बुध ग्रह एक बौद्धिक ज्ञान और उचित मार्ग को निर्धारित करने वाला उत्तम स्थान प्राप्त ग्रह है. इस ग्रह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन को चहुंमुखी प्रतिभा से भर देने वाला होता है. बुध ग्रह एक प्र्कार की चंचलता और आकर्षण क्षमता से भी युक्त माना गया है. यह जीवन के भौतिक सुखों का सुख पाने के लिए व्यक्ति को योग्यता प्रदान करते हैं.
बुध अस्त होने का प्रभाव
बुध की स्थिति आकाश मंडल में एक उज्जल ग्रह के स्वरुप है. बुध अपने प्रकाश द्वारा सभी को ज्ञान और दिशा प्रदान करने का कार्य करता है. बुध का प्रभाव जब अस्त होता है तो उस स्थिति में बुध के कारक तत्वों में कमी आती है. बुध के प्रभाव क्षेत्र में कला ओर अभिव्यक्ति का संपूर्ण आयाम दिखाई देता है. जो भी कार्य जिनमें उनमुक्त अभिव्यक्ति हो जैसे लेखन कार्य, वाचन कार्य, मीडिया से जुड़े कार्य, प्रबंधन, शिक्षा, इंटरनेट से संबंधित कार्य इन सभी पर बुध का असर पड़ता है. ऎसे में इनसे जुड़े होने के कारण बुध की अस्तगत स्थिति के चलते इन सभी कामों में अवरोध कि स्थिति दिखाई देती है.बुध अस्त और उदय होने का समय
- बुध अस्त प्रारम्भ फरवरी 7, 2024, बुधवार को 06:22
- बुध अस्त प्रारम्भ अप्रैल 4, 2024, बृहस्पतिवार को 07:35
- बुध अस्त प्रारम्भ जून 2, 2024, रविवार को 04:35
- बुध अस्त प्रारम्भ अगस्त 4, 2024, रविवार को 08:02
- बुध अस्त प्रारम्भ सितम्बर 20, 2024, शुक्रवार को 05:27
- बुध अस्त प्रारम्भ नवम्बर 29, 2024, शुक्रवार को 06:16
बुध का प्रभाव सभी राशियों पर
बुध प्रभावित राशि के लोगों की एकाग्रता में कमी आ सकती है, खासकर जो लोग शिक्षा अर्जित कर रहे हैं उनको यह एकाग्रता में कमी की समस्या ज्यादा हो सकती है. इसके साथ ही सुख-सुविधाओं में भी कमी आ सकती है. इस राशि के लोग इस दौरान दुविधा की स्थिति में रहेंगे जिसके कारण निर्णय लेने की इनकी क्षमता प्रभावित होगी. कार्यक्षेत्र में अपने विरोधियों से आपको बचकर रहना होगा. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आपको अधिक मेहनत करने की जरुरत है, अगर आप लापरवाही बरतेंगे तो आने वाले समय में आपके पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं होगा. पारिवारिक जीवन ठीकठाक रहेगा लेकिन संतान के स्वास्थ्य को लेकर आपको परेशानियां आ सकती हैं. यदि आप खेलकूद में हिस्सा लेते हैं तो आपको सुरक्षा के लिए बनी हर वस्तु का उपयोग करना चाहिए नहीं तो किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो मीन राशि के लोगों को बुध के गोचर के दौरान बहुत सावधानी से आगे बढ़ना होगा. बुध का अस्त होना मिथुन राशि ओर कन्या राशि वालों पर सबसे अधिक असर डालेगा, क्योंकि ये दोनोम ही राशियां बुध के स्वामित्व वाली राशियां, इन दोनों पर बुध का अधिकार है. इसी के साथ बुध सिंह राशि, मकर, कुंभ राशि के लोगों पर असर डालेगा.बुध अस्त होने पर करें ये उपाय
बुध के अस्त होने पर बुध की स्थिति उस अनुरुप नही रहती है जिस प्रकार उसकी प्रकृति होती है. बुध जिन लोगों की कुंडली में उनके लग्न का स्वामी हो, कार्य क्षेत्र का स्वामी हो, शिक्षा का स्वामी हो, परिवार पिता का स्वामी हो, बुध की दशा अथवा अंतर दशा का प्रभाव पड़ रहा हो तो उस स्थिति बुध गोचर में यदि अस्त हो रहा है तो उपाय अवश्य करने चाहिए.- बुध अस्त होने पर व्यक्ति को चाहिए की मां दुर्गा की आराधना करे. दुर्गा सप्तशति का पाठ करना भी भी अत्यंत ही शुभप्रद माना गया है.
- बुध के अस्त होने पर देवी दुर्गा के मंत्र “ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” का जाप सामर्थ्य अनुसार जितना भी कर सकें करना चाहिए.
- बुध के अस्त होने पर बुध के मंत्र का जाप करना चाहिए. 'ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः' या फिर 'बुं बुधाय नमः' का जाप करना चाहिए.
- बुध के अस्त होने पर पशुओं को अथवा गाय को हरी घास का चारा खिलाना चाहिए.
- बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश जी को दूर्वा अर्पित करनी चाहिए. इसके साथ ही 11 मोदक भगवान को अर्पि करने चाहिए.