सभी लग्नों के लिए चंद्रमा का छठे भाव में होने का रहस्य
वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा का महत्व बहुत ही व्यापक रुप से माना गया है. यह मन, भावना, संवेदनशीलता को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला ग्रह है. सूर्य के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण ग्रह चंद्रमा माना जाता है. यह दोनों कुंडली की महत्वपूर्ण शक्ति होते हैं क्योंकि एक मन को दिखाता है और दूसरा आत्मा पर अपना असर डालता है. चंद्रमा का कुंडली में होना यदि निर्बल होगा तो यह मानसिक स्थिति को कमजोर बना सकता है. स्वास्थ्य, वित्त और समग्र प्रगति को प्रभावित करने में इसका विशेष योगदान होता है इसलिए ज्योतिष शास्त्र में इसे विशेष महत्व दिया गया है.
वैदिक ज्योतिष में छठे भाव का महत्व
कुंडली में बारह भाव होते हैं और इनमें से कुछ भाव ऎसे होते हैं जो जीवन को पूर्ण रुप से बदल देने वाले भाव होते हैं. इसी में छठा भाव उल्लेखनीय है. छठा भाव रोग, कर्ज, शत्रु का महत्वपूर्ण स्थान बनता है तथा जीवन स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़ा होता है. ऎसे में यह भाव बहुत ही विशेष माना गया है. यह भाव क्षमताओं और कड़ी मेहनत वाली मानसिकता का वर्णन करता है. शक्ति, सामर्थ्य और शारीरिक स्वरुप छठे भाव का गुण है. वैदिक ज्योतिष में इस भाव को रोग भाव भी कहा जाता है. किसी व्यक्ति की बुरी स्थिति से बाहर आने और सकारात्मकता की ओर बढ़ने की क्षमता भी छठे भाव से नियंत्रित होती है. मकर और कुंभ राशि को छठे भाव का स्वामी कहा जाता है. छठे भाव के लिए सबसे अच्छा ग्रह शनि है क्योंकि यह आपको अच्छा स्वास्थ्य देता है और आपके शत्रुओं की ताकत को कम करता है. इसलिए छठा भाव वैदिक ज्योतिष में खास भूमिका निभाता है.
12 लग्न के लिए छठे भाव में चंद्रमा का असर
मेष लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
मेष लग्न के लिए छठे भाव में चंद्रमा की स्थिति दर्शाती है कि किसी का व्यक्तित्व कितना आकर्षक होगा. संवेदनशीलता और विनम्रता का गुण भी काफी अच्छा होता है. व्यक्ति में चीजों को छुपा कर रखने की अच्छी कुशलता होती है. स्वभाव से मूडी हो सकता है और मन में विचारधारा बदलाव लिए रह सकती है. घर में निवास की स्थिति घर से दूर ले जा सकती है.
वृष लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
वृष लग्न के लिए छठे भाव में बैठा चंद्रमा मानसिक रुप से अधिक खुले विचारों वाला बना सकता है. मनमौजी बनाता है. छठे भाव में चंद्रमा की स्थिति कई विचारों के समीप ले आने वाली होगी. जीवन में हर बार सपने बदलाव लिए रहेंगे. मन से बेचैन रह सकते हैं शारीरिक सुख के प्रति अधिक सक्रिय रह सकते हैं. किसी भी चीज के लिए समझौता करना पसंद नहीं करना चाहेंगे.
मिथुन लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
मिथुन लग्न के लिए छठे भाव में बैठा चंद्रमा काफी मामलों में रहस्यात्मक बना सकता है. वृश्चिक राशि में बैठा चंद्रमा निर्बल होकर व्यक्ति के मनोभावों को अस्थिर कर सकता है. मिथुन लग्न के छठे भाव में चंद्रमा की स्थिति दर्शाती है कि व्यक्ति साहसिक और शक्तिशाली होगा. व्यक्ति जल्दबाजी में फैसले लेने वाला हो सकता है. किसी के समक्ष सच बोलने का साहस इनमें बहुत होता है. तेज दिमाग और रचनात्मकता की अद्भुत क्षमता होती है. भावुकता से भरे ओर मित्रवत हो सकते हैं.
