कुंभ राशि में बुधादित्य योग का फल
बुध और सूर्य से निर्मित बुधादित्य योग एक अत्यंत शुभ योगों की श्रेणी में स्थान पाता है. बुध ग्रह एवं आदित्य अर्थात सूर्य जब दोनों ग्रह एक साथ होते हैं तो इनका योग बुधादित्य योग का कारण बनता है. कुंडली में बुधादित्य योग किसी भी राशि एवं भाव में निर्मित हो सकता है. बुधादित्य योग का युति योग जब कुंभ राशि में बनता है तो इसके परिणाम काफी स्वतंत्रता के मूल कारण में निहित दिखाई देते हैं.
बुधादित्य योग का निर्माण जिस भी राशि में होता है उसके प्रभाव उस राशि के साथ मिलकर व्यक्ति को प्राप्त होते हैं. बुध एक बुद्धि का ग्रह है और सूर्य आत्मा एवं ऊर्जा का प्रतीक बनता है. जब बुद्धि और आत्मा का संगम होता है तो व्यक्ति अपने जीवन को अनेक क्षेत्रों में सफलता की ओर ले जाने वाला होता है. सभी राशियों पर इसका अलग अलग प्रभाव देखने को मिलता है. कुंभ राशि में मौजूद बुधादित्य योग का का फल जानने से पूर्व जरुरी है की बुध और सूर्य की कुंभ राशि में स्थिति को जान लेना चाहिए इसके पश्चात इसके फल को समझ पाना आसान होगा.
बुध का कुंभ राशि में होना
कुम्भ राशि में बुध का होना व्यक्ति को काफी स्वच्छंद विचारों से युक्त करता है. व्यक्ति नियमों का पालन करने में अधिक विश्वास नहीं रखता है लेकिन इसका अर्थ ये नहीं की वे नियमों को तोड़ता है वह अपने अनुसार नियमों की परिभाषा करना पसंद करता है. परंपराओं को नवीनता देता है. कुछ मामलों में यह गलत तरीकों को तोड़ने में विश्वास रखते हैं. व्यक्ति अगर चाहे तो दूसरों को बदल देने एवं उत्तेजित करने में सक्षम होता है. कुम्भ राशि में बुध वाले लोग कभी किसी के पक्षपाती होने की भावना को सहन नहीं कर सकते. दूसरों का खंडन करने में आगे रह सकते हैं. अपनी बात को बेहद सटीक रुप से प्रकट करते हैं. बौद्धिक बहस में शामिल होना पसंद करते हैं. कुम्भ राशि में बुध का होना व्यक्ति को तेज और सतर्क भी बनाता है. अच्छी अवलोकन शक्ति होती है और तर्क और बहस में जीत सकते हैं.
कुम्भ एक वायु तत्व राशि है, यह एक स्थिर राशि है. कुंभ राशि में बुध का होना व्यक्ति को बेहतर बौद्धिक दृष्टिकोण प्रदान करता है. कुम्भ राशि में बुध का प्रभाव व्यक्ति को आकर्षक भी बनाता है. व्यक्ति के पास हमेशा कुछ न कुछ दिलचस्प विचार या योजनाएं होती हैं. कुम्भ राशि में बुध का प्रभाव व्यक्ति को अध्ययन की आदत भी देता है. शेड्यूल में काम करना इन्हें अधिक पसंद नहीं होता है. किसी दूसरे का दबाव या फिर संगठन की भावना को समझने में सक्षम नहीं होते हैं. व्यक्ति वैज्ञानिक और आध्यात्मिक खोज के प्रति आकर्षित होता है. व्यक्ति का सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है.
कुंभ राशि में बुध अक्सर जिदी माना जाता है. इनका झुकाव विवादों और अराजकता की ओर हो सकता है. परंपरा और मूल्यों के लिए ज्यादा विश्वास नहीं रखते हैं. व्यक्ति के चरित्र का सही-सही आंकलन करने में सक्षम होते हैं. निष्पक्षता और समानता में विश्वास करते हैं. मानवतावादी हैं जो हमेशा दूसरों की मदद करने में लगे रहते हैं. बुध का प्रभाव कुंभ में होने पर व्यक्ति को शानदार वक्ता और लेखक भी बनाता है.
