शुक्र का मेष राशि गोचर : जानें अपनी राशि पर इसका असर

शुक्र नई ऊर्जा और नई चीजों को बनाने का मौका देने के अलावा, लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीके में साहस को लाता है. मेष से पूर्व शुक्र जहां अपनी उच्च राशि में गोचर कर रहे थे अब वह वहां से हट कर मेष राशि में जाएंगे.

शुक्र वैभव विलास का ग्रह है तो वहीं मेष राशि अग्नि तत्व युक्त उत्साह से भरपूर राशि है. शुक्र अपनी स्थिति बदलने जा रहा है. शुक्र का प्रभाव कुछ राशियों के लिए नई ऊर्जा और नई चीजें दिखाने और करने का मौका देने वाला होगा. लक्ष्यों को प्राप्त करने में साहस मौजूद होगा. तो कुछ राशियों के लिए ये समय संभल कर तथा धैर्यशीलता के साथ आगे बढ़ने का होगा.

शुक्र का मेष राशि गोचर कब होगा?

31 मई 2025 को शुक्र का गोचर मेष राशि में होगा. शुक्र का मेष राशि प्रवेश सुबह 11:52 में होगा. शुक्र के बदलाव का मंगल की राशि मेष में जाना रोमांच, उत्साह ओर चकाचौंध की दुनिया को भी बदलने वाला होगा. आइए जानते हैं कि शुक्र के मेष राशि में आने सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा ये राशि परिवर्तन. 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र की चाल सुखद हो सकती है. इस दौरान जिस तरह आप खुद को बेहतर बनाने की कोशिश कर सकते हैं. सौंदर्य वर्धक वस्तुओं, उत्पादों पर भी धन खर्च कर सकते हैं. पारिवारिक जीवन में आपके करीबी लोग आपकी बातों से प्रभावित हो सकते हैं. इस समय के दौरान भौतिक सुख साधनों की प्राप्ति एवं उस पर खर्च की स्थिति बनी रह सकती है.

वृष राशि 

वृष राशि वालों को इस समय खर्चों में वृद्धि देखने को मिल सकती है. अचानक से कुछ यात्रा के कार्य हो सकते हैं. बाहरी खान-पान के कारण सेहत कुछ कमजोर रह सकती है. इस समय विदेशी कार्यों में लिप्त लोगों को अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है. इस समय के दौरान कुछ निर्णयों को लेकर आप परेशानी का अनुभव कर सकते हैं लेकिन जल्दबाजी में लिए गए फैसलों को लेकर सोच विचार कर लेना उचित होगा.

मिथुन राशि 

मिथुन राशि वालों के एकादश में शुक्र का गोचर धनार्जन के मौके देने में सहायक हो सकता है. प्रेम की प्रचुरता देखने को मिल सकती है. कीमती रत्नों और आभूषणों के कारोबार से जुड़े लोगों के लिए शुक्र का यह गोचर फायदेमंद साबित हो सकता है. इस समय के दौरान सामाजिक क्षेत्र में लोगों के साथ मेल जोल की अधिकता भी रह सकती है.

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए इस दौरान कामकाज में अच्छा मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है. परिवार में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं. धन प्राप्ति के साथ ही धन व्यय भी कर सकते हैं. नौकरी चाहने वालों को अपने करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है.इस समय वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से काम का बोझ मिल सकता है. इस समय पर काम में स्थिरता की कमी हो सकती है.

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए ये समय भाग्यदायक हो सकता है. परेशानियों से कुछ राहत मिल सकती है. यात्रा आपके लिए नई संभावनाएं लेकर आ सकती है. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है. घर के लोगों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे, बड़े भाई-बहनों के माध्यम से आपको लाभ मिल सकता है.यह समय गुरु जनों की संगत का भी होगा ओर कुछ महत्वपूर्ण संस्थानों से जुड़ने का मौका मिलेगा.

कन्या राशि 

अष्टम भाव में शुक्र का गोचर मिश्रित परिणाम देगा. इस समय कुछ अचानक से धन खर्च की अधिकता अथवा घाटे की स्थिति चिंता दे सकती है. परिवार में किसी बात को लेकर कुछ विवाद भी हो सकते हैं. इस समय पर सोच-विचार पश्चात ही कोई फैसला लेना उचित होगा अन्यथा आने वाले समय में फैसले अनुकूल न रह पाए़ं. 

तुला राशि 

वैवाहिक जीवन में कुछ बदलाव देखाई दे सकते हैं. घर पर नए मेहमानों का आगमन हो सकता है. जो लोग विदेशी कंपनियों या फिर साझेदारी में काम कर रहे हैं उनके लिए यह समय अनुकूल साबित हो सकता है. इस दौरान आपको अपने व्यापार को बढ़ाने में सफलता मिल सकती है और आप इससे काफी लाभ कमा सकते हैं.

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के लिए छठे भाव में गोचर करते समय शुक्र उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है. घर या वाहन के लिए कोई बड़ा कर्ज लेना चाहते हैं तो यह सही समय नहीं है. विरोधियों की ओर से परेशानी रह सकती है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. उच्च अंक प्राप्त करने के लिए छात्रों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी.

धनु राशि

धनु राशि के लिए शुक्र ग्रह आपकी राशि से पंचम भाव में स्थित होगा, जिसके प्रभावस्वरुप प्रेम संबंधों में सुधार होता दिखाई दे सकता है. छात्रों के लिए भी समय अच्छा रहेगा, परिवार के सदस्यों और सहपाठियों की मदद से कठिन विषयों पर भी आपकी अच्छी पकड़ हो सकती है. 

मकर राशि 

मकर राशि के लिए शुक्र का यह स्थानांतरण घरेलू जीवन तथा सुख को प्रभावित करने वाला होगा. माता का प्रेम मिलेगा तथा घर पर कुछ नई वस्तुओं को ला सकते हैं. इस दौरान काम काज में पदोन्नति या आय में वृद्धि हो सकती है. अपने भाई बंधुओं के साथ मिलकर कुछ कार्यों में गतिविधियां ते हो सकती हैं. 

कुंभ राशि 

पराक्रम के भाव में शुक्र की स्थिति होने से उत्साह-जोश में वृद्धि होगी. रचनात्मक एवं अभिरुचि से संबंधित विषयों में आपकी अच्छि पकड़ बन सकती है. भाई बहनों के साथ कुछ समय बिताएंगे. इस समय रोमांच से भरपूर कार्यों में शामिल हो सकते हैं. परिवार में नई चीजों का आगमन हो सकता है और आर्थिक लाभ की प्राप्ति होती है.

मीन राशि 

शुक्र का प्रभाव आर्थिक पक्ष को मजबूती दिलाने वाला होगा. दांपत्य जीवन में संबंध सुधार होगा. धन संचय करने में सक्षम होंगे, यात्रा में निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार कर लेना उचित होगा. मांगलिक कार्यों में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा. इस समय पर परिवार में कुछ नए बदलाव भी हो सकते हैं. संचार से संबंधित काम सफल रह सकते हैं लेकिन वाणी की कठोरता से बचना होगा.

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शुक्र का कुंभ राशि गोचर 12 राशियों पर इसका प्रभाव

शुक्र का गोचर कुंभ राशि में 07 मार्च 2024 को होगा. शुक्र का कुंभ राशि प्रवेश होने पर वृष एवं तुला राशि वालों के लिए ये समय खास होगा. इन दोनों राशियों का स्वामी शुक्र है ऎसे में शुक्र का राशि बदलाव इन पर सीधेतोर पर असर डालने वाला होगा. 

मेष राशि

शुक्र का कुंभ राशि में परिवर्तन मेष राशि के जातकों के लिए अनुकूल समय रह सकता है. शुक्र का राशि परिवर्तन मेष राशि वालों के लिए अच्छे दिनों की शुरुआत का संकेत भी दे सकता है. मेष राशि के जातकों के लिए यह गोचर लाभ और आमदनी के नए मौके देने वाला हो सकता है. ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए धन लाभ के योग बन रहे हैं. नौकरी में आपको प्रमोशन और आर्थिक स्थिति में बदलाव देखने को मिलेगा. व्यापार से जुड़े जातकों को भरपूर मुनाफा मिलेगा. नए व्यापार की दिशा में काम करने वाले जातकों के लिए दिन बहुत ही शुभ रहेगा.

वृषभ राशि 

वृषभ राशि वालों के लिए यह राशि परिवर्तन अनुकूल रहने वाला है. कुंभ शुक्र के लिए मित्रवत स्थान है जिसके कारण राशि बदलाव बहुत ही लाभदायक रहने वाला है. इन राशि के लोगों के पास नौकरी और करियर में तरक्की करने का समय है. नौकरी के कुछ अच्छे मौके मिल सकते हैं. नौकरी में प्रमोशन और अधिकारियों से तारीफ मिल सकती है. भाग्य आपका साथ देगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार देखने को मिलेगा. सम्मान मिलेगा. किसी खास प्रोजेक्ट में आपको सफलता मिलेगी. जीवनसाथी के साथ संबंध अनुकूल रह सकते हैं. 

‘मिथुन राशि

शुक्र का कुंभ राशि में प्रवेश मिथुन राशि के लिए सामान्य रुप से अच्छा रह सकता है. इस समय आपका मन कुछ संतोषजनक रह सकता है.  काम पूरा करने में परिश्रम अधिक रहने वाला है. काफी मेहनत या कष्ट के बाद ही चीजें साथ दे पाएंगी. मेहनत अधिक रहेगी लेकिन लाभ कुछ कम ही होंगे. पिता का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है और प्रतिष्ठा पर भी इस समय असर पड़ सकता है. अपनी हेल्थ का भी विशेष ध्यान रखें. इस समय आपके काम बिना किसी रुकावट के पूरे हो सकते हैं. परिवार या किसी प्रिय व्यक्ति के साथ प्रवास पर जाने की संभावना है. इस समय का सदुपयोग करना उचित होगा.

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए समय सामान्य होगा, लेकिन अचानक होने वाले लाभ भी इस समय आपको प्रभावित करने वाले होंगे. इस दौरान आपको अप्रत्याशित आर्थिक लाभ हो सकता है. कर्ज वसूली, गैर-पारंपरिक आय से भी कुछ लाभ प्राप्ति का समय होगा. जीवनसाथी या प्रियतम के साथ यात्रा करने का मौका मिल सकता है. स्वास्थ्य संबंधी चिंता या दुर्घटना की आशंका रह सकती है. काम में विघ्न और परेशानी भी आ सकती है लेकिन भाग्योदय के नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं. किसी नई योजना या नए कार्य की भी संभावना बन सकती है.

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से धन और सुख की प्राप्ति के योग बन सकते हैं. आप अपने जीवन साथी से मित्रवत रहने की कोशिश करने पर भी व्यर्थ के विवादों में फंस सकते हैं. लोगों के साथ बेवजह के मतभेद बढ़ सकते हैं. ससुराल पक्ष से विवाद खत्म हो सकता है और वसीयत के कामों में परेशानी और उलझन कम होगी. जीवन साथी की ओर से सहयोग की प्राप्ति हो सकती है. पूर्व में किया गया कोई निवेश आपको लाभ दे सकता है. साझेदारी का कोई भी फैसला इस दौरान अकेले न लें और जहां तक हो सके नए अनुबंध से बचना होगा.

कन्या राशि

नौकरी के लिहाज से शुक्र का गोचर आपके लिए शुभ रहेगा. लेकिन स्वास्थ्य संबंधी चिंता और शत्रुओं से पीड़ा आपके लिए बाधा बन सकती है. आपको आर्थिक लाभ मिलेगा. काम के सिलसिले में विदेश जाने की संभावना बन सकती है. जीवन साथी के संबंध में परेशानी हो सकती है. जो लोग विवाह के लिए योग्य साथी की तलाश में हैं उन्हें भी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. इस समय किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा न करें क्योंकि विश्वासघात की संभावना अधिक है. यदि व्यापार में कोई भागीदार है तो उसके साथ मतभेद या गलतफहमियां उत्पन्न होंगी.

