4 सितंबर 2023 को गुरु मेष राशि में वक्री हो रहे हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति को विस्तार, प्रचुरता और समृद्धि का ग्रह कहा गया है. बृहस्पति का वक्री होना काफी चीजों को बदल देने वाला समय होता है. इस समय पर चीजें वैसी नहीं रहती हैं जैसी वो दिख रही होती हैं. यह अचानक से होने वाली गंभीरता ओर बदलाव का समय होता है. वक्री बृहस्पति का समय इस बात पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है कि जीवन में बदलाव करने की आवश्यकता है या नहीं. चीजों पर नजर डालने और अपने उद्देश्यों या इच्छाओं को फिर से समझने जानने की कोशिश करने की जरूरत का संकेत दिखाता है. यह एक ऐसा समय होता है जब पहले खोई हुई क्षमता अधिक मजबूती के साथ फिर से सामने होती है. बृहस्पति, सभी ग्रहों में सबसे विस्तृत दृष्टिकोण प्रदान करता है. यह एक शिक्षक की भांति होता है जो उन तरीकों के साथ बढ़ने में मदद करता हैं जो हमारे जीवन में जागरूकता और सौभाग्य को बढ़ाते हैं. वक्री होने पर यह उपलब्ध अवसरों का एहसास करने के लिए सीमाओं से आगे बढ़ने में मदद करता है.
मेष राशि
अपनी भावनाओं और दूसरों के प्रति दृष्टिकोण को लेकर अधिक भावनात्मक होने से बचने का समय है. किसी भी चीज को लेकर अति न करें. इस समय कोई बड़ा कार्य करने के लिए तैयार रहें क्योंकि कुछ नवी चीजें अब सामने दिखाई देने वाली हैं. अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होने की प्रवृत्ति का लाभ अब मिल सकता है, यहां तक कि अपने स्वयं के व्यक्तिगत विकास को देखने और उसमें सुधार करने के लिए बदलाव करना होगा. इस समय जल्दबाजी में कोई निर्णय न लेना ही उचित होगा. उग्र व्यवहार आपके खिलाफ काम कर सकता है, इसलिए शांत रहें और चीजों को सहजता के साथागे बढ़ने दिजिए.
वृष राशि
वृष राशि वालों को चाहिए की इस समय अपनी दैनिक गतिविधियों पर ध्यान दें. अपनी मौजूदा दिनचर्या को देखते हुए विचार करें कि क्या यह चीजें लक्ष्यों को आगे बढ़ा रही हैं या आपको उसी स्थान पर टिकाए हुए हैं. अगर बदलाव न हो रहा हो तो जरुरी है की अब इन चीजों में कुछ चेंज किया जाए. कुछ हफ्तों के दौरान असामान्य रूप से उच्च स्तर के तनाव का प्रभाव अब कम हो सकता है. इस समय यह ब्रेक ताजी हवा की सांस लेने का और नए अनुभवों को महसूस करने का समय हो सकता है. अपनी असफलताओं को उस बड़ी बाधा के रूप में मानें जो अभी बाकी है. खुद को समय दें और नए संबंध बनाएं.यह चेंज ही आने वाले समय में अच्छे परिणा म दे पाएंगे.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए अबनी निजता को लेकर अधिक कठोर होने का समय हो सकता है. पर ध्यान रखें की निजी मर्यादाओं में दूसरों का कष्ट न होने पाए. काम को लेकर आगे बढ़ाने की सलाह दी जाती है. खुली सोच और लचीलापन मददगार होगा क्योंकि जिद और आदतों को चुनौती देने का समय है. अपनी दृष्टि को व्यापक बनाने के लिए परिश्रम की आवश्यकता है. किसी भी नकारात्मक रूढ़िवादिता पर पुनर्विचार करें जिसे आपने अनजाने में बढ़ावा दिया हो जो आपको अपने लक्ष्यों का पीछा करने से रोकता है. अगर खुद को नम्र नहीम बनाएंगे तो इसके कारन उलझन सुलझेगी नहीं. अपनी अनुकूलन क्षमता का परीक्षण करें तथा अपनी सीमाओं को फिर से परिभाषित करने की आवश्यकता है.
