लग्न में सूर्य | Sun in Ascendant
- लाल किताब के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के लग्न में ही अशुभ सूर्य स्थित है तब सार्वजनिक स्थलों पर प्याऊ या नल लगाना चाहिए. इससे सूर्य को बल मिलेगा.
- सूर्य को शुभ बनाने के लिए धार्मिक स्थान पर अनाज, नारियल, तेल, उड़द, बादाम, चने की दाल और दवाईयों का दान करना चाहिए.
- रविवार के दिन देसी खांड, मसूर की दाल, सौंफ, छुआरे, शहद का दान करना चाहिए और विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए.
- शराब, मछली, मांस आदि का पूर्णतया त्याग करना चाहिए.
दूसरे भाव में अशुभ सूर्य | Sun in Second House
- प्रतिदिन भगवान सूर्य को अर्ध्य देना चाहिए.
- हरी वस्तुएं, चावल तथा अनाज कभी भी उधार पर ना लें.
- जहां तक हो सके जमीन संबंधी झगड़ो से बचें.
- शारीरिक कष्ट होने पर तांबे का एक सिक्का बहते पानी में बहा देना चाहिए. इससे लाभ होगा.
तीसरे भाव में अशुभ सूर्य | Sun in Third House
- साफ पानी में थोड़ा गुड़ डालकर भगवान सूर्य को अर्ध्य देना चाहिए और निम्न मंत्र पढ़ना चाहिए "ऊं घृणि सूर्याय नम:"
- अशुभ सूर्य होने पर नियमित रुप से रविवार का उपवास रखना चाहिए और भोजन में नमक का त्याग करना चाहिए.
- लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाकर दूध, चावल, चीनी तथा बर्फी का दान करना चाहिए.
- स्वयं के ज्न्मदिवस पर गंगा आदि पवित्र तीर्थ स्थान की यात्रा करनी चाहिए और श्री लक्ष्मी नारायण की पूजा करनी चाहिए.
चतुर्थ भाव में सूर्य की स्थिति | Sun in Fourth House
- बहन तथा बुआ के बच्चों की सेवा करने से लाभ होगा.
- यदि पैतृक घर नही है तब अंध विद्यालय में दान करना चाहिए अथवा अंधे व्यक्ति की अपनी क्षमतानुसार सहायता करनी चाहिए.
- सोने का छल्ला बाएँ हाथ में धारण करना चाहिए.
पंचम भाव में सूर्य | Sun in Fifth House
- बंदरों को गुड़, चना तथा भुनी हुई गेहूँ शक्कर मिलाकर खिलाने से लाभ होगा.
- पंचम में सूर्य यदि राहु के साथ है तब पितृदोष बनता है. इसके लिए पीपल वृक्ष एवं बड़ वृक्ष का पूजन करना चाहिए.
- संतान सुख में वृद्धि के लिए वीरवार के दिन चने की दाल, केसर, हल्दी, पीले फूल, पीला वस्त्र दक्षिणा सहित अपने कुल के पुरोहित को दें.
- मकान में रसोई घर पूर्व दिशा की दीवार की ओर बनाए.
छठे भाव में सूर्य | Sun in Sixth House
- रविवार के दिन धार्मिक स्थान पर अपनी क्षमतानुसार दान करें.
- अपने घर के पवित्र स्थान पर चांदी की डिब्बी में गंगाजल भरकर रखें इससे सूर्य के शुभ फल बढेगें.
- पूर्णमासी के दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर में चावल, दूध, चीनी, चांदी, सफेद मोती और नारियल आदि चढ़ाएँ और खीर का प्रसाद कन्याओं में बांटे.
सातवें भाव में सूर्य | Sun in Seventh House
- काले रंग की गाय की सेवा करें.
- तांबे के सात चौरस सिक्के जमीन में गाड़ना शुभ होगा.
- नियमित रुप से पूर्णमासी का व्रत रखें और कोई भी महत्वपूर्ण काम करने से पहले पानी अवश्य पीएं.
आठवें भाव में सूर्य | Sun in Eighth House
- शुक्लपक्ष के रविवार से 800 ग्राम गेहूँ और 800 ग्राम गुड़ मंदिर में चढ़ाएँ. ये लगातार 8 रविवार करें.
- पिता और बड़े भाई की आज्ञा का पालन करें. लाल रंग की गाय की सेवा करें.
- दक्षिणी दिशा की ओर मकान का मुख्य द्वार ना बनाएं.
नवम भाव में सूर्य | Sun in Ninth House
- मंदिर या किसी धार्मिक स्थान में चावल, चांदी और दूध आदि सफेद वस्तुओं का दान दे.
- चितकबरे रंग की गाय को मीठी रोती खिलाना शुभ होगा.
- घर में रखे पीतल और चांदी के बर्तनों में चावल भरकर रखें और उन्हें खाली ना रहने दें.
- आप जिस बेड पर सोते हैं या जिस चारपाई पर सोते हैं उसके पायो में तांबे की कील लगाएँ.
दशम भाव में सूर्य | Sun in Tenth House
- बहते पानी में तांबे का सिक्का डालें. तथा गाय की सेवा करें.
- सफेद या शर्बती रंग की पगड़ी या टोपी पहने तथा महिलाओं को सिर ढककर रहना शुभ होगा.
- धार्मिक स्थान पर हैण्ड पम्प या प्याऊ लगाना शुभ होगा.
- काले तथा नीले रंग के वस्त्रों का परहेज करें.
एकादश भाव में सूर्य | Sun in Eleventh House
- शनिवार की रात में 5 मूलियाँ सिरहाने रखकर सोएं और अगले दिन सुबह धार्मिक स्थल पर दान दे दे.
- तांबे के बर्तन में गेहूँ भरकर धार्मिक स्थान में दान करें. चालचलन शुद्ध रखें.
- रविवार का व्रत रखें. अपने जन्मदिन से शुरु करके लगातार 43 दिन तक जमीन पर सोएँ.
द्वादश भाव में फल | Sun in Twelfth House
- रविवार के दिन बंदरों को गुड़, चने और भुनी हुई कनक खिलाएं. अंध विद्यालय में भोजन कराएँ और भोजन में मीठी वस्तु भी दें.
- भूरे रंग की गाय को मीठी रोती खिलाएं.
- स्वयं सदचरित्र का पालन करें.