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र का कुंभ राशि में गोचर अनुकूल रह सकता है. लेकिन कुछ मामलों में मिलेजुले परिणाम देगा. प्रेम के प्रति असंतोष भी अधिक रह सकता है. संपत्ति, मकान और वाहन संबंधी कार्य अधिक प्रभावित करने वाले होंगे. माता से संबंध अनुकूल रहेंगे. प्रसन्नता और मानसिक शांति बनी रह सकती है. वर्तमान समय में परिश्रम अधिक रहने वाला है इस समय धैर्य से काम करना अनुकूल होगा. जो लोग सरकारी नौकरी या व्यापार से जुड़े हैं उन्हें इस समय कुछ खास फायदा नहीं मिल पाएगा. इस दौरान यदि आमदनी और बकाया धन की प्राप्ति हो तो वह प्राप्त हो सकता है.

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से चिंता और बेचैनी रहेगी. लेकिन के द्वारा काम सफल होंगे. मनोभाव मिलेजुले रुप से प्रभावित होंगे. इस समय छात्र वर्ग का भी पढ़ाई में मन लगेगा. मौजूदा समय में शेयर बाजार में निवेश करने से पैसा फंसने या गुम होने की संभावना बढ़ जाएगी. माता या परिवार के स्वास्थ्य को लेकर चिंता हो सकती है. अप्रत्याशित ख़र्चे आपको आर्थिक तंगी में डाल सकते हैं. अधिकारी का सहयोग कम रहेगा, फिर भी आप अपनी कुशलता से उन्नति के मार्ग प्रशस्त कर पाएंगे. शत्रु या प्रतिस्पर्धी आपके सामने सिर नहीं उठा सकते.

धनु राशि

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर आपके लिए सामान्य तौर पर फलदायी रहेगा. लेकिन भाग्य साथ देगा. भाई-बहन के संबंधों में सुधार आएगा. अचानक नौकरी बदलने या नौकरी को लेकर किसी तरह की परेशानी होने की संभावना है. नौकरी में अचानक बदलाव हो सकता है और किसी रिश्ते में अचानक नकारात्मक बदलाव आ सकता है. दांपत्य जीवन में भी जीवनसाथी के साथ रिश्ते में कुछ कड़वाहट आ सकती है. मौजूदा समय में जो लोग किसी विदेशी कंपनी में काम कर रहे हैं, उनके लिए यह सी

मकर राशि

शुक्र के गोचर से आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं और आय में कमी आ सकती है. इस वजह से आपकी मानसिक चिंता बढ़ सकती है. हाथ पैरों में छोटी या बड़ी चोट लगने की संभावना हो सकती है. किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाने के योग बन सकते हैं. रक्त विकार से संबंधित रोग होने की संभावना रहेगी. चर्म रोग भी हो सकते हैं. खाने-पीने में विशेष सावधानी बरतें, अन्यथा आप बीमार पड़ सकते हैं. भाग्य आपके साथ मध्यम रहेगा. मानसिक मजबूती के साथ काम करना सबसे जरूरी है.

कुंभ राशि

शुक्र के कुंभ राशि में गोचर करने से आप परिवार को लेकर अधिक चिंतित रहेंगे, जिससे आपका मन किसी काम में नहीं लगेगा. कुछ शारीरिक कष्ट होने के योग हैं. प्रेम संबंध की बात करें तो विपरीत लिंग के व्यक्ति के प्रति आकर्षण की भावना प्रबल होगी. जिससे आपके जीवन में नई ऊर्जा का आगमन हो सकता है. सामान्य धन मिलने पर भी मन में असंतोष का भाव रह सकता है. आपका जीवनसाथी भी आपको बेहतरीन सहयोग प्रदान करेगा जिससे आपके परिवार में ख़ुशियाँ बढ़ेंगी.

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शुक्र के कुम्भ राशि में गोचर करने से यह समय मिला जुला रहेगा. विदेश संबंधी कार्यों को हल करने के अनुकूल अवसर प्राप्त होंगे. स्वास्थ्य संबंधी बातों पर ख़र्चे की संभावना है. त्वचा और आंखों में जलन हो सकती है. कुछ कार्यों पर मेहनत करने के बाद भी परिणाम नहीं मिलने पर निराशा आपको घेर सकती है. आर्थिक लाभ बढ़ सकता है. परिवार के सदस्य का सहयोग भी प्राप्त हो सकता है लम्बी यात्राएं रह सकती हैं. कोई बड़ा फैसला लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. 

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बुध दोष का असर और निजात के उपाय

ज्योतिष में बुध को बुद्धि और तर्क से संबंधित ग्रह माना गया है. बुध को चंद्र और तारा की संतान एवं श्री विष्णु के भक्त रुप में भी जाना जाता है. ज्योतिष एवं धर्म ग्रंथों में बुध की महिमा बहुत अधिक है. बुध उन शुभदायक ग्रहों में से एक है जो सकारात्मक हैं. यह संचार कौशल, मानसिक क्षमताओं और बुद्धि का प्रदाता है. बुध का शुभ फल जब प्राप्त होता है तो व्यक्ति उत्तम शक्ति को पाता है.  बुध आपकी जन्म कुंडली के अनुसार उच्च राशि में मजबूत या उपस्थित हो तो व्यक्ति को उच्च बौद्धिक गणितज्ञ बना सकता है इसके विपरित पाप ग्रहों की दृष्टि में बुध अनुकूल परिणाम प्रदान नहीं कर पाता है.

बुध ग्रह की विशेषताएं

बुध ग्रह की विशेषताओं में मानसिक शक्तियाँ, बौद्धिक मन, निर्णय लेने का कौशल, तार्किकता, विचार, संचार, भाषण, चेतना जैसी बातें शामिल होती हैं. ज्योतिष में बुध को सभी के मध्य विचार करने वाला माना गया है. बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशियों पर अधिकार रखता है. बुध के कारण भाषण या संचार कौशल में सुधार होता है. बुध की मदद से व्यक्ति अपनी छवि को भी बेहतर बना सकता है. ज्योतिष में यह वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. यह शुभ ग्रह जातकों को नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को कम करने में मदद करता है. यह आपकी सोचने की प्रक्रिया और चेहरे के भावों पर नियंत्रण रखता है. यह आपके सचेत कार्यों, विकल्पों और विश्लेषणात्मक दिमाग को नियंत्रित करता है.

जन्म कुंडली में बुध मजबूत होता है, तो व्यक्ति अपने शब्दों पर बेहतर नियंत्रण रख सकता है. बुध के द्वारा व्यक्ति को पता होता है कि दूसरों के साथ कैसे संवाद करना है. इससे उसे दूसरों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाने में और मदद मिल सकती है. यदि बुध आपकी कुंडली में अनुकूल स्थिति में है, तो आप सीख सकते हैं कि बातचीत कैसे शुरू करें और इसे कैसे समाप्त करें. इसके अलावा, बुध तीन नक्षत्रों (नक्षत्रों) का भी स्वामी है. यह अश्लेषा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र और रेवती नक्षत्र का स्वामी है.

बुध का असर अन्य ग्रहों के साथ प्रभाव

बुध का अन्य ग्रहों से संबंध कुछ इस प्रकार का माना गया है. बुध के मित्र ग्रह सूर्य और शुक्र हैं. इसके साथ तटस्थ ग्रह में शनि, मंगल और बृहस्पति आते हैं. बुध केवल चंद्र को अपना शत्रु मानता है. बुध के अन्य ग्रहों से सम्बन्धों के बारे में यह स्पष्ट देखा जाता है कि बुध के शत्रु से अधिक उसके मित्र हैं. और अब, आपके लिए यह समझना आसान होगा कि क्या होता है जब बुध अन्य ग्रहों के साथ एक हो जाता है तो वह कैसे अपना असर दिखाता है. 

बुध जब सूर्य के साथ होता है तो शुभ माना जाता है. बुध की अपने मित्र ग्रह सूर्य के साथ युति से बुधादित्य योग बनाती है. बुध और सूर्य दो ग्रहों की युति का प्रभाव व्यक्ति को विश्लेषणात्मक कौशल और बुद्धिमत्ता देने वाला होता है. जीवन में विशेषताओं का आगमन होता है यह एक महान व्यक्तित्व बनाने में भी सहायता करता है.

बुध और शुक्र की युति शुभ होती है. जब सौंदर्य का ग्रह बुद्धिमान बुध के साथ मिलता है तो मन से मिलता है. यह शुक्र और बुध का मिलन सकारात्मक प्रभाव डालने वाला होता है. यह योग व्यक्तियों को उनके संचार कौशल को बेहतर एवं तेज करने में मदद कर सकता है. व्यक्ति विज्ञान या गणित विषयों में रुचि ले सकता है. आर्थिक स्थिति परअच्छी पकड़ हो सकती है.

बुध और शनि की युति कुछ अच्छी एवं कुछ गंभीर बौद्धिकता को प्रदान करती है. एक ही घर में बुध और शनि की युति वाला व्यक्ति व्यवसायी या वकील बनने की संभावना रखता है. व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इन ग्रहों की यह युति संतान के दौरान समस्याएं पैदा कर सकती है.

बुध और मंगल की युति का असर व्यक्ति को तर्क युक्त बनाता है. बुध और मंगल के एक ही भाव में होने वाले जातक साहसी, बहादुर और ऊर्जावान होते हैं. गंभीर बातचीत करते समय आपके पास गलत संचार नहीं हो सकता है. लेकिन, आप अपने तर्क को साबित करने के लिए तर्क-वितर्क में लिप्त हो सकते हैं. आपको अपने करियर ग्रोथ में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है.

बुध और गुरु की युति का प्रभाव व्यक्ति को विचारशील और तक युक्त बनाता है. यदि बुध बृहस्पति के साथ हो तो व्यक्ति जल्दी ही जीवन में नई चीजें सीख सकता है. यह संबंध इस बात की ओर भी इशारा करता है कि व्यक्ति कई बार अनावश्यक लड़ाई-झगड़े में शामिल हो सकता है. बृहस्पति की उपस्थिति जीवन में आध्यात्मिकता और उच्च ज्ञान विकसित करने में मदद कर सकती है.

बुध और चंद्रमा की युति का असर दो नैसर्गिक शत्रु ग्रहों की युति जैसा देखने को मिल सकता है. आपको अनुकूल परिणाम नहीं दे सकती है. लेकिन जीवन में कोई बड़ी समस्या नहीं हो सकती है क्योंकि बुध एक शुभ ग्रह है. यदि ये दोनों ग्रह एक ही घर में हों तो आप वन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में कमी आती है.

बुध और राहु-केतु की युति काफी गंभीर मानी जाती है. बुध राहु के साथ होने पर नए विचारों और बुद्धिमत्ता को देने में सक्षम होता है. अपनी चीजों पर बात करना अधिक पसंद कर सकते हैं. बुध केतु के साथ होने पर रिसर्च देता है. त्वचा से संबंधी बिमारी और वाणी विकार हो सकते हैं.

बुध से मिलने वाले परिणाम अन्य ग्रहों के साथ युति भावों, राशियों और बल में इसकी स्थिति पर निर्भर करती है. ऎसे में जब बुध किसी पाप ग्रह के साथ होता है या फिर वह नीच राशि एवं खराब भाव स्थान खरब नक्षत्र में बैठता है तब बुध का दोष काफी गहरा असर डालने वाला होता है. 

बुध दोष के उपाय 

बुध मंत्रों का उपयोग बुध के पाप प्रभाव को समाप्त करने के लिए विशेष होता है. यदि बुध मंत्रों का जाप किया जाए तो इसके प्रभाव द्वारा जातक व्यक्ति को बुध के सकारात्मक असर मिलते हैं. बुध की शांति का असर बुध के खराब असर को कम कर देने वाला होता है. 

” ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः”

 “ॐ बुं बुधाय नम: “

“प्रियंगु कलिका श्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम

सौम्यं सौम्य गुणोपेतं बंध तं प्रणमाम्यहम्”

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मकर राशि में शुक्र का गोचर फल 2024

वैदिक ज्योतिष पंचांग अनुसार शुक्र का प्रभाव धनु राशि से निकल कर मकर राशि में होगा और यह प्रवेश 2024 में काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि मकर राशि में शनि के साथ मंगल का युति संबंध हो रहा है और अब शुक्र का भी मकर राशि में आना परिस्थितिओं में काफी आक्रामक स्थिति को दिखाने वाला होगा. शुक्र गोचर के साथ यह युति संबंध मकर राशि में अब देखने को मिलेगा.

