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राहु-केतु का गोचर 2023 : राहु का गोचर मेष राशि में और केतु का गोचर तुला में
राहु और केतु का राशि परिवर्तन 12 अप्रैल, 2022 को होगा और यह गोचर सभी राशियों के लिए महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है. ये ग्रह आपके पिछले जीवन कर्मों को दर्शाते हैं और आपके वर्तमान जीवन स्थितियों में
गुरु का मीन राशि गोचर 2022: मेष से मीन तक सभी को होगा असर
गुरु का गोचर इस वर्ष मीन राशि में हो रहा है. गुरु के स्वराशि में गोचर की स्थिति बदलाव को पाएगी क्योंकि गुरु काफी समय से वक्री अवस्था में थे ओर अब 23 नवंबर को वह मार्गी होंगे. 13 अप्रैल 2022 को
शनि का कुंभ राशि गोचर 2024
शनि अपनी एक स्वराशि मकर से निकल कर अब अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में गोचर करने वाला है. शनि के लिए मकर राशि से निकल कर कुंभ में प्रवेश करना बहुत से बदलावों के लिए अनुकूलता लिए होगा. इस समय के दोरान वायु
शनि का मकर राशि में मार्गी होना बड़े बदलावों का संकेत
एक लम्बे समय से शनि मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. मकर राशि शनि के स्वामित्व की राशि है. शनि का मकर राशि में गोचर करना शनि के कारक तत्वों में वृद्धि करने वाला हो सकता है. शनि के गोचर में शनि ग्रह की
मंगल का कन्या राशि में गोचर: सोच समझ कर लेने होंगे फैसले तभी मिलेगी सफलता
मंगल ग्रह 06 सितंबर 2021 को कन्या राशि में गोचर करेंगे. मंगल का कन्या राशि प्रवेश एवं गोचर सभी राशियों के जातकों के लिए महत्वपुर्ण होगा और इस के प्रभाव से कुछ राशियों पर अधिक असर दिखाई देगा और कुछ को
कर्क राशि में सूर्य का गोचर, लाएगा नए बदलाव
सूर्य का प्रत्येक माह में एक राशि से दूरी राशि में प्रवेश अत्यंत महत्वपूर्ण घटना होती है. सूर्य का कर्क राशि परिवर्तन सौर मास गणना में संक्रांति काल कहलाता है. कर्क राशि में प्रवेश का समय सूर्य के
कुंभ राशि में वक्री गुरु का गोचर बदलेगा इन राशि के लोगों का भाग्य
वर्तमान समय 2021 में गुरु ग्रह का गोचर कुंभ राशि में हो रहा है. कुंभ राशि में गोचर करते हुए गुरु जून माह में इसी राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे ओर यह समय सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सभी
बुध का कन्या राशि में गोचर 2024
कन्या राशि और बुध के मध्य एक बहुत ही गहरा संबंध है. बुध को कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है इस कारण से कन्या राशि बुध के अधिकार क्षेत्र में आती है. बुध ग्रह के लिए कन्या राशि उसके लिए मजबूत स्थिति
बृहस्पति का कुम्भ राशि गोचर: सभी राशियों पर इसका प्रभाव
बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश 6 अप्रैल 2021 को होगा. वर्तमान समय में बृहस्पति मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. पर 6 अप्रैल 2021 में 00:23 मिनिट पर बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश होगा. इसके साथ ही
गुरु मकर राशि में गोचर से बदलेगा इन राशियों का हाल
20 नवंबर 2020 को गुरु मकर राशि में वापसी कर रहे हैं. गुरु का अब मकर राशि में आना सभी लोगों पर अलग-अलग रुप से प्रभाव डालने वाला होगा. गुरु के लिए मकर राशि उसकी कमजोर राशि है यहां आकर गुरु के बल में
वृश्चिक राशि में बनेगा चतुर्ग्रही योग, जानें इसका आप पर असर
चतुर्ग्रही योग से अर्थ होता है कि जब कोई चार ग्रह एक साथ किसी एक राशि में स्थित हों. इस योग के प्रभाव के फलस्वरुप राशि पर उन सभी चार ग्रहों का प्रभाव होने पर विशेष लक्ष्ण उभरते हैं. कुंडली के किसी भी
कब और किस दिन होंगे बुध अस्त, इन उपायों से को करने से मिलेगी राहत
बुध ग्रह एक बौद्धिक ज्ञान और उचित मार्ग को निर्धारित करने वाला उत्तम स्थान प्राप्त ग्रह है. इस ग्रह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन को चहुंमुखी प्रतिभा से भर देने वाला होता है. बुध ग्रह एक प्र्कार की
कन्या संक्रांति, सूर्य का कन्या राशि में गोचर
सूर्य का कन्या राशि में जाना कन्या संक्रांति के नाम से जाना जाता है. कन्या संक्रांति में सूर्य का पूजन और राशि का पूजन होता है. इस समय पर सूर्य का बुध के स्वामित्व की राशि कन्या में प्रवेश होता है.
