Articles in Category Basic Astrology
प्रथम भाव के स्वामी का 12 भावों में फल
कुंडली में प्रथम भाव को लग्न भाव, पहला भाव, तनु भाव, केन्द्र और त्रिकोण भाव के रुप में जाना जाता है. लग्न को सबसे महत्वपूर्ण भाव माना जाता है. लग्न व्यक्ति की विशेषताओं, व्यक्तित्व लक्षणों, शारीरिक
नवमांश में शुक्र का विभिन्न भावों में शुक्र का परिणाम
नवमांश कुंडली में शुक्र का प्रभाव रिश्तों और विवाह संबंधों के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है. शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन, प्रेम और रिश्तों की स्थिति को दर्शाता है. शुक्र ज्ञान में परिष्कार करने वाला होता है.
दाराकारक मंगल कैसे बदल सकता है आपकी किस्मत
ज्योतिष में मंगल एक विशेष प्रभावी ग्रह है, जो अग्नि तत्व युक्त है और साहस पराक्रम का कारक बनता है. मंगल अगर प्रबल हो तो व्यक्ति चुनौतियों से कैसे निपटता है और लक्ष्य कैसे प्राप्त करता है यह बातें वह
मिथुन राशि में बृहस्पति गोचर : ज्ञान और बुद्धि का संगम
गुरु का किसी भी राशि में होना उस राशि के साथ मिलकर गुण तत्वों को देने वाली स्थिति होति है. मिथुन राशि में जब बृहस्पति होता है तो ये समय बुद्धि और ज्ञान के क्षेत्र में वृद्धि का संकेत देता है. इसके
गुरु का मिथुन राशि गोचर : सभी 12 राशियों पर प्रभाव
बृहस्पति के मिथुन राशि में प्रवेश के साथ ही बदलने वाली है राशियों की स्थिति. गुरु के राशि परिवर्तन के साथ ही कई राशियों पर रहेगा इसका प्रभाव. गुरु का मिथुन राशि समेत सभी राशियों के जातक पाएंगे जीवन
भाव चलित कुंडली और उसका प्रभाव
ज्योतिष की विद्याओं में कई तरीके से कुंडली का अध्ययन किया जाता है. इसी में से एक तरीका भाव चलित कुंडली की जांच से भी देखा जाता है. ज्योतिष में कुंडली का विश्लेषण करते समय यदि चलित कुंडली से कुंडली
कुंडली में त्रिषडाय भाव घातक भाव स्थान
ज्योतिष अनुसार जन्म कुंडली के सभी 12 भावों का जीवन पर खास प्रभाव होता है. इसी में से कुछ भाव त्रिषडाय कहलाते हैं जो कष्टदायक माने गए हैं. कुंडली का तीसरा भाव, छठा भाव और ग्यारहवां भाव
सूर्य शनि का षडष्टक योग
सूर्य और शनि से बनने वाला षडाष्टक योग परेशानी और मुश्किल स्थिति का समय बताता है. सूर्य और शनि से बनने वाले 6/8 एक्सिस को ही षडाष्टक योग कहा जाता है. ज्योतिष अनुसार कुछ योग नकारात्मक रुप से असर दिखाते
ज्योतिष में D6 षष्ठ्यांश चार्ट क्यों है महत्वपूर्ण
ज्योतिष अनुसार लग्न कुंडली के साथ गर्ग कुंडलियों का महत्व प्रत्येक भाव को गहराई से समझने में मदद करता है. हर एक वर्ग कुंडली व्यक्ति के जीवन के किसी न किसी पक्ष को प्रभावितकरने वाली होती है. ज्योतिष
मीन राशि में शनि : कन्या राशि पर शनि के गोचर का प्रभाव
ज्योतिष में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह शनि जब राशि बदलाव करता है तो वे बहुत ही विशेष समय माना जाता है. इसके गोचर का सभी राशियों पर स्थायी प्रभाव डालते हुए देखा जा सकता है. मीन राशि में शनि के
आपकी कुंडली में है रोग से बचाव का उपाय
