Author Archives: astrobix

जानें शनि की साढ़ेसाती और नक्षत्रों का व्यक्ति पर प्रभाव

जन्म चंद्र से जब गोचर का शनि बारहवें भाव में आता है तब व्यक्ति की साढ़ेसाती का प्रभाव आरंभ हो जाता है. यह साढ़ेसाती का पहला चरण माना जाता है. अब जन्म चंद्र के ऊपर शनि आता है तब दूसरा … Continue reading

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वैवाहिक सुख में कमी के कारण

वैदिक ज्योतिष में बहुत से अच्छे तथा बुरे योगों का उल्लेख मिलता है. इन योगों का फल कब मिलेगा इसका अध्ययन करना बहुत जरुरी है और इनका अध्ययन दशा, गोचर और कुंडली के योगो के आधार पार किया जाता है. … Continue reading

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जन्म कुंडली में कार्यसिद्धि का समय | Analysis of An Incident’s Time in Janma Kundali

जन्म कुंडली में किसी घटना के घटने में बहुत से कारक काम करते हैं. सबसे पहले तो किसी भी घटना के होने में योग होने आवश्यक होते हैं. यदि जन्म कुंडली में किसी कार्य के होने के योग ही नहीं … Continue reading

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क्या होते हैं कारक ग्रह और कैसे दिखाते हैं अपना असर ?

ज्योतिष में कई प्रकार की युतियां और संबंध बनते हैं जिनके बनने से कई प्रकार से कुण्डली का आंकलन करने में सहायता प्राप्त होती है. जातक के जीवन में इन सभी का प्रखर प्रभाव पड़ता है जिससे जीवन में अनेक … Continue reading

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जाने, 12 राशियों में कैसा रहेगा राहु का फल

वैदिक ज्योतिष में राहु/केतु का महत्वपूर्ण स्थान माना गया है हालांकि दोनो ही छाया ग्रह हैं लेकिन तब भी मानव जीवन पर इनका बहुत प्रभाव पड़ता है. आज हम राहु का प्रभाव मेष से मीन राशि तक में करेगें. राहु … Continue reading

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सूर्य का विभिन्न राशियों में स्थिति पर विचार – भाग 1 | Sun in Different Signs – Part 1

वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह का अपना स्वतंत्र महत्व होता है. ग्रह किस राशि में और किस भाव में क्या फल देगें, यह विस्तार का विषय है. जिसे हम धीरे-धीरे समझ सकते हैं. आज हम सूर्य की विभिन्न राशियों मेष, … Continue reading

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कर्क लग्न के दूसरे नवांश की विशेषताएं

कर्क लग्न का दूसरा नवांश सिंह राशि का होता है, जिसके स्वामी सूर्य होते हैं. इस नवांश में जन्मा जातक सौंदर्य व जोश से युक्त होता है. जातक का रंग गुलाबीपन लिए हुए साफ होता है.आंखें मोटी व तेजवान होती … Continue reading

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कर्क लग्न का पहला नवांश | First Navamsha of Cancer Ascendant

कर्क लग्न का पहला नवंश वर्गोत्तम होता है. यह कर्क राशि का ही होता है. इस नवांश में जन्में जातक के जीवन में स्वयं की स्थिति का ही आधार बना रहेगा. अर्थात वह कुध के विषयों से ही अधिक सोच … Continue reading

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जानें कैसा है आपका स्वभाव: क्या आपकी कुंडली में भी बनते हैं ये योग

वैदिक ज्योतिष में यदि हम सूक्ष्मता से देखें तो हर व्यक्ति के चारित्रिक गुण तथा दोषो का पता लगाने में कामयाब हो सकते हैं. व्यक्ति की जन्म कुंडली उसके व्यक्तित्व के बारे में सभी कुछ बताने में सक्षम होती है. … Continue reading

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कुण्डली में भाव परिवर्तन का महत्व | Importance of Interchange of Planets in Kundali

कुण्डली में ग्रहों की स्थिति और उनकी युति कई प्रकार के प्रभावों को सामने लाती है. जातक पर उनका अनेक प्रकार से प्रभाव देखा जा सकता है जीवन में आने वाले उतार-चढावों में ग्रहों की स्थिति व संबंध बहुत प्रभाव … Continue reading

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