Articles in Category Puja and Rituals

आश्विन अमावस्या 2025 - सर्वपितृ अमावस्या

आश्विन मास की अमावस्या तिथि आश्विन अमावस्या के नाम से जानी जाती है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास कि अमावस्या के दिन श्राद्ध कार्यों का अंतिम दिन होता है. इसके साथ ही तर्पण के काम समाप्त होते

ज्ञान पंचमी 2025 : क्यों मनाई जाती है ज्ञान पंचमी

जैन धर्म से संबंधित ज्ञान पंचमी सभी के लिए एक अत्यंत ही पूजनीय और महत्वपूर्ण दिवस है. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ज्ञान पंचमी' का पर्व मनाया जाता है". मान्यताओं के अनुसर इसी शुभ समय पर

महानवमी पर करें शक्ति पूजन

माँ दुर्गा की पूजा में प्रत्येक दिन का अपना विशेष महत्व होता है. इसमें अत्यंत ही महत्वपूर्ण समय नवरात्रि का होता है. नव रात्रि अर्थात देवी पूजा के वो नौ दिन, जब हर एक दिन एक अलग रुप में होता है. साधक

सावन शिवरात्रि 2025 : जाने कब करें शिवरात्रि पर जलाभिषेक

सावन शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव के साथ जुड़ा है. सावन शिवरात्रि का दिन अत्यंत ही शुभ और मनोकामनाओं की पूर्ति वाला होता है. शिवरात्रि को कई तरह से मनाया जाता है. इस वर्ष 23 जुलाई 2025 को सावन/श्रावण

गायत्री जयंती 2025:जाने कैसे हुई गायत्री की उत्पत्ति

गायत्री माता को हिन्दू भारतीय संस्कृति में अत्यंत ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. जीव और जगत के मध्य जो संबंध है वह माँ गायत्री के द्वारा ही संभव हो पाता है. गायत्री को ही चारों वेदों की उत्पति का

कोजागर व्रत 2025 : कोजागरी पूर्णिमा व्रत बना देगा मालामाल

आश्विन मास के शुक्‍ल पक्ष की पूर्णिमा को कोजागर व्रत किया जाता है. कोजागर व्रत माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए होता है. इस दिन मुख्य रुप से लक्ष्मी पूजन करते हैं. लक्ष्मी मां के आशीर्वाद से जीवन में

कार्तिक संक्रान्ति 2025 : जानें कब होगी और कैसे करें संक्रान्ति पूजा

कार्तिक संक्रान्ति हिन्दुओं के प्रमुख त्यौहारों मे से एक है. सूर्य जब तुला राशि में प्रवेश करते हैं, तो कार्तिक संक्रांति पर्व को मनाया जाता है. यह पर्व अक्टूबर माह के मध्य के समय पर आता है. कार्तिक

मघा नक्षत्र श्राद्ध 2025 , पितरों को दिलाता है मुक्ति का मार्ग

ज्योतिष शास्त्र में मघा नक्षत्र दसवां नक्षत्र होता है. मघा नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता पितर होते हैं. मघा नक्षत्र के स्वामी केतु को माना गया है. इसलिए इस नक्षत्र का होना श्राद्ध समय के दौरान अत्यंत ही

जीवित्पुत्रिका व्रत 2025, संतान की दीर्घायु और सुख की कामना को करता है पूरा

संतान की लम्बी ऊम्र और उसके सुख की कामना के लिए किया जाता है जीवित्पुत्रिका व्रत. जीवित्पुत्रिका व्रत इस वर्ष 14 सितंबर, 2025 को रविवार, के दिन मनाया जाएगा. इस दिन व्रत को माताएं अपने बच्चों के

चंद नवमी 2025

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को श्री चंद्र नवमी के रुप में या जाता है. यह उत्सव उदासीन संप्रदाय के प्रवर्तक चंद्र जी के लिए समर्पित है. इस वर्ष 01 सितंबर 2025 को चंद्र नवमी मनाई जाएगी. भारतवर्ष