ज्योतिष के अनुसार, चिकित्सा ज्योतिष एक ऐसा माध्यम है जिसमें कुंडली में ग्रहों और भावों के माध्यम से स्वास्थ्य और दीर्घायु के योगों को समझा जाता है क्योंकि नौ ग्रहों और बारह भावों में से प्रत्येक का
मीन राशि में शनि : सिंह राशि पर शनि का प्रभाव 2025
सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर कई बातों में विशेष होता है. सूर्य और शनि का संबंध अनुकूलता की कमी के चलते गोचर में भी ऎसी स्थिति को दिखाता है. मीन राशि में शनि का होना यानि आठवें भाव पर शनि का
विवाह के लिए अशुभ नक्षत्र और योग
ज्योतिष शास्त्र अनुसार विवाह ज्योतिष में कुछ ऎसे सूत्रों के बारे में बताया गया है जिन्हें अपनाकर वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाओं से बचा जा सकता है. शादी विवाह में शुभता को पाने के लिए जरुरी है की
मिथुन लग्न तो जान लें कौन सी दशा है शुभ और कौन सी है अशुभ
मिथुन लग्न वालों के लिए नौ ग्रह अपनी दशा और अपना प्रभाव दिखाते हैं। मिथुन लग्न के लोगों को शुक्र, बुध और चंद्रमा की दशा में अच्छे और अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन मंगल और बृहस्पति की दशाएं बहुत
सूर्य-शनि का समसप्तक योग : दुर्घटनाओं और असहमति का समय
सूर्य और शनि से बबने वाले योगों का असर कष्ट और परेशानी को अधिक देने वाला होता है. जब भी इन दो विरोधी ग्रहों का योग किसी भी तरह से हो रहा हो तब तब परिस्थितियां बेहद पेचीदा दिखाई देने लगती हैं. अब इसी
Signature Astrology: सिग्नेचर हस्ताक्षर ज्योतिष खोल सकता है आपकी पर्सनालिटी के राज
ज्योतिष की विभिन्न शाखाओं में सिग्नेचर ज्योतिष जिसे हस्ताक्षर ज्योतिष के नाम से भी जाना जाता है, आपके जीवन पर असर दालता है. आपके व्यक्तित्व को समझने में मदद करता है. हस्ताक्षर ज्योतिष काफी गहन
मांगलिक दोष के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए कुंभ विवाह कितना कारगर
हम सभी ने प्रसिद्ध मांगलिक दोष के बारे में सुना है. ज्योतिष भविष्यवाणियों में जब भी मंगल दोष की बात आती है तो इसको सुनकर एक तरह का डर भी देखने को अधिक मिलता है. लोग मंगल दोष से सबसे अधिक डरते हैं.
चंद्रमा कब और कैसे सेहत पर डालता है असर
ज्योतिष की एक शाखा ज्योतिष चिकित्सा ज्योतिष, ज्योतिष भैषज्य के नाम से है. इस चिकित्सा ज्योतिष द्वारा सेहत ओर रोग व्याधियों के बारे में जानकारी पता चल पाती है. सेहत पर पडने वाला किसी भी तरह का
शुक्र का तुला राशि प्रवेश और प्रभाव
शुक्र का तुला राशि प्रवेश होना ज्योतिष में शुक्र के प्रबल होने का उसके शुभ होने का खास समय होता है. शुक्र ज्योतिष में तुला राशि का स्वामित्व पाता है ओर ऎसे में शुक्र जब अपनी स्वराशि तुला में जाता है
मीन राशि में शनि : सभी 12 राशियों पर शनि के गोचर का प्रभाव
29 मार्च 2025, शनिवार को 11:01 पी एम बजे शनि का प्रवेश मीन राशि में होगा. साल की शुरुआत के साथ, शनि बड़ी परिवर्तनकारी ग्रह घटना को देगा जिसका असर देश दुनिया से लेकर सभी राशियों पर होगा. यह एक