विवाह के लिए श्रेष्ठ नक्षत्र मिलान आईये जानें कौन सा नक्षत्र होगा आपके लिए शुभ मिलान
विवाह मिलान में नक्षत्र मिलान एक सबसे महत्वपूर्ण कारक बनता है. नक्षत्रों का एक साथ शुभता लिए होना विवाह के सुखमय होने का आधार भी बनता है. जब हम अपने सहयोगी एवं मित्र स्वरुप नक्षत्र से मिलते हैं तो इस स्थिति में हमारे काफी सारे गुण अवगुण उस नक्षत्र के साथ मिलकर एक अच्छा योग बना सकते हैं. यदि नक्षत्र के मिलान से व्यक्ति को अपने लिए एक अच्छा साथी प्राप्त हो जाता है तो ये जीवन भर एक शुभ और आनंद की स्थिति के लिए भी अच्छा संकेत होता है.
विवाह के लिए नक्षत्र मिलान क्यों महत्वपूर्ण है?
क्या आप जानते हैं कि आपकी कुंडली का नक्षत्र से मिलान आपको एक सुखी विवाह देने में सहयोग कर सकता है. इसके द्वारा हम ये जान सकते हैं की हमारे सतही के भीतर कौन से गुण एव्म दोष मौजूद हैं जो जीवन में हमारे लिए सुख या कष्ट जैसी स्थितियों के लिए उत्तरदायी हो सकते हैं. हमारा नेचर किसके साथ अच्छे से मेल खा सकता है, किसके साथ हम चीजों को समझ कर सहभागी बन सकते हैं. यही काम नक्षत्र मिलान से होता है जो एक विशेष ज्योतिष सिद्धांत भी होता है.
शादी के लिए नक्षत्र मिलान की शुभता प्राचीन ऋषियों द्वारा तैयार की गई है. इसका उपयोग वैदिक काल से ही होता आ रहा है. लड़के और लड़की की अनुकूलता को मिलाने के लिए ये बहुत ही अच्छा और प्रभावी तरीका भी होता है. (Thelostgamer) विवाह के लिए नक्षत्र अनुकूलता का उपयोग करके जोड़ों की अनुकूलता की जांच अच्छे से हो सकती है. चंद्र, सूर्य राशि और लग्न के अलावा नक्षत्र पर आधारित विवाह अनुकूलता को महत्व दिया जाता है. इसके अलावा, यह माना जाता है कि अच्छा नक्षत्र मिलान से प्रेम भी गहराई को पाता है.
विवाह के लिए शुभ नक्षत्र मिलान इस प्रकार है –
अश्विनी नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, भरणी, रोहिणी, पुष्य, स्वाति, अश्लेषा, अनुराधा, पूर्व फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, हस्त, धनिष्ठा, आर्द्रा
भरणी नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, कृतिका, पुनर्वसु, अश्लेषा, माघ, उत्तरा आषाढ़, चित्रा, स्वाति, श्रवण, शतभिषा
कृतिका नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, भरणी, रोहिणी, श्रवण, पुष्य, माघ, पूर्व फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुनी, श्रवण, धनिष्ठा
रोहिणी नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्व फाल्गुनी, उत्तरा आषाढ़, चित्रा, विशाखा, धनिष्ठा,
मृगशिरा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठ, शतभिषा
आर्द्रा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठ, रेवती, पूर्व भद्र
पुनर्वसु नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, माघ, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूला, उत्तरा आषाढ़, शतभिषा
पुष्य नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
आर्द्रा, पुष्य, अश्लेषा, पूर्व फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, पूर्वा आषाढ़, श्रवण, रेवती
अश्लेषा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, माघ, उत्तरा फाल्गुनी, विशाखा, मूला, उत्तरा भाद्र धनिष्ठा, उत्तरा आषाढ़
माघ नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, कृतिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेषा, माघ, पूर्व फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठ, श्रवण, शतभिषा
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, कृतिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, माघ, उत्तरा आषाढ़, शतभिषा, ज्येष्ठ, मूल, धनिष्ठा
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, हस्त, स्वाति, अनुराधा, पूर्वा आषाढ़, श्रवण, शतभिषा, उत्तरा भाद्र
हस्त नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
मृगशिरा, पुनर्वसु, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठ, पूर्वा आषाढ़, उत्तरा आषाढ़, धनिष्ठा
चित्रा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
चित्रा, रोहिणी, आर्द्रा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, श्रवण, शतभिषा, उत्तरा भाद्र
स्वाति नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठ, पूर्वा आषाढ़, पूर्व भाद्र, रेवती
विशाखा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, माघ, अनुराधा, मूल, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद
अनुराधा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी, अनुराधा, ज्येष्ठ, पूर्वा आषाढ़, श्रवण, शतभिषा, पूर्व भाद्र, रेवती
ज्येष्ठा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, धनिष्ठा, पूर्व भद्र, उत्तरा भाद्रपद, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु
मूला नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, आर्द्रा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, पूर्वा आषाढ़, श्रवण, शतभिषा
पूर्वा आषाढ़ नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
उत्तरा आषाढ़, चित्रा, विशाखा, उत्तरा फाल्गुनी, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, माघ, पूर्व फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूला, श्रवण, शतभिषा
श्रवण नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, कृतिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठ, उत्तरा आषाढ़, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, कृतिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, माघ, उत्तरा आषाढ़, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूला, उत्तरा फाल्गुनी, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
शतभिषा नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, माघ, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, पूर्व फाल्गुनी, विशाखा, ज्येष्ठ, पूर्वा आषाढ़, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, रेवती
पूर्व भाद्रपद नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, माघ, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूला
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, माघ, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठ, श्रवण, पूर्वा आषाढ़, रेवती.
रेवती नक्षत्र के साथ शुभता पाने वाले नक्षत्र
अश्विनी, कृतिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, माघ, पूर्व फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल