शनि के गोचर का मिथुन राशि पर क्या पड़ेगा असर, जानिए विस्तार से

शनि का गोचर ज्योतिशः की दृष्टि से एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना होती है. शनि और गुरु ऎसे ग्रह हैं जिनके राशि परिवर्तन को लेकर सभी में जिज्ञासा रहती है क्योंकि इन दो ग्रहों की जीवन पर बहुत गहरी छाप पड़ती है. ऎसे में शनि का बदलाव एक राशि से दूसरी राशि में होना सभी को किसी न किसी रुप में प्रभावित करने वाला होता है.

शनि ग्रह जब एक राशि से दूसरी राशि में स्थान बदलते हैं तो कुछ राशि पर ये सामान्य रुप का प्रभाव होगा, कुछ पर ये शनि की साढे़साती का प्रभाव होना, शनि की ढैय्या का प्रभाव होना इत्यादि नाम आने पर स्थिति थोड़ी अलग हो जाती है और इस स्थिति का जातक पर गहरा असर भी पड़ता है.

वर्ष 2020 में जब शनि का प्रवेश धनु राशि से निकल कर मकर राशि में होगा, तो इस समय का बदलाव जातकों पर असर डालता है. शनि का गोचर 2020 को मिथुन राशि के जातकों पर क्या प्रभाव लाएगा आईये जानते हैं इसे विस्तार से.

मिथुन राशि पर शनि ढैय्या का प्रभाव

शनि का मिथुन राशि पर ढैय्या का प्रभाव आरंभ होगा, मिथुन राशि पर शनि का गोचर आठवें स्थान पर होगा ऎसे में अष्टम शनि का प्रभाव मिथुन राशि वालों पर रहेगा. शनि की ढैय्या मिथुन राशि वालों को मानसिक और आर्थिक रुप से परेशान कर सकती है. इस समय व्यर्थ के तनाव की स्थिति बहुत अधिक परेशान करेगी.

शनि का गोचर मकर राशि में 24 जनवरी 2020 को होगा. शनि का गोचर होने के साथ ही मिथुन राशि वालों पर अष्टम शनि की ढैया का आरंभ भी हो जाएगा. मिथुन राशि का स्वामी बुध है. शनि व बुध का मैत्री संबंध होने के कारण कुछ बचाव भी होगा. मिथुन राशि के जातकों के लिए के लिए शनि अष्टम् भाव और नवम भाव के स्वामी होते हैं और इस समये में शनि मिथुन राशि के आठवें घर में गोचर कर रहे है. घर व मकान को बनाने या खरीदने का इस समय मे विचार बनाना अच्छा हो सकता है.

शनि के गोचर का मिथुन राशि वालों की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव

शनि के गोचर का मिथुन राशि के जातकों पर थोड़ा तनाव बढ़ाने वाला होगा. आर्थिक क्षेत्र में तंगी रहेगी और कुछ न कुछ कारणों से परेशानी भी अधिक रह सकती है. इस समय के दौरान शेयर मार्किट इत्यादि में धन लगाने का नहीं सोचना ही बेहतर होगा. अचानक से अगर कुछ लाभ मिलता भी है तो आगे आने वाले समय में घाटा भी झेलना पड़ सकता है. मिथुन राशि वालों के लिए लम्बे समय का निवेश बेहतर होगा न की जल्दी से प्राफिट पाने वाला निवेश अभी फायदा नहीं दे पाएगा.

शनि के गोचर की एक लम्बा समय मिथुन राशि वालों पर असर डालेगा. इस बीच गुरु का भी शनि के साथ गुरु की युति होने से गोचर के आरंभ का समय पार्टनरशिप से मिलने वाले नुकसान को दर्शा सकता है. ऎसे में जरुरी है की किसी पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं करें और बहुत अधिक मात्रा में भी किसी एक साथ पर निवेश न करें. परिवार में साथी की ओर से भी खर्च की अधिकता बढ़ सकती है. प्रोपर्टी से संबंधित कुछ लाभ भी मिल सकता है. इस समय अचानक से होने वाले बदलाव आप को अधिक प्रभावित करने वाले हैं.

अपने काम को लेकर किए बदलावों का भी आप पर खर्च अधिक रहेगा. घर पर भी खर्च अधिक ही रहने वाले हैं. कोई पूजा अथवा धार्मिक कर्मकाण्ड इत्यादि भी इस समय के दौरान संपन्न हो सकते हैं जिनमें धन लगेगा.

