जहां वैदिक ज्योतिष में नव ग्रहों का उल्लेख मिलता है उसी प्रकार पाश्चात्य ज्योतिष में तीन ग्रहों का विशेष रुप से उल्लेख मिलता है. यह तीन गर्ह बाहरी ग्रह के रुप में भी जाने जाते हैं. इनके नाम यूरेनस, नेपच्यून और प्लूटो हैं. इन ग्रहों का प्रभाव राशियों के साथ होने पर इनके परिणाम काफी गहरे रुप से अपना असर डालने वाले होते हैं. जब बात करते हैं यूरेनस ग्रह के बारे में तो इसकी अनेक ज्योतिषीय विशेषताएं हमारे सामने होती हैं.
यह एक प्रगतिशील ग्रह के रुप में होता है. दिमागी ओर बौद्धिकता का गुण प्रदान करने वाला ग्रह है. यूरेनस को भारतीय ज्योतिष में हर्षल या प्रजापति के नाम से भी जाना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यूरेनस और इसकी ऊर्जाओं को बहुत मजबूत माना जाता है. यह बुद्धिमत्ता का प्रतीक है और इसलिए यह अनुसंधान, तकनीकी उन्नति, सफलताओं और समग्र विकास के क्षेत्रों में बहुत योगदान देता है. अब इस ग्रह का प्रभाव जिस राशि के साथ स्थापित होता है उसी के अनुरुप यह अपने फलों को प्रदान भी करता है.
यूरेनस का मेष राशि में होने का प्रभाव
यूरेनस आकाश और स्वर्ग का देवता है और कुंभ राशि का शासक भी है, यूरेनस आगे देखने का प्रतीक है, लेकिन इसमें परंपरा भी शामिल है और मौलिकता और व्यक्तित्व का जश्न मनाती है, ऎसे में जब यूरेनस मेष में होता है तो उर्जाओं का विशेष प्रभाव देखने को मिलता है यह मेल काफी विरोधाभास भी रखता है. यह व्यक्ति को नई चीजों से जोड़ता है जो प्रगतिशील है, यह आत्मज्ञान, निष्पक्षता, नवीनता और सरलता के लिए भी खड़ा दिखाई देता है. यूरेनस का मेष में होना कई तरह के सकारात्मक एवं नकारात्मक फलों के लिए विशेष होता है.
यूरेनस की एक विशेषता है की यह नकारात्मक अभिव्यक्ति आदेश और गैरजिम्मेदारी के खिलाफ विद्रोह कर देने में समय नहीं लगाता है और मेष राशि में होने पर इसे अधिक मजबूती भी मिलती है. जब भी यूरेनस राशि चक्र की पहली राशि मेष में प्रवेश करता है, तो यह सामूहिक परिवर्तन को दिखाने वाला होता है. यह बदलाव का एक प्रमुख संकेत बनता है.
यह चौंकाने वाली घटनाओं के भी विशेष बन जाता है. दुनिया को आश्चर्यजनक घटनाओं और व्यक्तिगत बदलावों से प्रभावित कर देने वाला होता है. मेष राशि में यूरेनस का समय हमें मानव इतिहास के एक नए युग में कदम की स्थिति को दर्शाता है. इसमें समस्याएं और समाधान दोनों ही बातें दिखाई देती हैं और चीजें तेजी से और समान रूप से अप्रत्याशित तरीके से सामने आ सकती हैं.
यूरेनस का मेष में होना बदलाव का प्रतीक है
यूरेनस का स्वभाव पुरानी मान्यताओं, कठोर विचारों को तोड़ना और नई संरचनाओं को फिर से खोजने का होता है. यह बदलाव का समर्थक होता है. जब मेष में होता है तो यह कठोर रुप से भी फैसले ले सकता है. इसका प्रभाव चीजों के पुनर्निर्माण के लिए भी बेहद विशेष हो जाता है. मेष राशि में होने पर यूरेनस कुव्ह अत्यधिक क्रांतिकारी ग्रह भी बन सकता है. स्वतंत्र रुप से काम करने की इच्छा भी व्यक्ति में अधिक होती है. उसे अपने काम में और अपने फैसलों पर अधिक विश्वास होता है. मेष राशि में होने पर यह दूसरों का दबाव सहन नहीं कर पाता है. इसकी इच्छा स्वतंत्र होकर काम करने की अधिक रहती है. किसी के द्वारा हावी या प्रताड़ित होना इसकी सहनशक्ति से बाहर की बात होती है. मेष राशि में यूरेनस का होना किसी के वश या दबाव में कुछ नहीं करने को तैयार करता है.