कर्क राशि
यह समय लाभ, इच्छा पूर्ति पर असर डालने वाला होगा. बृहस्पति के वक्री होने का मतलब है कि इच्छाओं और पूर्व निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है. इस अवधि के दौरान जिन चीजों के होने की उम्मीद कर रहे थे, उनमें देरी होगी या परिणाम संतोषजनक मिल न पाए. ये समय आर्थिक परेशानी भी बढ़ा सकता है और आपको भविष्य के संबंध में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं. चीजों को लेकर अधिक खर्च उठाना पड़ सकता है. रिश्तों के मामले में समय मध्यम रह सकता है. अपनों के साथ कम्युनिकेशन गैप से बचें. कुछ मामले अभी लंबित हो सकते हैं. धार्मिक यात्राओं का समय होगा और साथ ही खर्च भी अधिक रह सकता है.
सिंह राशि
स्वास्थ्य की दृष्टि से ध्यान रखने का समय है विशेष रुप से जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी चिंता रह सकती है. वक्री बृहस्पति इस बात की ओर इशारा करता है कि इस वक्री गोचर के दौरान कोई भी नया कदम उठाते समय बहुत धैर्य और सावधानी बरतनी होगी. संतान पक्ष को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. छात्रों को अपनी शिक्षा में भागदौड़ का अनुभव करना पड़ सकता है. इस अवधि के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. बोलचाल में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें ताकि किसी को आहत न करें. नौकरी में किसी भी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करने से पूर्व अच्छी से सभी चीजों पर ध्यान देना होगा अन्यथा लापरवाही के चलते परेशानी हो सकती है. लाभ में देरी हो सकती है. पारिवारिक वातावरण सौहार्दपूर्ण रहेगा और इस दौरान परिवार में शांति बनी रह सकती है.
कन्या राशि
बृहस्पति का यह वक्री होना किसी भी तरह के संबंध में विवाद की स्थिति को उत्पन्न करने का काम कर सकता है. इस समय के दौरान विचारों में अलगाव की स्थिति परेशानी दे सकती है. अलग धर्म और परंपराओं केव प्रति अधिक रुझान भी उत्पन्न हो सकता है. किसी दूसरों के कारण कानूनी समस्याओं का सामना कर सकते हैं. नौकरी में अच्छा करेंगे लेकिन सहकर्मियों की ओर से थोड़ा सहयोग में कमी रहेगी. नौकरी या वेतन वृद्धि में अभी विलंब हो सकता है. कई चीजों में धैर्य की ही आवश्यकता है क्योंकि कुछ अटकाव अधिक असर डाल सकते हैं. इस अवधि के दौरान परिवार में पूजा अथवा मांगलिक कार्य हो सकते हैं. कड़ी मेहनत के माध्यम से अपने कई वांछित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और समस्याओं से भी राहत मिलने की उम्मीद है.
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए बृहस्पति होना प्रयासों में वृद्धि का संकेत देगा. इस भाव में वक्री बृहस्पति लाभ प्रदान कर सकता है, लेकिन कुछ देरी के साथ. अपने कामों में निवेश का लाभ पाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है. जीवन में कुछ असंतोष महसूस कर सकते हैं. कुछ मामलों के चलते आध्यात्मिक विश्वास कम हो सकता है और आध्यात्मिक रूप से बेचैन महसूस करेंगे. स्वास्थ्य की बात करें तो आपको अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है क्योंकि खराब स्वास्थ्य के संकेत मिल रहे हैं. अवांछित बातों पर समय और ऊर्जा बर्बाद न करना ही उचित होगा.
वृश्चिक राशि
वक्री बृहस्पति का असर नैतिक मूल्यों और उदारता के मामले में आपको कुछ कठोर बना सकता है. अपनों की ओर से सहयोग की कमी परेशान कर सकती है. काम में स्वतंत्रता की इच्छा रखेंगे, लेकिन प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा. बृहस्पति का वक्री होना चीजों को फिर से करने का सुझाव देता है, इसलिए काम को लेकर उचित रुप से सोच विचार करते हुए आगे बढ़ना आवश्यक होगा. अभी नौकरी नहीं बदलनी चाहिए क्योंकि यह आपके लिए फ़ायदेमंद साबित नहीं होगा. कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ कुछ अनबन भी हो सकती है. आर्थिक रूप से भी समय उतना अनुकूल नहीं है और आर्थिक मामलों में आपको आर्थिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं और पैसों के लेन-देन को लेकर ध्यान रखना होगा.
