Articles in Category Hindu Maas
आमलकी एकादशी तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण का समय
फाल्गुन माह आमलकी एकादशी आमलकी एकादशी हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. इसे आमलकी द्वादशी भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन आमलकी अर्थात आंवला के वृक्ष
फूलैरा दूज : राधा कृष्ण की खास होली
फूलैरा दूज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है. यह त्योहार होली से जुड़ा हुआ है और प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है.
जानकी अष्टमी: जाने व्रत विधि और पूजा महत्व
जानकी अष्टमी, जिसे सीता अष्टमी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान राम की पत्नी सीता की पूजा के रूप में मनाया जाता है. यह पर्व विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में
शबरी जयंती का महत्व और पूजा विधि
फाल्गुन मास की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती का उत्सव मनाया जाता है. शबरी जयंती का समय देश के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष रुप से मनाया जाता है. गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में इसकी अलग ही धूम देखने
यशोदा जयंती : संतान सुख के लिए किया जाता है यशोदा जयंती का व्रत
यशोदा जयंती का पर भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है, माता यशोदा भगवान श्री कृष्ण की माता के रुप में सदैव ही पूजनीय रही हैं और उनके मातृत्व प्रेम की परिभाषा संतान और माता के प्रेम की परकाष्ठा को दर्शाती
भीष्म एकादशी : जानें एकादशी कथा और महत्व
भीष्म एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह विशेष रूप से महाभारत के भीष्म पितामह से संबंधित भी है. भीष्म एकादशी का व्रत प्रत्येक वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर दूर होंगे सभी संकट
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी क अपूजन होता है. चतुर्थी तिथि
गोंतरी तृतीया (माघ माह) का महत्व और प्रभाव
माघ माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गोंतरी तृतीया के रुप में मनाया जाता है. माघ शुक्ल तृतीया तिथि को गौरी पूजन करने का महत्व है. भविष्यपुराण के अनुसार माघ मास की शुक्ल तृतीया अन्य मास
थाई पूसम : थाईपूसम की कथा और महत्व
माघ माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि के दौरान थाई पूसम का पर्व मनाया जाता है. तमिल संस्कृति में इस दिन का बहुत महत्व रहा है. इस दिन को भक्त भक्ति और उत्साह के साथ मनाते हैं. थाई पूसम एक हिंदू तमिल
नर्मदा जयंती: माघ सप्तमी पर मनाई जाती है नर्मदा जयंती
माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन नर्मदा जयंती का उत्सव मनाया जाता है. इस दिन भक्त माँ नर्मदा का पूजन भक्ति भाव के साथ मनाते हैं. नर्मदा जयंती का पर्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का
थाई अमावस्या : जानें कब और क्यों मनाई जाती है थाई अमावस्या
थाई अमावस्या तमिल हिंदू व्रतों में सबसे महत्वपूर्ण दिन है। थाई अमावसई या अमावस्या का दिन तमिल हिंदुओं के बीच बहुत बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है। इस दिन पूर्वजों की पूजा करते हैं और उपवास
गणेश जयन्ती कथा और पूजा विधि
गणेश जयन्ती, जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह विशेष रूप से भगवान गणेश के जन्म के रूप में मनाई जाती है और पूरे भारत में धूमधाम से मनाई जाती है। इस
माघ गुप्त नवरात्रि : क्यों मनाए जाते हैं माघ माह में गुप्त नवरात्रि
माघ मास की गुप्त नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो विशेष रूप से दस महाविद्या के साथ देवी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना के लिए मनाई जाती है. यह पर्व आमतौर पर माघ माह के शुक्ल पक्ष की
फाल्गुन संक्रांति : सूर्य का राशि परिवर्तन और महत्व
फाल्गुन संक्रांति भारतीय संस्कृति में एक प्रमुख पर्व के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है, और यह माघ माह के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत का प्रतीक है। संक्रांति का
मेरु त्रयोदशी : भक्ति और साधना का अदभुत संगम
मेरु त्रयोदशी का पर्व जैन धर्म में बहुत ही भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है. भारत अपनी समृद्ध परंपराओं और त्यौहारों के लिए जाना जाता है, जिनका आध्यात्मिक महत्व है. ऐसा ही एक त्यौहार है मेरु त्रयोदशी,
गुरुवायुर एकादशी पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में एकादशी को शुभ माना जाता है. साल में पड़ने वाली एकादशियों में से मलयालम महीने वृश्चिकम में आने वाली वृश्चिका एकादशी का विशेष महत्व है. केरल के गुरुवायुर में श्री कृष्ण मंदिर में भगवान
कन्नड़ हनुमान जयंती : मार्गशीर्ष माह में क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती
मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि को हनुमान जयंती भी मनाई जाती है. इस त्योहार को हनुमान व्रतम के नाम से भी जाना जाता है. कन्नड़ हनुमान जयंती मुख्य रूप से कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के
परशुराम द्वादशी : पूजा और महत्व
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को परशुराम द्वादशी का उत्सव मनाया जाता है. परशुराम द्वादशी धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के अवतरण का प्रतीक है. इस दिन का
मार्गशीर्ष द्बादशी , जानें क्यों है विशेष मार्गशीर्ष मास की द्वादशी
मार्गशीर्ष द्वादशी में आने वाले द्वादशी व्रत का बहुत महत्व है. हर द्वादशी में दो द्वादशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष की द्वादशी और दूसरी शुक्ल पक्ष की द्वादशी. इस द्वादशी में द्वादशी पर गंगा और यमुना जैसी
वैकुंठ एकादशी 2025 - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वैकुंठदा एकादशी कहते हैं.यह एकादशी व्रत व्यक्ति के कई प्रकार के पापों का नाश करती है. दक्षिण भारत में इस एकादशी को वैकुंठ एकादशी भी कहते हैं. मान्यता है कि