शुक्र का मेष राशि में गोचर करना उसके परिभ्रमण का एक हिस्सा है, किंतु जब भ्रमण की इस स्थिति पर वक्रता का प्रभाव पड़ता है तो यह अपने प्रभाव में कई तरह के बदलाव दिखाता है. शुक्र के मेष राशि में होने का उत्साही एवं क्रियात्मक प्रभाव अधिक देखने को मिल सकता है. इसी के साथ यह रोमांस एवं प्रेम संबंधों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण स्थान होता है. मेष की ऊर्जा शुक्र को आगे बढ़ने के लिए उत्साह देती है. नए रिश्तों में जाना और नई जोखिम उठाना भी इस स्थान पर देखने को मिलता है. अब जब शुक्र वक्री अवस्था में मेष में होता है तब इसका प्रभाव कई तरह से दिखाई दे सकता है.
वक्री शुक्र का सभी राशि पर असर
खगोल जीवन में परिवर्तन और बदलाव की लहर लाने के लिए तैयार है. प्यार और रिश्तों से लेकर करियर की संभावनाओं तक, इस ग्रह परिवर्तन का प्रभाव बहुत अधिक रहने की उम्मीद होती है. तो, एक रोमांचक सवारी का समय होता है. आइए जानें इस गोचर का क्या महत्व है और यह आपके जीवन को कैसे प्रभावित कर सकता है.
मेष राशि
वक्री शुक्र का गोचर आपके फैसलों को अधिक तेजी से सामने लाता है. अपने लिए जो भी काम करना चाहते हैं उसे सोच समझ करना होता है. यह अपनी खुशी और भलाई पर ध्यान देने का समय है. थोड़ी आत्म-देखभाल करना और अपनी इच्छाओं को तलाशने व्यक्ति के जीवन में शामिल होने लगता है. जीवन में कुछ आवश्यक ऊर्जा और उत्साह लाएगा. खुद को किसी नए व्यक्ति के प्रति आकर्षित भी पा सकते हैं. मौके लें किंतु स्थिति अनुसार व्यवहार जरुरी होगा.
वृष राशि
वक्री शुक्र के प्रभाव अनुसार इस बात पर ध्यान देना ज़रूरी है कि इस गोचर के दौरान आप जो कुछ भी करना चाहते हैं, वह आपके मूल मूल्यों के अनुरूप होना चाहिए. अपनी इच्छाओं को लेकर अनियंत्रत होने से बचना होगा. जीवन में सरल सुखों को भी देखना है केवल कामुकता प्रमुख नहीं है. अविवाहित हैं, तो आप किसी ऐसे व्यक्ति के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जो मुखर और स्वतंत्र है. यदि किसी रिश्ते में हैं, तो स्वतंत्रता की अधिक चाह रखेंगे इसलिए चीजों के मध्य सामंजस्य बनाना होता है.
मिथुन राशि
वक्री शुक्र का प्रभाव रिश्तों और आप दूसरों के साथ कैसे बातचीत करें इस पर अधिक होगा. यह गोचर उन सभी क्षेत्रों को उजागर करेगा जहां संचार कौशल से लाभ दिला सकते हैं ओर इस ओर अधिक ध्यान से काम करने की आवश्यकता है. इस समय ठीक से सोचे बिना खुद को अधिक आवेगी और अपनी इच्छाओं पर काम निर्भर रह सकते हैं. इस बात का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है ताकि कोई ऐसा निर्णय न लें जिसके लिए आपको बाद में पछताना पड़े.
कर्क राशि
वक्री शुक्र का असर जीवन में बहुत से बदलाव ला सकता है. रिश्तों और आत्म-सम्मान के मामले में ज्यादा चिंता रहेगी. व्यक्तिगत लक्ष्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने से अपने डर और असुरक्षा का सामना करने के लिए मजबूर किया जा सकता है. अपनी प्रवृत्ति पर भरोसा करना सीखना होगा. सच्ची इच्छाओं से जुड़ने का समय होगा जिसके परिणामस्वरूप अधिक पूर्ण संबंध बनाने में सक्षम होंगे.
सिंह राशि
वक्री शुक्र का प्रभाव ख़ुद को ज़्यादा आत्मविश्वासी और स्वतंत्र महसूस कराने वाला होगा. नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होना होगा. किसी भी स्थिति से अधिकतम लाभ उठाने के लिए बहुत आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प से काम लेना होगा. जोखिम लेने और कुछ नया करने की कोशिश करने के लिए और अधिक इच्छुक होंगे. अपने आप को अधिक स्पष्टता के साथ अभिव्यक्त करने में सक्षम होंगे.
