कर्क लग्न का सातवां नवांश | Seventh Navamsha of Cancer Ascendant

कर्क लग्न का सातवां नवांश मकर राशि का होता है यह शनि की राशि का नवांश है. जातक की कुण्डली में यह जन्म कुण्डली के नवांश में सप्तम भाव का उदय है इस स्थिति में जातक के जीवन का यह भाग उसे अधिक प्रभावित करने वाला रह सकता है. जातक का यह लग्न उसके रूप में समझदारी को दर्शाता है. जातक का रंग रूप देखने में उम्र से अधिक लग सकता है. इस नवांश के फल स्वरूप उसका रंग कुछ गेहुआं सा हो सकता है. उसके व्यवहार में तर्क संगता दिखाई देती है काफी गंभीर लग सकता है.

इस नवांश के अंतर्गत उक्त राशि के नक्षत्र के बारे में भी विचार किया जाना चाहिए जिससे जातक के जीवन के सभी पहलुओं को समझना आसान हो सकेगा. जातक के आकर्षक नैन- नक्श होंगे. यह शांतिप्रिय, धार्मिक और सिद्धान्तवादी हो सकता है. इन्जिनियरिंग और टेक्नोलाजी के क्षेत्र में काम करने में माहिर हो सकता है. इनका परिवार का जीवन सीधा और सरल होता है. परंतु शांति और सकुन की कमी खल सकती है.

कर्क लग्न के इस नवांश में मकर राशि के जातक शिक्षा और पठन पाठन में रूचि रखने वाले होते हैं इन्हें संगीत और नृत्य भी काफ़ी पसंद होता है. जिसमें यह प्रसिद्धि पाने की चाह रख सकते हैं. जातक अपने विचारों में मजबूत होता है यह जल्दी से फैसले बदलने की इच्छा नहीं रखता किंतु इसके जीवन में अनेक प्रकार की बातें इन्हें अपने फैसले बदलने के लिए मजबूर कर सकती है. शिक्षा के संदर्भ में यह कुछ बदलाव भी कर सकते हैं आरंभिक शिक्षा से हटकर यह अपने लिए कुछ नया करने का विचार भी कर सकते हैं.

नवांश के प्रभाव स्वरूप जातक सेवा कार्य को करने वाला रह सकता है. दूसरों की मदद एवं सहायता के लिए प्रयास करने वाला हो सकता है. जातक में नौकरशाही का स्वरूप दिख सकता है यह अपने कार्यों में एक रसता से भी परेशान हो सकते हैं इसलिए कई बार काम में बदलाव का सोच सकते हैं. काम में अपने सहकर्मियों की मदद के लिए यह तैयार रहते हैं. इनके अधिक मित्र न भी हों तो भी यह अपने में खुश रहने वाले होते हैं.

कर्क लग्न के सातवें नवांश महत्व | Significance of Seventh Navamsha of Cancer Ascendant

समाजिक कार्यक्रमों में हिस्सेदारी देने की इनकी कोशिश लगी रहती है. यह कुछ जन कल्याण के कार्यों में भी भागिदारी करते हैं. किसी निर्माण कार्य में इनका योगदान रह सकता है भूमि संबंधी कामों में यह अच्छा कर सकते हैं जिनसे इन्हें लाभ भी मिल सकता है इसी के साथ यह जिस जगह काम करते हैं वहां की स्थिति को अच्छा रूप देने की चाह भी रखते हैं इनके भीतर कुछ कलात्मकता छुपी हो सकती है.

यह जीवन में उच्च और उच्चतम शिखर तक पंहुचने की चाह रखने वाले होते हैं. इन्हें स्वयं पर विश्वास रहता है कि यह अपने लिए निर्धारित उच्च लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे. इसी के कारण आप सफल भी रहते हैं और जीवन के उतार-चढावों से गुजरते हुए अपने कामों में ऊंचाईयां भी पाते हैं. इनकी इस बात के लिए दूसरे इनका सम्मान करते हैं. यह जोखिम लेने से हिचकते नहीं हैं. अपने कार्यों को पुर्वनियोजित तरीके से करते हैं. संबंधों के मामले में आप कुछ परेशान रह सकते हैं, रिश्ते जटिल हो सकते हैं व यह कुछ स्वार्थी हो सकते हैं.

जातक आत्म प्रेरित हो सकता है और किसी भी तरह जरुरत के हिसाब से मौकों को खोजने की कोशिश में लगे रहते हैं. इनमें एकाग्रता की अच्छी शक्ति होती है. मकर नवांश के स्वामी ग्रह के प्रभाव स्वरूप जातक को उसके कर्मों के अनुरूप ही फल मिलता है. जातक जिसके लायक है वही पा सकेगा. जीवन में जल्दबाजी या किसी छोटे मार्ग की ओर जाने से कुछ हासिल नहीं हो पाता है. यदि जातक ईमानदारी से काम करते हुए अपने मार्ग को नहीं छोड़ता तो उसे शुभ फलों की प्राप्ति अवश्य होती है. यह अपने सामाजिक और व्यावसायिक स्थिति की तलाश करने के लिए इसी शक्ति पर निर्भर कर सकते हैं.

इस नवांश के अनुरूप इससे प्रभावित व्यक्ति जहां भी होता हैं शांति और सौहार्द बनाये रखने में योगदान देता है. जातक के जीवन में परिश्रम और चिंता अधिक लगी होती है. परिवार कि ओर से भी इन्हें विशेष सहयोग नहीं मिल पाता है और भाग्य देर से जागता है इसलिए मेहनत का फल भी देर से मिलता है किंतु निराश होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि फल का मिलना तो तय है.