धनु राशि
आपके राशि का स्वामी अब वक्री होने से स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं. ब्लड शुगर से परेशान हैं तो इस दौरान अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होगी. वजन भी बढ़ सकता है. यदि आप एक व्यवसायी व्यक्ति हैं, तो कार्यक्षेत्र में बहुत सी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. सहकर्मी भी मददगार साबित नहीं हो पाएं. स्वभाव में कोमलता के कारण दूसरे धोखा भी दे सकते हैं. इस गोचर के दौरान कड़ी मेहनत आपको किसी भी तरह की प्रतियोगिता में जीत दिलाएगी. वैवाहिक जीवन में भी टकराव का सामना करना पड़ सकता है.अपनी भावनाओं के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता होगी. दूसरों के साथ तार्किक दृष्टिकोण से जुड़कर अपने रिश्ते सुधारने की जरूरत है.
मकर राशि
विचार प्रक्रिया के प्रति अपने अंतर्ज्ञान का एक मजबूत समर्थन मिलेगा. अपने टूटे हुए कनेक्शन को फिर से बनाने का प्रयास करने वाले हैं. उन चीजों का सामना करेंगे जिन्हें जीवन के प्रति अपने उत्साह को बढ़ाने के लिए बाधाओं के रूप में देखा अब उन्हें दूर करने का समय होगा. अब उन कारणों की पहचान करने की आवश्यकता है अटकाव देते हैं. नई रुचियों की खोज करने या मित्र बनाने के लिए तैयार रहें. शोध और ध्यान के मामले में बृहस्पति वक्री होना अच्छा रह सकता है. बाहरी चीजों के लिए फायदेमंद साबित होगा. इस दौरान निडर हो सकते हैं और साहसिक निर्णय ले सकते हैं. जीवन में किसी भी चीज का सामना करने से नहीं डरेंगे. शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे और आप धार्मिक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं.
कुंभ राशि
अब वक्री बृहस्पति का असर आपको लाभ के मौके दे सकता है. कोई आपके लिए एक बेहतर हमदर्द के रूप में भी सामने खड़ा हो सकता है. दूसरों को बेहतर ढंग से समझने के लिए, आलोचनात्मक रवैये पर फिर से विचार करने की जरूरत होगी. आराम करने का प्रयास भी अधिक मिलेगा. अपनी योजना में कुछ बदलाव करने की जरुरत होगी. सामाजिक रुप से लोगों के साथ जुड़ाव होगा. नए दोस्त बनाने का समय हैं. अपनी इच्छाओं एवं योजनाओं को लेकर आपको आगे बढ़ना चाहिए. शिक्षा के मामले में छात्रों को अभी भ्रम से बचना होगा और उचित रुप से क्या चाहिए इस पर विचार करना होगा.
मीन राशि
वक्री बृहस्पति राशि स्वामी है इसलिए अपनी ऊर्जा को उन चीजों या लोगों पर बर्बाद न करें जो मायने नहीं रखते: व्यवस्था बनाए रखने की प्रबल आवश्यकता है. कुछ मामलों में प्रतिष्ठा को बचाने और दूसरों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार करने के लिए दबाव महसूस कर सकते हैं. अपने रचनात्मक पक्ष पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह एक बेहतरीन समय है. कार्यस्थल पर मुद्दों को हल करने के नए तरीकों के बारे में सोचने की कोशिश करें. विशेष रूप से वरिष्ठों के साथ आपके संबंध बेहतर करने की कोशिश करें. प्रेम जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है अन्यथा संबंध विच्छेद की संभावना बढ़ सकती है. इस अवधि के दौरान, व्यक्ति बिना बात को लेकर अधिक कठोर हो सकते हैं ऎसे में चीजों परेशानी उत्पन्न करने वाली होंगी. इस ओर ध्यान रखें तथा कठोरता से बचने की कोशिश करें.