मंगल ज्योतिष में । The Mars in Astrology । Know Your Planets Mars
मंगल को ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति के साहस, छोटे भाई-बहन, आन्तरिक बल, अचल सम्पति, रोग, शत्रुता, रक्त शल्य चिकित्सा, विज्ञान, तर्क, भूमि, अग्नि, रक्षा, सौतेली माता, तीव्र काम भावना, क्रोध, घृ्णा, हिंसा, पाप, प्रतिरोधिता, आकस्मिक मृ्त्यु, हत्या, दुर्घटना, बहादुरी, विरोधियों, नैतिकता की हानि का कारक ग्रह है.
मंगल के मित्र ग्रह कौन से है. | Which are the friendly planets of the Mars
मंगल के मित्र ग्रह सूर्य, चन्द्र और गुरु है.
मंगल के शत्रु ग्रह कौन से है. | Which are the enemy planets of the Mars
मंगल से शत्रु संम्बन्ध रखने वाला ग्रह बुध है.
मंगल के साथ कौन से ग्रह सम संम्बन्ध रखते है. | Which planet forms neutral relation with the Mars
मंगल के साथ शनि और शुक्र सम सम्बन्ध रखते है.
मंगल कौन सी राशि का स्वामी है. | Mars is Which sign Lord
मंगल मेष व वृ्श्चिक राशि का स्वामी है.
मंगल की मूलत्रिकोण राशि कौन सी है.| Which is the Mooltrikona sign of the Mars
मंगल की मूलत्रिकोण राशि मेष राशि है, इस राशि में मंगल 0 अंश से 12 अंशों के मध्य होने पर अपनी मूलत्रिकोण राशि में होता है.
मंगल किस राशि में उच्च स्थान प्राप्त करते है. | Which is the exalted sign of the Mars
मंगल वृ्षभ राशि में उच्च स्थान प्राप्त करता है.
मंगल किस राशि में नीच का होता है. | Which is the debiliated sign of the Mars
मंगल कर्क राशि में स्थित होने पर नीचस्थ होता है.
मंगल को किस लिंग का ग्रह माना गया है.| Mars comes under which gender category
मंगल पुरुष प्रधान ग्रह है.
मंगल किस दिशा का प्रतिनिधित्व करता है. | Which Direction represent the Mars.
मंगल दक्षिण दिशा का प्रतिनिधित्व करता है.
मंगल के लिए कौन सा रत्न धारण किया जाता है. | Which gem must be hold for the Mars
मंगल के सभी शुभ फल प्राप्त करने के लिए मूंगा, रक्तमणी जिसे तापडा भी कहा जाता है, इनमें से किसी एक रत्न को धारण किया जा सकता है.
मंगल के शुभ रंग कौन सा है. | What is the colour of the Mars
मंगल के लिए लाल रंग धारण किया जाता है.
मंगल का भाग्य अंक कौन सा है. | Which are the lucky numbers of the Mars
मंगल का भाग्य अंक 9 है.
मंगल के लिए किस देवता की आराधना करनी चाहिए.| Which god should be worshipped for the Mars
मंगल के लिए गणपति, हनुमान, सुब्रह्मामन्यम, कार्तिकेय आदि देवताओं की उपासना करनी चाहिए.
मंगल के बीज मंत्र कौन सा है. | Which is the beej mantra of the Mars.
मंगल का बीज मंत्र इस प्रकार है.
" ऊँ क्रां क्रौं क्रौं स: भौमाय नम: ( 20 दिनोम में 10000 बार)
मंगल का वैदिक मंत्र कौन सा है. | Which is the Vedic mantra of the Mars
मंगल का वैदिक मंत्र इस प्रकार है.
"ऊँ घरणीगर्भसंभूतं विद्युत कन्ति सम प्रभम।
कुमार भक्तिहस्तं च मंगल प्रणामाभ्यहम।। "
मंगल के लिए दान की जाने वाली वस्तुएं कौन सी है. | What should be given in Charity for the Mars
मंगल के लिए तांबा, गेहूं, घी, लाल वस्त्र, लाल फूल, चन्दन की लकडी, मसूर की दाल.
मंगलवार को सूर्य अस्त होने से 48 मिनट पहलें और सूर्यास्त के मध्य अवधि में ये दान किये जाते है.
मंगल का रंग-रुप कैसा है. | What is the form of Mars affected people.
मंगल लग्न भाव में अपनी उच्च राशि में हो या लग्न में मंगल की राशि हो, अथवा किसी व्यक्ति की जन्म राशि मंगल की राशियों में से कोई एक हो, तो व्यक्ति के रंग रुप पर मंगल का प्रभाव रहता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति मध्यम कदकाठी, क्रोधी, पतला-दुबला, क्रूर, चंचल बुद्धि, पित्तीय प्रकृ्ति का होता है.
शरीर के अंगों में मंगल कौन से अंगों का प्रतिनिधित्व करता है. | Mars represents which organs of the body
मंगल शरीर में पित्त, हाथ, आंखें, गुदा और रक्त का प्रतिनिधित्व करता है.
मंगल के कारण व्यक्ति को कौन से रोग हो सकते है. | When the Mars is at weaker position , what diseases can affect a person.
मंगल के प्रभाव से व्यक्ति को शरीर के किसी भाग का कटना, घाव, दु:खती आंखें, पित्त, रक्तचाप. बवासीर, जख्म, खुजली, हड्डियों का टूटना. पेशाब संबन्धित शिकायतें, पीलिया, खून गिरना, ट्यूमर, मिरगी.
मंगल के विशिष्ठ गुण कौन से है. | What is the specific properties of the Mars.
मंगल व्यक्ति को यौद्धाओं का गुण देता है, निरंकुश, तानाशाही प्रकृ्ति का है.