बुध अपनी स्वराशि मिथुन को छोड़ कर अब कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. मिथुन से निकल कर कर्क राशि में जाने पर बुध की स्थिति में बहुत तरह से बदलाव दिखाई देगा. इसका मुख्य करण यह है की बुध अभी तक अपनी ही राशि मिथुन में विराजमान थे और ऎसे में वह अनुकूल स्थिति में भी थे. परंतु अब बुध कर्क राशि में गोचर करेंगे तो इस कारण बहुत से बदलाव और विचारधारा में भी चेंज दिखाई देना स्वभाविक होगा.

बुध जिस भी ग्रह अथवा राशि में होते हैं उसके साथ मिलकर फल देते हैं, पर जब वह उस स्थान पर जाते हैं जहां उन्हें रहना पसंद न हो तो उस समय पर स्थिति बहुत अधिक अनुकूल नहीं हो पाती है. बुध कर्क राशि में स्वयं को सहज नहीं पाते हैं. ज्योतिष के अनुसार बुध कर्क राशि को मित्र नहीं मानते हैं, इसका मुख्य कारण है कि कर्क राशि का स्वामित्व चंद्रमा को प्राप्त होता है. इसी कारण कर्क राशि में बुध की स्थिति बहुत सुखद नहीं मानी गयी है.

बुध का कर्क राशि में प्रवेश समय

25 जुलाई 2021 को 11:40 मिनिट पर बुध का कर्क राशि में प्रवेश होगा. बुध ग्रह का कर्क राशि में गोचर 8 अगस्त को 25:34 तक रहेगा. इस पूरे समय बुध मार्गी होकर ही गोचरस्थ होंगे. इस पूरे समय पर बुध वक्री नहीं होंगे.

बुध के इस गोचर का सभी राशि के जातकों पर कैसा रहेगा. आईए विस्तार से जानते हैं बुध के कर्क राशि में गोचर का फल सभी 12 राशियों पर

बुध के कर्क राशि में गोचर का मेष राशि पर प्रभाव
बुध का गोचर आपके जीवन को कई मामलों में प्रभावित करेगा.
इस समय घरेलू मोर्चे पर आपकी स्थिति मजबूत रहेगी.
कुछ मामलों में घर पर कुछ नए आयोजन होंगे और व्यस्तता भी बढ़ने वाली है.
कुछ अचानक से लाभ की प्राप्ति हो सकती है.
अगर आप पेरेंटस हैं तो बच्चों को लेकर आप की चिंता अभी रहेगी.
स्त्री पक्ष के साथ कुछ अधिक बात न बन पाए.

बुध के कर्क राशि में गोचर का वृष राशि पर प्रभाव
वृष राशि के लोगों के लिए बुध का गोचर उन्हें काम को लेकर व्यर्थ की भागदौड़ कराने वाला हो सकता है.
न चाहते हुए भी उन कामों में उलझना पड़ सकता है जिसे आप करना न चाहें.
इस सम्य आपकी कलात्मक अभिव्यक्ति को बेहतर निखार मिल सकता है.
धनार्जन के लिए मौके मिलेंगे.
यात्रा का अवसर भी प्राप्त होगा.
अपने प्रियजनों के साथ मिलकर काम करने वाले हैं.

बुध के कर्क राशि में गोचर का मिथुन राशि पर प्रभाव
मिथुन राशि वालों के लिए बुध के कर्क में जाने से आपको आर्थिक मसलों पर काम तेज करने की जरूरत होगी.
इस समय आप अपनी वाणी द्वारा काम निकलवाने में आगे रह सकते हैं बस ध्यान रखना होगा.
नौकरी के क्षेत्र में और व्यापार में आप कुछ नए कामों को लाने कि सोच सकते हैं.
पैसों का संचय करने के लिए कुछ पॉलिसी पर भी विचार जा सकता है.

बुध के कर्क राशि में गोचर का कर्क राशि पर प्रभाव
कर्क राशि वालों के लिए बुध का गोचर उन्हें लाभ देने में सहायक होगा.
आपकी जन्म राशि पर इस समय बुध का गोचर होगा. ऎसे में ये समय आप के लिए अत्यंत खास होगा.
आपको इस समय पर भावनात्मक होकर फैसले लेने से बचना चाहिए.
बुध का गोचर आपकी राशि से में होने के कारण आप कुछ अधिक चंचल और वाचाल हो सकते हैं.
आपकी कलात्मक शैली ओर योग्यता भी इस समय पर बढ़ सकती है.
आपके लिए जरुरी है कि इस समय पर अपनी कथनी से अधिक करनी पर ध्यान देना होगा.

बुध के कर्क राशि में गोचर का सिंह राशि पर प्रभाव
सिंह राशि वालों के लिए इस समय दिल खोल कर खर्च करने वाला होगा. आपकी कल्पनाशीलता बढ़ेगी.
कुछ मामलों में अनिद्रा की शिकायत परेशान कर सकती है.
काम के क्षेत्र में मेहनत अधिक होगी. आपको लाभ के लिए मेहनत अधिक करनी होगी.
इस समय पर बाहरी संपर्क लाभ दे सकते हैं.
आपके लिए अपने विरोधियों के कारण तनाव झेलना पड सकता है.
कुछ मामलों में आप गुस्से और क्रोध के कारण आप लोगों के साथ विवादों में उलझ सकते हैं.

