बुध हमारी बुद्धि है और शुक्र सुंदरता है. यह दोनों ग्रह कोमल और प्रेम तथा भावनाओं को दर्शाते हैं एक दूसरे के साथ बहुत अच्छे से मेल खाते हैं. रिश्तों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनसे सुख भी देते हैं. इस युति के साथ अगर पाप प्रभाव नहीं हो तो इसके बहुत बेहतर परिणाम हमें मिल सकते हैं लेकिन अगर इसके फल में पाप ग्रह का असर मिलता है तो परिणाम बदल सकते हैं. हर कुंडली में इनका असर इन दोनों ग्रहों की प्लेसमेंट से होता है लेकिन सामान्य सिद्धांत के आधार पर यह दोनों ग्रह जो परिणाम देते हैं वह कुछ सकारात्मक अधिक होते हैं. आईये जाने अगर आपकी कुंडली के यह मौजूद होते हैं तो किस भाव में क्या फल दे सकते हैं.   

शुक्र बुध का पहले भाव पर प्रभाव 

अगर शुक्र के साथ बुध का युति योग पहले भाव पर बनता है तो इसका लाभ मिलता है. व्यक्ति मस्त मौला होता है. उस पर सभी के साथ मिलकर चलने की इच्छा देखी जाती है. वह दूसरों के साथ अपने रिश्तों को लेकर काफी ज्यादा न सोचना चाहे लेकिन हृदय में भावनाएं अवश्य रखेगा. मन से कोमल और प्रेमी स्वभाव क अहोगा. व्यक्ति कार्यों को करने के लिए उत्सुक होगा. कई बार जल्दबाजी के चलते परेशानी में भी पड़ सकता है. इस भाव में शुक्र-बुध की युति व्यक्ति को आकर्षक बना सकती है लोग उसके प्रति खीम्चाव अनुभव कर सकते हैं. वह अपने कामों में रचनात्मक कुशलता से भी आगे बढ़ता है. 

शुक्र बुध का दूसरे भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के दूसरे भाव में होता है. इसका असर व्यक्ति को अपने परिवार के सुख के रुप में दिखाई देता है. व्यक्ति अपने बोल चाल में कुशल होता है. अपनी बातों को घुमाने में कुशल होता है. जल्द ही लोगों को अपने अनुसार डाल सकता है. कोमल और उदार होता है. आर्थिक लाभ को पाता है लेकिन खर्च भी अधिक कर सकता है.

शुक्र बुध का तीसरे भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के तीसरे भाव में होता है. इस भाव में होने से वह बौद्धिक कर्म की ओर अधिक ध्यान देता है. शारीरिक श्रम में उसकी रुचि कम हो सकती है. यात्राएं करने का शौक हो सकता है. बहनों का सुख उसे अधिक मिल सकता है. अपने आस पास के लोगों के मध्य लोकप्रिय हो सकता है. दूसरों के सहारे आगे बढ़ सकता है. 

शुक्र बुध का चतुर्थ भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के चौथे भाव में होता है. इस भाव में आर्थिक लाभ पात अहै. कई बार वह अपने परिवार की ओर से सुखों को पाने में सफल होता है. कोमल एवं काम करने में कुछ धीमा हो सकता है. अपने मनोकूल काम करना इसे अधिक पसंद हो सकता है. परिवार में लोगों के मध्य केन्द्र का स्थान पाने में सक्षम होता है. कफ के विकार और वात विकार असर जल्दी से डाल सकते हैं. 

शुक्र बुध का पंचम भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के पंचम भाव में होता है. वह बौद्धिक और रचनात्मक कामों को करके आगे बढ़ता है. उसे इनके द्वारा सम्मान प्रसिद्धि भी मिल सकती है. व्यक्ति दोस्तों को बनाता है अपने दोस्तों के मध्य काफी प्रसिद्ध भी रहता है. प्रेमी और रोमांस करने में आगे रह सकता है. 

शुक्र बुध का छठे भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के छठे भाव में होता है. यहां कुछ कमजोर परिणाम देता है. इस स्थान पर उसे कई बार अपनी कमियों के कारण परेशानी अधिक झेलनी पड़ सकटि है. रिश्तों में परेशानी हो सकती है. कानूनी गतिविधियों में अधिक फंसना पड़ सकता है. रोग जल्द असर डाल सकते हैं. संगीत, ललित कला जैसे कामों में  सफलता संभव मिल सकती है.

शुक्र बुध का सप्तम भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के सातवें भाव में होता है. प्रेम और रोमांस की अधिकता व्यक्ति में होती है. चाहतें कुछ अधिक होती हैं. विवाह और वैवाहिक संबंधों में समान को पाता है. अपने जीवन साथी का सुख उसे मिलता है. साझेदारी के काम में वह सम्मान पाता है. अच्छे लाभ को पाने में सफल रह सकता है. 

शुक्र बुध का आठवें भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के आठवें भाव में होता है तब चीजें कई तरह से कमजोर होती हैं तो कुछ लाभ भी मिलता है. जीवनसाथी से विवाह और कमाई के माध्यम से अच्छा धन मिल सकता है. जीवनसाथी से अलगाव हो सकता है. रोग अचानक से प्रभाव डालने वाले होते हैं. 

शुक्र बुध का नवम भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के नवम भाव में होता है तो व्यक्ति अपने जीवन में कई शुभता को पात अहै. आध्यात्मिक रुप से मिलेजुले परिणाम उसे मिलते हैं. वह उच्च शिक्षा हेतु आगे बढ़ सकता है. पिता से सहयोग मिल सकता है. परिवार का सुख एवं यात्राओं से लाभ की प्राप्ति होती है. 

शुक्र बुध का दशम भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के दशम भाव में होता है तो रचनात्मक कला और संचार से संबंधित काम देता है. व्यक्ति अपने वरिष्ठ जनों का सहयोग पाता है. माता पिता का प्रेम मिलता है. स्त्री पक्ष से लाभ मिल सकता है.काम में व्यक्ति को अच्छी पहचान मिलती है. अच्छा नाम और प्रसिद्धि मिल सकती है. गुरुजनों का सहयोग मिल सकता है. आर्थिक पक्ष को अपनी मेहनत द्वारा अच्छा बना सकता है. यात्राएं करता है. कई चीजों को पाने में सफलता मिलती है.

शुक्र बुध का एकादश भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के एकादश भाव में होता है तो व्यक्ति को लाभ मिलता है. इच्छाएं अधिक होती हैं. इस कारण कई बार कुछ चीजों की कमी तनाव भी दे सकती है. व्यक्ति को अपने भाई बहनों का साथ मिलता है. कई लम्बी यात्राएं जीवन में बदलाव लाती हैं. 

शुक्र बुध का बारहवें भाव पर प्रभाव 

शुक्र बुध का योग जब कुंडली के द्वादश भाव में होता है तो परेशानी या फिर खर्च की अधिकता देता है. इसके द्वारा स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ चिंता रह सकती है. विदेशों में भ्रमण का अवसर मिलता है. अनैतिक रिश्तों का असर बःई जीवन पर अपना असर डाल सकता है. किसी के द्वारा छल और दबाव भी झेलना पड़ सकता है. लोगों के साथ मेलजोल और संपर्क जल्द से स्थापित होता है.