प्रश्न कुण्डली तथा जन्म कुण्डली में अंतर| Different Between Prashna Kundali And Janam Kundli

प्रश्न कुण्डली | Prashna Kundli

(1) क्रियमाण कर्म को दर्शाती है. क्रियमाण कर्म वह हैं जो इस जीवन में किये गए हैं.
(2) यह कुण्डली केवल एक विषय से संबंधित होती है.

जन्म कुण्डली | Janam Kundali

(1) प्रारब्ध को दर्शाती है.
(2) कई विषयों के बारे में बताती है.

यदि प्रश्नकर्त्ता का प्रश्न सही है और उसने प्रश्न मजाक में नहीं किया है तब जन्म कुण्डली और प्रश्न कुण्डली में आपस में संबंध अवश्य ही स्थापित होता है. यदि कोई व्यक्ति टेलीफोण पर प्रश्न कर रहा है तब जिस स्थान पर ज्योतिषी है उस स्थान की कुण्डली बनाई जाएगी.

प्रश्न कुण्डली बनाने से पहले आप राशियों के गुण - धर्म के बारे में जानकारी हासिल कर लें. जो निम्नलिखित हैं :-

राशियों के गुण स्वरुप | Nature of Signs

* चर राशियाँ 1, 4, 7, 10 - परिवर्तनशील राशियाँ हैं.
* स्थिर राशियाँ 2, 5, 8, 11 - किसी भी कार्य की यथा स्थिति दिखाती हैं.
* द्वि-स्वभाव राशियाँ 3, 6, 9, 12 - कार्यसिद्धि में विलम्ब दिखाती हैं. कई विद्वान द्वि-स्वभाव राशियों के पहले 15   अंश स्थिर राशियों की भाँति मानते हैं और बाद के 15 अंश चर राशियों की तरह मानते हैं.

शीर्षोदय राशियाँ - 3, 5, 6, 7, 8, 11 यह राशियाँ शीघ्र कार्य सिद्धि कराती हैं. इन राशियों का आगे का भाग पहले कार्य करता है इसलिए यह शीर्षोदय कहलाती हैं.

पृष्ठोदय राशियाँ - 1, 2, 4, 9, 10 राशियाँ कार्य सिद्धि में विलम्ब दिखाती हैं. कार्य भंग होते हैं. इन राशियों का पिछला भाग पहले उठता है इसलिए इन्हें पृष्ठोदय राशियाँ कहते हैं. 

उभयोदय राशियाँ - 12 राशि है. यह शुभ मानी गई है. यदि यह राशियाँ शुभ दृष्ट है तब कार्य शीघ्र बनता है. यदि यह राशियाँ पाप अथवा अशुभ ग्रहों से दृष्ट है तब कार्य बनने में विलम्ब आएंगें.

राशियों के बली होने का समय | Time of Strengthning of Signs

5, 6, 7, 8, 11 राशियाँ दिवाबली राशियाँ हैं. यह घटना का होना दिन में बताती हैं.

1, 2, 3, 4, 9, 10 राशियाँ रात्रिबली राशियाँ हैं. यह घटना का होना रात में बताती हैं.

12 राशि संध्याबली राशि कहलाती है यह घटना का होना संध्या समय में बताती हैं.

राशियों के तत्व | Element of Signs

अग्नि तत्व 1, 5, 9

पृथ्वी तत्व 2, 6, 10

वायु तत्व 3, 7, 11

जल तत्व 4, 8, 12 

राशियों की दिशा | Direction of Signs

1, 5, 9 - पूर्व दिशा

2, 6, 10 - दक्षिण दिशा

3, 7, 11 - पश्चिम दिशा

4, 8, 12 - उत्तर दिशा

राशियों की जाति | Category of Sign

1, 5, 9 - क्षत्रिय

2, 6, 10 - वैश्य

3, 7, 11 - शूद्र

4, 8, 12 - ब्राह्मण

प्रश्न कुण्डली में खोये व्यक्ति के सन्दर्भ में यदि प्रश्न पूछा गया है तो राशियों के निवास स्थान के बारे में जानकारी होनी आवश्यक है क्योंकि उन राशियों के गुण-धर्म के आधार पर खोये व्यक्ति के निवास का अन्दाजा लगाया जाता है.

राशि             राशि का रंग         राशि का निवास स्थान

मेष             लाल             चारागाह, धातुयुक्त भूमि, अग्नितत्व, फैक्टरी.

वृष             श्वेत             गौशाला, खेती योग्य भूमि, दूध-दही जहाँ रखा हो.

मिथुन         हरा            जुआ-घर, क्लब, मनोरंजन स्थल, खेल-कूद के स्थान, घूमने-फिरने की जगह.

कर्क             गुलाबी         तालाब, कुंआ, महिलाओं के घूमने-फिरने का स्थान, महिलाओं का  मनोरंजन स्थल.     
        
सिंह             धूम्र             दुर्गम स्थल, वन, गुफा, स्टोर कक्ष.

कन्या         मिश्रित         फसलयुक्त भूमि, अस्पताल, मनोरंजक स्थल, बगीचा.

तुला             काला            बाजार, बडा़ शहर, बहुमंजिली इमारतें, शेयर मार्केट, घर में जहाँ पैसा रखा हो.

वृश्चिक         केसरिया         बिल, विषयुक्त स्थान, गुप्त स्थान.

धनु             सुनहरी पीला                    अश्वगाह, फौजी कैम्प, जिस स्थान पर हथियार रखते हैं.

मकर             कबूतरी           वन, नदी, बहता हुआ पानी, हरियाली वाले स्थान.

कुम्भ         कत्थई            कुम्हार का स्थान, बर्तन रखने का स्थान, धोखे-छल का कारोबार.

मीन             सफेद             समुद्र, तीर्थ स्थान, देव भूमि.

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