ज्योतिष में जब पंचांग गणना में मुहूर्त की ओर ध्यान दिया जाता है तो योगों के चयन को लेकर विशेष रुप से सतर्क रहने की जरुरत होती है. ज्योतिष में कुछ योग अपने अपने क्रम अनुसार प्रमुख हैं जिनमें से सत्ताइस योगों का उल्लेख भी विस्तार पूर्वक मिलता है.
योग कई प्रकार के हो सकते हैं जिन्हें संख्या योग, जातक योग, नभस योग इत्यादि नामों से जाना जाता है. इसी में जब किसी शुभ मुहूर्त की आवश्यकता होती है या कोई शुभ दिन का चयन करने की जरुरत पड़ती है तब उस समय इन 27 योगों को भी विशेष रुप से देखा जाता है. जिस प्रकार पंचांग को बनाने के लिए तिथि, नक्षत्र, करण वार चाहिए होता है उसी प्रकार पांचवां अगं योग भी बेहद विशेष होता है. इसी के द्वारा संपूर्ण पंचांग का निर्माण संभव हो पाता है अन्यथा इसकी कमी के चलते यह पूरा नहीं हो पाएगा और इसके मिलने वाले फलों को भी जान पाना मुश्किल ही होगा.
विष्कुंभ योग
विषकुंभ योग वाला व्यक्ति कठोर हो सकता है. आकर्षक रूप होता है, व्यावसायिक कार्यों में तेज होता है. भारी धन अर्जित करने की संभावना रखते हैं. नेतृत्व करना पड़ सकता है.
प्रीति योग
प्रीति योग का प्रभाव व्यक्तित्व में निखार प्रदान करने वाला होता है. साहसी होने के साथ हैं ही ऎसे व्यक्ति काफी व्यवहार कुशल होंगे. धन और संपत्ति के साथ-साथ संतुलित जीवन जीने की इच्छा और प्रयास के लिए आगे रहते हैं.
आयुष्मान योग
आयुष्मान योग के साथ जन्म लेने वाला व्यक्ति चीजों को लेकर शौकीन हो सकता है. नई जगहों की यात्रा करना पसंद होता है. एकाग्रता बनाए रखने की आवश्यकता होती है. कार्य क्षेत्र में प्रयास की अधिकता रहेगी जो सफलता दिलाने में सहायक है.
सौभाग्य योग
सौभाग्य योग का प्रभाव व्यक्ति को संचार में अनुकूल बनाता है. बहुमुखी प्रतिभा को देने वाला होता है. व्यक्ति भावों, विचारों और बातों से दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होता है. आर्थिक क्षेत्र में धन लाभ का असर भी प्राप्त होता है.
शोभन योग
शोभन योग का प्रभाव व्यक्ति को उचित संस्कार देने वाला होता है. बौद्धिकता में विकास होता है गुणवान अधिक होते हैं. मृदुभाषी व्यक्ति हो सकते हैं. आकर्षक एवं प्रगतिशील विचार वाले होते हैं.
अतिगंड योग
अतिगंड योग का प्रभाव कठोर एवं व्यवहारकुशल बनाता है. के साथ जन्म लेने वाला व्यक्ति साहसी और परोपकारी होता है. हालांकि, ऐसा व्यक्ति दूसरों पर दोष मढ़कर खुद को बचा सकता है. आप अपनी मां के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. आप एक गुस्सैल व्यक्ति हैं.
सुकर्म योग
यदि आपका जन्म सुकर्म योग के साथ हुआ है, तो आप एक धनी व्यक्ति होने की संभावना रखते हैं, जिसके पास उत्कृष्ट व्यावसायिक अंतर्दृष्टि है. आप बुद्धिमान, साहसी और आध्यात्मिक रूप से इच्छुक हैं.
धृति योग
धृति योग में जन्मा व्यक्ति अशांत रहता है और समय-समय पर परेशान रहता है. आपका झुकाव विपरीत लिंग की ओर है. आपके पास एक धैर्यवान, विश्लेषणात्मक और सहायक रवैया है. आपके पास कुशल निर्णय लेने की क्षमता है.
शूल योग
यदि आप शूल योग के साथ पैदा हुए हैं तो आप भरोसेमंद और भाग्यशाली हैं. आपका झुकाव समाज सेवा की ओर है और आप आध्यात्मिक ज्ञान भी चाहते हैं. आप भौतिक सुख-सुविधाओं की भी इच्छा रखते हैं.
गण्ड योग
यदि आपका जन्म गण्ड योग के साथ हुआ है तो आप बहुत बातूनी हैं. आप अपने जीवन में बहुत सी कठिनाइयों का अनुभव कर सकते हैं. आप विलासितापूर्ण संपत्ति की ओर अधिक झुकाव रह सकता है.
वृद्धि योग
वृद्धि योग का प्रभाव जीवन में कई तरह के मार्ग खोलता है. मानसिक रुप से सकारात्मक और विशुद्ध, दयालु और बुद्धिमान व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है. शक्ति और अधिकार की स्थिति होने की संभावना अच्छी रहती है.
ध्रुव योग
ध्रुव योग का प्रभाव व्यक्ति को सकारात्मक रुप से व्यवहार कुशलता देता है. व्यक्ति दुष्ट कार्यों और बुरे कर्मों की ओर कम आकर्षित होता है. गुप्त शत्रुओं द्वारा आपके विरुद्ध षड़यंत्र रचने के कारण जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.
व्याघात योग
व्याघात योग का प्रभाव बुद्धिजीवी बनाता है. बहु-कार्यशील व्यक्तित्व प्राप्त होता है. शत्रु अधिक हो सकते हैं. आक्रामक और अहंकारी व्यवहार के कारण प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है. सीखने का कौशल अच्छा होता है.
हर्षण योग
हर्षण योग के प्रभाव के चलते बहुमुखी व्यक्ति प्राप्त होता है. स्वभाव से प्रभावशाली और आधिकारिक प्रवृत्ति मिलती है. गतिशील विचारधारा के साथ साथ व्यक्तित्व में निखार होता है. रचनात्मकता, साहित्य और कला में रुझान हो सकता है.
वज्र योग
वज्र योग का प्रभाव अपने सभी प्रयासों को उत्साह के साथ पूरा करने की संभावना है. के साथ पैदा हुए हैं तो आपके पास सहायक और देखभाल करने वाला रवैया है. आपको दान देना और वंचितों की मदद करना पसंद है. आप अत्यधिक धन प्राप्त करेंगे और एक मजबूत सामाजिक प्रतिष्ठा का आनंद लेंगे. आपके पास कठोर भाषण है. आप छायादार गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं.
सिद्धि योग
सिद्धि योग क अप्रभाव जीवन में भौतिक सुख साधनों को प्रदान करने में सहायक होता है. अच्छे कौशल की प्राप्ति होती है. धन अर्जित करने में सक्षम होते हैं. दृढ़ संकल्प भी बनते हैं.
व्यतिपात योग
व्यतिपात योग वाले व्यक्ति काम में उत्कृष्टता प्राप्त करने की संभावना रखते हैं. वाद-विवाद में आगे रह सकता है. फिजूलखर्ची का प्रभाव व्यक्ति को धन संचय करने में कमजोर बनाता है. संघर्ष की स्थिति बहुत अधिक रह सकती है.
वरियन योग
वरियन योग का प्रभाव फिजूल खर्ची करने की प्रवृत्ति को दिखाता है. स्वभाव से अस्थिर, चिंतित और कठोर बना सकता है. अपने आस-पास के लोगों को खुश करना पसंद करते हैं. कलात्मक अभिवृत्ति भी अच्छी होती है.
परिघ योग
परिघ योग का प्रभाव ज्ञान और धन का सुख प्रदान करने वाला होता है. व्यक्तित्व से दूसरों का मन मोह लेने की योग्यता भी प्राप्त होती है. संगीत और कला में रुचि अधिक रह सकती है. यात्रा करने का शौक हो सकता है.
शिव योग
शिव योग का प्रभाव ज्ञानी और कई विषयों में निपुण बनाता है. नई जगहों की यात्रा करना और नए रास्ते तलाशना पसंद करते हैं. परोपकार एवं कोमलता का गुण भी व्यक्ति को प्राप्त होता है.
सिद्ध योग
सिद्ध योग परोपकारी एवं अच्छा व्यक्तित्व प्रदान करने वाला होता है. दूसरों का कल्याण करने की भावना भी व्यक्ति में होती है. जरूरतमंदों की सहायता करना पसंद करते हैं. आध्यात्मिकता की ओर झुकाव रहता है.
साध्य योग
साध्य योग का प्रभाव परंपराओं और रीति-रिवाजों में दृढ़ विश्वास दिखाता है. व्यवहार में कुशल और बेहतर मार्गदर्शक होते हैं. धर्म ओर और ईश्वर में भी अटूट आस्था रहती है. मानवता की सेवा करना और परोपकार का गुण रखते हैं. एक अच्छे कानूनी और संबंध सलाहकार प्रतीत होते हैं.
शुभ योग
शुभ योग का प्रभाव मेहनती, कूटनीतिक और दृढ़निश्चयी व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है. काम में विश्वास रखते हैं और भारी वित्तीय लाभ मिल सकते हैं. सामाजिक क्षेत्र में सफलता की संभावना अधिक रह सकती है.
ब्रह्म योग
ब्रह्म योग वाले व्यक्ति साहसी और साहसी किस्म के होते हैं. आप आध्यात्मिक पुस्तकों में रुचि रखने वाले एक धार्मिक व्यक्ति हैं. आपको पवित्र शिक्षाओं और धार्मिक शास्त्रों में विश्वास है.
इंद्र योग
इंद्र योग का प्रभाव देखभाल करने वाला दृष्टिकोण देता है. मर्यादाओं के अनुसार काम करने में आगे रह सकते हैं. जीवन में एक उचित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ते हैं. अंतर्निहित नेतृत्व कौशल है और आपके उपक्रमों में उत्कृष्टता प्राप्त करने की संभावना है.
वैधृति योग
वैधृति योग का प्रभाव गतिशील, बहुमुखी प्रतिभा का गुण देने वाला होता है. अप्रत्याशित व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है. काम करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. जीवन में शुभता का प्रभाव भी दिखाई देता है.