बुध का कुंभ राशि में गोचर क्यों होता है विशेष

कुंभ राशि में बुध ग्रह का होना बहुत सी विशेषताओं को लिए होता है. कुम्भ की विशेषताओं में बुद्धि, रचनात्मकता और परिवर्तन की इच्छा शक्ति शामिल होती है. कुम्भ राशि का दुनिया पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है. यह सुधार की तलाश करने और दूसरों की मदद करने की उनकी क्षमता भी रखते हैं. कुंभ राशि सबसे विशेष है और इस पर अराजकता के ग्रह शनि का स्वामित्व होता है. कुंभ एक स्थिर राशि है इसलिए कुंभ राशि वाले जातक बहुत ही जिद्दी स्वभाव के होते हैं और जब वे कुछ चाहते हैं तो उसे हासिल करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं.

ज्योतिष में बुध को संचार का ग्रह कहा गया है. यह दिखाता है कि लोग अपने मन और विचारों को कैसे व्यक्त करते हैं. यह बताता है कि एक व्यक्ति दुनिया को कैसे देखता है, अपने विचारों को दूसरों तक कैसे पहुंचाता है. कैसे व्यक्ति समस्याओं का समाधान करता है और विवरण पर कितना ध्यान देता है. इसके विपरित जबकि चंद्र राशि हमें बताती है कि एक व्यक्ति अपनी भावनाओं से कैसे निपटता है, बुध के स्वामित्व राशि होने पर चिन्ह दिखाता है कि विचार प्रक्रिया कैसे काम करती है, कैसे योजना बनाते हैं और उनको पूरा करते हैं 

कुम्भ और बुध योग का असर 

बुध ग्रह कुंभ राशि में है तो इसका प्रभाव काफी विस्तार लिए होता है. कुम्भ राशि में बुध का होना जन्म कुंडली में एक बहुत ही प्रमुख स्थान हो सकता है. इसका प्रभाव व्यक्ति को रचनात्मक विचारों से भर सकता है. व्यक्ति के पास बहुत से विचार हैं और उन्हें आगे बढ़ाने की इच्छा भी उसमें होती है. व्यक्ति बुद्धिमान होता है खुले विचारों वाला होता है, दुनिया में बदलाव लाना चाहेगा. किसी की कुंडली में कुंभ राशि में बुध एक प्रभावशाली स्थान को पाता है.

कुंभ राशि के बुध के लिए सबसे अच्छी जगह एकादश भाव माना गया है, यह हमारी महत्वाकांक्षाओं, सामाजिक स्थिति और दुनिया में प्रभाव का प्रतिनिधित्व करता है. जन्म कुंडली में 11वें भाव में बुध जातक को अपने विचारों को आगे बढ़ाने और दूसरों से समर्थन प्राप्त करने में मदद करता है. व्यक्ति भविष्योन्मुख होता है और दुनिया पर छाप छोड़ सकता है. कुंभ राशि में बुध के लिए अन्य उपयुक्त स्थान लग्न अर्थात पहला भाव भी हो सकता है क्योंकि यह स्वयं का प्रतिनिधित्व करता है. इसके अलावा रचनात्मकता एवं शिक्षा से संबंधित तीसरा भाव, 5वां और 9वां भाव भी इसके लिए उपयुक्त स्थान होते हैं. 

कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर

कुंभ राशि के लिए बुध का गोचर संचार के ग्रह बुध द्वारा कुंभ पर बहुत अधिक गहरा प्रभाव डाल सकता है. बुध यदि वक्री स्थिति में कुम्भ राशि में होता है तब रचनात्मकता में कमी भी देखने को मिल सकती है. योजनाओं एवं निर्णय लेने में व्यक्ति को कठिनाई हो सकती है. दूसरों के साथ दोस्ती करने या उनके समान उद्देश्य वाले लोगों को पाना भी कठिन होता है. कुम्भ राशि में बुध का प्रेम और रोमांटिक जीवन के लिए एक प्रभावशाली समय दिखाता है. नए लोगों से मिलने और बेहतर संबंध बनने की संभावना भी रहती है.