कन्या राशि
वक्री शुक्र का प्रभाव अतीत के मसलों को सने ला सकता है. पुराने रिश्तों पर पुनर्विचार करने पर विवश भी कर सकता है. जरूरी है कि वर्तमान में रहा जाए और अभी पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है. भविष्य संभावनाओं से भरा है, लेकिन यदि आप अतीत में जी रहे हैं तो निराशा और चिंता अधिक रहेगी. यह आत्मचिंतन का भी समय है. अपनी भावनाओं को कंट्रोल करना ही होगा. अपने लिए समय निकालें और समझें कि वास्तव में क्या आवश्यक है.
तुला राशि
वक्री शुक्र का प्रभाव आज़ादी के लिए उत्साहित करने वाला होगा. यह यात्रा करने या नई चुनौतियों का सामना करने के लिए आगे रख सकता है. व्यक्तिगत लक्ष्यों और इच्छाओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करने वाले हैं जिसके चलते दूसरे इग्नोर हो सकते हैं. अधिक मुखर और आत्मविश्वासी रह सकते हैं इस समय जरुरी है की दूसरों को भी अभिव्यक्ति का समय दें ओर खुद को थोपें नहीं.
वृश्चिक राशि
वक्री शुक्र का सर इस समय स्वभाव को अधिक प्रभावित कर सकता है. आत्म-मूल्य, ईर्ष्या और शक्ति की गतिशीलता के मुद्दों को लेकर परेशानी होगी. जरुरी है की अपनी चुनौतियों से अवगत होना, ताकि आप रचनात्मक तरीके से इनका सामना कर सकें. यह रिश्तों में बड़े परिवर्तन का भी समय है. अपने आप को दूसरों के साथ नम्रता से जोड़ने पर ही सफलता सामने दिखाई दे सकती है.
धनु राशि
वक्री शुक्र के प्रभाव से अधिक जोश वाले होंगे इसके अलावा सकारात्मक रवैये का जीवन में अनुकूल फल मिल रहा है. सकारात्मक सलाह से आप दूसरों की मदद कर सकते हैं. चीजें रास्ते पर चलेंगी, और टकराव भी होग अलेकिन जरूरी है की दोस्ताना रुख बनाए रखें. अधिक ग्रहणशील बनें. सामाजिकता, नेटवर्किंग जैसे काम अच्छे प्रभाव देंगे. रिश्तों में नवीनता का असर होगा क्रोध एवं जल्दबाजी से बचना होगा.
मकर राशि
वक्री शुक्र के प्रभाव द्वारा जो लोग रिश्ते में हैं उन्हें लग सकता है कि उनका साथी अधिक मांग करने वाला हो गया है. ऎसे में विवाद और अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है. जितना संभव हो एक दूसरे के प्रति सहज बनें. जो लोग अविवाहित हैं वे किसी ऐसे व्यक्ति की ओर आकर्षित हो सकते हैं जो ऊर्जा और उत्साह से भरा हो लेकिन इस समय तर्क और असहमति भी अधिक आप को प्रभावित करने वाली है.
कुम्भ राशि
वक्री शुक्र का असर विकास और नई शुरुआत का समय है, लेकिन स्वतंत्र रुप से निर्णय लेना भी उचित नहीम होगा. साहस और ऊर्जा काम आएगी यदि सही से उपयोग की जाए. कुछ कामों जोखिम उठा सकते हैं, नई चीजों को आजमा सकते हैं और नए अनुभवों के लिए खुल सकते हैं. यह समय थोड.अ सोच समझ कर आगे बढ़ना उचित होगा. यह व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित करने का भी समय है.
मीन राशि
वक्री शुक्र का प्रभाव ऊर्जा शक्ति में बदलाव को दिखाने वाला होगा. रचनात्मकता अधिक रहने वाली है. बाहरी लोगों के साथ संपर्क का समय भी होगा. भावुक और प्रेमी दोनों हो महसूस कर सकते हैं. अविवाहितों के लिए खुद को बाहर निकालने और नए रिश्ते शुरू करने का यह एक अच्छा समय है. जो लोग पहले से ही किसी रिश्ते में हैं, वे खुद को सामान्य से अधिक भावुक महसूस कर सकते हैं. इस पारगमन का उपयोग अपने रचनात्मक पक्ष में टैप करने और खुद को नए तरीकों से अभिव्यक्त करने के लिए करें.