Articles in Category Rashi

शुक्र का मेष राशि गोचर

शुक्र नई ऊर्जा और नई चीजों को बनाने का मौका देने के अलावा, लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीके में साहस को लाता है. 12 मार्च 2023 को शुक्र का गोचर मेष में होगा. मेष से पूर्व शुक्र जहां अपनी उच्च राशि

मकर राशि में शुक्र का गोचर फल

शुक्र का प्रभाव धनु राशि से निकल कर मकर राशि में होगा और यह प्रवेश 2022 में काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि मकर राशि में शनि के साथ मंगल का युति संबंध हो रहा है और अब शुक्र का भी मकर राशि में आना

सूर्य का कुम्भ राशि में गोचर

सूर्य गोचर समय 13 फरवरी 2023, को होगा इस समय गोचर 09:44 सुबह के समय पर होगा. सूर्य का कुम्भ राशि में गोचर 13 फरवरी की प्रात:काल में प्रवेश होगा. मकर राशि से निकल कर कुंभ में सूर्य का प्रवेश शनि की

मंगल का कर्क राशि गोचर, पराक्रम और प्रयास में कमी का समय

मंगल का कर्क राशि में प्रवेश विशेष होगा. इस समय मंगल अपनी नीचस्थ राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष में कर्क राशि में मंगल का बल कम हो जाता है. इस स्थान पर मंगल को नीच का मंगल माना गया है. मंगल के इस

बृहस्पति का मेष राशि में गोचर 22 अप्रैल 2023

बृहस्पति गोचर 2023 मेष राशि में - 22 अप्रैल 2023 बृहस्पति को सभी ग्रहों में देवों के गुरु का स्थान प्राप्त है. बृहस्पति को शुभदायक ग्रह माना गया है यह वृद्धि एवं प्रगति का कारक भी होता है. बृहस्पति

बुध का मकर राशि में गोचर

बुध का गोचर मकर राशि में 07 फरवरी 2023 को होगा. बुध इस समय धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे और 27 जनवरी 2023 के मध्य तक यहीं रहेंगे. बुध एक युवा और ऊर्जावान ग्रह है, जो संचार पर अधिकार

सूर्य का पुनर्वसु नक्षत्र गोचर फल

सूर्य का गोचर पुनर्वसु नक्षत्र में तब होता है जब सूर्य मिथुन राशि के अंतिम चरणों की ओर अग्रसर होता है. पुनर्वसु नक्षत्र के तीन चरण मिथुन राशि में ही पड़ते हैं और इसका अम्तिम चरण कर्क राशि में होता

वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर

वक्री मंगल का मिथुन राशि में गोचर - 30 अक्टूबर 2022 मंगल का शुभ प्रभाव व्यक्ति को साहस, ताकत और पराक्रमी बनाता है, जबकि कमजोर अवस्था में ग्रह व्यक्ति के आत्मविश्वास को कमजोर करता है. यह मेष और

शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर जानिए सभी राशियों पर इसका प्रभाव

शुक्र, जिसे प्रेम और वैभव के ग्रह के रूप में भी जाना जाता है, अपनी ही राशि तुला से मंगल की राशि, यानी वृश्चिक में गोचर करेगा. इस गोचर के दौरान प्रेम की तीव्रता और जोश से मुलाकात होगी. शुक्र का

धनु राशि में सूर्य का गोचर (16 दिसंबर 2022) सभी राशियों के लिए होगा खास

सूर्य को आत्मा एवं ऊर्जा माना जाता है, वैदिक ज्योतिष में यह इन्हीं तत्वों का कारक बनकर जीवन के विकास में सहायक बनता है. कुण्डली में यह राष्ट्र राजा और पिता का स्वाभाविक कारक होता है. इस ग्रह की शक्ति

मंगल का मिथुन राशि गोचर 16 अक्टूबर 2022

मंगल ग्रह साहस, हिम्मत और बहादुरी और ताकत का प्रतिनिधित्व करता है. मंगल जब एक राशि से निकल कर किसी दूसरी राशि में जाता है तो इस समय को मंगल के राशि गोचर के रुप में जाना जाता है. मंगल का गोचर मिथुन

सूर्य का वृश्चिक राशि गोचर (16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 )

सूर्य 30 दिनों की अवधि के लिए वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. कुंडली में सूर्य की स्थिति का जीवन में बहुत महत्व होता है और यह उसके समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करती है. सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर

बुध का वृश्चिक राशि गोचर ( 13 नवंबर 2022)

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर किसी व्यक्ति के संचार, व्यवहार, व्यवसाय और तर्क -विश्लेषण के तरीके में एक बड़ा बदलाव लाने वाला होता है. यह गोचर विभिन्न राशियों के लोगों के लिए कई सकारात्मक और नकारात्मक

बुध का तुला राशि गोचर (26 अक्टूबर 2022)

बुध ग्रह व्यक्ति के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक है. इस कारन से बुध का राशि बदलाव जब भी होता है इन गुणों पर इसका असर अवश्य दिखाई देता है. बुध का कन्या राशि से

मंगल का वृष राशि में गोचर

मंगल का वृष राशि में प्रवेश 10 अगस्त 2022 को बुधवार 09:32 के करीब हुआ. राशि परिवर्तन का समय 13 नवंबर को मंगल वृष राशि में वक्री हो जाएंगे और उसके बाद 12 जनवरी 2023 को वृष राशि में मार्गी हो जाएंगे.

बुध का मेष राशि में गोचर (31 मार्च, 2023, शुक्रवार)

बुध ग्रह बौद्धिक गतिविधियों, संगती प्रभाव, तर्क वितर्क, भाषा बोली को प्रभावित करने वाला ग्रह है. बुध का गोचर जब किसी राशि में होता है तो यह बुध के गुणों को भी प्रभावित करने वाला समय होता है. बुध के

वक्री शनि करेंगे मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए बनेंगे कुछ विशेष योग

शनि की चाल में जब बदलाव होता है तो वक्री अवस्था का असर काफी चीजों को बदल देता है. शनि एक लम्बे समय तक मकर राशि में रहे ओर कुंभ में आए लेकिन वक्री होकर एक बार फिर से मकर में ही जाने वाले हैं. अब इस

सिंह राशि में सूर्य का गोचर (17 अगस्त 2022 - 17 सितंबर 2022)

वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को एक प्रमुख ग्रह माना जाता है और यह आत्मा-ऊर्जा का निर्माता बनता है. हमारी ऊर्जा किस तरह से काम करेगी किस ओर बढ़ेगी ये सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है. 17 अगस्त 2022 को

बुध का मिथुन राशि गोचर 2023 क्या आपके लिए है शुभ?

बुध का मिथुन राशि में प्रवेश जुलाई माह के दौरान होगा. 24 जून 2023 को बुध दोपहर 12:41 मिनिट पर होगा. इस समय बुध वृष राशि से निकल कर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. बुध का प्रवेश अपने ही घर पर होना एक

वक्री बृहस्पति का मीन राशि में गोचर का फल

28 जुलाई 2022 को बृहस्पति का मार्गी से वक्री अवस्था में बदलाव होगा. जिस प्रकार मार्गी बृहस्पति अनुकूलता को दर्शाता है वहीं गुरु का वक्रत्व अनुकूलता को दर्शाता है. वैदिक ज्योतिष में, बृहस्पति का गोचर