कर्क लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
कर्क राशि के लिए छठे भाव में चंद्रमा की स्थिति स्वभाव से काफी बोल्ड बना सकती है. खुले विचारों वाले व्यक्ति होते हैं दार्शनिक के दृष्टिकोण होने के साथ साथ कलात्मक गुणों का अच्छा समावेश होता है. करियर के प्रति समर्पित रहने वाले होते हैं. व्यक्ति कोमल, दयालु और ईमानदार प्रवृत्ति का होता है.
सिंह लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
सिंह लग्न के लिए छठे भाव में चंद्रमा का होना व्यक्ति को अड़िग और मजबूत बनाता है. झूठ के बजाय सच्चाई के लिए व्यक्ति आगे बढना पसंद करता है. मूडी हो सकता हैं और बहुत जल्दी गुस्सा भी प्रभावित कर सकता है. कठोर वक्ता हो सकता है. तेज दिमाग वाला, धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल रह सकता है. परंपरा की ओर उन्मुख हो सकता है.
कन्या लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
कन्या लग्न के लोगों के लिए छठे भाव में चंद्रमा का होना अच्छे व्यक्तित्व के साथ दिखने में आकर्षण प्रदान करता है. व्यक्ति कल्पनाशील होने के साथ साथ नई विचारधाओं से जुड़ने वाला होता है. काफी समझदार हो सकता है, तर्क बहुत स्पष्ट होता है. व्यक्ति को पाचन संबंधी विभिन्न समस्याओं से पीड़ित होना पड़ सकता है.
तुला लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
तुला लग्न के लिए छठे भाव में बैठा चंद्रमा व्यक्ति को उदार बनाता है. प्रेम ओर समर्पण का भाव होता है. अत्यधिक मनोभावों का उतार-चढ़ाव इन्हें प्रभावित करने वाला होता है. कोमल एवं रचनात्मक पक्ष वाले होते हैं. निराशाजनक भी हो सकते हैं तथा मानसिक विकार जल्द प्रभावित करने वाले होते हैं. व्यक्ति को पाचन संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं.
वृश्चिक लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
चन्द्रमा छठे भाव में हो तो यह दर्शाता है कि स्वभाव से सख्त और अनुशासित होंगे. भावुक हो सकते हैं लेकिन व्यवहार मूड पर अधिक निर्भर करेगा. मूल रूप से एक गुप्त प्रेमी हो सकते हैं. अपने मनोभावों को आसानी से किसी को बताना पसंद न करना चाहें. अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की क्षमता और शक्ति अच्छी होती है.
धनु लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
चन्द्रमा छठे भाव में होने पर आकर्षक और अद्भुत व्यक्तित्व का सुख प्रदान करता है. तेज और कल्पनाशील दिमाग के होते हैं. कल्पना शक्ति काफी अच्छी हो सकती है. यात्रा करना अच्छा लगेगा. आप एक प्रसिद्ध व्यक्ति होंगे और इस प्रतिस्पर्धी दुनिया में अच्छी ख्याति अर्जित कर पाने में सक्षम होते हैं.
मकर लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
मकर लग्न के छठे भाव में चंद्रमा का होना व्यक्ति को तर्क-वितर्क करने में माहिर बना सकता है. व्यक्ति वाद-विवाद में कुशल हो सकता है. करियर विकल्प के रूप में कई चीजों पर इनका ध्यान रहता है. आर्थिक रुप से संघर्ष करने वाले होते हैं लेकिन अपनी कुशलता द्वारा सफल भी होते हैं.
कुंभ लग्न के लिए चंद्रमा छठे भाव में
चंद्रमा के छठे भाव में होने पर व्यक्ति आकर्षक और मस्तमौला हो सकता है. व्यक्ति भावुक भी होता है. व्यक्ति कभी-कभी लापरवाह हो सकते हैं. तर्क-वितर्क करने वाले स्वभाव के हो सकते हैं. दिल से दयालु होते हैं. व्यक्ति रचना एवं कला के क्षेत्र में अच्छा होता है.
मीन लग्न के लिए छठे भाव में
चंद्रमा छठे भाव में होने पर व्यक्ति तेज दिमाग का आशीर्वाद पाता है. खाने-पीने के शौकीन हो सकते हैं. स्वभाव से विनम्र और रक्षात्मक होते हैं. लापरवाह एवं जिद्दी भी होते हैं. अपने मनोभावों को प्रकट करने में कुशल भी होते हैं. स्वास्थ्य को लेकर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है.