वर्ष फल कुण्डली में द्वादश भाव में ग्रहों का महत्व | Significance of Planets in the Twelfth House of Varshphal Kundali

वर्ष फल कुण्डली में द्वादश भाव के फलों को जानने के लिए उनमें सभी विभिन्न भावों में स्थित ग्रहों के कारकों का फल देखना होता है जिसके अनुसार वह अपने फल देने में सक्ष्म होते हैं. इसमें से कुछ इस प्रकार हैं कि यदि भाव स्व राशि स्वामी हो या शुभ ग्रहों से दृष्ट हो तो उत्तम व बलिष्ठ होता है, इसी के द्वारा जातक को अच्छे फलों की प्राप्ति होती है. विभिन्न लग्नों की कुण्डलियों में ग्रह विभिन्न परिणामदायक हैं. कुण्डली के बलिष्ठ होने के लिए ग्रह यदि वह उच्चता युक्त या स्वराशि में स्थित हो तो वह शुभ परिणामदायक होंगे.

सूर्य ग्रह | Sun in the Twelfth House

ऋषि पराशर द्वारा कहा गया है कि यदि तुला लग्न हो और सूर्य द्वादशभाव में स्थित हो तो व्यक्ति को दिर्घायु प्राप्त होती है. सूर्य मजबूत होने पर व्यक्ति को सुख और पद की प्राप्ति हो सकती है.धनी व दानी बनता है, परंतु यदि सूर्य कमजोर हो तो नेत्र ज्योति कमजोर हो जाती है. आध्यात्मिक विकास में कमी आती है और विवाद होता है. विदेश यात्रा और सरकार की ओर से परेशानी झेलनी पड़ सकती है.

चंद्र ग्रह | Moon in the Twelfth House

चन्द्र के द्वादश भाव में होने पर व्यक्ति का स्वभाव उत्तम नहीं रह पाता, मन में सदैव द्वंद की स्थिति बनी रहती है, अपेक्षा का शिकार होता है. इसी प्रकार यदि अग्नि तत्व वाली राशियों में हो तो शरीर से कमजोर, गुस्सैल हो सकता है. जल राशियों में होने पर विदेश यात्रा करता है.

मंगल ग्रह | Mars in the Twelfth House

मंगल के द्वादश भाव में होने के कारण स्वार्थी हो सकता है, जीवन साथी के सुख से दूर रह सकता है. लोगों से सहायता व सहयोग की कमी रहती है, साहस में कमी हो सकती है. कमजोर हो तो व्यक्ति में अत्यधिक क्रोध व गुस्सा हो सकता है. परिवार में कलह हो सकती है या संपत्ति को लेकर कोई विवाद उभर सकता है.

बुध ग्रह | Mercury in the Twelfth House

द्वादश भाव में बुध के स्थित होने के कारण जातक धनी व बुद्धिमानी बनता है किन्तु धोखा व छल भी कर सकता है. कमजोर व निर्बल होने पर वाणी में दोष उत्पन्न हो सकता है साथ ही शिक्षा में रुकावट का सामना करना पड़ सकता है.धन की हानी हो सकती है अनैतिक कार्यों कि ओर रूझान रह सकता है.

बृहस्पति ग्रह | Jupiter in the Twelfth House

द्वादश भाव में बली अवस्था में होने के कारण व्यक्ति ज्ञानी और योग्यता से भरा होता है. आध्यात्मिक उच्चता को पाता है. मोक्ष व धर्म के लिए उपयोगी. लेकिन कमजोर होने पर नास्तिकता का भाव रहता है. दृष्टि से कमी व संतान सुख में दूरी हो सकती है.

शुक्र ग्रह | Venus in the Twelfth House

शुक्र के शुभता में होने से वाणी में मिठास आती है,व्यक्ति आकर्षक ओर योग्यता से भरा और बुद्धिमान होगा. व्यक्ति सभी का प्रेमी बनता है. विदेश यात्रा व शयन सुख पाता है. वैवाहिक संबंधों में मधुरता आती है. धनी, कवि कलाकार व शुभता बनी रहती है. परंतु कमजोर होने पर कामुक, गलत कामों में लिप्त व हृदय से कठोर हो सकता है.

शनि ग्रह | Saturn in the Twelfth House

शनि के द्वादश भाव में  यदि यह अशुभ ग्रहों से प्रभावित हो तो धन हानी या पैतृक संपत्ति विवाद हो सकता है. जातक को कष्ट, दरिद्र और परिवार से  दूर कर सकता है.

राहु ग्रह | Rahu in the Twelfth House

राहु के होने पर धन युक्त होने पर भी दरिद्रता का जीवन मिलता है. तनाव व अलगाव रहा होगा और सफलता पाने के लिए अत्यधिक संघर्ष की स्थिति से गुजरना पड़ सकता है. मानसिक रुप से दुविधा बनी रह सकती है और उत्तेजना विद्यमान रहेगी.

केतु ग्रह | Ketu in the Twelfth House

केतु के द्वादश भाव में होने पर मोक्ष का साकार होना माना जाता है. जातक कई जगह में घूमता है.  अस्थिरता अधिक होती है. सरकार से हानि मिल सकती है मानसिक उग्रता बनी रहेगी और उतावलापन बना रह सकता है.