आपकी कुंडली के विभिन्न भावों में चंद्रमा और बुध की युति
बुध के साथ चंद्रमा की युति दो शुभ ग्रहों की युति का योग होती है. चंद्रमा और बुध दोनों को ही ज्योतिष शास्त्र में शुभ ग्रहों के रुप में देखा जाता है. इसके अलावा इन दोनों ग्रहों का आपसी संबंध भी बहुत विशिष्ट माना गया है. इन दोनों ग्रहों की कुंडली में यदि एक साथ किसी एक राशि में युति बन रही हो तो उसका असर कई मायनों में खास बन जाता है. व्यक्ति की सोच एवं उसके काम करने की क्षमता भी इस युति से प्रभावित होती दिखाई दे सकती है. दोनों के बीच संबंध मित्रता से कुछ कम हैं क्योंकि जहां चंद्रमा अपना मित्र पूर्ण व्यवहर दिखाता है वहीं बुध शत्रु पूर्ण व्यवहार के साथ चलने वाला होता है. दोनों ग्रहों के आपसी मिलाप के नजरिये में भेद है. जब कुंडली में ये दोनों ग्रह एक साथ आते हैं तो व्यक्ति अक्सर अत्यधिक बुद्धिमान होता है. किंतु इसी के साथ उसे किसी बात को लेकर अत्यधिक भय भी सता सकता है यह युति फोबिया का कारण भी बन सकती है.
यदि कुंडली में चंद्रमा और बुध एक साथ एक ही घर में बैठे हों तो व्यक्ति को व्यवसाय अथवा अपने कार्य क्षेत्र में बहुत से लोगों का साथ मिलता है. भ्रमण के अवसर भी उसे अपने काम के दौरान अधिक मिल सकते हैं. लेखक, पत्रिका, समाचार पत्र, मीडिया अथवा सिनेमा जैसे क्षेत्रों में काम करने का उसे अवसर मिल सकता है. गैरकानूनी कार्य भी कर सकता है या फिर कहें की सही ओर गलत के मध्य का भेद वो अपने मन अनुसार अधिक रख सकता है. व्यक्ति कम मेहनत में अधिक सफलता प्राप्त करने की ओर अधिक उत्साहित होता है.
कुंडली के प्रथम भाव में चंद्रमा और बुध की युति
प्रथम भाव में चंद्रमा और बुध की युति को एक अच्छा सुंदर आकर्षक व्यक्तित देने में सहायक बनती है. इसके प्रभाव से व्यक्ति मित्र बनाने में कुशल होता है. समाजिक दायरा विस्तृत रहता है. स्वभाव में सौम्यता का गुण भी होता है. व्यक्ति के पास अच्छी अच्छी मौखिक क्षमता हो सकती है. अपनी बातों के द्वारा दूसरों को बहला लेने में सक्षम होगा. कविता और अन्य कलात्मक प्रतिभाओं में अच्छा हो सकता है. व्यक्ति झूठे आरोपों से पीड़ित हो सकता है. उन्हें धोखा भी मिल सकता है. व्यक्ति को फेफड़े और तंत्रिका संबंधी समस्या हो सकती है.
कुंडली के दूसरे घर में चंद्रमा और बुध की युति
दूसरे भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को आकर्षक दिखने में मदद कर सकती है. व्यक्ति को बोलने का तरीका जता है. अपनी बातों को घुमावदर बना सकता है. वाणी के द्वारा बुद्धिमानी और कौशल का बोध होता है. स्वाभाविक रुप से कोई कलात्मक प्रतिभा उसमें हो सकती हैं. अच्छा अभिनेता, कवि या वक्ता बन सकता है. आर्थिक स्थिति कुछ अस्थिर बनी रहती है. व्यक्ति को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मदद मिल सकती है. खर्च अधिक होता है. मानसिक तनाव और अशांत मन से परेशानी मिलती है.
कुंडली के तीसरे घर में चंद्रमा और बुध की युति
तीसरे भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को चतुर बनाती है. सुंदर और आकर्षक बना सकती है. व्यक्ति स्वभाव से चंचल एवं बुद्धिमान हो सकता है. कल्पनाशील कार्यों में निपुण हो सकता है. अपने कार्यों को पूरा करने का जोश होता है लेकिन अस्थिर स्वभाव के कारण काम अधूरे भी रह सकते हैं. उसकी प्रवृत्ति किसी भी काम को खत्म करने की होती है. व्यक्ति को अपने छोटे भाई-बहनों से सम्मान मिल सकता है. एलर्जी और फेफड़ों से संबंधित समस्या से पीड़ित हो सकते हैं.
कुंडली के चौथे घर में चंद्रमा और बुध की युति
चतुर्थ भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को सुख सुविधाओं को देने वाली होती है. आकर्षक मुस्कान व्यक्ति के लिए वरदान होती है. इस दौरान व्यक्ति प्रसिद्ध को भी पाने में सफल होता है. व्यक्ति का अपनी माता से अधिक लगाव हो सकता है. व्यक्ति को अच्छा भौतिक सुख प्राप्त हो सकता है. इन्हे मातृ संपत्ति मिल सकती है. व्यक्ति के अच्छे मित्र और रिश्तेदार हो सकते हैं. इन्हें अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मदद मिल सकती है. व्यक्ति को श्वास से संबंधी दिक्कतें उत्पन्न हो सकती है.