मकर राशि में शुक्र का होना
शुक्र का इस स्थान पर आ जाना इस पर अपने असर की छाप लम्बे समय तक छोड़ने वाला होगा. इस समय मुख्य रुप से कला जगत, सैन्य क्षेत्र एवं धातु तथा ईंधन की स्थिति काफी प्रभावित होने वाली है.

शुक्र 02 दिसंबर 2024 को सोमवार 11:57 बजे मकर राशि में गोचर करेंगे. मकर राशि शुक्र के अनुकूल है, और शुक्र मकर राशि में है, इसलिए यह सामान्य भावनाओं में वृद्धि का दौर होगा. शुक्र का गोचर कुछ राशियों के लिए खुशी और वित्तीय भाग्य ला सकता है तो कुछ के लिए नई चुनौतियां ओर जिम्मेदारियों को लाएगा. शुक्र ग्रह रोमांस, सौंदर्य, विलासिता, कला, साहित्य, रचनात्मक झुकाव को दर्शाता तो वहीं यहां शनि और मंगल जैसे ग्रहों का योग इसकी इन प्रवृत्तियों से अलग होगा, शनि और मकर राशि यह गोचर मित्रवत है लेकिन मंगल की स्थिति का होना किसी कमल से कम नही होगा. इस समय कुछ राज खुलेंगे.

मेष राशि पर प्रभाव
शुक्र दशम भाव में प्रवेश करने जा रहा है, यह काम और इससे जुड़े पहलुओं का भाव है जैसे पदोन्नति, प्रसिद्धि, शक्ति और अधिकार का समय होगा. नौकरी में वृद्धि हासिल करने का समय, आपकी मेहनत और लगन से आपको कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. आपके वरिष्ठ आपके क्षेत्र में आपके द्वारा की गई ईमानदारी और प्रयासों को पहचान पाएंगे.

वृष राशि पर प्रभाव
वृषभ राशि के लिए शुक्र नवम भाव में गोचर करने जा रहा है. यह भाव भाग्य, सपने, उच्च शिक्षा और धार्मिक यात्राओं का प्रतिनिधित्व करता है. गोचर भाग्य के घर में होने वाला है और इसलिए इस समय के दौरान यह वित्तीय लाभ दिलाने में सहयोग करेगा. कार्यक्षेत्र में मनचाही आर्थिक आमदनी मिलने के योग हैं. आप अपने कार्यस्थल पर अपने प्रयासों के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं या अपने व्यावसायिक सौदों में भारी मुनाफा कमा सकते हैं. यात्राओं क अयोग बनेंगे.

मिथुन राशि पर प्रभाव
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर आठवें भाव में होने वाला है. यह चिंताओं, बाधाओं, ऋणों और शत्रुओं का घर है. इस राशि में बुध का स्वामी होने के बावजूद, जो शुक्र के अनुकूल है, गोचर आपको मिले-जुले परिणाम दे सकता है. इस चरण के दौरान आपके अनावश्यक रूप से पैसा खर्च करने की संभावना है क्योंकि आप सांसारिक सुखों की ओर आकर्षित होंगे. अनियोजित बातें चिंता का कारण हो सकती हैं. कुछ गुप्त प्रेम संबंध तथा अचानक होने वाली घटनाएं परेशान कर सकती हैं.

कर्क राशि पर प्रभाव
कर्क राशि के लिए शुक्र का गोचर सातवें भाव में होगा, यह भाव वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी, साझेदारी, इच्छाओं और आशाओं का कारक होता है. यह गोचर आय के मामले में फलदायी परिणाम देगा, आपको कार्यस्थल पर प्रोत्साहनमिलेगा. साझेदारी के माध्यम से वित्तीय लाभ मिल सकते हैं. जीवनसाथी आपको आर्थिक रूप से योगदान देने और समर्थन करने में आगे रह सकता है. व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन का नया रंग दिखाई देगा.

सिंह राशि में गोचर का प्रभाव
शुक्र आपके लिए छठे भाव में गोचर करेगा. छठा भाव ऋण, विवाद, रोग और दुख का घर होता है, यह शुक्र के लिए प्रतिकूल भाव है. इसलिए यह गोचर आपको कुछ मीठे और खट्टे अनुभव देने वाला हो सकता है. आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में कुछ तर्क और विवाद हो सकते हैं. जीवनसाथी के साथ कुछ अनबन हो सकती है, साथी के स्वास्थ्य और देखभाल की चिंता रह सकती है. दाम्पत्य संबंधों में शांति बनाए रखने की आवश्यकता होगी. अनावश्यक खर्चों में वृद्धि होने की संभावना होगी. खर्चों पर नियंत्रण रखने और अपने बजट का सख्ती से प्रबंधन करने का सुझाव दिया जाता है.

कन्या राशि पर प्रभाव
कन्या राशि के लिए शुक्र का इस समय पंचम भाव में गोचर होगा. यह भाव रोमांस, प्रेम, भावनात्मक सुख और रचनात्मकता का प्रतीक है. शुक्र का गोचर आपके लिए फलदायी रहने वाला है. शुक्र लाभ भाव पर दृष्टि डाल रहा होगा और इसलिए आपके प्रयास आपको अच्छे परिणाम दिला सकता है. बौद्धिक विचार विकसित होंगे. कार्यस्थल पर या व्यावसायिक प्रोजेक्ट में अपने वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने में सफल होंगे. प्रेम जीवन या वैवाहिक जीवन में आनंद का अनुभव होग अलेकिन नोकझोंक भी रहने वाली है.

तुला राशि पर प्रभाव
तुला राशि का स्वामी शुक्र है और यह आपकी जन्म कुंडली के चौथे भाव में प्रवेश करने जा रहा है. यह भाव अपनों, सांसारिक सुखों, भू-संपत्ति और चल संपत्ति का प्रतीक है. इस भाव में शुक्र का गोचर आपके निजी जीवन में बदलाव लाएगा. परिवार और दोस्तों के करीब आने की संभावना है. अपनों के बीच के बंधन मजबूत होंगे. वाहनों की खरीद और संपत्ति में निवेश के लिए पैसा खर्च करने की संभावना को बढ़ाता है.

वृश्चिक राशि पर प्रभाव
वृश्चिक राशि के जातकों की जन्म कुंडली में शुक्र तीसरे भाव में गोचर करने जा रहा है. यह भाव रिश्तेदारों, साहस, वीरता, बुद्धि और संचार का प्रतिनिधित्व करता है.गोचर का शुक्र आपको साहसी बनाएगा, दृढ़ता बढ़ाएगा और आपके संचार में कुशलता आएगी. सकारात्मक गुणों को अच्छा बढ़ावा मिल सकता है.आपके लेखन कौशल और प्रतिभा को बढ़ाएगा. जीवनशैली में बदलाव होंगे फिटनेस को पूरा करने के लिए आप रोजाना व्यायाम और योग दिनचर्या शुरू कर सकते हैं.

धनु राशि पर प्रभाव
धनु राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर दूसरे भाव में होगा. यह धन, परिवार और वित्तीय मामलों का घर है. धनार्जन के स्त्रोत या लाभ के अवसर मिल सकते हैं. इस समय कमाई और बचत पर ध्यान केंद्रित करना होगा. वित्तीय स्थिति में सुधार होने की संभावना है. इस गोचर में शुक्र अष्टम भाव पर भी दृष्टि डाल रहा है जिससे खान-पान में भी कुछ बदलाव आएंगे और आपको अपने स्वास्थ्य में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. परिवार के करीब आने और उनके साथ शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की संभावना रखते हैं.

मकर राशि पर प्रभाव
मकर राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर प्रथम भाव में होगा. यह भाव आत्म, मान, समृद्धि और भाग्य का घर है. शुक्र अनुकूल स्थिति में रहने वाला है. इस समय शुक्र सीधे सप्तम भाव पर दृष्टि करेगा जो जीवनसाथी और साझेदारी का प्रतीक है, साझेदारी के माध्यम से लाभ की संभावना है. भाग्य आपके जीवन को समृद्ध देगा. यदि आप लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित थे, तो आपके ठीक होने की संभावना है. अपने रहन सहन को लेकर सजग होंगे.

कुम्भ राशि पर प्रभाव
कुंभ राशि के लिए शुक्र का गोचर बारहवें भाव में होने वाला है, यह व्यय, हानि और विदेश का स्थान है. शुक्र इस समय आपके घरेलू और वैवाहिक जीवन को प्रभावित करेगा. आपको रोमांस में वृद्धि का अनुभव हो सकता है, वहीं दूसरी ओर खर्चों को लेकर सतर्क रहना होगा. खर्चों का गलत प्रबंधन बाद में आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है इसलिए खर्चों पर सख्ती से नियंत्रण रखने की जरूरत है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. आर्थिक लेन-देन में सावधानी बरतने की जरूरत होगी.

मीन राशि पर प्रभाव
मीन राशि के लिए शुक्र ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा, यह भाव समस्त प्रकृति के लाभ, समृद्धि, पुरस्कार और इच्छाओं की पूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है. जो लोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं उनके लिए यह एक राहत का समय होगा. ऑफिस में काम की तारीफ हो सकती है. आपको अपने समर्पण और ईमानदारी के लिए सम्मान मिलेगा. काम के क्षेत्र में विकास और आगे बढ़ने का समय होगा.

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सूर्य का कुम्भ राशि में गोचर

मकर राशि से निकल कर कुंभ में सूर्य का प्रवेश होने से बदलावों को देखा जा सकता है इस समय पर व्यक्तित एव विचारधारा में स्वतंत्रता का प्रभाव दिखाई देता है. सूर्य की स्थिति का प्रभाव काफी महत्वपूर्ण होता है यहीं से सूर्य की प्रबलता धीरे धीरे विस्तार पाती है. यह तर्क की क्षमता को विस्तार देता है. इस समय पर कुंभ की खोजी प्रवृति को इस समय अधिक बल प्राप्त होता है. यहां नवीन चीजों को लेकर उत्सुकता देखने को मिल सकती है.

कुंभ राशि में सूर्य गोचर का समय

सूर्य गोचर समय 12 फरवरी 2025, को होगा इस समय गोचर 10:03 सुबह के समय पर होगा.

मेष राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
मेष राशि के लिए सूर्य का गोचर एकादश भाव स्थान पर होने पर महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आप की प्रयासशीलता वृद्धि देने वाली होती है. इस दौरान यात्राओं और नई चीजों से जुड़ने के लिए समय काफी अनुकूल हो सकता है. कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल समय होगा. लाभ अर्जित करने के अवसर मिलेंगे.

इस समय पर उचित निर्णय आपको आगे ले जाने में सफलता प्राप्ति के लिए काफी अच्छा रह सकता है. शिक्षार्थियों के लिए समय अच्छा होगा अपने गुरुजनों से उचित निर्देश प्राप्त होंगे. नए दोस्तों से मेलजोल की स्थिति बन सकती है.

वृषभ राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
वृषभ राशि के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव पर होगा. सूर्य की स्थिति इस स्थान पर होने से प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ने के मौके बने रह सकते हैं. काम के क्षेत्र में आपकी योजनाएं काफी बेहतर स्थिति को पा सकती हैं. अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने ओर नवीन चीजों को सिखने का अवसर प्राप्त होगा. प्रतिष्ठा प्राप्ति का समय होगा.

इस समय काम या अन्य परिस्थितियों के चलते घर से दूर जाने की स्थिति भी विकसित होती दिखाई दे सकती है. पिता की ओर से सहयोग बनेगा लेकिन साथ ही सख्त निर्देश भी शामिल होंगे. आर्थिक क्षेत्र में स्थिति सामान्य रह सकती है. स्वास्थ्य के लिहज से समय संभल कर आगे बढ़ने का समय होगा. घरेलू स्तर पर खर्चों की वृद्धि का समय बना हुआ है.

