Articles in Category Ascendant
शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर जानिए सभी राशियों पर इसका प्रभाव
शुक्र, जिसे प्रेम और वैभव के ग्रह के रूप में भी जाना जाता है, अपनी ही राशि तुला से मंगल की राशि, यानी वृश्चिक में गोचर करेगा. इस गोचर के दौरान प्रेम की तीव्रता और जोश से मुलाकात होगी. शुक्र का
शुक्र का अस्त होना कैसे डालता है अपना असर , और क्यों रुक जाते हैं शुभ कार्य
सूर्य की शक्तिशाली ऊर्जा किसी भी ग्रह को जला सकती है और ग्रह की शक्ति को भड़का भी सकती है, जिसके सूर्य निकट होता है. शुक्र का अस्त होना अशांत प्रेम जीवन का प्रतीक बन सकता है. अधिकांश मामलों में प्यार
धनु राशि में सूर्य का गोचर (16 दिसंबर 2022) सभी राशियों के लिए होगा खास
सूर्य को आत्मा एवं ऊर्जा माना जाता है, वैदिक ज्योतिष में यह इन्हीं तत्वों का कारक बनकर जीवन के विकास में सहायक बनता है. कुण्डली में यह राष्ट्र राजा और पिता का स्वाभाविक कारक होता है. इस ग्रह की शक्ति
सूर्य का वृश्चिक राशि गोचर (16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 )
सूर्य 30 दिनों की अवधि के लिए वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. कुंडली में सूर्य की स्थिति का जीवन में बहुत महत्व होता है और यह उसके समग्र व्यक्तित्व को प्रभावित करती है. सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर
बुध का वृश्चिक राशि गोचर ( 13 नवंबर 2022)
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर किसी व्यक्ति के संचार, व्यवहार, व्यवसाय और तर्क -विश्लेषण के तरीके में एक बड़ा बदलाव लाने वाला होता है. यह गोचर विभिन्न राशियों के लोगों के लिए कई सकारात्मक और नकारात्मक
सूर्य का कन्या राशि में गोचर (17 सितंबर 2022)
वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को सभी ग्रहों में राजा का प्रतिनिधित्व प्राप्त है. सूर्य की स्थिति सभी ग्रहों के लिए नियंत्रक के रुप में होती है. सौर गणना द्वारा सौर मास का निर्धारण करती है. सूर्य का कन्या
बुध का तुला राशि गोचर (26 अक्टूबर 2022)
बुध ग्रह व्यक्ति के संचार कौशल, विचारशीलता, तर्क वितर्क, क्षमताओं और बुद्धि, वाणी का कारक है. इस कारन से बुध का राशि बदलाव जब भी होता है इन गुणों पर इसका असर अवश्य दिखाई देता है. बुध का कन्या राशि से
मंगल का वृष राशि में गोचर
मंगल का वृष राशि में प्रवेश 10 अगस्त 2022 को बुधवार 09:32 के करीब हुआ. राशि परिवर्तन का समय 13 नवंबर को मंगल वृष राशि में वक्री हो जाएंगे और उसके बाद 12 जनवरी 2023 को वृष राशि में मार्गी हो जाएंगे.
बुध का मेष राशि में गोचर (31 मार्च, 2023, शुक्रवार)
बुध ग्रह बौद्धिक गतिविधियों, संगती प्रभाव, तर्क वितर्क, भाषा बोली को प्रभावित करने वाला ग्रह है. बुध का गोचर जब किसी राशि में होता है तो यह बुध के गुणों को भी प्रभावित करने वाला समय होता है. बुध के
वक्री शनि करेंगे मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए बनेंगे कुछ विशेष योग
शनि की चाल में जब बदलाव होता है तो वक्री अवस्था का असर काफी चीजों को बदल देता है. शनि एक लम्बे समय तक मकर राशि में रहे ओर कुंभ में आए लेकिन वक्री होकर एक बार फिर से मकर में ही जाने वाले हैं. अब इस
सिंह राशि में सूर्य का गोचर (17 अगस्त 2022 - 17 सितंबर 2022)
वैदिक ज्योतिष में, सूर्य को एक प्रमुख ग्रह माना जाता है और यह आत्मा-ऊर्जा का निर्माता बनता है. हमारी ऊर्जा किस तरह से काम करेगी किस ओर बढ़ेगी ये सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है. 17 अगस्त 2022 को
बुध का मिथुन राशि गोचर 2023 क्या आपके लिए है शुभ?
