सूर्य मजबूत व्यक्तित्व के सबसे बड़े कारणों में से एक होता है और राहु छल और भ्रम में कम नहीं है. अब जब सूर्य के साथ राहु का मेल होता है तो यह स्थिति परेशानी को दिखाने वाली अधिक हो सकती है. सूर्य वैदिक ज्योतिष अनुसार नेतृत्व, प्रतिष्ठा, प्रसिद्धि को दर्शाता है इसके अलावा स्वर्ण, नेत्र, दिल और सिर पर इसका स्वामित्व होता है. सूर्य छाया ग्रह राहु के साथ युति करने पर कई तरह से निर्बलता को पाता है. राहु हेर फेर, तंत्र काला बाजार, अवैध कारोबार, जुआ, विष से संबंधित होता है.
सूर्य और राहु गोचर का मेष राशि पर प्रभाव
सूर्य-राहु की युति मेष राशि में होने के कारण आर्थिक मामलों में रुकावट पैदा हो सकती है. बचत कम हो जाती है. अपने काम करने के तरीकों में अधिक एकाग्रता देने की जरुरत होती है. चीजें अधिक तनावपूर्ण हो सकती है. परिवार में विवाद और संघर्ष का अनुभव करना पड़ता है. रिश्ते तनाव दे सकते हैं. इस समय मुद्दों को शांति के साथ हल करने का प्रयास करना चाहिए अन्यथा परेशानी बढ़ती दिखाई देति है. संपत्ति के कार्यों में विलंब हो सकता है; पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद आपको निराश कर सकते हैं. व्यवहार में अशांत होने से बचने का समय होता है
सूर्य और राहु गोचर का वृष राशि पर प्रभाव
वृष राशि वालों को इस समय अपने काम में अधिक परिश्रम लगाना होगा. आर्थिक रुप से फिजूलखर्च से बचने की जरुरत होगी. इस अवधि के दौरान उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हो सकते हैं. इस अवधि में क्रोध पर अत्यधिक नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है.अचानक दुर्घटना होने की प्रबल संभावना भी अधिक है. नियमों का पालन करना और फिजूलखर्ची से भी बचना इनके लिए जरुरी काम होता है. इस गोचर अवधि में कैसे बात करते हैं या संचार करते हैं, इसके प्रति सावधान रहना इस समय आवश्यक होता है.
सूर्य और राहु गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव
मिथुन राशि के लिए सूर्य-राहु की युति का गोचर का प्रभाव सेवा क्षेत्र के में कुछ मौके देगा. लेकिन इस अवधि के दौरान अपने वरिष्ठों के साथ असहमति या संघर्ष का अनुभव कर सकते हैं. एक लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित कर पाना मुश्किल होगा. इसलिए, यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि एक काम को लेकर आगे बढ़ें उसी पर अधिक ध्यान दें. इस अवधि के दौरान सामाजिक स्थिति के बारे में चिंतित रह सकते हैं. व्यवसाय के क्षेत्र में अचानक से लाभ होगा. लेकिन कई बार फैसलों को सोच समझ कर लेना जरुरी होगा.
कर्क राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
इस समय राहु सूर्य का गोचर संपत्ति और परिवार की स्थिति को प्रभावित करने वाला होता है. साथी की संपत्ति, रिश्तों में कानूनी कार्यवाही प्रभाव डालने वाली होती है. काम काज में देरी हो सकती है, आपसी विवाद हो सकते हैं जिससे कमजोर और चिंतित महसूस कर सकते हैं. आहार और व्यायाम तथा जीवनशैली पर नज़र रखना जरूरी होता है. वाहन सावधानी से चलाएं, सभी नियमों का पालन करें और फिजूलखर्ची से भी बचें. लंबी दूरी की यात्रा के योग भी इस समय दिखाई दे सकते हैं.
सिंह राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य-राहु की युति गोचर चिंताओं में वृद्धि वाला होता है. इस अवधि में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. बेचैनी महसूस कर सकते हैं, इसलिए उन चीजों से बचें जो तनाव को बढ़ा सकती हैं. सरकार से संबंधित कार्यवाहियों में विलंब हो सकता है, या कोर्ट कचहरी में बाधाओं के कारण विलंब हो सकता है. नाम और यश में गिरावट आ सकती है. नेत्र, हृदय रोग एवं रक्तचाप संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
कन्या राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
इस समय अपनी सामाजिक स्थिति को लेकर अधिक चिंतित हो सकते हैं. कोर्ट-कचहरी के मामले परेशान कर सकते हैं. अपने स्वास्थ्य के प्रति अत्यधिक सतर्क रहना चाहिए. कोई भी फैसला लेने से पहले दो बार सोच लेना उचित होगा. एक गलत निर्णय से नुकसान हो सकता है.साझेदारी के व्यवसाय से जुड़े काम के लिए इस अवधि के दौरान भागीदारों के बीच विवाद और असहमति का अनुभव हो सकता है. इस अवधि में शत्रु हावी हो सकते हैं. अपने शांत और संयमित रहने से ही लाभ मिलेगा.
