केतु का कर्क राशि में गोचर एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है जो सभी राशियों पर अपने प्रभाव डालता है. केतु को एक छाया ग्रह माना जाता है, जो अलगाव, आध्यात्म, मानसिक और आत्मिक उन्नति से जुड़ा होता है. यह भ्रम, मुक्ति
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में केतु का स्थान छाया ग्रह के रुप में है. इसे ग्रह न समझ कर परछाई कहा गया है. इस छाया ग्रह होने के कारण केतु बहुत ही गहरा असर डालने में सक्षम होता है. राहु ओर केतु यह दोनों ही ग्रह छाया ग्रह कहे