यह योग व्यक्ति में आगे बढ़ने की प्रेरणा को बढ़ावा देता है और जीतने की इच्छा को बढ़ाता है. हम जिस चीज के लिए तरस रहे हैं उसे पाने के लिए परिश्रम का गुण भी देता है. यह एक योद्धा जैसी स्थिति भी देता है. मेष राशि सभी से पहले स्थान पर रहनें या कहें शीर्ष पर आने का इरादा रखती है. चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े कोई भी कीमत क्यों न हो. ऎसे में यह योग भीतर की आग को भड़का सकता है. बेहतर या बदतर जो भी कुछ करवा सकता है. इसके कारण व्यक्ति खुद को अधिक प्रतिस्पर्धी और आत्मविश्वासी महसूस कर सकता है. साथ ही अधिक आवेगी और आक्रामक भी हो सकता है. इस योग का प्रभाव क्रोध पर काबू पाने की क्षमता को कमजोर बनाता है. अगर सावधानी से बदलाव को न संभाला जाए, तो यह वास्तव में काफी परेशानी का सबब भी हो सकता है.
यूरेनस का मेष राशि में होना अविष्कार एवं अनुसंधान का समय
इस ग्रह के मेष राशि में होने पर भविष्य के बारे में विचारधारा में कुछ ने क्रांतिकारी विचार सामने होते हैं. कट्टरपंथी विचार मेष राशि में यूरेनस के दौरान अधिक तेजी से उभर सकते हैं. ऎसा होने पर हम अपने मूल अस्तित्व के लिए विकास और धार्मिक व्याख्याओं के पुराने नियमों से अलग हो सकते हैं. यह समय नवीन खोजों का और पुरातन को हटा कर नवीनता को ग्रहण करने का भी होता है. यह एक ऐसी अवधि है जब मानवता स्वयं की समझ और एक दूसरे के साथ आपसी संबंधों में प्रमुख संशोधनों के साथ खुद को पुन: स्थापित करती दिखाई दे सकती है. यह जीवन के अगले चरण को जगाने के लिए साहस से फैसले लेने का समय भी होता है. व्यक्ति के भीतर कुछ अलग करने की चाह बहुत तीव्र होती है. अपनी जिज्ञासों को शांत करने के लिए वह विचारों से जूझता है ओर हर स्थिति का सामना करने के बाद आगे बढ़ता है. मेष राशि में यूरेनस का होना तंत्रिका तंत्र पर अपने गहरे असर के लिए महत्वपुर्ण होता है. चीजों को बेहतर बनाने और प्र्तिभा को दिखाने के लिए प्रेरणा देने वाला होता है.
कुंडली में जब यूरेनस मेष राशि में होता है तो व्यक्ति पथप्रदर्शक के रुप में होता है. यूरेनस क्रांतिकारी दृष्टि का संकेत भी देता है. साहसपूर्वक परेशानियों से लड़ने की क्षमता देता है जहां पहले किसी ने जाने की हिम्मत नहीं की है, यह वहां आप को ले जाने वाला होता है. व्यक्ति नई अवधारणाओं और स्थितियों को आसानी से अपना लेने में भी सक्षम होता है. व्यक्ति की कंप्यूटिंग, चिकित्सा विज्ञान, एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी और अन्य प्रगति में अग्रणी चीजों पर अच्छी पकड़ होती है. व्यक्ति तकनीकी क्षेत्र में पुनर्जागरण के लिए आगे रहता है.