मिथुन राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
मिथुन राशि के लिए सूर्य का गोचर नौवें भाव पर गोचर होगा. इस समय पर कुछ धार्मिक यात्राओं में शामिल हो सकते हैं, काम काज में बदलाव और स्थान परिवर्तन भी देखने को मिल सकता है. इस समय पर आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़ने एवं नई चीजों को जानने का समय होगा. काम के लिए नए प्रोजेक्ट अभी मिल सकते हैं. भाई बंधुओं के साथ मेल जोल का समय होगा साथ ही उनको लेकर मन में कई विचार जन्म ले सकते हैं.

परिवार के साथ मिलकर साथ बिताने का समय मिलेगा. छात्रों के लिए ये समय काफी अनुकूल होगा और बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. भाग्य का सहयोग कई मामले में आगे बढ़ने के लिए अवसर देगा. इस समय पर व्यर्थ के विवाद भी उभर सकते हैं लेकिन अपनी प्रतिभा को बेहतर रुप से आगे ले जाने में भी सफल होंगे. परिश्रम में वृद्धि मिलेगी और सफलता मिलेगी.

कर्क राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
कर्क राशि के लिए अष्टम भाव में होने से स्थिति काफी प्रभावशाली होगी. यह समय के दौरान काम काज में ध्यान पूर्वक आगे बढ़ने की स्थिति होगी. ये समय कुल मिलाकर आपको विरोधियों से सावधान रह कर काम करने की आवश्यकता होगी. खर्चों की स्थिति बनी रह सकती है. इस समय लाभ की स्थिति अधिक न हो पाए लेकिन अचानक से आने वाली होगी.

पैतृक संपत्ति से जुड़े मामलों में आपको लाभ मिल सकते है. कुछ पुरानी चीजें फिर से जुड़ाव देखने को मिल सकता है. अचानक से दुर्घटन अया काम में अड़चन की स्थिति परेशान कर सकती है.दांपत्य जीवन में मतभेद की स्थिति परेशान हो सकती है.

सिंह राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
सिंह राशि के लिए सूर्य का गोचर सप्तम भाव स्थान पर हो रहा है. इस समय काफी चीजें परेशान कर सकती है अधिक उत्साहित होकर काम कर सकते हैं. आप में क्रोध की स्थिति परेशान कर सकती है. वैवाहिक जीवन में तनाव और मनमुटाव बढ़ सकता है.

कारोबार के लिए समय काफी प्रभावशाली होगा आपको यात्राओं से लाभ की स्थिति प्राप्त हो सकती है. धनार्जन के स्त्रोत भी मिलेंगे. परिवार में घरेलू मसलों को लेकर काफी चीजें परेशान दे सकती हैं. यात्रा का समय होगा. कुछ मामलों में अपनों के साथ परेशानी रह सकती है.

कन्या राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
कन्या राशि के लिए सूर्य का गोचर छठे स्थान पर होने से स्थिति काफी मजबूत दिखाई देगी. इस समय पर विरोधियों का दबाव अधिक रह सकता है. स्वास्थ्य के मामले में ये समय परेशानी दे सकता है. ये समय कानूनी पक्ष में आपके लिए मजबूत रह सकता है. इस समय पर प्रतियोगिताओं के मामले में सफलता का समय भी होगा.

खर्चों की अधिकता बनी रह सकती है. चीजों को लेकर लापरवाही से बचने की आवश्यकता होगी. नौकरी पेशा लोगों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी. आवेदन से जुड़े मामले में आप बेहतर परिणाम देख पाएंगे. स्वास्थ्य को लेकर ध्यान रखने की आवश्यकता होगी अग्नि हथियार से चोट का भय लगा रह सकता है.

तुला राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
तुला राशि के लिए, सूर्य का गोचर पंचम भाव में होने से आपके लिए ये समय प्रतिस्पर्धाओं में आपको अच्छा स्थान दिला सकता है. छात्रों को अपनी शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर देगा. अपने दोस्तों के साथ कुछ रोमांच से भरपूर कार्यों में शामिल हो सकते हैं. काम के लिए ये समय आपके लिए काफी मौके दे सकता है इस समय पर छात्र अपने शिक्षा को लेकर दूर स्थानों पर आवेदन कर सकते हैं.

प्रेम संबंधों के मामले थोड़ा नम्र रहना होगा. धनार्जन के मामले में आप कलाभ के अवसर देख पाएंगे. आप इस समय कुछ नए क्षेत्रों में काम करने के लिए काफी आगे बढ़ सकते हैं. नए लोगों के साथ मिलने अवसर भी आपको मिल सकता है. स्वास्थ्य के मामले में ध्यान बना कर रखें क्योंकि आप काफी उत्साहित होंगे.

वृश्चिक राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
वृश्चिक राशि में सूर्य का गोचर सुख स्थान पर होने से समय बदलाव और आर्थिक लाभ की स्थिति का समय होता है. सूर्य का यह गोचर आर्थिक लाभ में वृद्धि के संकेत मिल सकते हैं. काम काज में आपको नए संपर्क से लाभ प्राप्त होता है. इस समय अधिकारियों का सहयोग मिल सकता है. यात्राओं का समय होगा और नए प्रोजेक्ट मिल सकते हैं. परिवार में कुछ चीजें शुरु हो सकती हैं.

इस समय के दौरान घर पर कुछ बदलाव और निर्माण से जुड़े काम भी शुरु हो सकते हैं. इस समय सहकर्मियों के साथ आपको सकारात्मक रुप से लाभ मिल सकता है.पद प्राप्ति और आर्थिक लाभ वृद्धि का समय भी होगा. इस समय स्वास्थ्य से संबंधी कुछ तनाव की स्थिति रह सकती है. उच्च रक्तचाप, छाती से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं.

धनु राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
धनु राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर तीसरे भाव स्थान पर होगा. इस समय पर आपकी मेहनत में वृद्धि का समय दिखाई देगा. कुछ मामलों में आप काफी अधिक व्यस्तता को देख सकते हैं. वृथा के कामों में भी इस समय उर्जा अधिक लग सकती है. भाग्य का सहयोग काम आएगा और आप अपने क्षेत्र में काफी अच्छे अवसर भी देख पाएंगे. इस समय पर आपकी सूचनाएं प्रभावित होंगी और उनसे आपको कुछ लाभ प्राप्ति हो सकती है. इसी के साथ भाई बंधुओं का सहयोग मिल सकता है.

मकर राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
मकर राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर दूसरे भाव समय पर होने से आर्थिक स्थिति ओर आपके वक्तव्यों पर इसका काफी प्रभाव देखने को मिल सकता है. आपकी बोलचाल में काफी कठोरता भी हो सकती है और गुस्सा आपके लिए परेशानी बन सकता है. यात्राओं में आप काफी व्यस्त रहेंगे लेकिन इस समय पर आप के लिए जरुरी है कि अपने काम पर ध्यान रखें.

आपकी बौद्धिकता भी काफी प्रखर होगी और आप कई मामलों में नए बदलाव देख सकते हैं. आप रचनात्मकता होंगे ओर साथी के साथ मिलकर काम में भी काफी व्यस्त रह सकते हैं. खान पान में बदलाव कर सकते हैं और इस कारण सेहत पर भी असर दिखाई देगा. वरिष्ठ लोगों के साथ आप की अच्छी बन सकती है तथा परिवार से कुछ सकारात्मक सहयोग भी देखने को मिल सकता है.

कुंभ राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
कुंभ राशि के लिए राशि पर सूर्य का गोचर इस समय आप को उत्साहित बना देना वाला होगा. आप योजनाओं को काफी मजबूत स्थिति से रखना चाहेंगे. आप काफी दृढ़ संकल्प में रह सकते हैं. बहुत प्रभावी ढंग से और कुशलता से काम को करने में आप अपनी मेहनत लगा सकते हैं. आप कुछ आध्यात्मिकता रुप से कुछ अधिक जागरुक रह सकते हैं. अपने माता-पिता की ओर से आपको काफी सहयोग मिल सकता है.

मीन राशि के लिए सूर्य का कुंभ राशि गोचर
मीन राशि वालों के लिए बारहवें भाव में होगा और ये समय कई चीजों में संभल कर आगे बढ़ने के लिए और व्यस्थित रुप से काम करने का होगा.आप विरोधियों से कुछ परेशानी में होंगे ओर इस समय जल्दबाजी से जुड़े काम में ध्यान पूर्वक आगे बढ़ना अधिक अनुकूल होगा. इस समय के दौरान आप अपने रिश्ते में साथी के साथ कुछ बातों में असहमती को देख पाएंगे इसलिए शांति से चीजों को सुलझाना अधिक बेहतर होगा.

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मंगल का कर्क राशि गोचर, पराक्रम और प्रयास में कमी का समय

मंगल का कर्क राशि में प्रवेश विशेष होगा. इस समय मंगल अपनी नीचस्थ राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष में कर्क राशि में मंगल का बल कम हो जाता है. इस स्थान पर मंगल को नीच का मंगल माना गया है. मंगल के इस राशि में गोचर के कारण कर्क राशि वालों के साथ साथ मेष, मिथुन एवं अन्य राशियों के व्यक्तियों पर इसका काफी प्रभाव रह सकता है.

इस समय मंगल का इस राशि पर होना सभी राशियों पर अपना असर डालने वाला होगा. मंगल के शुभाशुभ प्रभाव को समझने के लिए आये जानते हैं कैसा रहेगा हम सभी के लिए मंगल का ये गोचर : –

मंगल के गोचर का मेष राशि प्रभाव
मेष राशि वालों का स्वामित्व मंगल को मिला हुआ है ऎसे में मेष राशि वालों के लिए ये समय अधिक परेशानी दे सकता है क्योंकि मेष राशि की उर्जा में कमी देखने को मिलेगी ओर किसी न किसी क्रारण से कुछ कार्यों में देरी भी देखने को मिल सकती है. इस समय आप खुद में जोश की कमी या आलस्य का भाव भी देख सकते हैं, इसके साथ की काम को करने में कुछ लापरवाही भी आपको परेशान कर सकती है. भाग्य का साथ मिलेगा और आप अपने काम के क्षेत्र में कुछ नए मौके पा सकते हैं.

मंगल के गोचर का वृष राशि प्रभाव

वृष राशि वालों के लिए मंगल का ये गोचर उनके काम काज के लिए नए मौके ला सकता है. कुछ समय के लिए आप अधिक जिद्दी या फिर क्रोधी भी रह सकते हैं. आप को मानसिक तनाव थोड़ा अधिक रह सकता है. आपको अपने कार्यक्षेत्र में ट्रैवलिंग के मोके मिलेंगे ओर साथ ही इस समय पर प्रतिस्पर्धा भी अधिक रहने वाली है. छात्रों को अपनी एकाग्रता में कमी की परेशानी हो सकती लेकिन कोशिशों में कमी नहीं आने देनी होगी. आपके लगातार किए जाने वाले प्रयास कुछ मामलों में बेहतर नतीजे दे सकते हैं.

मंगल के गोचर का मिथुन राशि प्रभाव
मंगल का गोचर मिथुन राशि वालों के खर्च को अधिक कर सकता है. आपके लिए इस समय पर के लिए निवेश से संबंधित काम काज में तेजी रहने वाली है. आपके लिए परिवार में किसी व्यक्ति के प्रभाव से थोड़ी चिंता अधिक हो सकती है. आपके लिए जरुरी है कि आप खुद को व्यर्थ के खर्चों से बचाएं. यात्रा के कुछ अवसर अचानक से बन सकते हैं. स्वास्थ्य का ध्यान रखें त्वचा से संबंधित रोग और पित्त की अधिकता से परेशानी हो सकती है. खुद को वाद विवाद से बचाना ही बेहत्र होगा वर्ना दूसरों के चलते आप तनाव झेल सकते हैं.

