हम सभी ने  प्रसिद्ध मांगलिक दोष के बारे में सुना है. ज्योतिष भविष्यवाणियों में जब भी मंगल दोष की बात आती है तो इसको सुनकर एक तरह का डर भी देखने को अधिक मिलता है. लोग मंगल दोष से सबसे अधिक डरते हैं. लेकिन क्या सच में यह इतने डरने की बात है? क्योंकि मंगल दोष का प्रभाव उसका असर आखिर कैसे शांत हो सकता है और मंगल दोष कैसे शुभ प्रभाव दे सकता है, इन बातों को जान लेने पर मंगल दोष उतना परेशान नहीं करता है.

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मंगल दोष के प्रभावों पर विचार करते हुए इसे शांत करने के कुछ उपायों पर भी नज़र डालेंगे. तो, चलिए शुरू करते हैं क्या है मंगल दोष और क्या कुंभ या घट विवाह जैसी बातें इसे शांत कर पाती हैं. 

मांगलिक योग या मांगलिक दोष  

सबसे पहले सम लेना जरूरी है की ये योग है या दोष. जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति को कुछ खास भावों से जोड़ा गया है. ज्योतिशः मांगलिक दोष के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है. यह किसी व्यक्ति के जीवन को कैसे प्रभावित करता है.  मांगलिक दोष उन लोगों के लिए है जो मंगल के प्रभाव में पैदा हुए हैं. इसका मतलब है कि उनकी कुंडली में मंगल ग्रह अधिक स्वामित्व रखता है और प्रमुख ग्रह है.  जब जन्म के समय किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह 1, 4, 7, 8 या 12वें भाव में होता है, तो उस व्यक्ति को मांगलिक दोष होता है.

मंगल इन भावों में जहां भी बैठे वह सातवें भाव ओर आठवें भाव पर अपना असर डालता है.किसी व्यक्ति की कुंडली में सातवां भाव व्यक्ति के जीवन के विवाह और जीवनसाथी को नियंत्रित करता है. मंगल सातवें भाव में होता है, तो यह खराब होता है.  इस प्रकार, इस भाव में मंगल की स्थिति नकारात्मक और कठोर परिणाम देती है. कभी-कभी, साथी का जीवन भी खतरे में पड़ जाता है. आम तौर पर, मांगलिक दोष दो प्रकार के होते हैं. इनमें अंशिक दोष और पूर्ण मांगलिक दोष शामिल हैं. आइए इन मांगलिक दोषों पर विस्तार से नज़र डालें.

आंशिक मांगलिक

यह दोष चंद्रमा के प्रभाव से बनता है जो बहुत अधिक प्रभावि नहीं होता है. इसके अलावा आंशिक मांगलिक का प्रभाव तब भी निर्मित होता है जब मंगल कि स्थिति जन्म कुंडली में शांतो हो रही है. कुंडली में कुछ विशेष योगों के कारण मंगल आंशिक मांगलिक का फल देता है. पूजा या कुछ अनुष्ठान करके इसका समाधान किया जा सकता है. आंशिक मांगलिक दोष के कुछ उदाहरण हैं: विवाह समारोह के बाद, सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं. दूल्हा और दुल्हन के बीच छोटे-मोटे विवाद होते हैं. विवाहित महिलाओं को संतान होने में कठिनाई होती है. परिवार में तनाव होता है.

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पूर्ण मांगलिक दोष

पूर्ण मांगलिक दोष यह काफी हानिकारक माना  है और विवाहित जीवन पर कुछ घातक प्रभाव डालता है. अगर मांगलिक दोष वाली लड़की की शादी किसी ऐसे लड़के से हो जो मांगलिक नहीं है, तो लड़की के मांगलिक दोष का लड़के के जीवन पर असर पड़ता है. इस स्थिति में मांगलिक की माम्गलिक से शादी उचित है. इसके अलावा कुंभ विवाह का उपाय इसमें विशेष होता है. शास्त्रों में इसे प्रमाणिक माना गया है.

