शुक्र क्या है । The Venus in Astrology । Know Your Planets- Venus | Venus and Choice of Profession
शुक्र पत्नी का प्रतिनिधित्व करता है. वह विवाह का कारक ग्रह है, ज्योतिष में शुक्र से वाहन, काम सुख, आभूषण, भौतिक सुख सुविधाओं का कारक ग्रह है. शुक्र से आराम पसन्द होने की प्रकृ्ति, प्रेम संबन्ध, इत्र, सुगन्ध, अच्छे वस्त्र, सुन्दरता, सजावट, नृ्त्य, संगीत, गाना बजाना, काले बाल, विलासिता, व्यभिचार, शराब, नशीले पदारथ, कलात्मक गुण, आदि गुण देखे जाते है.
शुक्र के मित्र ग्रह कौन से है. | Which are the friendly planets of the Venus.
शनि व बुध शुक्र के मित्र ग्रह है.
शुक्र के शत्रु ग्रह कौन से है. | Which are the enemy planets of the Venus.
शुक्र ग्रह के शत्रुओं में सूर्य व चन्द्रमा है.
शुक्र के साथ सम सम्बन्ध कौन से ग्रह रखते है. | Which planet forms neutral relation with the Venus.
शुक्र के साथ गुरु व मंगल सम सम्बन्ध रखते है.
शुक्र को कौन सी राशियों का स्वामित्व प्राप्त है. । Venus is Which sign Lord.
शुक्र वृ्षभ व तुला राशि के स्वामी है.
शुक्र की मूलत्रिकोण राशि कौन सी है. | Which is the Mooltrikona sign of the Venus.
शुक्र तुला राशि में 0 अंश से 15 अंश के मध्य होने पर मूलत्रिकोण राशिस्थ होता है.
शुक्र की उच्च राशि कौन सी है. | Which is the exalted sign of the Venus.
शुक्र मीन राशि में 27अंश पर होने पर उच्च राशि अंशों पर होता है.
शुक्र की नीच राशि कौन सी है. | Which is the debiliated sign of the Venus.
शुक्र कन्या राशि में 27अंश पर होने पर नीच राशि में होता है.
शुक्र ग्रह किस लिंग का प्रतिनिधित्व करता है. | Venus comes under which gender category
शुक्र को स्त्री प्रधान ग्रह कहा गया है.
शुक्र ग्रह की दिशा कौन सी है. | Which Direction represent the Venus.
शुक्र ग्रह की दक्षिण-पूर्व दिशा है.
शुक्र का भाग्य रत्न कौन सा है.| Which gem must be hold for the Venus.
शुक्र का भाग्य रत्न हीरा है. इसका उपरत्न सफेद जरकिन है.
शुक्र का शुभ रंग कौन सा है. | What is the colour of the Venus.
शुक्र का शुभ रंग गुलाबी, क्रीम है.
शुक्र के अधिदेवता कौन से है. | Which god should be worshipped for the Venus.
शुक्र के लिए शचि, इन्द्राणी, लक्ष्मी है.
शुक्र का बीच मंत्र कौन सा है. | Which is the beej mantra of the Venus.
शुक्र का बीच मंत्र इस प्रकार है.
ऊँ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राये नम:
एक संकल्प समय में 6000 बार)
शुक्र का वैदिक मंत्र कौन सा है. | Which is the Vedic mantra of the Venus.
शुक्र का वैदिक मंत्र इस प्रकार है.
हिमकुन्द मृ्णालाभं दैत्यानां परमं गुरुम।
सर्व शास्त्र प्रवक्तारं भर्गव प्रणामाम्यहम ।।
शुक्र के लिए कौन सी वस्तुओं का दान किया जाता है. | What should be given in Charity for the Venus.
शुक्र के लिए घी, कपूर, दही, चांदी, चावल, चीनी, सफेद वस्त्र और फूल या गाय. इन वस्तुओं का दन शुक्रवार को सूर्यास्त के समय दान करना चाहिए.
शुक्र ग्रह का क्या रंग-रुप कहा गया है. | What is the form of Venus affected people.
शुक्र ग्रह को सुन्दर शरीर वाला, बडी आंखे दिखने में आकर्षक, घुंघराले बाल, काव्यात्मक, कफमय कम खाने वाला, छोटी कद-काठी, दिखने में युवा बताया गया है.
शुक्र का शरीर में कौन से अंगो का प्रतिनिधित्व करता है. | Venus represents which organs of the body
शुक्र शरीर में वायु, कफ. आंखें, जननागं पेशाब, वीर्य का प्रतिनिधित्व करता है.
शुक्र कौन से रोग दे सकता है. | When the Venus is at weaker position , what diseases can affect a person.
शुक्र के कमजोर होने पर व्यक्ति को रति संबन्धित रोग, मधुमेह, पेशाब की थैली, गुरदे में पथरी, मोतियाबिन्द, बेहोशी, के दौरे, जननांग संबन्धित परेशानियां, सूजन, शरीर में यंत्रणात्मक दर्द, श्वेत प्रदर, मूत्र सम्बन्धित रोग, चेहरे, आंखों और गुप्तागों से संबन्धित रोग, खसरा, स्त्रियों में माहवारी और उससे संबन्धित रोग.
शुक्र की कारक वस्तुएं कौन सी है. | What is the specific Karaka of the Venus.
शुक्र इन्द्रिय सुख, उत्तेजना, जीव आदि का कारक ग्रह है.
शुक्र के विशिष्ट गुण कौन से है. | What is the specific Quality of the Venus.
शुक्र व्यक्ति में काव्यात्मक प्रकृ्ति देता है, वह भौतिक सुख-सुविधाओं का कारक ग्रह है. चमक-दमक का प्रतिनिधित्व शुक्र करता है. शुक्र से वीर्य, खेल, कला और संस्कृ्ति देखी जाती है.
शुक्र के व्यवसाय और कार्यक्षेत्र कौन से है. | Venus and Choice of Profession
शुक्र आजीविका भाव में बली अवस्था में हो, दशमेश हो, या फिर दशमेश के साथ उच्च राशि का स्थित हो, तो व्यक्ति में कलाकार बनने के गुण होते है. वह नाटककार और संगीतज्ञ होता है. उसकी रुचि सिनेमा के क्षेत्र में काम करने की हो सकती है. शुक्र से प्रभावित व्यक्ति कवि, चित्रकार, वस्त्र विक्रेता,वस्त्र उद्योग, कपडे बनाने वाला, इत्र, वाहन विक्रेता, वाहन बनाने वाले, व्यापारिक संस्थान, आभूषण विक्रेता, भवन बनाने वाले इंजिनियर, दुग्धशाला, नौसेना, रेलवे, आबकारी, यातायात, बुनकर, आयकर, सम्पति कर आदि का कार्य करता है.