Category Archives: Vedic Astrology

श्री अष्टलक्ष्मी स्तोत्र | Sri Ashtalakshmi Stotram | Ashtalakshmi Stotram | Ashta Lakshmi Stotram

माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिये माँ लक्ष्मी के अष्टरुपों का नियमित स्मरण करना शुभ फलदायक माना गया है. अष्टलक्ष्मी स्त्रोत कि विशेषता है की इसे करने से व्यक्ति को धन और सुख-समृ्द्धि दोनों की प्राप्ति होती है. घर-परिवार … Continue reading

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क्या होती है योगिनी दशा और जानिए इसके प्रकार विस्तार से

योगिनी दशा की कुल अवधि 36 वर्ष की होती है. मंगला, पिंगला, धन्या, भ्रामरी, भद्रिका, उल्का, सिद्धा, संकटा नामक आठ योगिनी दशाएं होती हैं. संख्याक्रम से मंगला एक वर्ष रहती है, पिंगला दो वर्ष, धन्या तीन, भ्रामरी चार, भद्रिका पांच, … Continue reading

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कुण्डली में सप्तमस्थ सूर्य का महत्व | Importance of Sun in the Seventh house of a Kundali

कुण्डली के सातवें भाव में स्थित सूर्य को अलगाववादी और विच्छेदकारी कहा गया है. इसी के साथ साथ वैवाहिक जीवन के लिए भी इसे अच्छा नहीं माना गया है परंतु इन तथ्यों की सत्यता के विषय में जानने के लिए … Continue reading

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वर्ष फल कुण्डली में द्वादश भाव में ग्रहों का महत्व | Significance of Planets in the Twelfth House of Varshphal Kundali

वर्ष फल कुण्डली में द्वादश भाव के फलों को जानने के लिए उनमें सभी विभिन्न भावों में स्थित ग्रहों के कारकों का फल देखना होता है जिसके अनुसार वह अपने फल देने में सक्ष्म होते हैं. इसमें से कुछ इस … Continue reading

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वर्षफल कुण्डली से जाने कैसा रहेगा दशम भाव में ग्रहों का फल

वर्ष फल कुण्डली में दशम भाव में स्थित ग्रहों के प्रभाव, जातक के जीवन को अनेक प्रकार से प्रभावित करते हैं. वर्ष फल कुण्डली ज्योतिष शास्त्र की तीन शाखाओं में से एक है. वर्ष फल मुख्यत: किसी विशेष घटनाओं को … Continue reading

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वर्षफल कुंडली के नवम भाव में अगर हों ये ग्रह तो बन सकते हैं भाग्यशाली

ग्रह स्थिति के परिणाम पराशरी सिद्धांतों पर आधारित यह परिणाम वर्ष कुण्डली में भी उपयोगी होते हैं. ग्रह अपने विभिन्न भावों में अपने आधिपत्य व अपनी स्थिति के अनुसार फल देता है. सभी ग्रह चाहें वह शुभ हों अथवा अशुभ, … Continue reading

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उच्च राशि में स्थित ग्रह का फल | Results of An Exalted Planet

अपनी दशा में उच्च राशि में स्थित ग्रह शुभ परिणाम देने वाले होते हैं. सूर्य मेष और सिंह राशियों में होने पर जीवन में अनेक प्रकार की सफलता मिल सकती है. यह मेष में उच्च का होने के कारण अपनी … Continue reading

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कैसा रहेगा वर्ष कुंडली का पांचवा भाव और उसमें बैठे ग्रहों का फल

वर्ष फल कुण्डली में पंचम भाव में जो ग्रह स्थित होते हैं, उनके प्रभावों को जानने हेतु आप कई बातों का अनुसरण कर सकते हैं कि ग्रह के कारक तत्व व उसका प्रभाव वर्ष कुण्डली पर कैसा रहने वाला है. … Continue reading

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वर्ष कुण्डली के छठे भाव में बैठे ग्रह ऎसे दिखाते हैं अपना असर

वर्ष फल कुण्डली में छठे भाव में बैठे ग्रहों का प्रभाव जानने हेतु कई प्रकार के तथ्यों को ध्यान में रखना अत्यंत आवश्यक  होता है. ग्रहों का शुभता होने से जातक आनंद व सुख की अनुभूति कर पाता है, परंतु … Continue reading

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कुण्डली के बलवान ग्रह बदल सकते हैं आपके जीवन की दिशा

बलिष्ठ लग्न दशा | Balishtha Lagna Dasha शुभ स्वास्थ्य, प्रतिष्ठा, सम्मान, सरकार द्वारा अनुग्रहीत कराती है. मध्यम बल दशा सामान्य प्रभाव देने वाली होती है. लाभ मिश्रीत परिणामों से युक्त होंगे. बाधाओं और मानसिक अशांति को देने वाला हो सकता … Continue reading

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