मंगल दोष का प्रबल होना शादी के बाद गंभीर रिश्ते की समस्याएँ दे सकता हे, जीवन साथी की अचानक और अप्रत्याशित मृत्यु का कारण बन सकता है, आपसी विवाद को अधिक देता है, अलगाव का कष्ट देता है. कोई बड़ी दुर्घटना या बीमारी.

मंगलिक दोष के उपाय क्या कुंभ पूजा से मिलता है लाभ ? 

मंगल दोष के नकारात्मक और बुरे प्रभावों पर प्रकाश डाला है, अब इसके लिए कुछ उपायों पर नज़र डालते हैं.  इन उपायों को वैदिक रुप से बेहतरीन माना गया है. अगर आपको मांगलिक दोष है, तो मंगल दोष वाले व्यक्ति से शादी करें. इससे मांगलिक दोष के प्रभाव को बेअसर करने में मदद मिलती है. मंगल दोष के लिए विशेष पूजा करने से भी मदद मिलती है.

इनमें मंगल कवचम पूजा और मंगल उपासना शामिल हो सकती है. उपयुक्त रत्न पहनने से भी इस दोष के प्रभाव कम होते हैं. अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है, तो आप अपने घर में मंगल यंत्र भी रख सकते हैं. इसके अलावा, आप यंत्र को पहन सकते हैं. मंगलवार का व्रत रखना भी इस दोष के लिए लाभकारी उपाय है.  

कुंभ विवाह: मांगलिक दोष को दूर करने का एक महत्वपूर्ण उपाय

मांगलिक दोष कुंडली में एक संरचना है जो विवाह समारोह के बाद विवाहित जोड़े के जीवन को प्रभावित करती है. मंगल दोष एक ऐसा दोष है जो विवाह के बाद अपने वास्तविक रंगों को दर्शाता है. कुंभ विवाह निश्चित रूप से एक साधारण विवाह की तरह है. अगर किसी महिला में मांगलिक दोष है, तो उसे यह अनुष्ठान पूरा करना होगा. सब कुछ एक असली शादी की तरह होता है. माता-पिता "कन्या दान" करते हैं और मिट्टी के बर्तन के साथ "फेरे" लेते हैं. पंडित मंत्र जाप करते हुए विवाह पूरी रस्म संपन्न करते हैं.

बाद में बर्तन को किसी नदी या तालाब में डुबो दिया जाता है. एक बार अनुष्ठान पूरा हो जाने के बाद, मांगलिक दोष से मुक्त होते है, और विवाह कर सकती है. यह पूजा सुनिश्चित करती है कि विवाहित जोड़े को शादी के बाद गंभीर समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसका यह भी अर्थ है कि लड़की का होने वाला पति अब उसके मंगल दोष से मुक्त हो गया है. 

मांगलिक योग के लाभ 

मंगल का असर व्यक्ति को क्रोधी ओर जोश से भरने वाला होता है. इसके अलावा, उनका व्यक्तित्व मजबूत होता है. दुनिया से अपनी दूरी बनाए रखने की कोशिश करती हैं. इसके साथ ही, एक मांगलिक लड़की का करियर बहुत अच्छा होगा. जहां मांगलिक योग की मुश्किलें जीवन को काफी प्रभावित करती हैं, लेकिन इसके दूसरी ओर मंगल दोष के कुछ लाभ भी हैं.

इनमें एक सफल करियर के साथ-साथ एक शक्तिशाली व्यक्तित्व भी शामिल है. इसके अलावा, व्यक्ति स्वभाव से बहुत अनुशासित और ईमानदार भी होता है. आध्यात्मिक रूप से इच्छुक होंगे. मंगल दोष व्यक्ति को साहस और ऊर्जाओं से भर देने वाला होता है. यही ऊर्जा जीवन को रंग देती है और विकास के मार्ग को दिखाती है.