मंगल जब तुला में होता है तो यह काफी जबरदस्त तरह से अपना असर दिखा सकता है. मंगल एक अग्नि तत्व युक्त ग्रह है ओर तुला राशि शुक्र के स्वामित्व की परिवर्तनशील वायु तत्व राशि है. ऎसे में तुला पर मंगल का गोचर बहुत अधिक अनुकूलता तो नहीं दिखाता है लेकिन यह नए अवसरों और अपनी इच्छाओं को पूरा करने का बेहतर समय जरूर देता है. ज्योतिष में शुक्र और मंगल का निष्पक्ष संबंध है. शुक्र स्त्रीत्व और जल है और मंगल पुरुषत्व और अग्नि है. इन दोनों की मिलने वाली संयुक्त ऊर्जा एक संतुलित व्यक्तित्व का निर्माण करती है. तुला राशि में मंगल का होना उत्साह और आनंद को देने में सहायक होता है. दान देने वाले और मिलनसार व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है. आमतौर पर, व्यक्ति को सभी की ओर से सहयोग मिलता है. भीड़ में मुख्य स्थान रखने वाला होता है. लोगों का पसंदीदा होता है. व्यक्ति का स्वभाव मेल जोल वाला और दूसरों की मदद करने में आगे रहने वाला होता है. व्यक्ति के भीतर अपनी बात मनवाने की क्षमता और बेहतरीन संचार क्षमता होती है.
तुला रशि में मंगल का गोचर प्रभाव
जन्म कुंडली से अलग जब मंगल तुला राशि में होता है, तो व्यक्ति अत्यधिक सहनशील हो जाता है, संतुलित स्वभाव बनाए रखता है. उसके भाव जल्द बदल सकते हैं. कभी-कभी शत्रुतापूर्ण हो सकते हैं और कभी-कभी काफी शांत और शांतिप्रिय हो सकते हैं. तुला राशि में मंगल कला और सुंदरता की गहरी समझ भी देता है. व्यक्ति दूसरों को भी बढ़ावा देता है. व्यक्ति शारीरिक आवेगों की तुलना में भावनात्मक संतुष्टि की ओर अधिक आकर्षित होते हैं. यौन इच्छा अधिक होती है, रोमांटिक होते हैं. इसके साथ ही ईश्वर एवं आध्यात्मिक विचारधारा वाले व्यक्ति भी होते हैं. वे सफल उद्यमी हैं जो विलासितापूर्ण जीवन जीने की इच्छा रखते हैं. वे बहुत ज्यादा खर्च करते हैं. वे पारस्परिक संबंधों में अत्यधिक सहयोगी होते हैं और दुश्मनों की तुलना में दोस्त बनाने के लिए अधिक उत्सुक होते हैं. अक्सर संघर्षों में मध्यस्थता करने में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं.
तुला राशि में मंगल का व्यक्तित्व पर असर
यदि मंगल तुला राशि में है तो व्यक्ति को कल्पनाशील और कलात्मक बना सकता है. तुला राशि के लिए न्याय अत्यंत महत्वपूर्ण है. यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल मौजूद है तो आप जो सही है उसके लिए दृढ़ता से संघर्ष करेंगे. व्यक्ति एक संतुलित, निष्पक्ष जीवन जीना चाहते हैं. शांत और सद्भाव में काम करन अपसंद करता है. एक भरोसेमंद दोस्त और साथी बनता है. विकल्प चुनने से पहले आप अपनी सभी संभावनाओं पर ध्यानपूर्वक विचार करने में कुशल होता है, व्यक्ति तब तक कोई निर्णय नहीं लेते जब तक कि आप सावधानीपूर्वक अनुमान न लगा लें कि इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है. क्यौंकि व्यक्ति चीजों को संतुलित रुप से नैतिक रूप से करना चाहता है.
