कर्क लग्न का पहला नवंश वर्गोत्तम होता है. यह कर्क राशि का ही होता है. इस नवांश में जन्में जातक के जीवन में स्वयं की स्थिति का ही आधार बना रहेगा. अर्थात वह कुध के विषयों से ही अधिक सोच विचार करेगा. अन्य स्थिति पर उसका अधिक ध्यान कम ही रहेगा जितना खुद के लिए उसका ध्यान बना रहेगा.
जातक का इस लग्न में जन्म होने पर कुछ स्वभाविक गुण बने ही रहते हैं वह जीवन के प्रति सकारात्मक स्थिति को लेकर चलने वाला होता है. देखने में सुंदर ओर गौर वर्ण का हो सकता है. जातक का मन काफी विचारशील रहेगा. उसके मन में अनेक विचारों की उथल पुथल बनी रह सकती है. कद काठी अच्छी होगी भुजाएं लम्बी हो सकती हैं आंखे मोटी और बाल घने होते हैं.
इनका शरीर सामान्यता कुछ मोटा और आकर्षक दिखाई देता है. इसी के साथ यह कफ प्रक्रत्ति वाले होते हैं और जातक पतले तथा मध्यम कद का हो सकता है. सभी स्थितियों में समायोजन करने की कोशिश करते हैं. परिस्थितियों में स्वयं को ढालने का प्रयास करते हैं.
जीवन को ऎश्वर्यपूर्ण रूप में जीना चाहते हैं. आर्थिक रूप से स्वयं को मजबूती देने की चाह रखते हैं, किसी भी तरह अपने नाम को सभी के सम्मुख समानित कराने की चाह इनमें बनी रहती है. धैर्यवान होते हैं कठिन से कठिन समय में सोच विचार कर आगे बढ़ते हैं और घबराते नहीं बल्की साहस से सामना करते हैं.
कोमल हृदय के होते हैं संवेदनाएं काफी अग्रीण होंगी जिस कारण यह किसी बात को आसानी से भूलते नहीं पाते हैं. इनके मन में गहराई तक समा जाती हैं. अपने संवेदनाओं के प्रति पूर्ण सजग होते हैं. दूसरों की भावनाओं को समझने वाले होते हैं. इनका स्वभाव स्नेही होता है और मिलनसार भी होते हैं.
कर्क लग्न के प्रथम नवांश का महत्व | Importance of First Navamsha of Cancer Ascendant
इस नवांश से प्रभावित जातक में कोमलता और सहृदयता के गुण भी मौजुद होते हैं. कर्क लग्न नवांश के प्रभाव से जातक अति संवेदनशील होते हैं. यह प्रभाव जलतत्त्व और चंद्रमा से प्रभावित होने के कारण ही होता है, जातक अपने मार्ग को किसी न किसी प्रकार से हासिल करके ही दम लेता है. यह अपना कार्य निकाल अच्छे से जानते हैं. इनके स्वभाव में परिवर्तन देखने को मिलता है जिस कारण लगातार कार्य में लगे रहना इनके व्यवहार में शामिल होता है.
इन्हें जलीय स्थानों के नजदीक रहना अधिक पसंद होता है, जातक जिनके साथ भी भावनात्मक रूप से जु़ड जाते हैं उनसे दूर होने की चाह नहीं रखते हैं. यह पूरी तत्परता से उनका सहयोग करते हैं. मित्रों के सहायक बनते हैं ओर उनकी मदद करने की भी हर संभव कोशिश करते हैं. अपनी जिम्मेदारियों का बोध भी रहता है तथा उन्हें पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं.
जातक बिना थके निरन्तर कार्य कर सकते हैं और धुन के पक्के होते हैं. लगातार कार्य करना और नई नई कल्पनाओं को साकार करने की चाह भी इनमें खूब रहती है. इन्हें अपने स्वास्थ्य का भी खूब ध्यान रखना चाहिए क्योंकि स्वास्थ्य पर दी गई थोडी़ सी भी ढील इनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है।. इन्हें अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने की भी जरूरत है अपने आराम को भी कुछ प्रमुखता देनी चाहिए जिससे मन में स्फूर्ति बनी रह सके.
आप अत्यधिक भावनात्मक होते हैं इसलिए आपके निर्णय कई बार गलत भी हो जाते हैं. स्वभाव में कई बार जिद्दीपन आ जाता है, स्वभाव के इस नकारात्मक पक्ष को दूर करने का प्रयास करना चाहिए भाग्य का साथ मिलता है. जब किसी काम को करने की ठान लें, तो उसे करके ही बैठते है जीवन में अनेक बदलाव अचानक ही होते हैं इसलिए तैयार रहने की आवश्यकता है सभी बातों के लिए तैयार रहना चाहिए.