बुध का मिथुन राशि में प्रवेश जुलाई माह के दौरान होगा. 24 जून 2023 को बुध दोपहर 12:41 मिनिट पर होगा. इस समय बुध वृष राशि से निकल कर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. बुध का प्रवेश अपने ही घर पर होना एक
वक्री बृहस्पति का मीन राशि में गोचर का फल
28 जुलाई 2022 को बृहस्पति का मार्गी से वक्री अवस्था में बदलाव होगा. जिस प्रकार मार्गी बृहस्पति अनुकूलता को दर्शाता है वहीं गुरु का वक्रत्व अनुकूलता को दर्शाता है. वैदिक ज्योतिष में, बृहस्पति का गोचर
विवाह के लिए 10 विशेष ज्योतिषीय कारक । Top 10 Astrological factors for marriage
विवाह एक ऎसी परंपरा है जो हर दृष्टिकोण से अत्यंत ही आवश्यक एवं प्रभावशाली स्थिति है जिसके द्वारा परिवार, समाज एवं राष्ट के निर्माण की नींव रखी जा सकती है. विश्वभर में विवाह एक ऎसा संबंध है जिसे सभी
गुरु का मीन राशि गोचर 2022: मेष से मीन तक सभी को होगा असर
गुरु का गोचर इस वर्ष मीन राशि में हो रहा है. गुरु के स्वराशि में गोचर की स्थिति बदलाव को पाएगी क्योंकि गुरु काफी समय से वक्री अवस्था में थे ओर अब 23 नवंबर को वह मार्गी होंगे. 13 अप्रैल 2022 को
शनि का कुंभ राशि गोचर 2023
शनि अपनी एक स्वराशि मकर से निकल कर अब अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में गोचर करने वाला है. शनि के लिए मकर राशि से निकल कर कुंभ में प्रवेश करना बहुत से बदलावों के लिए अनुकूलता लिए होगा. इस समय के दोरान वायु
कुंभ राशि में वक्री गुरु का गोचर बदलेगा इन राशि के लोगों का भाग्य
वर्तमान समय 2021 में गुरु ग्रह का गोचर कुंभ राशि में हो रहा है. कुंभ राशि में गोचर करते हुए गुरु जून माह में इसी राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेंगे ओर यह समय सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सभी
बुध का कन्या राशि में गोचर 2022
बुध कन्या में प्रवेश - 26:05 बुध कन्या राशि में वक्री होगा 10 सितंबर 09:07 बुध कन्या में मार्गी होगा 2 अक्टूबर 14:35 कन्या राशि ओर बुध के मध्य एक बहुत ही गहरा संबंध है. बुध को कन्या राशि का स्वामित्व
बृहस्पति का कुम्भ राशि गोचर: सभी राशियों पर इसका प्रभाव
बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश 6 अप्रैल 2021 को होगा. वर्तमान समय में बृहस्पति मकर राशि में गोचर कर रहे हैं. पर 6 अप्रैल 2021 में 00:23 मिनिट पर बृहस्पति का कुम्भ राशि में प्रवेश होगा. इसके साथ ही
कैसा होगा आपके लिए गुरु और शनि का वक्री होना
मई मध्य माह का समय ज्योतिष की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण समय होगा. इस समय के पर दो महत्वपूर्ण घटनाएं होंगी. ये दोनों घटनाएं गुरु और शनि ग्रह से जुड़ी हैं ज्योतिष में किसी भी ग्रह की चाल बहुत तरह के