर

धनु राशि वालों के लिए शनि का गोचर तीसरे स्थान पर होगा. शनि का तृतीय भाव में गोचर आप के प्रयासों में धीमा पन दे सकता है. कुछ मामलों में यह स्थिति आलस्य का प्रभाव भी दर्शाने वाली होती है. इस समय पर लोगों के साथ जुड़ाव बढ़ सकता है काम के क्षेत्र में लोगों के साथ बातचीत की कुशलता मिल सकती है. समाज में कार्यों को लेकर आप भी शामिल हो सकते हैं. कुछ नए विचार तथा आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़ाव का भी समय होगा. इस समय अभिरुची से जुड़े मामले आगे बढ़ सकते हैं भाग्य संतान शिक्षा एवं प्रेम संबंधों पर भी इस स्थिति का असर होगा. आकस्मिक लाभ ओर अचानक होने वाले घटनाक्रम आप को अचंभित कर सकते हैं. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का मकर राशि पर असर

मकर राशि के लिए शनि का गोचर अब दूसरे भाव पर होगा, यह भाव धन भाव कहलाता है ऎसे में शनि का प्रभाव मकर राशि वालों की वाणी और उनके आर्थिक क्षेत्र पर गहरा प्रभाव छोड़ने वाला होगा. इस समय पर धन प्राप्ति ओर लाभ के संकेत कुछ विस्तार को पाएंगे. पुराने कर्ज से अब पुन: प्राप्ति की मांग संपुर्ण हो सकती है. परिवार से जुड़े व्यापार का समय होगा. पारिवारिक कारोबार में अच्छे लाभ की प्राप्ति का समय भी यहां दिखाई देता है. व्यवहारिक रुप से कार्य कर सकते हैं परंपराओं की ओर परिपेक्ष काफी सटीकता से सामने होगा. परिवार में किसी सदस्य का आगमन हो सकता है. संचित धन से लाभ की प्राप्ति का समय होगा. शेयर अथवा अन्य कार्यों में लाभ प्राप्ति होगी. वाणी में कुछ कठोरता का समावेश हो सकता है. अपने मन अनुसार कार्य करने की प्रवृत्ति में वृद्धि का समय होगा. 

शनि के कुंभ राशि गोचर का कुंभ राशि पर असर

कुंभ राशि पर शनि का गोचर लग्न भाव पर होगा. आपके व्यक्तित्व को दर्शाने वाला समय होगा. इस समय मानसिक विचारधाराओं में बदलाव का समय दिखाई देगा. अपने मनोकूल प्रभावों को पाने के लिए मानसिक चेतना का स्तर तो काम करने वाला होगा. गृहस्थी के आरंभ का समय है. जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता होती है. विदेशी कंपनियों से संपर्क का समय होगा. सामाजिक क्षेत्र में भी आप काम कर पाएंगे और किसी समारोह अथवा सम्मेलन में भी आप शामिल हो सकते हैं. आलस्य और व्यर्थ की चिंताओं से बचें तथा पुराने बातों को भूल कर आगे बढ़ना ही उचित होगा.

शनि के कुंभ राशि गोचर का मीन राशि पर असर

मीन राशि वालों के लिए शनि का गोचर बारहवें भाव में होगा. इस समय पर शनि की तीसरी दृष्टि धन पर होगी. आर्थिक क्षेत्र में नए स्त्रोत उभर सकते हैं. आप कुछ नए लोगों के साथ मेल जोल में होंगे और आपके लिए नई संभावनाएं काफी महत्वपूर्ण होगा. शनि का ये गोचर आपके खर्चों में वृद्धि का भी होगा. ये समय चीजों को लेकर कुछ मानसिक तनाव को दिखा सकता है और साथ ही कई नई जिम्मेदारियां भी आपके सामने खड़ी हो सकती हैं. इस समय स्वयं को दृढ़ संकल्प से मजबूत बनाए रखने की जरूरत होगी. जो लोग अपने काम की शुरुआत का विचार रखे हुए हैं वह इस समय इस काम के लिए अब तैयार दिखाई देंगे. अपने व्यवसाय का आरंभ कर सकते हैं. इस समय किसी के साथ नए संबंधों की शुरुआत भी कर सकते हैं. उच्च शिक्षा प्राप्ति के मौके मिलेंगे. 

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मकर राशि में मंगल और शनि का द्विग्रही योग, आकस्मिक घटनाओं का समय

मंगल का मकर राशि में गोचर  26 फरवरी 2022, शनिवार

समय दोपहर 14:46 बजे 

मंगल धनु राशि से निकल कर अपनी उच्च राशि मकर में प्रस्थान करेंगे. ज्योतिष की दृष्टि से मंगल के मकर राशि में होना एक महत्वपूर्ण घटना होती है, लेकिन इस समय ये ओर भी खास इसलिए होगी क्योंकि मंगल मकर राशि में जाते ही शनि के साथ युति संबंधों में होंगे. ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि दोनों ही को काफी कठोर ग्रह का स्थान प्राप्त है. ऎसे में मंगल – शनि का मकर में होना जो की एक की उच्च राशि है और दूसरे की स्वराशि तो स्थितियां भौगौलिक एवं सामाजिक समस्त क्षेत्रों पर ही अपना गहरा प्रभाव डालने वाली होंगी. 

मुंडेन में मंगल शनि योग
मुंडेन ज्योतिष में मंगल शनि का योग अनुकूलता की कमी को दर्शाता है. इस समय के दौरान किसी न किसी प्रकार की भौगौलिक घटनाएं देखने को मिल सकती हैं. इस समय पर प्राकृतिक घटनाओं का भी समय होगा जो भूंकप, अग्नि, बाढ़, अतिवृष्टि, सूखा, आतंकी घटनाएं इत्यादि प्रभाव डालने वाली होंगी. इस समय के दौरान अलगाव विद्रोह तथा राजनीति से जुड़े मामले सरकारों की नीतियां ओर सामाजिक असंतोष का माहौल अधिक बढ़ने वाला है.