कल्कि अवतार

भगवान श्री विष्णु के मुख्य अवतारों में से एक अवतार कल्कि भी है. यह वह अवतार है जिसे अभी आना है क्योंकि पौराणिक ग्रंथों के आधार पर कलियुग के अंतिम चरण में कल्कि अवतार होगा. युग गणना के आधार पर अभी

महालक्ष्मी व्रत 2025 समापन और महालक्ष्मी व्रत उद्यापन, पूजा विधि

महालक्ष्मी व्रत का प्रारम्भ भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी से होता है और आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर इसका समापन होता है. 16 दिनों तक चलने वाले इस व्रत में देवी लक्ष्मी की पूजा का विधान

भाद्रपद पूर्णिमा 2025 कब है: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और पूर्णिमा कथा

भाद्रपद मास की पूर्णिमा "भाद्रपद पूर्णिमा" के नाम से जानी जाती है. इस पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष अनुष्ठान पूरे किए जाते हैं. इस पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की पूजा, शिव पार्वती पूजा, चंद्रमा पूजा कार्य

भाद्रपद संक्रान्ति 2025 : कैसा होगा सूर्य का सिंह राशि में गोचर

भाद्रपद माह में सूर्य का सिंह राशि में प्रवेश करना भाद्रपद संक्रान्ति कहलाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की संक्रान्ति के समय भगवान सूर्य का पूजन और भगवान श्री कृष्ण का पूजन विशेष रुप से

हल षष्ठी 2025 - संतान की दीर्घायु के लिए किया जाता है हल छठ

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी को “हल षष्ठी” के रुप में मनाया जाता है. हल षष्ठी के दिन व्रत करने का विधान भी रहता है. इस अवसर पर षष्ठी देवी की पूजा, बलराम जी, कृष्ण जी की पूजा, सूर्य उपासना करना

आषाढ़ अमावस्या 2025 , विशेष संयोग होने पर रखें इन बातों का ख्याल

आषाढ़ मास को आने वाली अमावस्या तिथि “आषाढ़ अमावस्या” के नाम से जानी जाती है. इस वर्ष 25 जून 2025 को बुधवार के दिन आषाढ़ अमावस्या संपन्न होगी. आषाढ़ मास की अमावस्या के समय स्नान - दान और पितरों के लिए

हयग्रीव जयंती 2025, इसलिए लिया था श्री विष्णु ने ये अवतार

हयग्रीव को श्री विष्णु भगवान का एक अवतार रुप माना गया है. सावन मास की पूर्णिमा को हयग्रीव जयंती मनाई जाती है. भगवान विष्णु के अवतारों में से एक हयग्रीव ने वेदों का कल्याण किया. इस कारण यह अवतार जीवन

छिन्नमस्तिका मेला 2025 - दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शक्तिपीठ मेला

देवी की शक्तियों में से एक मां छिन्नमस्तिका का स्वरुप अत्यंत ही प्रभावशाली है. छिन्नमस्तिका को चिन्तपूर्णि माता के नाम से भी जाना जाता है. देवी के सभी रुपों का संबंध विभिन्न शक्ति पीठों से रहा है.

आषाढ़ पूर्णिमा 2025 : आज के दिन पूरे होंगे सारे काम

आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि के दौरान श्री विष्णु भगवान का पूजन और गुरु का पूजन किया जाता है. वर्ष भर में आने वाली सभी प्रमुख पूर्णिमाओं में एक आषाढ़ पूर्णिमा भी है. इस दिन भी किसी विशेष कार्य का आयोजन

रामानुजाचार्य जयंती 2025

भारत में चली आ रही संत एवं भक्ति परंपरा के मध्य एक नाम रामानुजाचार्य जी का भी आता है. यह दर्शन शास्त्र में अपनी भूमिका को दर्शाते हैं. रामानुजाचार्य जी ने अपनी ज्ञान एवं आध्यात्मिक ऊर्जा द्वारा देश