मंगल के गोचर का कर्क राशि प्रभाव
कर्क राशि पर ही मंगल का गोचर हो रहा है. इस समय पर आप के लिए काम के साथ साथ परिवार की ओर से भी काफी कुछ नई जिम्मेदारियों का असर भी देखने को मिल सकता है. काम के क्षेत्र में दूसरों का दखल होने के कारण आप स्वतंत्रता पूर्वक अपने काम को शायद न कर पाएं. आर्थिक क्षेत्र में स्थिति सामान्य रह सकती है. इस समय में आप किसी न किसी कारण से कुछ कामों में देरी को भी देख सकते हैं. अधिकारियों की ओर से काम में तेजी न मिल पाए. माता के स्वास्थ्य को लेकर आप थोड़ें चिंता में रह सकते हैं. इस समय पर यात्राएं होंगी ओर साथ ही कुछ धार्मिक स्थलों पर जाने का मौका भी मिल सकता है.

मंगल के गोचर का सिंह राशि प्रभाव
मंगल का गोचर सिंह राशि वालों के लिए बारहवें भाव में होगा. 12वें भाव में इस गोचर के प्रभाव से आप के खर्चो में तो वृद्धि का दौर देखने को मिल सकता है साथ ही आपको इस समय पर स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों को भी झेलना पड़ सकता है. वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करना चाहिए. तनाव इस समय अधिक रह सकता है. इस समय आपके लिए जरूरी है की आप जोखिम भरे कामों को करने ओर कोई नया काम शुरु करने से बचें. आपको अपने विरोधियों का सामन ऐस समय अधिक करना होगा लेकिन आप उन पर नियंत्रण कर पाने में भी काफी सफल रह सकते हैं.

मंगल के गोचर का कन्या राशि प्रभाव
कन्या राशि वालों के लिए नौकरी अथवा व्यवसाय में होने वाले परिवर्तन परेशान कर सकते हैं. भारी निवेश करने से इस दौरान बचें क्योंकि आप इस समय अधिक धन का खर्च भी कर सकते हैं. उच्च शिक्षा या अध्ययन के लिए आपको यात्रा करनी पड़ सकती है. आर्थिक रूप से खुद को मजबूत पा सकते हैं लेकिन आप व्यर्थ के खर्चों में पड़ कर अपनी स्थिति को कमजोर भी कर सकते हैं. किसी वरिष्ट भाई बंधु की मदद काम आ सकती है. इस समय पर आपको कुछ आयोजनों में शिरकत करने का मौका भी मिल सकता है. अपने दांपत्य जीवन में आपको साथी का सहयोग तो मिलेगा लेकिन उसके स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ा ध्यान रखने की आवश्यकता होगी ही.

मंगल के गोचर का तुला राशि प्रभाव
आपके लिए मंगल का गोचर मिले जु;ए प्रभाव देने वाला होगा. कार्य क्षेत्र में सावधान रहने की जरूरत है. व्यावसायिक रूप से, आपको अपनी योग्यता साबित करने के लिए बहुत प्रयास करने होंगी. इस समय पर आपके छुपे हुए शत्रु आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं. अधिकारियों के साथ बहुत अधिक सहमती न बन पाए. आपको कड़ी मेहनत और प्रयासों को करने की आश्यकता होगी. घर परिवार की ओर से भी बहुत ज्यादा मदद या सहयोग नहीं मिल पए. इस समय कुछ निर्माण के काम भी करवा सकते हैं. विवादों और तर्कों से दूर रहने की जरूरत है इस समय आप अपने काम पर एकाग्र रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें.

मंगल के गोचर का वृश्चिक राशि प्रभाव

आप कुछ कारणों से तनावग्रस्त रह सकते हैं, आवेशपूर्ण होकर अपने फैसलों को रोकना ही सही होगा. आपके लिए इस समय पर खुद को नियंत्रित रह कर कम करने की जरूरत होगी. आप लोगों के साथ मानसिक रुप से काफी उलझनों में दिखाई देंगे. आप अधिक आक्रामक हो सकते हैं इसलिए लोग आपको ही दोषी भी ठहराते दिखेंगे. इन चीजों से बचने के लिए जरुरी है की आपको क्रोध पर नियंत्रण रखने की जरुरत होगी. इस समय आर्थिक क्षेत्र में प्रयासों की जरुरत होगी. अपने काम काज में वृद्धि के लिए आपको नए मौके और अनुकूलता मिल सकती है लेकिन जरुरी होगा की आप अपनी ओर से लापरवाही से बचें. पैसों के मामले में आपके लिए समय सामान्य ही होगा. इनकम प्राप्ति की गति कुछ धीमी ही रहने वाली है. स्वास्थ्य जीवन को लेकर सतर्क रहें, वाहन चलाते समय दुर्घटना की संभावना है, पेट की समस्याओं और तनाव प्रभावित कर सकता है.

मंगल के गोचर का धनु राशि प्रभाव
धनु राशि के जातकों के लिए इस समय थोड़ी राहत रह सकती है. खर्चों पर कुछ नियंत्रण कर पाने में सफल हो सकते हैं. कार्य क्षेत्र में आपको उन्नति मिल सकती है और आप कुछ नए स्थानों पर भी जा सकते हैं. आप के लिए इस समय खुद को बाहरी संपर्क द्वारा काम के नए मौके तो मिल सकते हैं साथ ही आर्थिक पक्ष पर नजर डाली जाए तो यह गोचर व्य्वसायी ओर नौकरी पेशा लोगों को कुछ राहत दे सकता है. आपके द्वादश भाव का स्वामी मंगल होने से आपको स्वास्थ्य अथवा यात्रा इत्यादि पर कुछ खर्च करना पड़ सकता है. छोटे भाई बहनों से कुछ मामलों में तकरा हो या सहमती का अभाव परेशान कर सकता है. लापरवाही के चलते परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है इसलिए खुद को ऎसी स्थिति से बचाएं.

मंगल के गोचर का मकर राशि प्रभाव
इस समय मंगल का गोचर आपके सुख को प्रभावित करने वाला होगा. आप खुद मेम कुछ बेचैनी का अनुभव कर सकते हैं. जो भ लोग भूमी से जुड़े कामों में हैं उनके लिए इस समय लाभ के मामले कुछ कम भी हो सकत अहैं. वैसे ये समय आप अपने घर में कुछ बदलाव लाने का भी सोच सकते हैं. आप अपने कार्यों या शब्दों से किसी को चोट पहुंचा सकते हैं, माता जी के स्वाथ्य एवं उनके सहयोग में कुछ कमी दिखाई दे सकती है. आपको वाणी पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि कई बार वादे समय पर पुरे न हो पाएं. अनावश्यक खर्चों के कारण धन की कुछ कमी हो सकती है लेकिन आप उस पर कंट्रोल भी कर पाने में सक्षम होंगे. मंगल की दृष्टि के कारण, आपको अपने कार्य क्षेत्र में नए अवसर मिल सकते हैं लेकिन उनका फायदा शायद आप पुरी तरह से न ले पाएं. ससुराल पक्ष की ओर से आपको कुछ परेशानी रह सकती है.

मंगल के गोचर का कुम्भ राशि प्रभाव
धन और संपत्ति के मामले में अचानक लाभ मिलने की संभावना है. धन उधार देने या ऋण लेने से बचना चाहिए. काम के क्षेत्र में रफ्तार कुछ धीमी रह सकती है. नौकरी में प्रगति मिलने की संभावना कम है जिसकी वजह से आप परेशान हो सकते हैं. प्रतिद्वंद्वी और आपके विरोधी आपकी छवि को खराब करने की कोशिश भी कर सकते हैं. अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और वाहन चलाते समय सावधानी बरतें. आप थोड़े आलसी से हो सकते हैं या किसी न किसी कारण आप पर थकान का प्रभाव भी दिखाई दे सकता है.

मंगल के गोचर का मीन राशि प्रभाव

मीन राशि वालों के लिए ये समय संतान, प्रेम और शिक्षा इन बातों पर असर डालने वाला होगा. ऎसे में जरुरी है कि आप किसी न किसी रुप में इन बातों की ओर ध्यान दें. छात्रों को शिक्षा में ध्यान केंद्रित करने में कुछ कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है. इसस्मय पर वो कुछ लापरवाह रह सकते हैं ओर मौज मस्ती या किसी गलत संगति में भी पड़ सकते हैं, इसलिए खुद को एकाग्रचित बना कर रखें. प्रेम संबंधों में किसी न किसी कारण से तकरार या अलगाव दिखाई देगा. अपने सहकर्मियों की वजह से चीजों में टकराव का सामना करना पड़ सकता है.
इस समय आपको सोच-समझकर खर्चा करना चाहिए. आप कोई भी बड़ा फैसला लेने से बचें ओर समय को शांत होकर गुजरने दीजिए. पेट से जुड़ी कोई छोटी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है.

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शुक्र उदय क्यों है विशेष और क्या है इसका महत्व

शुक्र का उदय ओर अस्त होना ज्योतिष शास्त्र में गोचर की विशेष घटना क्रम में से होता है. जिस प्रकार बृहस्पति अपनी शुभता एवं सौभाग्य के प्रतिक माने जाते हैं उसी प्रकार शुक को भी शुभता एवं समृद्धि का प्रतिक माना जाता है. ज्योतिष में इन दोनों का उदय और अस्त समय विशेष माना गया है. शुक्र का अस्त होना भौतिक संपदा, प्रेम, आकर्षण, सभी प्रकार की कामनाओं को दर्शाने वाला होता है.

शुक्र के अस्त होने पर शुक्र के कारक तत्वों में कमी देखी जा सकती है. विवाह एवं मांगलिक कार्यों में शुक्र के उदय की स्थिति का ध्यान खासतौर पर रखा जाता है. यदि शुक्र अस्त होता है तो इन कार्यों को करने से बचा जाता है. जब शुक्र उदय होता है तो विवाह, सगाई इत्यादि मांगलिक कार्यों को करने के लिए समय शुभ माना जाता है.अभी तक एक लम्बे समय से शुक्र देव अस्तगत थे किंतु अब वह उदय की स्थिति में होंगे. शुक्र के उदय होने का समय मांगलिक कार्यों के आरंभ का होता है.

शुक्र उदय का क्या पड़ता है प्रभाव

शुक्र उदय का पहले भाव पर प्रभाव सुखद संबंधों को दर्शाता है. सामाजिक जीवन और प्रेम में सफलता की प्राप्ति का समय होता है. अच्छी आय, सुखद यात्राएं भी मिल सकती हैं. इस अवधि में व्यक्तिगत रुप से बहुत सी घटनाओं की उम्मीद कर सकते हैं. अपने लिए एक अच्छा मैच मिलने की संभावना होती है. परिवार में किसी नए सदस्य के आगमन की भी उम्मीद कर सकते हैं. सामाजिक रूप से, नए लोगों से मिलने और विपरीत लिंग के साथ का आनंद लेने के लिए यह एक अच्छा समय है. समाज में प्रतिष्ठा भी बढ़ सकती है. स्वयं पर धन खर्च कर सकते हैं.

शुक्र के द्वितीय भाव में उदय का प्रभाव आनंद लेने का भरपूर अवसर दिला सकता है. कुछ वस्तुओं की प्राप्ति हो सकती है. अच्छे – अच्छे व्यंजनों का आनंद भी ले सकते हैं. यह अवधि जीवन को समृद्ध बनाने के लिए मौके प्रदान करती है. कुछ महंगी चीजें अथवा उपकरण प्राप्त हो सकते हैं. कपड़े, इत्र, सौंदर्य प्रसाधन और वाहनों का भी उपयोग करने का अवसर प्राप्त होता है. आर्थिक रूप से, इस अवधि के दौरान सुचारू रूप से काम कर पाने में सक्षम होते हैं. इस विशेष समय में आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत अच्छा समय साबित हो सकता है.

शुक्र के तीसरे घर में उदय होने का प्रभाव, सामाजिक रुप में आपके योगदान को बढ़ा सकता है. शुभ समारोह, भाइयों और बहनों का साथ मिलता है. इस समय दोस्तों के साथ यात्राएं कर सकते हैं. सामाजिक कामों में सफलता प्राप्ति होती है. खुशी और संतोष को पाने का समय बनता है. वित्तीय सुरक्षा मिल पाती है. आगे बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं. यह कार्य में भी अच्छी अवधि हो सकती है और पद में वृद्धि की भी उम्मीद कर सकते हैं. आप अधिकार में लाभ की उम्मीद भी कर सकते हैं.