कुंभ राशि में बुध वाले बहुत ही विचारशील और दूसरों को समझने वाले हो सकते हैं. वह एक दोस्ताना स्वभाव भी रखते हैं. आसानी से सभी के साथ घुल मिल जाते हैं. व्यक्ति की विभिन्न रुचियां हो सकती हैं तथा नई चीजें सीखने में भी व्यक्ति अच्छा होता है. किसी भी हुनर ​​को आसानी से निखार भी सकते हैं. व्यक्ति को प्रौद्योगिकी, विज्ञान और खगोल विज्ञान में अच्छा अनुभव प्राप्त हो सकता है. 

सकारात्मक रुप से व्यक्ति जीवन में शक्ति प्राप्त करता है. व्यक्ति के विचारों को दूसरों के द्वारा मान्यता भी प्राप्त होती है. भाग्य का निर्माण करने वाले होते हैं. व्यक्ति बौद्धिक होता है अच्छी बातचीत करना जानता है. रिश्तों में एक बौद्धिक संबंध बनाना उसे पसंद होता है. विचारशील और रचनात्मक होते हैं.  हमेशा चीजों को करने का एक बेहतर तरीका खोजने में कामयाब होते हैं और अपने जीवन में निरंतर सुधार की तलाश करते हैं.  नकारात्मक पक्ष में व्यक्ति के भीतर  दूसरों के लिए दया-करुणा की कमी हो सकती है. लोगों को पढ़ने और उनकी भावनाओं को समझने में वह कमजोर होता है. बुध दिल के बजाय अपने दिमाग से अधिक काम लेना पसंद करता है. अधिक स्वतंत्र हो सकता है जिद्दी हो सकता है. 

प्रेम और रिश्तों में जिन लोगों का बुध कुंभ राशि में है वे बहुत स्वतंत्र हो सकते हैं. रिश्तों में कुछ कठिनाइयों का अनुभव कर सकते हैं. अपने दिल के बजाय अपने दिमाग पर भरोसा करते हैं. कुंभ राशि वालों को अपनी भावनाओं को दूसरों के सामने व्यक्त करने में कठिनाई हो सकती है. इस मामले में खुल नहीं पाते हैं. अपना कमजोर पक्ष दूसरे लोगों को दिखाने से बचते हैं, चाहे वे उन पर कितना भी भरोसा करें. कुंभ राशि वालों के लिए भावनात्मक अलगाव एक विशिष्ट गुण है.

रोमांस व  रोमांच और एक मजबूत बौद्धिक स्थिति चाहते हैं. खुले विचारों वाले लोग उन्हें अधिक पसंद आते हैं.  साथ ही वे किसी ऐसे व्यक्ति को चाहते हैं जो बहुत सहायक हो और भविष्य निर्माण के लिए उत्सुक हो. कुंभ राशि में बुध का सबसे बड़ा डर एक ऐसा साथी है जो दबंग, भावुक, उदासीन है और अपनी सीमाओं को नहीं जानता हो, यदि उनका साथी बौद्धिक रूप से  अनुकूल नहीं है तो वे आसानी से रिश्तों से ऊब सकते हैं. वे अक्सर उन लोगों के प्रति आकर्षित हो सकते हैं जिनके बहुत से दोस्त हों कुंभ राशि में बुध वाले लोगों के लिए रिश्तों में रोमांटिक केमिस्ट्री की तुलना में एक मजबूत दोस्ती अधिक मूल्यवान होती है.

कुम्भ राशि में बुध के सकारात्मक लक्षण 

ग्रहणशीलता का गुण इनमें अच्छा होता है. व्यक्ति उन चीजों को बहुत स्वीकार करता है जिनसे वे अपरिचित होता है. स्थिर राशि होते हुए भी ये जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं और हर उस चीज़ के बारे में जानने की इच्छा रखते हैं जिसके बारे में ये नहीं जानते.

रचनात्मकता भी इनका एक विशेष गुण होता है. बहुत रचनात्मक होते हैं और जानते हैं कि वे जिस चीज में काम करेंगे उसमें सकारात्मक बदलाव कैसे किया जाए. व्यक्ति के पास अच्छी कल्पनाशक्ति भी होती है और हमेशा नए विचारों के साथ आगे बढ़ते हैं. 

बुद्धिमत्ता भी इनका एक विशेष गुण होता है. कुम्भ बुध अक्सर एक ऐसे व्यक्ति का संकेत दे सकता है जो दुनिया के सामने अपने विचारों को व्यक्त करने में बहुत बुद्धिमान और अच्छा होता है. दूसरों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है.