Articles in Category Siddhia
माघ गुप्त नवरात्रि : क्यों मनाए जाते हैं माघ माह में गुप्त नवरात्रि
माघ मास की गुप्त नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो विशेष रूप से दस महाविद्या के साथ देवी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना के लिए मनाई जाती है. यह पर्व आमतौर पर माघ माह के शुक्ल पक्ष की
सप्तमातृका और अष्टमातृका : कौन हैं आठ दिव्य मातृकाएं
हिंदू धर्म में, देवी को शक्ति के रुप में स्थापित किया गया है जो हर प्रकार के संकट से हमें बचाने वाली होती हैं. हमारे जीवन से समस्याओं को दूर करती हैं. 'मातृका' का अर्थ है दिव्य माँ जो शिव के पसीने से
पितृ आरती और पितर चालिसा : पितर देवों की आरती से प्रसन्न होंगे समस्त पितृ
पितरों का पूजन वंश को समृद्धि और वंश वृद्धि देने वाला मार्ग होता है. पितरों का पूजन अमावस्या तिथि एवं आश्विन माह के कृष्ण पक्ष के दोरान श्राद्ध पक्ष में किया जाता है. पितरों को मनाने के लिए कई तरह के
तेलुगु हनुमान जयंती 2025: क्यों मनाते हैं इस हनुमान दीक्षा को
भगवान हनुमान के जन्म से संबंधित कई कथाएं प्रचलित रही हैं. धर्म ग्रंथों में हनुमान जन्मोत्सव के विषय में कई उल्लेख प्राप्त होते हैं. हनुमान जी के जन्म दिवस और तिथि का एक साथ मिलना एक विशेष संयोग
गुप्त नवरात्रि 2025 पर महाविद्या को लगाएं विशेष भोग मिलेगी हर कार्य में सफलता
गुप्त नवरात्रि के दिन दस महाविद्याओं का पूजन किए जाने का विधान रहा है. गुप्त नवरात्रि का पर्व गृहस्थ से अधिक तंत्र, साधना कर्म एवं योग क्रियाओं के लिए उपयुक्त समय माना जाता है. गुप्त नवरात्रि हेतु
महानवमी पर करें शक्ति पूजन
माँ दुर्गा की पूजा में प्रत्येक दिन का अपना विशेष महत्व होता है. इसमें अत्यंत ही महत्वपूर्ण समय नवरात्रि का होता है. नव रात्रि अर्थात देवी पूजा के वो नौ दिन, जब हर एक दिन एक अलग रुप में होता है. साधक
जानिये मासिक दुर्गा अष्टमी पूजा विधि और कथा विस्तार से
देवी दुर्गा अष्टमी तिथि की अधिकारी हैं और ये तिथि उन्हें अत्यंत प्रिय है. ऎसे में हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी के रुप में मनाया जाता है. इस दिन देवी दुर्गा का भक्ति भाव
दस महाविद्या साधना मंत्र । Dasha Mahavidya Mantra Sadhana
दशमहाविद्या साधना गुप्त नवरात्रों में मुख्य रुप से की जाती है. मंत्र साधना एवं सिद्धि हेतु दश महाविद्या की उपासना का बहुत महत्व बताया गया है. माता की उपासना विधि में मंत्र जाप का बहुत महत्व होता है.