शुक्र के चतुर्थ भाव में उदय का प्रभाव धन एवं लाभ वृद्धि को दर्शाता है. समृद्धि में वृद्धि की उम्मीद भी कर सकते हैं. यदि कृषि से जुड़े हैं, तो यह कृषि उद्यम में आपको लाभ दिलाने वाला एक अच्छा समय हो सकता है. जीवनसाथी और बच्चों के साथ समय प्राप्त होता है. नई भौतिक सुख साधनों की प्राप्ति का समय होता है. अच्छे भोजन, भव्य वस्तुओं का भी आनंद ले सकते हैं. नए मित्र बनने की प्रबल संभावना हो सकती है. पुराने और नए दोस्तों का साथ अच्छा समय बिता पाते हैं. मौज-मस्ती करने और विपरीत लिंग के साथ का आनंद भी मिलता है.

पंचम भाव में शुक्र का उदय होना व्यक्ति को रोमांच एवं रोमांस का पल भी प्रदान करता है. मनोरंजन में समय बिताने को मिलता है. यह अवधि आर्थिक रूप से भी एक अच्छा समय दर्शाती है, धन में वृद्धि करने में सक्षम होते हैं. इस विशेष अवधि में मित्रों, बड़ों और शिक्षकों का भी व्यवहार अच्छा रहने की उम्मीद रहती है. रिश्ते सुचारू रूप से चलने की उम्मीद की जा सकती है. नए प्रेम संबंध भी विकसित हो सकते हैं. संतान का सुख मिलता है. रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ने का अवसर होता है.

शुक्र का छठे भाव में उदय होना मिश्रित प्रभाव दे सकता है. कुछ चीजों में कठिन समय लेकर आ सकता है. यह अवधि प्रयासों में काफी परेशानियों को दिखा सकती है. शत्रुओं में वृद्धि होने की संभावना रहती है. व्यावसायिक साझेदारों से झगड़ा भी हो सकता है. शत्रुओं से भी अपनी इच्छा के विरुद्ध समझौता करना पड़ सकता है. विशेष रूप से इस चरण के दौरान अपनी जीवन साथी और बच्चों के साथ किसी भी तरह के वाद-विवाद में उलझने की संभावना भी रहती है. यात्रा इत्यादि से बचना ही उचित होता है तथा खर्चों पर नियंत्रण बनाए रखने की जरुरत होती है.

शुक्र के सातवें घर में उदय होने पर नए रिश्तों का आगमन जीवन में हो सकता है. परिवार में किसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है. इस दौरान वाहन इत्यादि से दुर्घटना होने की संभावना रह सकती है. स्वास्थ्य पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता होगी, क्योंकि मानसिक अशांति, चिंता, भय और इच्छाओं में असामयिक वृद्धि से पीड़ित हो सकते हैं. समाज में अपने सम्मान और कार्यस्थल पर अपने सम्मान पर कायम रहता है. व्यर्थ के विवाद से बचना चाहिए. मुकदमेबाजी का सामना करना पड़ सकता है.व्यावसायिक रुप से समय सामान्य रहता है.

शुक्र के अष्टम भाव में उदय होने पर समय उतार-चढ़ाव लिए रह सकता है. भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त करने में अधिक समय लगा सकते हैं. कुछ विवाद इस समय शांत हो सकते हैं. संपत्ति की प्राप्ति का समय भी बनता है. प्रेम एवं रिश्तों में विस्तार का समय होता है. विपरित लिंग के प्रति आकर्षण उत्पन्न होता है. खर्चों की अधिकता बःई होती है तथा अचानक से कहीं से लाभ प्राप्ति हो सकती है.

शुक्र का नवम भाव में उदय होना नई शुरुआत का समय बनता है. इस अवधि के दौरान लाभ और कीमती चीजों में समय व्यतीत होता है. व्यापार के लिए यह अवधि संतोषजनक लाभ के साथ अनुकूल रह सकती है. इस दौरान शिक्षा में भी सफलता मिलने के संकेत अधिक रहते हैं. स्वास्थ्य सकारात्मक रहता है. भाई-बहनों के साथ प्रेम प्राप्त होता है. घर में कुछ शुभ एवं मांगलिक कार्य होने की संभावना होती है. भाग्य का सहयोग काम आता है, दोस्तों एवं नए लोगों का संपर्क बढ़ता है. धार्मिक यात्राओं एव्म आयोजनों में शामिल हो पाते हैं.

शुक्र के दशम भाव में उदय होने पर सामाजिक रूप से अनुकूल अवधि की भी उम्मीद की जा सकती है. नए दोस्त बनने की संभावना होती है. काम में कोई सलाहकार भी मिल सकता है. इस दौरान कलात्मक क्षेत्र में रुचि बढ़ती है. लोगों द्वारा कार्यों पर ध्यान दिया जाता है. समाज में प्रतिष्ठा को बनाए रखने की इच्छा शक्ति बढ़ेगी. इस समय मनोकामना पूरी हो सकती है और शत्रु पराजित हो सकते हैं. वित्त को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ सकती है और किसी भी प्रकार के ऋण से बचने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि इस समय के दौरान आप पर कर्ज होने की संभावना अधिक रहती है. शत्रुओं से सावधान रहने की जरूरत होती है और अनावश्यक और व्यर्थ की चर्चाओं से बचना चाहिए.

एकादश भाव में शुक्र का उदय होन प्रेम में सफलता, घरेलू मामलों में सकारात्मकता प्रदान कर सकता है. विपरित लिंग के साथ अच्छे संबंध बनते हैं सामाजिक सफलता भी इस समय पर प्राप्त हो सकती है. ज्यादातर वित्तीय सुरक्षा और कर्ज से राहत का समय होता है.आर्थिक समस्याओं के समाधान की भी उम्मीद कर सकते हैं. यह अवधि प्रयासों में सफलता भी लाती है. लोकप्रियता में वृद्धि तथा प्रतिष्ठा प्राप्ति का समय दिखाती है. सुख-सुविधाओं, अच्छे भोजन, वस्त्रों, गहनों और अन्य विदेशी सामानों की प्राप्ति पर ध्यान अधिक केंद्रित रह सकता है.

द्वादश भाव में शुक्र का उदय होना संघर्ष को दिखाता है.समाज में अपना योगदान देने कार्य करने की रुचि अधिक होती है. प्रेम संबंधों में सफलता का समय होता है. यह सकारात्मक और नकारात्मक घटनाओं के मिश्रित समय को इंगित करता है. यह अवधि जहां एक ओर आर्थिक लाभ को दर्शाती है वहीं दूसरी ओर यह धन और वस्त्र के कुछ अप्रत्याशित नुकसान को भी दर्शाती है. विदेश यात्रा पर अनावश्यक खर्च और धन की बर्बादी का समय हो सकता है.

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बृहस्पति का मेष राशि में गोचर 22 अप्रैल 2023

बृहस्पति गोचर 2023 मेष राशि में – 22 अप्रैल 2023

बृहस्पति को सभी ग्रहों में देवों के गुरु का स्थान प्राप्त है. बृहस्पति को शुभदायक ग्रह माना गया है यह वृद्धि एवं प्रगति का कारक भी होता है. बृहस्पति ज्ञान, पिता, शिक्षक, परिवार के बुजुर्गों, संतान, धन इत्यादि का प्रतीक बनता है. किसी की जन्म कुंडली में इस ग्रह की स्थिति काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है.

बृहस्पति शुभ होने पर व्यक्ति को नाम, प्रसिद्धि, सम्मान और ज्ञान देता है. विवाह सुख एवं संतान प्राप्ति के लिए इस ग्रह का कुंडली में मजबूत होना जरूरी है. बृहस्पति धनु राशि और मीन राशि का स्वामी होता है. यह कर्क राशि में उच्च का और मकर राशि में नीच का होता है. गुरु की दृष्टि जीवन के अमृत के समान मानी जाती है.

बृहस्पति का धनु राशि में गोचर समय
बृहस्पति गोचर 2023 में 22 अप्रैल 2023 को 06:13 बजे, मेष राशि में होगा. बृहस्पति की यह गोचर सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा, आइए जानते हैं प्रत्येक राशि के लिए कैसा रहेगा बृहस्पति का मेष राशि गोचर

बृहस्पति गोचर 2023 मेष राशिफल
बृहस्पति का मेष राशि के लिए गोचर पहले घर में होगा. ​​लग्न भाव में गोचर का प्रभाव आपके लिए सामान्य प्रभाव देगा. परिश्रम बनाए रखेगा. जीवन में भाग्य साथ देगा. धन से संबंधित चिंता दूर होगी. यह गोचर काल कुछ परेशानियों से मुक्ति दिलाने वाला होगा. धन संचय करने में सफल होंगे. लापरवाही से बचना होगा. लेन-देन से जुड़े मामलों में सावधानी बरतनी होगी. वैवाहिक जीवन में, जीवनसाथी के साथ कुछ अच्छा समय बिता पाएंगे.

बृहस्पति गोचर 2023 वृषभ राशिफल
बृहस्पति का गोचर आपके द्वादश भाव में होगा. इस समत स्थिति मिले जुले परिणाम दे सकती है. दूर की यात्राओं का समय होगा. विदेश गमन का अवसर मिल सकता है. किसी काम के कारण अचानक से यात्रा भी हो सकती है. इस गोचर के दौरान पैसों से जुड़े मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी. किसी को उधार देने से पहले ध्यान रखें की वापसी हो पाए. आध्यात्मिकता से जुड़े काम में शामिल हो सकते हैं. कुछ समय धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने में भी बिता सकते हैं.

बृहस्पति गोचर 2023 मिथुन राशिफल
कुंभ के लिए बृहस्पति का गोचर एकादश भाव में होगा. यह समय अच्छे लाभ दिला सकता है. कई क्षेत्रों में अच्छे परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं. स्वास्थ्य में सुधार का समय होगा. भाग्य कुछ आपके पक्ष में काम कर सकता है. सफलता की प्राप्ति का समय बन रहा है. कुछ पाने की इच्छा भी अब पूरी हो सकती है. बॉस या वरिष्ठ अधिकारी वर आपके कार्य को लेकर प्रशंसा कर सकता है. उपलब्धियों की प्राप्ति का समय होगा. विरोधियों को लेकर चिंता कम होगी. कुछ लोग परेशानियां उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए ध्यान से काम करें.

बृहस्पति गोचर 2023 कर्क राशिफल
कर्क राशि के लिए बृहस्पति का गोचर दशम भाव में होगा. दशम भाव में बैठा गुरु कर्म और करियर को प्रभावित करने वाला होगा. यह समय अनुकूल रह सकता है. कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, कोई स्थानांतरण होने की भी संभावना बन सकती है. परिवार और कार्य को लेकर समय का बंटवार अकुछ मुश्किल रह सकता है. कुछ बदलाव शुरुआत में परेशानी का कारण बन सकता है, लेकिन जल्द ही बदलाव अनुकूल भी होगा.

बृहस्पति गोचर 2023 सिंह राशिफल
सिंह राशि के लिए गुरु का गोचर नवम भाव में होगा. भाग्य का सहयोग मिलेगा. जीवन में कोई प्रतिष्ठा एवं सम्मान प्राप्त हो सकता है. अच्छे कर्मों का लाभ प्राप्त होगा. नौकरी या व्यवसाय में विस्तार का समय होगा. नई परियोजनाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं. पारिवारिक जीवन में बृहस्पति की कृपा रहेगी, इसलिए यह अच्छा रहेगा. परिवार में किसी नए सदस्य का आगमन हो सकता है. संतान की प्राप्ति एवं सुख मिल सकता है. इस गोचर के दौरान विभिन्न स्रोतों से धन प्राप्त कर सकते हैं.

