राशि अनुसार नौकरी का चुनाव क्यों करना अनुकूल होगा

नौकरी में सफल होने के लिए, करियर से संबंधित विचार बहुत जल्द ही कम उम्र में शुरू हो जाता है. करियर बनाने की दिशा में शिक्षा क्षेत्र का चयन पहला कदम होता है. जो इस बात को निर्धारित करने में मदद करता है कि व्यक्ति शिक्षा के बाद सही नौकरी चुनने में सक्षम होगा. कई बार हम ये देखते हैं की पढ़ाई किसी विषय की होती है और नौकरी किसी और में मिलती है. इसलिए शिक्षा का विकल्प चुनना और लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में एक प्रभावी योग्यता रखना राशि के सहयोग द्वारा आसान हो जाता है. प्रत्येक राशि व्यक्ति की वृद्धि और विकास को प्रभावित करने वाली होती है. सही नौकरी, एक अच्छा करियर बनाना और साथ में नौकरी का आनंद लेने का अवसर तभी संभव है जब राशि का अच्छा प्रभाव कुंडली में बन रहा हो. 

शनि का दसवें घर में महत्व

ज्योतिष में शनि की शक्ति और उसके प्रभाव को विशेष माना जाता है, यह करियर और व्यवसाय में वृद्धि और विकास को प्रभावित करने वाला ग्रह है. किसी व्यक्ति के करियर का निर्धारण करने के लिए,दसवां भाव विशेष रुप से जिम्मेदार होता है क्योंकि इस पर शनि का स्वामित्व भी होता है. नौकरी के क्षेत्र में सफल होने के लिए, विभिन्न कारक हैं. इसमें दूसरा भाव एकादश भाव भी सहायक होता है क्योंकि ये धन लाभ का स्थान होता है.  

राशियों में स्वयं कुछ विशिष्ट लक्षण के साथ-साथ भावों का प्रभाव भी होता है. इसके आधार पर नौकरी और करियर में विभिन्न क्षेत्रों को आसानी से समझा जा सकता है. करियर की सफलता हासिल करने के लिए ग्रहों की स्थिति और राशि कुल मिलाकर विशेष रुप से जिम्मेदार होती हैं. शनि के अलावा बृहस्पति, सूर्य और बुध का प्रभाव भी व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने में बहुत प्रभाव डालता है. वे एक व्यक्ति को उपलब्ध अवसरों और कार्य क्षेत्र में प्रगति दिलाने में मदद करते हैं. इसलिए, ग्रहों और राशियों पर उनके प्रभाव के बारे में जानना हमेशा बेहतर होता है. एक उद्यमी, व्यवसाय या सरकारी नौकरी के रूप में अपना पेशा खोजना आपके जीवन को आसान बना देगा. संभावनाओं और अवसरों को खोजने के लिए राशि का विशेष स्थान होता है. 

दशम भाव और छठे भाव की राशियों का प्रभाव 

दसवां भाव आपके कार्यस्थल की स्थिति का स्थान भाव है. दशम भाव में मौजूद राशि और उसके स्वामी को देख कर कर्म को जान सकते हैं. काम के स्थान पर किस प्रकार का वातावरण हो सकता है इस चीज को भी इस घर में मौजूद राशि और स्थिति से समझा जा सकता है. यदि दशम भाव का स्वामी छठे भाव में स्थित है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपके कार्यस्थल पर बहुत सारी बाधाएं और प्रतिस्पर्धा हो सकती है क्योंकि छठा घर बाधाओं और प्रतियोगिताओं का भाव होता है. कार्यस्थल पर आपकी स्थिति किसी ऐसे व्यक्ति की तरह है जो सेवा प्रदान करता है क्योंकि छठा घर भी सेवा प्रदान करने का घर है. सेवा दसवें घर पर पड़ने वाली राशि के आधार पर विभिन्न प्रकार की हो सकती है.

छठा भाव कार्य -कामकाज का घर है. काल पुरुष कुंडली में यह कन्या राशि का स्थान भी होता है. काम के माहौल में बहुत सारी कठिनाइयां और जटिलताएं इसी घर से देखने को मिलती हैं. और कड़ी मेहनत भी इसी से दिखाई देती है. इस का संबंध होने पर व्यक्ति ऐसी नौकरी या सेवा में भी हो सकते हैं जो सुरक्षित न हो अर्थात जिसमें परिवर्तन बना रह सकता है. यह एक इस तरह का काम हो सकता है जहां कभी भी निकाल दिया जा सकता है जब तक कि छठे भाव का स्वामी भी छठे भाव में दसवें भाव के स्वामी के साथ नहीं बैठा हो, बृहस्पति का शुभ संबंध बन रहा है तब कुछ सकारात्मकता भी मिलती है. 

