शुक्र अगर इन राशि में हो तो कर देता है कमाल
मेषगत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Aries
मेष राशि में शुक्र की स्थिति होने पर जातक को नेत्र से संबंधी तकलिफ हो सकती है या कोई दृष्टि दोष हो सकता है. स्वभाव में क्रोध अधिक हो सकता है, कठोर हो सकता है किंतु कोमल अभिव्यक्ति से युक्त भी होता है. अपने गुणों के प्रभाव से शत्रु को भी अपनी ओर कर लेने की कला से परिचित होता है. व्यक्ति का कार्यक्षेत्र कैसा भी हो उसमें कलात्मकता का पुट देखा जा सकता है. अपने गंभीर फैसलों में अधिक दृढ़ होने में सफल नहीं हो पाता है. सभी के साथ परिचतों जैसा सहयोगात्मक रवैया अपना सकता है.
यह स्थिति नेत्र ज्योति पर प्रभाव डालने वाली रहती है. इस स्थिति के कारण जातक को अपने नेत्रों का ख्याल रखना चाहिए. व्यक्ति में दोष उभर सकते हैं वह गलत कार्यों की ओर जल्द ही अग्रसर हो सकता है. विरोध का स्वर अधिक तीव्र रहता है आसानी से किसी की नहीं सुनते हैं. स्त्री के प्रति आसक्त रहने वाला हो सकता है. प्रेम में निपुण होता है और अभिव्यक्ति में भावनाओं का संगम उत्तम स्तर का होता है. प्राकृतिक क्षेत्रों में रहने वाला होता है और इसी में रहने की चाह भी रखता है. अपने सभी ओर सुंदर मोहक दृश्य देखने की चाह रखने वाला होता है.
वन-पर्वतों में विहार करने वाला हो सकता है. मन से कठोर होने के कारण कभी-कभी निर्दयी स्वभाव का भी हो जाता है. स्त्री के कारण बंधनगामी हो सकता है. अधिपत्य की प्राप्ति चाहता है और अपनी कार्यक्षमता से वह अधिक से अधिक अधिकारों की प्राप्ती में सफल रहता है. व्यक्ति को समूह का नेतृत्व करने की शक्ति भी प्राप्त होती है. व्यक्ति में हठ का भाव भी अधिक होता है किसी बात को सोच लिया तो उसी पर लगा रहता है. कहीं ओर ध्यान नहीं लगा पाता है.
वृषगत शुक्र का योगफल | Venus Aspecting Taurus
यह एक अच्छी स्थिति होती है जिसमें इसे बल मिलता है और शुक्र की स्थिति भी मजबूत होती है. किसी भी प्रकार से यह उत्तम होते हैं तो व्यक्ति आभूषणों से युक्त होता है और अच्छे सुंदर वस्त्रों की चाह रखता है. जीवन में ऎश्वर्य को पाता है. धन कि स्थिति अनुकूल बनी रहती है. व्यक्ति स्त्रियों में रमा रहता है और उनके प्रति अधिक आकर्षण रखता है. रत्नों की प्राप्ती करता है. अनेक विषयों का जानकार बनता है. कलात्मकता से पूर्ण होता है व्यक्ति में कला के प्रति बहुत अच्छी अभिव्यक्ति रहती है. व्यक्ति के काम में आपको सौंदर्य का पुट मिल सकता है.
पालक बनता है और सभी के लिए सहायतार्थ युक्त कामों को करने वाला होता है. गोपालक के रूप में प्रसन्नचित्त होता है. दान पुण्य में विश्वास रखने वाला होता है और सहनशीलता से युक्त होता है. किसी भी क्षेत्र में होने पर भी इसमें एक अलग ही छाप दिखाई देती है. कृषि संबंधि कार्यों में लगा रहने वाला हो तो इस ओर अच्छे फल पाता है. वाहन इत्यादि संपदा से भी युक्त रहता है. सौंदर्य व शुभ्र वस्त्रों से सुसज्जित रहने वाला होता है. समूह से अलग दिखाई देता है और प्रेम कि चाह रखने वाला होता है.
व्यक्ति में परोपकार का गुण होता है और स्थिरता के कारण विश्वसनीय भी होता है. समाज कल्याण में रूचि रखने वाला होता है तथा शुभ गुण कर्म में रमा रहने वाला होता है. अपने बंन्धुओं का पोषण करने वाला होता है.
मिथुनगत शुक्र का फल | Venus Aspecting Gemini
यहां यह स्थिति मित्र भावना को दर्शती है. इसमें व्यक्ति गुणों को विस्तृत रूप में आगे ले जाने का सोचता है और अपने ज्ञान को अधिक बढा़ने में लगा रहता है. कला और शास्त्र में प्रसिद्धि पाने वाला होता है. व्यक्तिव से सुंदर और दूसरों को अपनी ओर आकर्षित कर लेने में सक्षम होता है. विद्या, कला और शास्त्र के ज्ञान को पाने में लगा रहता है और उसके द्वारा प्रसिद्धि भी पाता है. नाट्य कला में अच्छा अभिनय दिखाने वाला होता है सभी के सम्मुख प्रशंसा को पाता है. हंसमुख और रति प्रेमी होता है.
चित्रकार तथा भाव-भंगिमाओं को बहुत खूबी के साथ दूसरों के सम्मुख प्रकट करने की कला जानता है. काव्यक्र्ता तथा गीत संगीत का जानकार हो सकता है. मित्रों की अधिकता और स्नेह पाने वाला होता है. देवों और ब्राह्मणों के अनुरक्त होता है. सभी के साथ प्रेम स्वभाव दर्शाता है. सज्ज्नों की संगती से युक्त रहते हुए प्रसन्नचित होता है.
"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 2"
"शुक्रगत स्थिति का योगफल - भाग 3"