बृहस्पति गोचर 2023 कन्या राशिफल
कन्या राशि के लिए बृहस्पति का गोचर आठवें भाव में होगा. अब का समय थोड़ा जटिल रह सकता है. इस समय पर जीवन में उतार-चढ़ाव के साथ-साथ अचानक और अप्रत्याशित घटनाओं का समय बना रहने वाला है. इस दौरान स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखने की आवश्यकता है. भोजन की आदतों में सुधार करें. बाहरी भोजन या जंक फूड से बचें अन्यथा आपको पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. मन बेचैन रह सकता है. कुछ अवांछित यात्राएं भी आपको परेशान कर सकती हैं.

बृहस्पति गोचर 2023 तुला राशिफल
तुला राशि के लिए बृहस्पति का गोचर सातवें घर में होगा. सप्तम भाव को विवाह और पार्टनरशिप के रुप में देखा जाता है. इस समय कुछ नई साझेदारियों बन सकती है. वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा समय रह सकता है. जीवनसाथी को खुश करने के लिए कुछ नया कर सकते हैं, साथी के साथ घूमने की योजना भी बना सकते हैं. विवाह होने की संभावना भी अधिक रह सकती है. बृहस्पति का सकारात्मक प्रभाव आर्थिक मोर्चे को भी मजबूत कर सकता है.

बृहस्पति गोचर 2023 वृश्चिक राशिफल
बृहस्पति का गोचर छठे भाव में होगा. इस समय जीवन में रोग, नौकरी, शत्रु, कानूनी मसलों का असर पड़ सकता है. कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती है. इस समय में अपने मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. योग या अन्य प्रकार का मेडिटेशन करना अच्छा होगा. नौकरी में सहकर्मियों की योजना के कारण प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. कार्यस्थल पर बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है. व्यापार में साझेदारी का समय होगा.

बृहस्पति गोचर 2023 धनु राशिफल
धनु राशि के लिए बृहस्पति का गोचर पंचम भाव में होगा. इस समय संतान सुख प्राप्ति का समय होगा. शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. रचनात्मकता रुप से कुछ कामों में शामिल हो पाएंगे. नए अवसरों की प्राप्ति का समय होगा. यह गोचर काफी अनुकूल साबित हो सकता है. सामाजिक रूप से, नए संपर्क बनाएंगे जो लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं. इस दौरान परोपकारी एवं समाज के कल्याण से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं. माता-पिता आपके व्यवहार से बहुत खुश होंगे.

बृहस्पति गोचर 2023 मकर राशिफल
बृहस्पति का गोचर मकर राशि के लिए चौथे भाव में होगा. इस गोचर के परिणामस्वरूप कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. पारिवारिक स्थिति में माता-पिता के साथ बहस से बचें. इस समय कुछ बातें वैवाहिक जीवन को भी प्रभावित कर सकती है. शांत रहने और धैर्य के साथ स्थिति के अनुसार कार्य करने की आवश्यकता है. अपनों के साथ संवाद करें तथा प्रेम पूर्वक कार्यों में शामिल होना अनुकूल होगा. किसी सदस्य की घर में वापसी का समय बना हुआ है.

बृहस्पति गोचर 2023 कुंभ राशिफल
कुंभ राशि के लिए गुरु का गोचर तीसरे भाव में होगा. इस समय स्थिति मिलेजुले परिणाम दे सकती है. आलस्य से बचना होगा अन्यथा चीजें हाथ से निकल सकती हैं. इस समय के दौरा किया परिश्रम ही अच्छे परिणाम देने में सहायक होगा. यात्राओं का समय बना हुआ है. स्थान परिवर्तन का समय होगा. अवांछित यात्राओं पर जाना खर्च और सेहत दोनों के लिए परेशानी का सबब होगा. जो नौकरी कर रहे हैं या खुद का व्यवसाय कर रहे हैं, उन्हें काम में अपनी गति बढ़ानी होगी, अन्यथा मार्ग में बाधा और कई चुनौतियां परेशानी बढ़ा सकती हैं.

बृहस्पति गोचर 2023 मीन राशिफल
मीन राशि के लिए गुरु का गोचर दूसरे घर में होगा. यह गोचर बहुत शुभ होगा. अच्छे लाभ दिला सकता है. कई अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं. इस गोचर काल में आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी. उधार लिया हुआ धन भी वापस मिल सकता है. परिवार के साथ सहयोग प्रेम विस्तार होगा. कई समस्याओं का समाधान होगा. परिजनों के साथ भ्रमण का अवसर होगा. पैतृक संपति से लाभ मिल सकता है. परिवार को एक साथ लाने का प्रयास करते हुए दिखाई देंगे.

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सूर्य का मकर राशि में गोचर

सूर्य का मकर राशि में गोचर (14 जनवरी, 2023)

सूर्य का मकर राशि में गोचर शुक्रवार 14 जनवरी 2023 को 20:44 बजे होगा. ज्योतिष में, सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस समय पर सूर्य का प्रवेश अपने पुत्र शनि देव के घर पर होता है अर्थात शनि की स्वराशि मकर में होता है इसलिए, यह माना जाता है कि यह गोचर बहुत महत्वपूर्ण है, और इस दिन को मकर संक्रांति भी माना जाता है, और यह संपूर्ण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है. 

सूर्य का मकर राशि में गोचर

सूर्य ग्रह अधिकार, शक्ति और महिमा का प्रतीक है और वैदिक ज्योतिष में सभी ग्रहों में सबसे अधिक प्रभावशाली माना जाता है. सूर्य किसी कुंडली में नेतृत्व, गौरव और प्रसिद्धि का प्रतिनिधित्व करता है. यह जीवन में पिता और उच्च अधिकारियों को दिखाता है. मकर राशि को करियर, प्रसिद्धि और यश को दर्शाती है. अब इस स्थान में सूर्य का होना समाज में किए गए कार्यों को दर्शाता है. सूर्य के इस राशि में आना व्यक्ति को कर्मठ बनाता है. परिश्रम अधिक रहता है. सूर्य का मकर राशि में जाना चाहे शत्रु राशि में गोचर को दर्शाता है किंतु यह उतना अशुभ साबित नहीं होता है. काल पुरुष कुंडली के अनुसार, मकर राशि दसवें घर की राशि है और सूर्य दसवें घर में होने पर भी दिशा बल पाता है. इस तरह से यह गोचर कई मायनों में बदलाव और नए शक्ति संचार को दिखाता है. 

मेष राशि

मेष राशि के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी होता है और इस समय पर गोचर में दशम भाव पर स्थित होगा.  करियर और व्यवसाय के क्षेत्र में यह समय नए मौके दे सकता है. कुछ नए अनुभव ओर नई चीजों की प्राप्ति के लिए समय आपके लिए सहायक होगा. सरकारी काम और राजनीति में अधिकार के पदों पर शामिल होने का समय होगा. छात्र राजनीति विज्ञान, कानून और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. समाज सेवा से जुड़े काम करने में भी आगे रह सकते हैं. इस समय व्यस्तता बनी रहेगी घरेलू पक्ष में किसी का सहयोग बहुत मददगार होगा. 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के लिए सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी होता है. भाग्य, आध्यात्मिकता और अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं के स्थान पर सूर्य का होना जातक को अच्छे अवसर दे सकता है. उच्च शिक्षा के लिए समय अनुकूल रह सकता है. अंतर्राष्ट्रीय खेल कूद में शामिल हो सकते हैं. इस समय कुछ यात्राओं में शामिल हो पाएंगे. खर्चों में वृद्धि हो सकती है, और कुछ समय के लिए छुट्टी पर जाने की इच्छा बहुत प्रबल हो सकती है. माता-पिता से कुछ बातों को लेकर मतभेद भी उत्पन्न हो सकते हैं. इस दौरान आप किसी तीर्थ यात्रा पर जाने का अच्छा समय मिलेगा. इस गोचर में आपका झुकाव धार्मिक कार्यों एवं गुरुजनों की संगत में भी व्यतीत हो सकता है. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव का स्वामी होकर इस समय अष्टम भाव में गोचर कर रहा है. इस गोचर का असर अचानक लाभ – हानि, स्वास्थ्य समस्याओं एवं आर्थिक क्षेत्र से जुड़ा रहने वाला है. इस समय रहस्यों का खुलासा हो सकता है. छवि प्रभवैत हो सकती है. इस दौरान शत्रुओं से सावधान रहने की सलाह दी जाती है. करियर पर, कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, और कार्यस्थल पर थोड़ा संघर्ष अधिक रहने वाला है. लक्ष्यों की प्राप्ति में देरी महसूस हो सकती है. व्यवसायियों को किसी भी अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय सतर्क रहने की आवश्यकता है. कुछ दुर्घटनाओं के शिकार हो सकते हैं और खाने या पीने में बाहरी भोजन से परहेज करना अच्छा होगा. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए सूर्य दूसरे भाव का स्वामी है और इस समय सूर्य का गोचर सातवें घर में होगा.  विवाह और साझेदारी से जुड़े मामलों पर सूर्य असर डालेगा. करियर में सामान्य स्थिति रहनेवाली है. इस समय सहकर्मियों का साथ नहीं मिल पाए. कार्यस्थल पर कड़ी प्रतिस्पर्धा भी रहने वाली है. इस समय जरुरी है ध्यान पूर्वक काम करें. सक्रिय बने रहने की जरूरत होगी. वरिष्ठों और सहकर्मियों से भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इस अवधि में वैवाहिक जीवन गड़बड़ा सकता है या जीवनसाथी के स्वास्थ्य में भी गिरावट आ सकती है.आर्थिक बचत इस समय कुछ प्रभावित रहने वाली है. स्वयं को शांत बना कर रखें और स्थिति के अनुरुप काम करने से ही लाभ मिलेगा. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए  सूर्य राशि स्वामी होकर छठे घर में गोचरस्थ होगा. ऋण, रोग और शत्रु के भाव में होने पर समय मिला जुला रह सकता है. इस समय शत्रुओं का नाश करने में सफल होंगे. कर्ज की स्थिति से कुछ राहत मिल सकती है. नौकरी या व्यवसाय में पद प्राप्ति का अवसर मिल सकता है. छात्र अपनी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. इस समय के ददौरान काम काज में परेशानी अधिक रह सकती है. स्वास्थ्य समस्याएं उभर सकती हैं लेकिन उनसे निजात भी प्राप्त होगी. अपने कार्यों में लापरवाही से बचना होगा अन्यथा लोग इसका फायदा उठाने में आगे रहेंगे. इस सय जोश में वृद्धि रहने वाली है परिश्रम द्वारा कार्यों में सफलता मिलेगी. 

कन्या राशि 

सूर्य का गोचर कन्या राशि के लिए भावनात्मक रुप से काफी उतार-चढ़ाव दिखाने वाला होगा. इस समय धन खर्च अधिक रहने वाला है. छात्र अपनी शिक्षा में इस समय पैसा भी अधिक व्यय कर सकते हैं. विदेश शिक्षा हेतु छात्र आवेदन कर पाएंगे. प्रेम संबंधों में अनबन रह सकती है. रिश्ते में किसी अन्य का हस्तक्षेप परेशानी उत्पन्न कर सकता है. काम में कुछ रुकावट होने से देरी भी लग सकती है. इस समय पर कुछ नए दोस्त बनेंगे ओर बाहरी सोशल सर्कल में वृद्धि हो सकती है. 

तुला राशि 

सूर्य का गोचर इस समय पर चतुर्थ भाव में होगा. परिवार में किसी सदस्य का आगमन हो सकता है. घरेलू काम में वृद्धि होगी. कुछ निर्माण या रख रखाव में बदलाव भी कर सकते हैं. माता के स्वभाव में कुछ कठोरता अधिक बढ़ सकती है. कोई नई वस्तु की खरीदारी घर में प्रसन्नता लाने वाली होगी. संपत्ति की खरीद फरोख्त के काम हो सकते हैं. घरेलू स्तर पर नियम अधिकि रहने वाले हैं. काम काज में अधिकारियों के साथ बैठकों का दौर भी बना रह सकता है. 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य दसवें भाव का स्वामी होता है. इस समय सूर्य का गोचर तीसरे भाव में होने से साहस में वृद्धि होगी. छोटी यात्राओं  पर जाने का मौका मिलेगा. भाई-बहनों के साथ अधिक समय बीत सकता है. यह समय अनुकूल रहेगा क्योंकि कई बातों में अच्छे परिणाम मिलने की संभावना भी तेज होती दिखाई देगी. आस पड़ोस में मेल जोल का समय होगा. संचार के मामले में लोगों के साथ संपर्क बेहतर रहने वाला है. 