गुरु महाराज का धनु राशि में वक्री से मार्गी होना इन राशियों के लिए लाएगा नए अवसर
गुरु (बृहस्पति) ग्रह का धनु राशि में मार्गी होने का फल गुरु का ग्रह का किसी भी राशि में गोचर का फल बहुत ही प्रभावशाली होता है. गुरु कहीं भी स्थित हों वह अपने प्रभाव से चारों ओर प्रकाश से उस स्थान को
बुध का सिंह राशि गोचर, आज होगा बुध राशि परिवर्तन
बुध सिंह राशि में प्रवेश जुलाई 2024 बुध की स्थिति ग्रहों में एक कौमल ओर प्रसन्नचित स्वरुप ग्रह की है. बुध की स्थिति व्यक्ति को दिशाज्ञान देने में अत्यंत ही सक्षम ओर सुलभ होती है. बुध का एक राशि से
2024 में शुक्र का सिंह राशि में गोचर जानना होगा जरूरी
वर्तमान में शुक्र का गोचर कर्क राशि में हो रहे हैं, पर जल्द ही शुक्र का प्रवेश सिंह राशि में होगा. शुक्र का सिंह राशि में जाना कुछ न कुछ परिवर्तनों की ओर इशारा करते हुए दिखाई देगा. जिस समय पर शुक्र
मीन राशि में वक्री मंगल का गोचर, तैयार हो जाएं चेंज के लिए
मंगल का गोचर इस बार मेष राशि से पुन: मीन में होगा और ऎसा इस कारण होगा क्योंकि मंगल वक्री होंगे. मंगल की चाल में बदलाव के कारण वह मेष राशि से निकल कर उलटे मीन राशि में प्रवेश करेंगे. 4 अक्टूबर 2020 को
मूल त्रिकोण राशि में मंगल का गोचर, सबसे ताकतवर गोचर
मंगल का गोचर अर्थात “भ्रमण काल”. मंगल जब किसी राशि में होता है घूम रहा हो उस समय को मंगल के गोचर की संज्ञा दी जाती है. राशि में उसकी स्थिति बहुत मजबूर होती है. ऎसे में जब भी मंगल अपनी मूलत्रिकोण राशि
सिंह संक्रांति 2024, इस समय स्नान-दान के लिए शुभ मुहूर्त
सिंह संक्रांति का समय अगस्त माह के मध्य समय पर आता है. सिंह संक्रांति सूर्य के सिंह राशि में गोचर करने के समय को कहा जाता है. सूर्य का सिंह राशि में प्रवेश ही सूर्य संक्रांति होता है. सूर्य संक्रांति
शुक्र का कर्क राशि में गोचर, जाने सभी राशियों के लिए कैसा रहने वाला है?
शुक्र मिथुन राशि से निकल कर कर्क में प्रवेश करने वाले हैं. 6 अगस्त 2024 को शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश होगा और वहां पर शुक्र 31 जुलाई तक रहेंगे. . इससे पहले शुक्र मिथुन राशि में गोचर कर रहे थे पर