आयोजनों और सामाजिक गतिविधियों में सीधे भाग नहीं लेते कुछ स्वयं में अधिक रमे रह सकते हैं. नखरेबाज भी हैं हो सकते हैं. किसी के जीवन में तुला का मंगल चीजौं को बेहतर तरह से एवं न्याय को कायम रखना पसंद करता है. केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि अपने आस-पास के सभी लोगों के लिए भी लगातार नैतिक रूप से कार्य करने की आकांक्षा रखना पसंद करता है. न्याय और समानता के प्रति प्रतिबद्धता की प्रबल भावना होती है. मंगल का प्रभाव जन्म कुंडली में तुला में होने पर दुनिया में व्याप्त अन्याय के खिलाफ खड़े होने की शक्ति और साहस प्रदान करता है. व्यक्ति अपनी शक्ति फर सामर्थ्य के अनुसार से सब कुछ करने की कोशिश करता है.
चीजों का चुनाव करने से पहले सभी फायदे और नुकसान पर विचार कर लेना इनके लिए अधिक बेहतर होता है.
कूटनीतिक व्यवहार आपको अपने कार्यक्षेत्र या नौकरी में सफल होने में मदद करता है. लोगों से कैसे बात करनी है और उन्हें अपना समर्थन देने के लिए कैसे राजी करना है. इन बातों का अनुभव अच्छा होता है. अपने दृष्टिकोण को इस तरह से व्यक्त करने में कुशल हैं जिससे किसी को ठेस न पहुंचे. इस गुण के परिणामस्वरूप सफलता भी मिलती है.
तुला राशि में मंगल के नकारात्मक लक्षण भी मिलते हैं. व्यक्तित्व का एक गुण जो सबसे अधिक हानिकारक है, वह है काम को टालना. इसके साथ ही विकल्पों पर विचार करने में बहुत अधिक समय व्यतीत कर देना भी परेशानी देता है. निर्णय लेने की क्षमता काफी सीमित रह सकती है.
विरोध से बचना तथा लड़ाई से दूर रहना अधिक पसंद करते हैं. तर्क व्यक्त करने के लिए अपनी राय ज़ोर से बोलने के बजाय अन्य लोगों की युक्तियों का उपयोग करते हैं. व्यक्ति हर उस चीज़ की ओर आकर्षित हो सकते हैं जो बाहर से आकर्षक लगती है. कभी-कभी आप केवल अपने दिखने के आधार पर भी निर्णय ले सकते हैं, जो हानिकारक हो सकता है. अपनी प्रतिष्ठा को बहुत अधिक महत्व देते हैं. लोगों का दिल जीतने के प्रयास में, कई बार दिखावा भी कर बैठते हैं. यह बातें मंगल के तुला राशि में होने से व्यक्तित्व में कुछ नकारात्मक असर दर्शाती हैं.
तुला राशि में मंगल का करियर और रिश्तों पर प्रभाव
मंगल की तुला राशि में अनुकूलता स्थापित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है. यह चयन करना कठिन हो सकता है कि कौन सी चीज़ आकर्षित करती है. विपरीत लिंग के लोगों के साथ समय बिताना पसंद होता है, लेकिन व्यक्ति प्रतिबद्ध होने से झिझकता है.
मंगल तुला राशि में होना लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए बहुत अच्छा होता है. जीवन अपनी गति से स्वतंत्र होकर जीने की इच्छा होती है. धीमी गति से न आगे बढ़ने से बचना चाहिए अन्यथा बहुत सारे मौके गवां सकते हैं.
अपने लक्ष्यों तक जल्दी पहुंचना चाहते हैं, तो बेहतरी के लिए बदलाव करना आवश्यक होगा. तुला राशि में मंगल के साथ आपको भाग्य का अनुभव तभी हो सकता है जब सकारात्मक ऊर्जा को अपनाएंगे और सकारात्मक सोचेंगे. तुला राशि में मंगल वाले लोगों में असाधारण बातचीत कौशल होता है. अपने प्रभावी विवाद समाधान कौशल के कारण वे अक्सर उत्कृष्ट प्रशासक बनते हैं. तुला राशि में मंगल के साथ, व्यक्ति परिवार और दोस्तों के सुख के लिए जितना संभव हो किसी भी हद तक जा सकते हैं.