मेष राशि - अगर दशम भाव पर पड़ती है और इसका स्वामी मंगल 6वें भाव में धनु राशि में स्थित है तो व्यक्ति उस कार्य में शामिल हो सकता हैं जहां धर्म से संबंधित जुड़े काम हों, कानून और धर्म का प्रतिनिधित्व दर्शाता है. अध्ययन के अध्ययन में शामिल हो सकते हैं, वकील, सलाहकार, सिविल सेवा प्रशासक, समाचार पत्र पत्रकार, चैरिटी, पुलिस अधिकारी, परामर्शदाता, सामुदायिक विकास कार्यकर्ता, संपादकीय सहायक जैसे नौकरियों में हो सकते हैं.

वृष राशि - वृष राशि दशम भाव में हो और दशम भाव का स्वामी शुक्र छठे भाव में मकर राशि में स्थित है तो धन या वित्त से संबंधित बहुत सारे तर्क, झगड़े और विवाद हो सकते हैं और ऎसे काम से जुड़ने का अवसर मिलेगा, धन के प्रबंधन में काम कर सकते हैं, वित्तीय सेवाओं में हो सकते हैं, शुक्र वित्त का प्रतिनिधित्व करता है. वेबसाइटों में काम कर सकते हैं. 

मिथुन राशि -  मिथुन राशि दशम घर पर पड़ती हो और इसका स्वामी बुध कुम्भ राशि में छठे भाव में हो, तो विपणन सेवाओं जैसे कि दूरसंचार ऑपरेटरों, बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के काम में शामिल हो सकते हैं. बीमा कंपनियां और स्टॉक ब्रोकर आदि में जा सकते हैं. 

कर्क राशि - कर्क राशि दशम भाव में हो और इसका स्वामी चंद्रमा छठे घर में मीन राशि में है, तो यह दर्शाता है कि कला और रचनात्मकता से संबंधित कामों में शामिल हो सकता है.चिकित्सक बन सकते हैं, रोगग्रस्त, असहाय या वंचित लोगों को ठीक करने वाले हो सकते हैं. वेब डिज़ाइन या अन्य ऑनलाइन कला-संबंधी काम में जुड़ सकते हैं 

सिंह राशि - सिंह राशि के दशम भाव पर होना और इसके स्वामी सूर्य का छठे भाव में मेष राशि में स्थित होना यह दर्शाता है कि व्यक्ति सरकार या किसी निजी या सार्वजनिक कंपनी में किसी काम कर सकता है. नेतृत्व करने वाला हो सकता है, भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा के कामों में जा सकते हैं. 

कन्या राशि - कन्या राशि के दशम भाव में होना ओर इसके स्वामी बुध का छठे भाव में वृष राशि में स्थित होना यह दर्शाता है कि व्यक्ति एकाउंटेंट और मनी मैनेजर हो सकता है, वित्तीय या खाद्य विभाग में काम कर सकता है. ब्यूटीशियन, मेकअप आर्टिस्ट, हेयरड्रेसर या सैलून चलाने वाले  काम में भी हो सकते हैं.

तुला राशि - तुला राशि के दशम भाव में होने और इसके स्वामी शुक्र के छठे भाव में मिथुन राशि में स्थित होने पर व्यक्ति सलाहकार के काम में शामिल हो सकता है. कई व्यवसायों को सरकारी नियमों और विनियमों का पालन करने की आवश्यकता होती है और इसलिए शुक्र होने के कारण, एक वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य कर सकते हैं. चार्टर्ड अकाउंटेंट या स्टॉक मार्केट एडवाइजर भी बना सकता है, ब्रांड के लिए मार्केटिंग और विज्ञापन से जुड़े काम में शामिल हो सकते हैं. 

वृश्चिक राशि - वृश्चिक राशि के दशम भाव में होने और इसके स्वामी मंगल के छठे भाव में कर्क राशि में होने पर यह व्यक्ति को डॉक्टर, मनोचिकित्सक, नर्स, सर्जन, बना सकता है . कानू से संबंधित कामों में जोड़ सकता है. कठोर कर्म एवं शक्ति सामर्थ्य युक्त कामों को दिखा सकता है. 

धनु राशि और मीन राशि- धनु राशि के दशम घर में होने और इसके स्वामी बृहस्पति के सिंह राशि में छठे भाव में स्थित होने पर गुरु, शिक्षक या वित्तीय सलाहकार से जुड़े काम मिल सकते हैं. मैनेजर और सलाहकार भी हो सकते हैं.

मकर राशि और कुंभ राशि
मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं. शनि का प्रभाव इनके करियर पर काफी असर डालता है. शनि के प्रभाव से ही ये अपने कार्य में निपुण एवं समर्पित भी होते हैं इन राश वालों के सेवा से जुड़ा हर प्रकार कार्य अनुकूल रह सकता है. परिश्रम द्वारा अपने भाग्य का निर्माण करते हैं. सलाहकार एवं स्म्चार के कार्यों में जुड़ कर जनता के साथ संबंध बना कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं.