जानिये, ओनेक्स रत्न के फायदे
ओनेक्स उपरत्न कई रंगों में पाया जाता है. यह हरे रंग, हरे और पीले रंग के मिश्रण तथा तोतिया हरे रंग में पाया जाता है. यह ओनेक्स के मुख्य रंग हैं. इसके अतिरिक्त ओनेक्स सफेद अथवा धूम्र वर्ण में भी उपलब्ध होता है. इस उपरत्न में लाल, भूरे, काले, सफेद तथा धूम्र वर्ण की धारियाँ गहरे और हल्के वर्ण में बनी होती हैं. यह एक बहुगुणी उपरत्न है.
ओनेक्स एक बहुत ही प्रभावशाली रत्न है. यह अपने रंग और अपनी बेहतरीन प्रभाव क्षमता के कारण ही प्रसिद्ध है. इस रत्न की ऊर्जा आपकी नकारात्मकता को कम करने वाली होती है. यह शरीर में मौजूद विषाक्त चीजों को बाहर करके भीतर से शुद्धता का संचार करता है. इस रत्न के उपयोग से व्यक्ति का प्रभा मण्डल जागृत होता है और उसकी शुभता फैलती जाती है. ओनेक्स बहुत आसानी से प्राप्त होता है और इसी कारण इसका मूल्य भी सामान्य होता है. सभी इसे आसानी से प्राप्त भी कर सकते हैं.
ओनेक्स पहचान और उसकी गुणवत्ता
अपनी गुणवता और चमक इत्यादि से इसे आसानी से पहचाना जा सकता है. एक अच्छा ओनेक्स अपनी बनावट, चमक और क्वालिटी से पहचाना जा सकता है. ओनेक्स अगर अच्छी चमक और चिकना, साफ, बिना किसी दरार इत्यादि के हो तो बहुत ही उत्तम श्रेणी का होता है. इसके रंग की चमक रोशनी पड़ने पर दूर तक फैलती है. उबड़खाबड़ नहीं होना चाहिए, मिले-जुले रंग का न होकर एक रंग का होना इसके क्षमता में वृद्धि करने में सहायक होता है.
ओनेक्स रत्न को खरीदने से पूर्व उसकी शुद्धता की जांच करवा लेनी चाहिए. यदि रत्न अच्छा है तो वह जल्द से जल्द असर करने में सहायक होता है. जिस भी स्थान से रत्न ले रहे हों उसकी विश्वसनियता को जानने की कोशिश अवश्य कर लेनी चाहिए. अगर रत्न का उपयोग ज्योतिषीय उपाय के लिए कर रहे हों तो रत्न की शुद्धता ही उसके प्रभाव को देने में सक्षम होती है.
ओनेक्स के गुण
इस उपरत्न का उपयोग दिल, किडनी, तंत्रिका-तंत्र, कोशिकाओं, बालों, आँखों और नाखूनों आदि को मजबूत बनाता है. इस उपरत्न को धारण करने से बुरे स्वप्न दिखाई नहीं देते हैं. अनिद्रा की बीमारी दूर भागती है. धारणकर्त्ता को नींद अच्छी आती है. मन में बुरे विचार नहीं आते हैं. इस उपरत्न को वाकपटुता का उपरत्न माना गया है अर्थात इसे धारण करने से व्यक्ति में बोलने की क्षमता का विकास होता है. ओनेक्स का प्रभाव शरीर में मौजूद टाक्सिन को निकालने में बहुत प्रभावकारी होता है.
ओनेक्स के अलौकिक गुण
इस उपरत्न को धारण करने से मन में बुरे विचार नहीं आते हैं. दाम्पत्य जीवन में सामंजस्य बना रहता है. यह उपरत्न व्यक्ति विशेष की उदासीनता, तनाव, मस्तिष्क संबंधी विकारों को समाप्त करता है. मन में संतुष्टि रहती है. इसे धारण करने से व्यक्ति विशेष के भीतर नकारात्मक ऊर्जा का संचार नहीं होता. यह उसे समाप्त कर देता है. यह धारणकर्त्ता की बुद्धि को तेज बनाता है. यह उपरत्न धारणकर्त्ता को आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करता है.
यह व्यक्ति विशेष की भावनाओं तथा किसी कार्य को लेकर उत्पन्न हुए अत्यधिक जुनून को नियंत्रित करता है. काला ओनेक्स धारण करने से व्यक्ति की बुरी आदतें बदल जाती हैं. यह व्यक्ति की आदतों को नियंत्रित करता है. आंतरिक ऊर्जा का विकास होता है. दृढ़ इच्छाशक्ति का विकास होता है. व्यक्ति में नियमबद्ध तरीके से कार्य करता है. व्यक्ति को कार्य में ध्यान केन्द्रित करने में मदद मिलती है.
ओनेक्स कौन धारण करे
जिन व्यक्तियों की कुण्डली में बुध या राहु शुभ भावों में स्थित है और बुध अथवा राहु की ही दशा भी चल रही है. इसके साथ हरे रंग का ओनिक्स बुध ग्रह के लिए उपयोग में लाया जाता है.
ओनेक्स कौन धारण नहीं करे
पुखराज, माणिक्य, मोती, मूँगा रत्न और इनके उपरत्न के साथ ओनेक्स को धारण नहीं करना चाहिए.
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