शनि गोचर मिथुन राशि नौकरी और व्यापार की स्थिति

काम काज के क्षेत्र में मिथुन राशि वाले के कार्यस्थल पर शनि दृष्टी होने से काम में अचानक से व्यवधान आ सकता है, या लम्बे समय से चले आ रहे प्रोजेक्ट कुछ समय के लिए रुक भी सकते हैं. अगस्त के बाद से पुन: रफ्तार बनेगी और आप अपने कामों को करने के लिए एक बार फिर से प्रयास करें. नौकरी करने वालों के लिए कुछ चेंज हो सकता है. इस समय के दौरान अपने अधिकारियों से परेशानी बढ़ सकती है. अचानक से काम का बोझ भी अधिक बढ़ कर आपको मिल सकता है.

जो लोग नौकरी में बदलाव करने का सोच रहे हैं वे कोशिश कर सकते हैं पर अभी काम में अच्छा लाभ नहीं मिल पाएगा थोड़े में ही संतुष्ट होना पड़ेगा. जो लोग रिसर्च से संबंधित कोई काम कर रहे हैं उन्हें लाभ मिल सकता है.

व्यापार से जुड़े लोगों को शनि का यह गोचर परेशानियां दे सकता है. इस समय किसी के साथ मिलकर काम करने के विषय में अधिक नहीं सोचना ही बेहतर होगा. अगर लम्बे समय से पार्टनर्शिप चली आ रही है तो, उसे छोड़ने का मन अचानक से नहीं बनाए. थोड़ा समय लीजिए और सोच विचर करके ही किसी निर्णय पर पहुंचे. जल्दबाजी में लिए गए आपके फैसलों का बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

मिथुन राशि के जातको को चाहिए की अपने अधिकारियों और निम्न स्तर पर काम कर रहे लोगों के साथ व्यर्थ के विवाद में नहीं उलझें. परिवार से दूर जाकर काम करने के मौके भी मिलेंगे ऎसे में परेशानी हो सकती है. अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए अभी धन उधार नहीं लेना ही बेहतर होगा थोड़ा रुक कर ही इस काम को करें.

शनि के गोचर का मिथुन राशि के स्वास्थ्य पर कैसा प्रभाव रहेगा

मिथुन राशि के जातकों को इस समय सेहत से जुड़े मामलें परेशान तो करेंगे. आप इस समय पेट से संबंधित दुइक्कतों और स्नायु तंत्र से संबंधित रोगों से परेशान अधिक रह सकते हैं. आठवें भाव में बैठा हुआ शनि इस समय आपके पुराने रोग बढ़ाने का काम कर सकता है और कोई अचानक से होने वाली बिमारी को लम्बा भी खिंच सकता है. लेकिन इलाज से स्थिति नियंत्रित भी होगी क्योंकि अपने ही घर का स्वामी होकर वो आपका बचाव भी करेगा. अगर स्वास्थ्य की परेशानी देगा तो उसका सुधार भी हो जाएगा.

शनि के गोचर का मिथुन राशि के पारिवारिक जीवन पर प्रभाव

परिवार में स्थिति सामान्य से कम ही रहेगी शनि का दूसरे भाव को देखना कुटुम्ब में वृद्धि का कारण भी बनता है. ऎसे में परिवार में किसी नए सदस्य का आगमन भी हो सकता है. इसके साथ ही घर पर मेहमानों का आना जाना लगा ही रहेगा. आप अपनी वाणी के कारण दूसरों से मतभेद की ओर बढ़ सकते हैं. परिवार में कलेश भी रह सकता है और छोटी-छोटी बातों को लेकर चिंताएं भी अधिक रहेंगी. कोई पैतृक संपत्ति की बात भी इस समय उठ सकती है. किसी गुरु के आश्रम अथवा किसी धर्म स्थल पर जाने की योजना भी बनेगी. आध्यात्मिक बल मजबूत होगा.

शनि के गोचर का मिथुन राशि के प्रेम संबंध और विवाह पर असर

प्रेम के मामले में आप खुल कर सामने नहीं आना चाहेंगे. ऎसे में आपके मन में ही कहीं आपकी बात दब कर नही रह जाए इस बात का ख्याल भी रखें. जहां आप काम करते हैं उस स्थान पर भी किसी के साथ आपकी नजदीकियां बढ़ सकती हैं. दांपत्य जीवन के लिए स्थिति थोड़ी सी परेशानी दे सकती है. जीवन साथी के स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ सकता है. इस समय आप प्रैक्टिकल अधिक हो सकते हैं. ऎसे में सुझाव है की भावनात्मकता को भी बनाएं रखें और अपनी बातों से दूसरों को कष्ट नहीं होने दीजिएगा.

उपाय

  • महामृत्यंजय का पाठ नियमित रुप से करें. शिवलिंग पर जलाभिषेक करें.
  • प्रत्येक बुधवार के दिन गणेश मंदिर में जा कर माथा टेंके.
  • शनि स्त्रोत का पाठ शनिवार के दिन किया करें, गरीबों में खाने की वस्तुएं बांटें.