11th भाव-आय भाव क्या है. | Labha Bhava Meaning | Ekadasha House in Horoscope | 11th House in Indian Astrology

11th भाव-आय भाव क्या है. | Labha Bhava Meaning | Ekadasha House in Horoscope | 11th House in Indian Astrology

एकाद्श भाव लाभभाव है. इस भाव को उपचय भाव और त्रिषडाय भाव भी कहा जाता है. चर राशि के व्यक्तियों के लिए यह स्थान बाधक स्थान होता है. एकादश भाव को धन भाव, ज्ञान भाव के नाम से भी जाता है. इस भाव से बडे भाई या बहन, धन-सम्पति, पति की उन्नति, माता की दीर्घायु, ससुर से लाभ, धन का बहाव, अपने से बडी आयु के मित्र, आशायें, इच्छायें, आकांक्षायें, योजनाओं में सफलता, लाभ, चुनाव, मुकदमेबाजी, सट्टेबाजी से लाभ, अस्पताल से छुट्टी, कान, व्यापार, समाज, समुदाय, बिमारी से ठिक होना, दुर्दशा से मुक्ति, अभिलाषायें, इच्छायें और उनकी पूर्ति, विवाह, रोग और चोट का भाव. 

एकादश भाव का कारक ग्रह कौन सा है.  | What are the Karaka things of 11th Bhava   

एकादश भाव का कारक ग्रह गुरु है. इस भाव से गुरु व्यक्ति के लाभ और बडे भाई के कारकतत्व प्रकट करता है.  

एकादश भाव से स्थूल रुप में किस विषय का विश्लेषण किया जाता है.  |  What does the House of Income  Explain.  

एकादश भाव से व्यक्ति के लाभ देखे जाते है. 

एकादश भाव से सूक्ष्म रुप में किस विषय का विश्लेषण किया जाता है | What does the House of Income accurately explains.

एकादश भाव से व्यक्ति के द्वारा अधिग्रहित वस्तुओं का विश्लेषण किया जाता है. 

एकादश भाव कौन से संबन्धों का प्रतिनिधित्व करता है. | 11th House represents which  relationships. 

 एकदश भाव से व्यक्ति के चाचा, बडे भाई-बहन, मित्र, जीजा, चौथा बच्चा, दादी, दामाद, चचेरा दादा आदि का विश्लेषण किया जाता है.  

एकादश भाव शरीर के कौन से अंगों को प्रकृ्ट करता है. | 11th House is the Karak House of which body parts. 

एकादश भाव से पैर, घुटना, बायां पांच, बायां हाथ आदि सम्बन्धित विषय देखे जाते है. द्रेष्कोण पद्वति के अनुसार इस भाव से बायां कान, बायीं भुजा आदि का विचार किया जाता है.  

किस राशि के लिए लाभ भाव बाधक भाव है. | For which sign income house is Badhaka bhava. 

चर राशियों के लिए लाभ स्थान बाधक स्थान होता है.  

एकादशेश और अन्य भावेश परिवर्तन योग किस प्रकार के फल देते है.  

एकादशेश और द्वादशेश जब परिवर्तन योग में शामिल हों, तो व्यक्ति को ऋण लेकर कार्य पूरे करने पडते है. उसकी आय और व्यय दोनों समान हो सकते है.

स्थिर और द्विस्वभाव राशि के व्यक्तियों के लिए इस भाव में सभी ग्रह शुभ फल देते है.  

एकादश भाव में बैठे नवमेश ओर दशमेश व्यक्ति को नियमित आय देते है.  

एकादश भाव में बैठे नवमेश, दशमेश और एकादशेश माता-पिता से, व्यवसाय से लाभ देते है, और व्यक्ति को मित्रों कि सहायता करने वाला बनाता है. 

11वें भाव का स्वामी जिस भाव में स्थित हों, वह भाव भी शुभ फलदायक होता है.  

जब कुण्डली में अष्टमेश व एकादशेश दोनों की दशा चल रही हों, तो व्यक्ति को उसके ऋणों से मुक्ति मिलती है. 

गोचर में सभी ग्रह चन्द्र से एकादश भाव में शुभ फल देते है. 

ग्यारहवें भाव से संबन्धित ग्रहों की दशा में भौतिक समृ्द्धि प्राप्त होती है.  परन्तु इस दशा में व्यक्ति के आध्यात्मिक सुखों में कमी होती है.

एकादश भाव में बैठा एकाद्शेश व्यक्ति को दिन - प्रतिदिन उन्नति देता है. यह व्यक्ति को एकादश भाव से जुडे सभी विषयों की प्राप्ति के अवसर देता है. 

एकादशेश की दशा स्वास्थय के पक्ष से अनुकुल नहीं है. लेकिन अर्थ व्यवस्था एक लिए शुभ है.  

धनु लग्न एक लिए ग्यारहवेम भाव में बैठा शनि शुभ होता है.  

एकादश भाव में तुला राशि का मंगल व्यक्ति को विनोदी स्वभाव देता है. यह योग व्यक्ति को जीवन के मध्य भाग में को आघात देता है. 

एकादश भाव में सूर्य, चन्द्रमा की युति के साथ एक व्यक्ति को उच्च पद प्राप्ति में सहयोग देती है.  

एकदश भाव में शनि ग्रह आयु में वृ्द्धि करने में सहयोग करता है.