तुला राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
तुला राशि के लिए सूर्य-राहु की युति का गोचर कार्यक्षेत्र में सतर्क रहने की बात अधिक करता है. वरिष्ठों के साथ अनावश्यक मनमुटाव हो सकता है. उनके साथ टकराव या बहस में पड़ने से बचने की कोशिश करन अही उचित होगा. अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए क्योंकि बीमार पड़ने की संभावना अधिक है. पेट या पीठ के निचले हिस्से से जुड़े दर्द का अनुभव कर सकते हैं. बैंक ऋण, कोर्ट-कचहरी के मामलों में रुकावट आ सकती है, परेशानी हो सकती है.
वृश्चिक राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
सूर्य-राहु की युति का गोचरस्वभाव में अधिक कठोरता का कारण भी बन सकता है. अपनी प्राथमिकता पर अधिक जोर भी देने वाले होते हैं. स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रह सकते हैं. सेहत के प्रति भी सतर्क रहना होता है. इस समय पाचन अंगों को नुकसान हो सकता है. अपने बड़ों के साथ अधिक अनबन हो सकती है. प्यार में कई तरह की शंकाएं बनी रहती है और प्रेम संबंधों में असफलता मिल सकती है. चुनौतियों का सामना करने में साहस अधिक दिखाते हैं.
धनु राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
राहु सूर्य का योग संपत्ति के सौदों में सफलता दिला सकता है. लेकिन स्वयं से कमाई संपत्ति से जुड़े मामलों में इन्हें सफलता नहीं मिल सकती है. इस अवधि में अपने परिवार के लोगों की सेहत को लेकर परेशानी अधिक रह सकती है. उच्च अध्ययन के अवसर बेहतर हो सकते हैं. व्यक्ति लगातार उत्तेजना और हताशा के कारण आप अवसाद का अनुभव भी कर सकता है. इस समय अपने संबंधों में शांति बनाए रखने की आवश्यकता होती है, क्योंकि चिड़चिड़ापन और आक्रामकता संबंधों में कड़वाहट ला सकती है.
मकर राशि पर सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव
सूर्य और राहु का गोचर जीवन में कठोरता एवं नियमों को परेशानी देने वाला बना सकता है. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि कई कारणों से स्वास्थ्य बिगड़ने की प्रबल संभावना रहती है. इस अवधि के दौरान लीवर से संबंधित समस्याओं का अनुभव हो सकता है. संपत्ति और विदेश यात्राओं के बारे में ये समय कुछ अच्छे लाभ दे सकता है. सरकारी मामलों में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है. संपत्ति, उच्च शिक्षा, या वाहन संबंधी चिंताओं के कारण इस समय पर तनाव अधिक रह सकता है, इसलिए इस दौरान शांत होकर काम करने की कोशिश ही उचित होती है.
सूर्य और राहु गोचर का कुंभ राशि पर प्रभाव
कुंभ राशि वाले अपने जीवन में इस युति के द्वारा कई चीजों की खोज कर पाने में सफल रहते हैं. सरकारी मामलों से संबंधित दस्तावेजों में व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है. इस स्थिति में गुप्त शत्रु अधिक हावी हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रह कर काम करने की जरुरत होती है. अपने आस-पास के लोगों और चीजों को अच्छे से जानते और समझते हुए किया गया काम जीवन में प्रगति का कारण भी बनता है.
सूर्य और राहु गोचर का प्रभाव मीन राशि
सूर्य-राहु युति का गोचर मीन राशि वालों के लिए कई तरह के विचार देता है. आध्यात्मिक ओर परंपराओं के विरुद्ध दोनों ही रुपों में इनका असर दिखाई दे सकता है. इस अवधि में अपने भाई-बहनों के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता मिलती है. स्वास्थ्य बिगड़ने की प्रबल संभावना होती है. खाने की आदतों में लापरवाही अधिक रहती है. कई बार इन्हें भोजन से विषाक्ता प्रभावित अधिक करने वाली होती है. कोर्ट-कचहरी से संबंधित मामलों में आपको बाधाओं और कठिनाइयों का अनुभव हो सकता है.