Articles in Category Stotra

श्री नारायण कवच : जानें नारायण कवच पाठ का लाभ और प्रभाव

नारायण कवच पाठ एक शक्तिशाली वैदिक स्तोत्र है, जो "विष्णु पुराण" और "भगवतम पुराण" में वर्णित है. यह श्री विष्णु भगवान के विभिन्न रूपों और नामों का आवाहन करता है, जो साधक की रक्षा के लिए कवच के रूप में

ललिता महाविद्या : गुप्त नवरात्रि पर ललिता सहस्त्रनाम स्त्रोत पाठ

गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी पूजन का विशेष प्रभाव हर दिन के साथ बढ़ता चला जाता है। गुप्त नवरात्रि के दौरान भक्ति पूजा में शक्ति की साधना व्यक्ति को आध्यात्मिक बल देने में सहायक होती है। देवी ललिता के

यशोदा जयंती : संतान सुख के लिए किया जाता है यशोदा जयंती का व्रत

यशोदा जयंती का पर भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है, माता यशोदा भगवान श्री कृष्ण की माता के रुप में सदैव ही पूजनीय रही हैं और उनके मातृत्व प्रेम की परिभाषा संतान और माता के प्रेम की परकाष्ठा को दर्शाती

नर्मदा जयंती: माघ सप्तमी पर मनाई जाती है नर्मदा जयंती

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन नर्मदा जयंती का उत्सव मनाया जाता है. इस दिन भक्त माँ नर्मदा का पूजन भक्ति भाव के साथ मनाते हैं. नर्मदा जयंती का पर्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपरा का

रवि प्रदोष व्रत: भगवान शिव के साथ होती है भगवान भास्कर की पूजा

रवि प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत है जो विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा से जुड़ा हुआ है. यह व्रत हर महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है, जो विशेष रूप से रविवार

वैकुंठ एकादशी 2025 - मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वैकुंठदा एकादशी कहते हैं.यह एकादशी व्रत व्यक्ति के कई प्रकार के पापों का नाश करती है. दक्षिण भारत में इस एकादशी को वैकुंठ एकादशी भी कहते हैं. मान्यता है कि

भानु सप्तमी : भानु सप्तमी व्रत और विशेष उपाय

भगवान सूर्य की पूजा का दिन भानु सप्तमी कहलाता है. इस दिन भानु यानि सूर्य की पूजा की जाती है. शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी व्रत रखा जाता है. धर्म ग्रंथों के अनुसार, सूर्य देव की पूजा करने

खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी कथा और पूजा विशेष

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को खंडोबा षष्ठी या खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी के नाम से भी मनाया जाता है। मान्यता है कि खंडोबा मार्तण्ड षष्ठी का पर्व भगवान शिव के अवतार खंडोवा को समर्पित है। खंडोवा

गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

मार्गशीर्ष माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का दिन गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के रुप में पूजा जाता है. इस दिन भगवान श्री गणेश जी का पूजन विधि विधान के साथ करते हैं. भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और

बैकुंठ चौदस : जानें चतुर्दशी स्त्रोत और पूजा महत्व

बैकुंठ चतुर्दशी आरती कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को बैकुंठ चौदस के रुप में मनाया जाता है. चतुर्दशी तिथि का ये समय बहुत ही विशेष होता है. वैकुंठ चौदस के दिन के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष

श्री तुलसी नामाष्टक स्तोत्रम्

कार्तिक मास में तुलसी पूजा का महात्म्य पुराणों में वर्णित है। इससे यह समझा जा सकता है कि इस माह में तुलसी की पूजा करने से पवित्रता का प्रमाण मिलता है। इस दिन पर किया जाने वाला तुलसी नामाष्टक स्त्रोत

काली चौदस : तंत्र साधना के साथ आध्यात्मिक उन्नति का समय

काली चौदस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. इस तिथि पर मां काली की पूजा करने का विधान है. ऐसा करने से साधक को सभी तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है. साथ ही इस दिन छोटी दिवाली

पितृ आरती और पितर चालिसा : पितर देवों की आरती से प्रसन्न होंगे समस्त पितृ

पितरों का पूजन वंश को समृद्धि और वंश वृद्धि देने वाला मार्ग होता है. पितरों का पूजन अमावस्या तिथि एवं आश्विन माह के कृष्ण पक्ष के दोरान श्राद्ध पक्ष में किया जाता है. पितरों को मनाने के लिए कई तरह के

गुप्त नवरात्रि 2025 पर महाविद्या को लगाएं विशेष भोग मिलेगी हर कार्य में सफलता

गुप्त नवरात्रि के दिन दस महाविद्याओं का पूजन किए जाने का विधान रहा है. गुप्त नवरात्रि का पर्व गृहस्थ से अधिक तंत्र, साधना कर्म एवं योग क्रियाओं के लिए उपयुक्त समय माना जाता है. गुप्त नवरात्रि हेतु

भाद्रपद संक्रान्ति 2025 : कैसा होगा सूर्य का सिंह राशि में गोचर

भाद्रपद माह में सूर्य का सिंह राशि में प्रवेश करना भाद्रपद संक्रान्ति कहलाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की संक्रान्ति के समय भगवान सूर्य का पूजन और भगवान श्री कृष्ण का पूजन विशेष रुप से

सूर्य ग्रहण 2025 : सूर्यग्रहण ऎसा होगा ग्रहण का आप पर प्रभाव

29 मार्च और 21 सितंबर 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण कई तरह से अपना प्रभाव डालने वाला होगा. इस ग्रहण का प्रभाव दक्षिणी पूर्वी यूरोप, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका कुछ कुछ क्षेत्रों, प्रशांत और हिन्द महासागर

जानिये मासिक दुर्गा अष्टमी पूजा विधि और कथा विस्तार से

देवी दुर्गा अष्टमी तिथि की अधिकारी हैं और ये तिथि उन्हें अत्यंत प्रिय है. ऎसे में हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी के रुप में मनाया जाता है. इस दिन देवी दुर्गा का भक्ति भाव

दस महाविद्या साधना मंत्र । Dasha Mahavidya Mantra Sadhana

दशमहाविद्या साधना गुप्त नवरात्रों में मुख्य रुप से की जाती है. मंत्र साधना एवं सिद्धि हेतु दश महाविद्या की उपासना का बहुत महत्व बताया गया है. माता की उपासना विधि में मंत्र जाप का बहुत महत्व होता है.

चैत्र नवरात्र में शक्ति पूजा का महत्व 2025

चैत्र माह की प्रतिपदा का आरंभ नव वर्ष के आरंभ के साथ साथ दुर्गा पूजा के आरंभ का भी समय होता है. इस वर्ष 30 मार्च 2025 को चैत्र नवरात्रों के आरंभ से ही विक्रम संवत का आरंभ होगा और इसी के साथ ही

गजेन्द्र मोक्ष स्त्रोत | Gajendra Moksha Stotra | Gajendra Stotra

श्रीमद्भागवत के अष्टम स्कंध के तीसरे अध्याय में गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र दिया गया है. इसमें कुल तैतीस श्लोक हैं इस स्त्रोत में ग्राह के साथ गजेन्द्र के युद्ध का वर्णन किया गया है, जिसमें गजेन्द्र ने

  • 1