शैलपुत्री पूजन 2025
दुर्गा-पूजा के पहले दिन माँ शैलपुत्री की उपासना का विधान है. इस वर्ष 30 मार्च 2025 के दिन माँ शैलपुत्री जी की पूजा की जाएगी. दुर्गा पूजा का त्यौहार वर्ष में दो बार आता है, एक चैत्र मास में और दूसरा
भैरवाष्टमी पूजा 2025 | Bhairav Ashtami Puja | Kaal Bhairav Ashtami
इस वर्ष 12 नवंबर, 2025 के दिन भैरवाष्टमी मनाई जाएगी. काल भैरव अष्टमी तंत्र साधना के लिए अति उत्तम मानी जाती है. कहते हैं कि भगवान का ही एक रुप है भैरव साधना भक्त के सभी संकटों को दूर करने वाली होती
कूष्माण्डा नवमी | Kushmanda Navami | Kushmanda Navami Festival
कूष्माण्डा नवमी सिद्धि प्रदान करने वाली होती है. इसके पूजन से समस्त रोग-शोक दूर हो जाते हैं भक्त को दैवीय आशिर्वाद प्राप्त होता है. कूष्माण्डा नवमी पूजा आयु में वृद्धि करने वाली और व्यक्ति को मान
दस महाविद्या साधना | Dus Mahavidya Sadhana | Gupt Navratri
दस महाविद्या देवी दुर्गा के दस रूप कहे जाते हैं. प्रत्येक महाविद्या अद्वितीय रुप लिए हुए प्राणियों के समस्त संकटों का हरण करने वाली होती हैं. इन दस महाविद्याओं को तंत्र साधना में बहुत उपयोगी और
श्री गणपति मंत्रोचारण एवं पूजन | Shri Ganpati Mantra ucharan and Pujan | Shri Ganesh 108 Names
श्री गणेश को सभी देवताओं में सबसे पहले प्रसन्न किया जाता है. श्री गणेश विध्न विनाशक है. श्री गणेश जी बुद्धि के देवता है, इनका उपवास रखने से मनोकामना की पूर्ति के साथ साथ बुद्धि का विकास व कार्यों में
शत्रु नाशक श्री बगलामुखी साधना | Shri Baglamukhi Sadhana to defeat enemies | Baglamukhi Sadhana
देवी बगलामुखी दस महाविद्या में आठवीं महाविद्या हैं यह माँ बगलामुखी स्तंभन शक्ति की अधिष्ठात्री हैं. इन्हीं में संपूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश है. माता बगलामुखी की उपासना से शत्रुनाश,
आठ प्रमुख सिद्धियाँ | Aath Siddhia | Ashta Siddhia | Ashta Siddhi | Siddhia
सिद्धि अर्थात पूर्णता की प्राप्ति होना व सफलता की अनुभूति मिलना. सिद्धि को प्राप्त करने का मार्ग एक कठिन मार्ग हो ओर जो इन सिद्धियों को प्राप्त कर लेता है वह जीवन की पूर्णता को पा लेता है. असामान्य
बगलामुखी जयंती 2025 । Bagalamukhi Jayanti 2025| Baglamukhi Katha
वैशाख शुक्ल अष्टमी को देवी बगलामुखी का अवतरण दिवस कहा जाता है जिस कारण इसे मां बगलामुखी जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष 2025 में यह जयन्ती 05 मई, को मनाई जाएगी. इस दिन व्रत एवं पूजा उपासना कि
श्री मातंगी जयंती | Shri Matangi Jayanti | Maa Matangi | Matangi Jayanti 2025 | Matangi Jayanti
देवी मातंगी जयंती के उपलक्ष पर माता की पूजा अर्चना की जाती है. इस पावन अवसर पर जो भी कोई माता की पूजा करता है वह सर्व-सिद्धियों का लाभ प्राप्त करता है. मातंगी की पूजा व्यक्ति को सुखी जीवन का आशीर्वाद
त्रिपुर भैरवी जयंती | Tripura Bhairavi Jayanti | Tripura Bhairavi Jayanti 2025 | Maa Tripura Bhairavi
त्रिपुर भैरवी की उपासना से सभी बंधन दूर हो जाते हैं. इनकी उपासना भव-बन्ध-मोचन कही जाती है. इस वर्ष त्रिपुर भैरवी 04 दिसंबर 2025 के दिन मनाई जानी है. इनकी उपासना से व्यक्ति को सफलता एवं सर्वसंपदा की
धूमावती जयंती 2025 | Dhumavati Jayanti
मां धूमावती जयंती के विशेष अवसर पर दस महाविद्या का पूजन किया जाता है. 03 जून 2025, को धूमावती जयंती मनाई जाएगी. धूमावती जयंती समारोह में धूमावती देवी के स्तोत्र पाठ व सामूहिक जप का अनुष्ठान होता है.
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