क्या सातवें भाव में सूर्य और केतु की युति विवाह में देती है अटकाव ?

जन्म कुंडली का सातवां भाव एक शुभ भाव स्थान है. यह भाव विवाह का स्थान है, साझेदारी का भाव है. इसके द्वारा जीवन में होने वाली महत्वपूर्ण साझेदारियों को देखा जाता है. वैदिक ज्योतिष में सप्तम भाव के द्वारा व्यक्ति पर ध्यान केंद्रित किया जाता था है कि उसके जीवन का रंग दूसरों के साथ मिलकर कैसा होगा. इस भाव को उसके प्रतिस्पर्धियों या उसके विपक्ष के रुप में देखा जाता है. 

अब जब इस भाव में सूर्य और केतु जैसे ग्रह बैठ जाते हैं तो यहां की शुभता में अग्नि तत्व की प्रधानता काम करने लगती है क्योंकि सूर्य और केतु में यह बेहद अधिक मात्रा में होती है. अग्नि युक्त सुर्य जब कहीं बैठता है तो स्वाभाविक रुप से वहां की शीतलता पर असर डालेगा वहीं जव केतु बैठेगा तो वह व्यक्ति को भ्रम और अंधकार प्रदान करने वाला होगा. अब ग्रह और भाव का संबंध कैसे कैसे विवाह को प्रभावित करता है उसे समझने के लिए अनेक पड़ावों पर से गुजरने की आवश्यकता होती है. 

सूर्य केतु युति योग का दांपत्य जीवन प्रभाव 

सूर्य और केतु की युति वैवाहिक जीवन के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है. यह सातवें भाव को प्राकृतिक रूप से नष्ट कर देगा और नकारात्मक परिणामों में सुधार करेगा. यह सातवें घर के मारक प्रभाव में वृद्धि करने वाला हो सकता है. व्यक्ति विदेश यात्रा कर सकता है. व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता है. व्यक्ति को अपने जीवन साथी के प्रति अहंकार हो सकता है. अपने जीवन साथी से झगड़ा हो सकता है. दोनों एक दूसरे से नफरत कर सकते हैं. व्यक्ति किसी दूसरे के कारन अपमान या बदनामी का शिकार हो सकता है. उसे बुरे लोगों की संगत भी मिल सकती है. 

अपने सहभागी के साथ व्यर्थ के विवाद में उलझ सकता है. तर्क एवं भाषण की समस्या बनी रह सकती है. विवाद अभिमान जैसी बातें भी एक दूसरे के साथ अलगाव का कारण भी बन सकती हैं. व्यक्ति एवं उसके जीवन साथी को कानूनी मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है. यह स्थिति कुंडली के आधार पर अलगाव या तलाक या साथी की मृत्यु का कारण बन सकती है. यह देर से विवाह या विवाह न होने की स्थिति का कारण भी हो सकती है. व्यक्ति को स्वभाव से झगड़ालू और अहंकारी जीवन साथी की प्राप्ति हो सकती है. साथी व्यवहार में आधिकारिक हो सकता है. जीवन साथी अभिजात वर्ग एवं अमीर प्रसिद्ध परिवार से संबंधित हो सकता है. जीवन साथी बात बात पर जल्द क्रोधित होने वाला, अथवा स्वभाव से अधिक हिंसक हो सकती है. उसका सामाजिक आचरण कमजोर हो सकता है. स्त्रियों के द्वारा व्यक्ति को हानि हो सकती है.

जीवन साथी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है. हॉर्मोनल प्रॉब्लम से जूझ सकता है, संतान प्राप्ति में परेशानी हो सकती है. व्यक्ति की जीवन शक्ति कम होती है. वह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं. वह दिल से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हो सकता है, वह त्वचा एवं एलर्जी से पीड़ित हो सकते हैं. वह बुखार से पीड़ित हो सकता है. उसकी आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है और वह चश्मा पहन सकता है. यह दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकता है. सरकार, अधिकारी वर्ग, अथवा सत्ता से परेशानी हो सकती है. कर्ज संबंधी मुद्दों के कारण  व्यवसाय में नुकसान हो सकता है.  

सूर्य सावधानी, अनुशासन और समझ के द्वारा केतु की आक्रामकता और आवेग पर काबू पाना सिखाता है.  केतु आपका भूतकाल है और सूर्य वर्तमान को बनाने के लिए अतीत में जो कुछ भी सीख रहे हैं उसका उपयोग करने की आवश्यकता को सिखाता है. केतु सूक्ष्म स्तरों पर वर्तमान जीवन आपको भ्रमित करता रहता है. केतु के साथ सूर्य को देखना आत्म परिपक्वता स्तर का विश्लेषण करना होता है. यह आपको बताएगा कि आप भौतिक मार्ग पर जा रहे हैं या आध्यात्मिक मार्ग पर. यदि केतु  के साथ सूर्य जड़ों से जुड़ने, परिवार, पहचान, समाज आदि से पहचान दिलाता है. कुछ मामलों में नस्लीय या धार्मिक कट्टरता भी दे सकता है. जीवन साथी के साथ उसे विचारों से अलग ले जा सकता है. 

सातवें भाव में केतु युति सूर्य समस्या पैदा कर सकता है क्योंकि सूर्य के कमजोर होने पर आत्मविश्वास मुख्य रूप से प्रभावित होता है. व्यक्ति आत्म-अहंकार आदि भावों पर आघात सहता है. अंतर्मुखी, निराशावादी, अपराध बोध का भार ढो सकता है. अपनी समस्याओं के लिए अपने साथी से सहानुभूति की उम्मीद करते हैं जो पूर्ण रुप से मिल नहीं पाती है. जीवन शक्ति कम होने लगती है, जीवन भ्रमित सा लगता है. लेकिन अगर सूर्य किसी तरह से शक्तिशाली है, तो यह बहुत अधिक शारीरिक ऊर्जा और क्षमता दे सकता है क्योंकि केतु पहले से ही चमकते सूर्य में अपनी ऊर्जा जोड़ता है. साथी के साथ आगे बढ़ सकते हैं. काम में ध्यान केंद्रित करने और मुद्दों को हल करने में सक्षम होता है. 

साथी आध्यात्मिक पथ पर आगे बढ़ते रहने की चाह रख सकता है.  केतु हमेशा एक बहुत ही विशिष्ट कार्य करता है, वऎसे में साथी खुद को सभी विलासिता की इच्छा रखते हुए और उनका उपयोग करते हुए देखना जरुर चाहेगा लेकिन जल्द ही वह इन चीजों से हट कर अपने आप को एकांत जीवन में भी ढाल सकता है.