मंगल और शनि का योग चाहे दृष्टि संबंध में हो या फिर एक साथ युति संबंध में बने ये किसी न किसी रुप में दूरगामी प्रभाव डालने वाला होता ही है.

मेष राशि

मेष राशि के लिए मंगल पहले और आठवें भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय कर्म क्षेत्र पर इनका गोचर होगा तो स्वभाविक है की ये समय काम के क्षेत्र में कुछ बदलावों को दिखाएगा. परिवार में भी इसका असर होगा. भौतिक सुख सुविधाओं एवं संपत्ति से जुड़े मसले अधिक असर डालेंगे. 

वृषभ राशि 

वृष राशि के लिए मंगल सातवें और बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं और अभी के समय में भाग्य भाव पर इनका गोचर होगा. सामाजिक, पारिवारिक वैवाहिक क्षेत्र में एवं आध्यात्मिक स्थिति में बदलाव नजर आएंगे. यात्राओं का समय है ओर अपव्यय के प्रति सावधान रहना होगा. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बनते हैं जो अष्टम में गोचर करेंगे तो इस स्थिति में आर्थिक क्षेत्र अवश्य प्रभावित होगा. कानूनी मामले तथा गुप्त रहस्यों पर आप की जानकारी अलग ही स्तर को पाएगी. कोई भी कार्य जो करें उसे काफी संभल कर उचित विचार विमर्श से शुरु करना होगा. 

कर्क राशि

कर्क राशि के लिए मंगल दसवें और पांचवें भाव के स्वामी होते हैं तथा योगकारक ग्रह की भूमिका भी दर्शाते हैं. इस समय सप्तम भाव पर इनका गोचर प्रेम संबंधों एवं दांपत्य जीव, संतान एवं शिक्षा इन सभी क्षेत्रों पर असर होगा इसी के साथ कुछ नी जिम्मेदारियों ओर लाभ की प्राप्ति भी होगी. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए मंगल चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी होते हैं और इस समय छठे भाव में गोचर करेंगे. सिंह के लिए भी मंगल एक अनुकूल ग्रह हैं. प्रतिस्पर्धा अधिक होगी लेकिन सफलता का मार्ग भी मिलेगा. क्रोध एवं जिद को नियंत्रित रखना होगा. घर पर कुछ बदलाव होगा तथा यात्राएं भी रहेंगी. 


कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस समय पंचम भाव पर गोचर करेंगे जिसके फलस्वरुप चुनौतियों का सामना करना होगा. रिश्तों में दुराव-छुपाव से बचना होगा. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा. परिश्रम द्वारा सफलता के संकेत उभरेंगे. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए मंगल द्वितीय और सप्तम भाव का स्वामित्व पाते हैं ओर इस समय सुख स्थान पर इनका गोचर होगा तो विशेष रुप से यह आपके सुख को प्रभावित करने वाले होंगे. नए लोगों से मेल जोल होगा. स्त्री पक्ष की ओर से कुछ चिंता रह सकती है. घरेलू जीवन में व्यर्थ के विवादों से बचन अहोगा आर्थिक लाभ की स्थिति बनेगी. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल पहले और छठे भाव के स्वामी होते हैं और इस समय पराक्रम के भाव पर इनका गोचर होगा. इस समय छोटे भाई बहनों के साथ नोक झोंक रह सकती है. यात्राओं में सावधानी बरतें. कुछ प्रतियोगिताओं में शामिल होंगे तथा पद प्राप्ति का समय होगा. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए मंगल पंचम और बारहवें भाव के स्वामी बनते हैं तथा इस समय दूसरे भाव धन भाव पर इनका गोचर होगा. अब समय है आर्थिक लाभ के साथ साथ खर्चों में वृद्धि से रुबरु होने इसलिए अपव्यय से बचना होगा. कोई बाहरी व्यक्ति जीवन में अचानक से प्रवेश कर सकता है. वानी में कठोरता से बचना होगा. स्वास्थ्य का ख्याल बनाए रखें. 

मकर राशि

मकर राशि के लिए मंगल चतुर्थ और एकादश भाव का स्वामित्व प्राप्त करते हैं. इस समय मकर वालों के राशि पर ही मंगल का गोचर होना है तो जल्दबाजी और जिद से दुर रहना होगा. इस समय आत्मविश्वास में वृद्धी होगी लेकिन विचारों में नियंत्रण भी चाहिए. जितना धीरज से काम लेंगे उतना ही सफलता के देख पाएंगे. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय पर व्यय भाव पर इनका गोचर होगा तो ध्यान पूर्वक स्थितियों का अवलोकन करने की जरुरत होगी. इस समय किसी भी प्रकार के व्यय से आप प्रभावित रहेंगे. अपने आप को ओर भी संतुलित करना होगा तभी उचित मार्ग को प्राप्त कर पाएंगे. 

मीन राशि

मीन राशि के लिए मंगल नवम और द्वितीय भाव के स्वामी बनते हैं और इस समय मंगल का गोचर लाभ भाव पर होगा तो अब समय होगा कुछ चीजों की प्राप्ति करने का, इस समय महत्वकाक्षाओं को पूरा करने के लिए मार्ग भी मिलेगा जिसके लिए खुद को उचित रुप से आगे ले जाना स्वयं पर निर्भर होगा. 

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