कुंडली के पंचम भाव में चंद्रमा और बुध की युति
पंचम भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को रचनात्मक गुण देती है. बुद्धिमान और चतुर बनाती है. व्यक्ति में सीखने और बोलने की क्षमता बेहतर हो सकती है. मानसिक रुप से चंचलता के कारण एक से अधिक चीजों पर लगाव रहता है. शिक्षा के क्षेत्र में एकाग्रता रह सकती है. व्यक्ति धार्मिक और ईश्वर में अच्छी आस्था रखने वाला हो सकता है. व्यक्ति का प्रोफेशन अस्थिर हो सकता है, प्रोफेशन में उतार-चढ़ाव आते रह सकते हैं. मित्रों की संख्या अच्छी होति है. व्यक्ति को मानसिक तनाव और तंत्रिका संबंधी समस्याओं से परेशान होना पड़ सकता है.
कुंडली के छठे भाव में चंद्रमा और बुध की युति
छठे भाव में चंद्रमा और बुध की युति अनुकूलता की कमी दिखाती है. मानसिक व्याधियां दे सकती है. व्यक्ति को दयालु और सम्मानित स्वभाव देती है. व्यक्ति बुरी नजर के प्रभाव में आसानी से आ सकता है. व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अस्थिर रहेगी. प्रतियोगिताओं में सफलता मिल सकती है. आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते हैं. व्यक्ति को पेट और पाचन संबंधी समस्या हो सकती है.
कुंडली के सातवें घर में चंद्रमा और बुध की युति
सप्तम भाव में चंद्रमा और बुध की युति वैवाहिक मसलों का कारण बनती है. व्यक्ति को भावुक और संवेदनशील बना सकती है. व्यक्ति की शादी होती है लेकिन साथी की ओर से संदेह भी रहता है. जीवन साथी सुंदर और बुद्धिमान हो सकता है. अपने जीवन साथी के कारण कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. यदि चंद्रमा और बुध खराब हो तो अलगाव हो सकता है. नौकरी में परिवर्तन के बाद इनके नाम, यश और समृद्धि में वृद्धि होगी. बिजनेस में आपको सफलता मिल सकती है.
कुंडली के आठवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति
चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति परेशानी और कठोरता देने वाली होती है. इस युति का प्रभाव जल से संबंधित रोग देने वाला होता है. व्यक्ति आध्यात्मिक मन वाला हो सकता है. इस दौरान व्यक्ति वाणी में मधुर और अच्छा वक्ता हो सकता है. यदि चंद्रमा और बुध की स्थिति खराब हो तो मानसिक रोग होता है. अष्टम भाव में चंद्रमा का बुध के साथ होना माता के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. इस अवधि में आपको पैतृक संपत्ति मिल सकती है लेकिन परिवार का सुख कमजोर होता है.
कुण्डली के नवम भाव में चंद्रमा और बुध की युति
नवम भाव में चंद्रमा और बुध की युति का प्रभाव ग्क़ुउ जनों का सानिदध्य व्यक्ति को बुद्धिमान और समझदार बना सकती है. आपको नौकरी और बिजनेस में अच्छी सफलता मिलेगी. व्यक्ति और उसके पिता के बीच अच्छे संबंध बन सकते हैं. व्यक्ति को मित्रों, रिश्तेदारों और परिवार का सहयोग मिलेगा. इस दौरान संतान सुख मिलेगा.
कुंडली के दसवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति
दशम भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को अच्छा नाम और प्रसिद्धि दिलाती है. व्यक्ति का सामाजिक मान-सम्मान अच्छा होता है. रिश्तेदारों और सहकर्मियों की मदद से सफलता मिल सकती है. इस दौरान कारोबार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. व्यक्ति को व्यवसाय में मानसिक तनाव हो सकता है. करियर के
कुंडली के ग्यारहवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति
एकादश भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान करती है. इस दौरान चंचल मन कुछ देर के लिए भ्रमित भी हो सकता है. धोखेबाज और धोखा देने में माहिर हो सकता है. इन्हें बिजनेस या शेयर बाजार से लाभ मिल सकता है. पदोन्नति और उच्च पद मिल सकता है. व्यक्तिों को अपने शत्रुओं पर विजय मिल सकती है.
कुंडली के बारहवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति
बारहवें भाव में चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को खर्च की अधिकता से परेशानी करती है.इस योग के असर में व्यक्ति अच्छा वक्ता हो सकता है. पढ़ाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्ति को व्यवसाय में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्ति धार्मिक और आध्यात्मिक विचारों वाला हो सकता है. उन्हें दृष्टि संबंधी समस्या हो सकती है.