व्यवसाय के विषय में जानने के लिए दशम भाव का विश्लेषण करना अत्यंत आवश्यक माना गया है. इसी के द्वारा जातक के कार्य के बारे में अनुमान लगाया जाता है. इसी के साथ यह भी जानना आवश्यक है कि कुण्डली में चंद्र, सूर्य और लग्न में
ज्योतिष शास्त्र व्यवसाय एवं नौकरी का चयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. नौ ग्रह और बारह राशियां मिलकर जातक के कैरियर या व्यवसाय का निर्धारण करती हैं तथा उनसे संबंधित कामों को दर्शाती हैं. चंद्रमा जो मन का कारक है
नौकरी से संबंधित बहुत से प्रश्नों पर ज्योतिष शास्त्र में विचार किया जाता है. नौकरी में बने रहना या पद्दोन्नती होना या स्थान परिवर्तन जैसी अनेक बातों का विवेचन कुण्डली में बनने वाले विभिन्न योगों से किया जा सकता है.