बुध के कर्क राशि में गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव
आपको अतिरिक्त स्रोत मिलेंगे.
इस गोचर के कारण आप पैसों की बचत और उसे जोड़ने को लेकर कुछ नए काम शुरु कर सकते हैं.
आपके लिए जरूरी होगा कि इस समय किसी ऎसी चीजों में निवेश से बचें जो जोखिम से जुड़े हुए हों.
पारिवारिक दृष्टिकोण से आप एक दूसरे को लेकर अधिक नजदीक आ सकते हैं. यह गोचर अनुकूल रह सकता है.
आप अपने लोगों के साथ ज्यादा समय बिताएंगे.
किसी नए सदस्य का घर पर आगमन होने से घर के माहौल में बदलाव आएगा.

बुध के कर्क राशि में गोचर का तुला राशि पर प्रभाव
बुध का गोचर आप लोगों के लिए काम और प्र्तिस्पर्धा का मौका लेकर आ सकता है.
अपने प्रोजेक्ट को पूर करने के लिए किसी की मदद आपके लिए बहुत काम आ सकती है.
इस समय पर आपने नेतृत्व का उपयोग बेहतर रुप से कर सकते हैं.
छात्रों के लिए समय थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
अपनी पढ़ाई में कंसर्टेशन सही से न कर पाना जैसी दिक्क्तें आप को प्रभावित कर सकती हैं.

बुध के कर्क राशि में गोचर का वृश्चिक राशि पर प्रभाव
आप के लिए समय थोड़ा अनुकूल न हो क्योंकि भाग्य पर रोक लग सकती है.
चीजों को पूरा करने के लिए अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी.
जितनी क्षमता होगी उससे अधिक का काम करने पर भी शायद लाभ पूरा न मिल पाए.
माता-पिता के साथ कुछ विवाद हो सकता है. इस समय स्वास्थ्य का ख्याल रखें.
पेट से जुड़े विकार प्रभाव डाल सकते हैं.
पानी से जुड़ी बिमारियां परेशानी बढ़ा सकती है.

बुध के कर्क राशि में गोचर का धनु राशि पर प्रभाव
आपको कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है.
कुछ लोगों को पदोन्नति मिलने की भी संभावना है.
जरूरी है की इस समय किसी के साथ उलझें नही आपके लिए स्थिति बहुत बेहतर नही हो पाएगी.
मानसिक और शारिरीक स्थिति खराब हो सकती है.
स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी है.
अपनी ड्राइविंग का संभल कर उपयोग करना बेहतर होगा.
कारोबारी अपने विचारों को आगे बढ़ा स्कते हैं.
नए माल की खरीद और बिक्री तेजी से होगी.
नया कारोबार शुरु करने की शुरुआत कर सकते हैं.

बुध के कर्क राशि में गोचर का मकर राशि पर प्रभाव
आप लोगों को इस समय अपने पुराने कामों को पूरा करने का अच्छा मौका प्राप्त होगा.
परिवार में खर्च की स्थिति परेशान कर सकती है.
भागदौड़ अधिक रहने वाली है.
कुछ समय के लिए घर से दूरी भी बना सकते हैं.
भाईयों के साथ झगड़ा बढ़ सकता है.
घर पर लोग आपकी बातों पर सहमति न बनाना चाहें.
जो लोग अपने काम से जुड़े हुए हैं वो अपने काम को आगे बढ़ाने में कोशिश कर सकते हैं.
पिता के साथ किसी बात को लेकर मतभेद आपके तनाव को आगे ले जा सकता है.

बुध के कर्क राशि में गोचर का कुम्भ राशि पर प्रभाव
आपकी मानसिक और वैवाहिक स्थिति दिनों ही थोड़ा प्रभावित रह सकती है.
इस समय झगड़े बढ़ सकते हैं.
संपत्ति का लाभ मिलेगा और नए काम उभरेंगे.
कुछ बातें छुपा कर रखते हुए आप आगे बढ़ सकते हैं.
इस समय दुविधा भी परेशान करेगी.
घरेलू जीवन में अस्थिरता के कारण आप बाहर जाकर मन की शांति खोजना चाहेंगे.
अपने खान पान पर नियंत्रण रखने की जरुरत होगी.

बुध के कर्क राशि में गोचर का मीन राशि पर प्रभाव
परिवार के लोगों के साथ मिलकर धन के सही प्रबंधन की बात कर सकते हैं.
सेहत का ख्याल रखें व्यर्थ की भागदौड़ के कारण सेहत कुछ खराब हो सकती है.
परिवार में कुछ लोगों का आना आपको परेशान कर सकता है.
आप इस समय दूसरों के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं.
आपके लिए जरुरी है कि अपने शरीर को सक्रिय बनाकर रखें.
घर पर शादी विवाह से जुड़े कुछ मांगलिक आयोजन होगा.
किसी धार्मिक उत्सव की तैयारियों में परिवार एक दूसरे के साथ जुड़ेगा.