पेरीडोट-पेरीडॉट
रत्नों के खनिज ओलीवीन को पेरीडोट कहा जाता है. इसमें लौह तत्व होने से इस उपरत्न का रंग गहरा हरा होता है. इसके अतिरिक्त यह हरे रंग के साथ सुनहरे पीले रंग की आभा लिए हुए भी होता है. जैतून के जैसे हरे रंग में मिलता है.हरे-पीले अथवा नींबू के रंग जैसा भी होता है. यह एक नरम खनिज है. यह देखने में पारदर्शी उपरत्न है. पेरिडॉट के विषय में प्राचीन समय से लिखा जाता रहा है. प्राचीन समय से इस रत्न की प्राप्ति का स्थान मिस्र बताया जाता रहा है.
पेरीडोट के स्वास्थ्य लाभ
यह एक सुंदर उपरत्न है. इस उपरत्न को साधारण चिकित्सा के लिए धारण कर सकते हैं. इस रत्न को हीलिंग उपचार के लिए भी उपयोग में लाया जाता है.
पेरीडोट के अलौकिक गुण
इस उपरत्न को धारण करने से व्यक्ति विशेष का क्रोध शांत होता है. इसे धारण करने से व्यक्ति की इच्छाएँ पूरी होती हैं. ऎसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति को अपना मनचाहा प्यार चाहिए वह इस उपरत्न को धारण कर लें. इससे व्यक्ति विशेष का प्रेमी उसकी ओर आकर्षित होगा. अच्छे धनागमन के लिए भी गहरे हरे रंग के पेरीडोट को धारण करने की सलाह दी जाती है. इस उपरत्न से नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति से दूर ही रहती हैं. (elcapitalino.mx) इसे पहनने से व्यक्ति को अच्छी नींद आती है.
पेरीडोट के फायदे
कौन धारण करें
जिन व्यक्तियों की कुण्डली में बुध अच्छे भावों का स्वामी होकर कमजोर अवस्था में स्थित है वह पेरीडोट उपरत्न को धारण कर सकते हैं.
कौन धारण नहीं करे
गुरु, सूर्य, मंगल, राहु तथा केतु ग्रह के रत्न अथवा उपरत्न धारण करने वाले व्यक्तियों को पेरीडोट धारण नहीं करना चाहिए.
पेरिडॉट के अन्य फायदे
पेरिडॉट एक चमकदार, पीली आभा वाला हरे रंग का, चिकना रत्न है इस रत्न को पेंडेंट, अंगूठी आदि में जड़वाकर पहनना जा सकता है. इसका उपयोग आभूषण इत्यादि में भी होता है. यह रत्न मानसिक रोग को दूर करने, उन्मांद को शांत करने में बहुत लाभदायक होता है. पेरिडॉट को भस्म रुप में भी उपयोग में लाया जाता है. यह व्यक्ति बौद्धिक शक्ति को बढा़ता है, व्यक्ति की वाक शक्ति को बेहतर बनाने में सहायक होता है.