कुंभ राशि में सूर्य का योग
सूर्य का कुंभ राशि में होना व्यक्ति को बौद्धिक रुप से सक्रिय बनाता है. सामाजिक रुप से सफलता देता है. लोगों के साथ जुड़ने का समय भी दिखाता है. कुंभ एक बौद्धिक और रहस्यात्मक राशि है जिसके भीतर अपार संभावनाएं देखने को मिल सकती हैं. यह मौलिकता और स्वतंत्रता को पसंद करती है. ऎसे में कुंभ राशि में स्थित सूर्य व्यक्ति को स्वयं के ढोल की थाप पर चलने के लिए स्वतंत्र बनाता है. व्यक्ति सभी लोगों के अधिकारों का समर्थन करता है. क्रांतिकारी कुम्भ के माध्यम से सूर्य की स्थिति पहचान से पीछे हटते हुए नवीनता के लिए आगे बढ़ने का समय देती है. यह शक्ति और आदर्श का बेहतर संतुलन भी दिखाता है. कुंभ राशि में सूर्य का होना सनकी और स्वच्छंद प्रवृत्ति देता है. इनकी उपस्थिति को नज़रअंदाज़ करना असंभव होता है. कुम्भ राशि में सूर्य का होना व्यक्ति को नियम से परे ले जाकर काम करने लिए उत्साहित करता है. व्यक्ति हमेशा अपने आप को और अपने आसपास के समुदाय को बेहतर बनाने के लिए कोशिश करता है. चीजों को अपने तरीके से करने की स्वतंत्रता से प्रेरित होता है. अक्सर अपनी अप्रत्याशितता से दूसरों को आश्चर्यचकित करने में भी सक्षम होता है.
व्यक्ति अपने दिल के बजाय अपने दिमाग से कार्य करता है. अलग से चलने की यह भावना सभी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है. कुम्भ राशि में सूर्य अधिक सफलता प्राप्त करने, अपनी स्थिति को उन्नत करने के लिए प्रेरित करता है. अपने विकास पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करने को कहता है. सूर्य का प्रभाव व्यक्ति को आत्ममुग्ध और भौतिकवादी बनाता है. शनि और सूर्य एक-दूसरे के शत्रु हैं, इसलिए नकारात्मक पक्ष को भी दर्शाता है. केवल विश्लेषण और गणना करने के बजाय खुद को खोलने और खुद को अभिव्यक्त करने की कोशिश करने की जरूरत है. भौतिकवादी उपलब्धियों के अलावा भी जीवन में करने के लिए बहुत कुछ है.
बुधादित्य योग का कुंभ राशि प्रभाव
कुंभ राशि में सूर्य और बुध के लाभ मिलकर व्यक्ति को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाने का काम करते हैं. व्यक्ति चीजों का आनंद उठाने में आगे रहता है. वह समाज को बदल देने में सक्षम होता है. उसकी कार्यकुशलता व्यक्ति को आगे ले जाने में सक्षम होता है. कुंभ राशि को आध्यात्मिकता से भी संबंधित माना जाता है अत: इस राशि में सूर्य और बुध व्यक्ति को बहुत आध्यात्मिक बना सकते हैं. जीवन में उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए व्यक्ति कर्मठ भी होता है.
अपने कारोबार में करियर में सुख का भोग कर पाता है. व्यक्ति नवीन चीजों को पाता है ओर कई चीजों को खोजता है. अच्छी विश्लेषणात्मक क्षमता भी व्यक्ति को प्राप्त होती है. व्यक्ति लोगों के मध्य अपनी छाप को दूसरों पर अच्छे से छोड़ता है. 
 
                 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            