धनु राशि

धनु राशि के लिए सूर्य नवम भाव के स्वामी होते हैं और इस समय दूसरे भाव में सूर्य का गोचर होता है. इस समय पर धन, परिवार और वाणी पर सूर्य का प्रभाव दिखाई देगा. धन कमाने की क्षमता अच्छी रघने वाली है. बड़ों का सहयोग कुछ सहयोग मिल सकता है. पारिवारिक मामलों में अधिक व्यस्तता रह सकती है. नेताओं और सरकार से जुड़े लोगों के लिए यह समय बेहतर रह सकता है. आर्थिक रूप से, अभी बचत अनुकूल होगा यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत बनेगी. 

मकर राशि

मकर राशि के लिए सूर्य आठवें भाव का स्वामी होता है. इस समय पर सूर्य का गोचर राशि पर ही होगा. स्वयं के व्यक्तित्व पर इसका असर बहुत अधिक रहने वाला है. इस गोचर के दौरान पिता के साथ कुछ टकराव हो सकता है. करियर में अचानक कुछ लाभ की उम्मिद की जा सकती है. नए कार्यस्थल में जुड़ने का अवसर मिलेगा और करियर में सुधार देखने को मिल सकता है. निजी जीवन में जीवनसाथी के साथ कुछ समस्याएं हो सकती हैं, या रिश्ते में खटास भी उत्पन्न हो सकती है. इस समय खुद पर नियंत्रण रखने की जरुरत है क्योंकि स्वभाव में क्रोध अधिक रह सकता है. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए सूर्य सप्तम भाव का स्वामी होता है. इस समय सूर्य का गोचर बारहवें घर में होगा. खर्च अधिक होंगे. जीवन साथी के साथ मन मुटाव भी हो सकता है. सेहत के चलते अस्पताल के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं. विदेश से संबंधित गतिविधियों में सफल होने का अवसर मिल सकता है. व्यर्थ के किसी विवाद में पड़ सकते हैं, इसलिए अपने अहंकार को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है; अन्यथा, यह  जीवन में सामंजस्य बनाए रखने में अनुकूल नहीं रह पाएगा. कार्यक्षेत्र में कठिनाई और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. 

मीन राशि 

मीन राशि के लिए सूर्य छठे भाव का स्वामी होता है. इस समय पर सूर्य का गोचर एकादश भाव में होगा. यह गोचर इच्छाओं को बढ़ाएगा तथा लाभ प्राप्ति का भी मौका मिलेगा. वरिष्ठ अधिकारी आपके लिए सहायक हो सकते हैं. विशेष आर्थिक और सामाजिक लाभ. अचानक धन लाभ होने के योग हैं. शत्रुओं के विरोध का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह वह समय है जब आप अपने करियर में आगे बढ़ सकते हैं. 

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वक्री मंगल का वृष राशि में गोचर प्रभाव

मंगल का वक्री होना मंगल की शक्ति को कई दिशाओं में बांट देने वाला होता है. वक्री मंगल वह समय है जब व्यक्तित ऊर्जावान महसूस कर हुए भी शारीरिक शक्ति धीमी लगने लगती है. व्यवहार में असंतोष अधिक रह सकता है और चिड़चिड़े भी रह सकते हैं. कुछ समय के लिए अचानक गुस्सा आ सकता अनियंत्रित हो सकते हैं. गोचर का प्रभाव जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है.

मंगल एक उग्र ग्रह है सभी ज्वलनशील पदार्थों को नियंत्रित करने में सक्षम होता है. यह जीवन शक्ति, शारीरिक शक्ति, समर्पण, कुछ भी करने की प्रेरणा और किसी भी कार्य को पूरा करने की ऊर्जा देता है. मंगल प्रभाव वाले लोग साहसी, आवेगी और आगे होंगे. मंगल भूमि, भाई, अग्नि युक्त कार्यों, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग का कारक भी है. और अब वक्री मंगल का वृष राशि में गोचर व्याकुलता दिखाने वाला होगा. 

वक्री मंगल का वृष राशि में गोचर प्रभाव

मेष राशि 

मेष राशि के लिए मंगल का वक्री होना स्वभाव में तेजी को दर्शाता है. वृष राशि में वक्री मंगल गोचर के दौरान दूसरे घर में वक्री गति में गोचर कर रहा है. इस गोचर के कारण परिवार, पूंजी और वाणी पर इसका असर अधिक दिखाई देगा.

मंगल का वक्री गति में दूसरे भाव में गोचर करना संचार को खराब कर सकता है, वाणी में कठोरता एवं अपशब्द बढ़ सकते हैं. अन्य लोग असभ्य मान सकते हैं. इसे लेकर घरवालों से तकरार और लड़ाई भी हो सकती है. अचानक धन खर्च की अधिकता का सामना करना पड़ सकता है. इस समय कुछ नया काम शुरू करना अनुकूल न हो पाए. छात्रों के लिए यह एकाग्रता की कमी को बढ़ा सकता है. 

वृष राशि 

वृष राशि के लिए मंगल  बारहवें और सातवें का स्वामी होता है और इसका गोचर लग्न में वक्री गति से होगा. इस समय पर स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है. धैर्य के साथ काम करें. मंगल एक उग्र ग्रह है जो आपकी त्वचा में रूखापन पैदा कर सकता है.

ध्यान और शारीरिक व्यायाम करने से ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में ले जाने में मदद मिलेगी. यदि आपका विदेशी भूमि से कोई व्यावसायिक संबंध है तो यह कुछ समय के लिए अटक सकता है. खर्चों की अधिकता रहेगी और यात्राएं अधिक रह सकती हैं. 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए मंगल छठे भाव और एकादश भाव का स्वामी होता है.  बारहवें घर में वक्री गति में मंगल का गोचर काम की अधिकता को लेकिन लाभ की कमी को दर्शाता है. वक्री मंगल का भाई-बहनों के साथ किसी प्रकार के तर्क या लड़ाई को दिखाता है इसलिए इस समय क्रोध से बचें.

शांत रह कर चीजों में शामिल होना अच्छा होगा. कुछ छोटी यात्रा की योजना बनाने में पैसा अधिक खर्च कर सकते हैं. इस समय लाभ में अटकाव भी रह सकता है. 

कर्क राशि 

कर्क राशि के लिए वक्री मंगल का गोचर  इच्छा और लाभ की पूर्ति के लिए अनुकूल रह सकता है. काम अचानक होंगे, कड़ी मेहनत के परिणामों का लाभ मिल पाएगा. कार्यक्षेत्र में बदलाव दिखाई देंगे.

स्वभाव में कुछ अहंकार भी अधिक रह सकता है. छवि भी कुछ प्रभावित हो सकती है. वृष राशि में वक्री मंगल का गोचर छात्रों के लिए अनुकूल रह सकता है. स्वभाव से थोड़े जिद्दी और लापरवाह हो सकते हैं. 

सिंह राशि 

सिंह राशि के लिए  वक्री मंगल का असर शक्ति में वृद्धि करने वाला होगा.  वृष राशि में वक्री मंगल के गोचर के कारण, कार्यस्थल पर कठोर और दूसरों पर हावी रह सकते हैं.  लक्ष्य को प्राप्त करने में जल्दबाज और कुछ दिशाहीन भी महसूस कर सकते हैं.

कार्यस्थल पर खराब रवैया छवि को नुकसान पहुंचा सकता है. वैवाहिक जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्तित्व में ऊर्जा और आक्रामकता की कमी हो सकती है. स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की जरुरत होगा. 

कन्या राशि 

कन्या राशि के लिए वक्री मंगल का गोचर रिश्तों पर असर डाल सकता है. पिता, गुरु और भाग्य पर वक्रता असर अधिक पड़ सकता है. इसके कारण दूसरों के साथ कुछ असहमति का सामना करना पड़ सकता है. पिता और गुरु के बीच संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है.

दूसरों की बात सुनने की क्षमता विकसित करें. अचानक से किसी यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है. स्वास्थ्य पर ध्यान बनाए रखने की आवश्यकता होगी. अपने निर्णयों को लेकर संभल कर काम करें. 

तुला राशि 

तुला राशि के लिए वक्री मंगल का गोचर इस समय थोड़ी चुनौतीपूर्ण स्थिति रह सकती है. अचानक होने वाली घटनाओं के कारण परेशानी अधिक रह सकती है. वक्री मंगल के गोचर के दौरान अचानक होने वाली बहुत सी घटनाएं मानसिक बेचैनी भी दे सकती हैं.

आर्थिक रुप से चीजें परेशानी को बढ़ा सकती हैं. सामाजिक रुप से अधिक व्यस्त भी होंगे. घर में कुछ निर्माण या रहन सहन में बदलाव की स्थिति परेशानी दे सकती है. 

वृश्चिक राशि 

वक्री मंगल का गोचर वृश्चिक राशि के लिए विशेष होगा. मंगल वृश्चिक का स्वामी है और इस कारण वक्रता का प्रभाव इस राशि वालों के काम पर संबंधों पर तथा इनकम पर पड़ेगा. जीवन साथी और व्यावसायिक साझेदारी को लेकर अधिक सोच विचार में रहने वाले हैं.

वक्री मंगल की स्थिति रिश्ते में प्रमुख और आक्रामक बना सकती है. वक्री मंगल अनावश्यक अहंकार संघर्ष और तर्क का कारण बन सकती है जिसके कारण आपके साथी के साथ आपके रिश्ते में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. खान पान में लापरवाही से बचने की सलाह दी जाती है. 

धनु राशि 

धनु राशि के लिए वक्री मंगल का गोचर खर्चों में वृद्धि का समय होगा. इस समय विरोधी परेशानी दे सकते हैं इसलिए स्वयं को शांत रखना आवश्यक होगा. क्रोध एवं अभिमान में वृद्धि की संभावना के कारण व्यर्थ के तनाव अधिक रहेंगे. मौसम में बदलाव के चलते सेहत पर कुछ असर पड़ सकता है. आवश्यक मसले कुछ समय के लिए अटक सकते हैं. खर्चों की अधिकता बनी रहने वाली है. 

मकर राशि 

वक्री मंगल का गोचर मकर राशि वालों को कई तरह से प्रभावित करने वाला है. इस समय प्रेम संबंध प्रभावित हो सकते हैं. जीवन में अचानक से कुछ नए रिश्तों का आगमन हो सकता है. छात्र इस समय अपनी शिक्षा के अतिरिक्त कुछ अन्य गतिविधियों में शामिल रह सकते हैं.

रिसर्च से जुड़े कामों में शामिल हो सकते हैं. भावनात्मक रुप से ये समय सोच समझ कर फैसले लेने का होगा. बड़ों की ओर से अधिक सख्ती भी हो सकती है.शेयर मार्किट इत्यादि में निवेश से मिलने वाला लाभ साधारण ही रहेगा अधिक खर्च से बचना ही उचित होगा. 

कुंभ राशि

कुम्भ राशि के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव का स्वामी होता है. वक्री मंगल का असर इस समय परिवार, और घरेलू सुख पर अधिक रहने वाला है. इस दौरान आपको अपने घर और वाहन की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. 

माता के स्वभाव एवं सेहत पर बदलाव देखने को मिल सकता है. व्यर्थ की बहस से बचना ही सही होगा. काम के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे. घर में कोई निर्माण कार्य या बदलाव भी हो सकता है. 

मीन राशि

वक्री मंगल का गोचर मीन राशि के साहस ओर परिश्रम को बढ़ाने वाला हो सकता है. इस समय भाई बहनों की ओर अधिक ध्यान रहने वाला है. इस दौरान कुछ चीजों को सीखने का शौक उपन्न हो सकता है.

धन खर्च का समय भी है इसलिए सोच समझ कर निवेश करें. बोलचाल में कठोरता बढ़ सकती है. नए लोगों के साथ मुलाकात का समय भी बन रहा है. धार्मिक रुप से गतिविधियों में शामिल रहने वाले हैं. 

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