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रंग तेरस : रंग तेरस कब ओर क्यों मनाते हैं ?
रंग तेरस का पर्व चैत्र माह के दौरान मनाया जाता है. रंग तेरस का उत्सव चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाते हैं जो प्रमुख त्योहारों में से एक है. रंग तेरस का त्योहार भगवान कृष्ण को
उगादी : नव वर्ष के साथ नए युग का आरंभ
उगादी : नए साल का आरंभ उगादी, तेलुगु नव वर्ष, एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन को भारत के विभिन्न स्थानों में अलग - अलग नामों से जाना जाता है। उगादी का उत्सव आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना तथा
चैत्र दुर्गाष्टमी: पूजा, विशेष, लाभ और महत्व
चैत्र माह की शुक्ल अष्टमी को "चैत्र दुर्गाष्टमी" के नाम से जाना जाता है. यह दिन विशेष रूप से देवी दुर्गा की पूजा का पर्व होता है. हिंदू धर्म में दुर्गा पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है, और यह पर्व
चैत्र द्वादशी : पूजा विधि महत्व और लाभ
चैत्र माह हिन्दू कैलेंडर का पहला माह है, और इसी माह की द्वादशी तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है. यह तिथि भारतीय संस्कृतियों में विशेष रूप से व्रत और पूजा के लिए जानी जाती है. इस दिन विशेष रूप से
बसौड़ा पूजा: एक धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा
बसौड़ा पूजा हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व और अनुष्ठान है, जिसे विशेष रूप से चैत्र माह की अष्टमी तिथि में मनाया जाता है. यह पूजा विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में, खासकर उत्तर भारत,
फाल्गुन चौमासी चौदस : जानें तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
फाल्गुन चौमासी चौदस : जानें तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त फाल्गुन चौमासी चौदस का उत्सव फाल्गुन माह की चतुर्दशी को मनाया जाता है. चतुर्दशी तिथि के दौरान कुछ खास व्रत एवं अनुष्ठान भी किए जाते
डोल पूर्णिमा: ब्रज से बंगाल तक उत्सव की धूम
फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन को डोल पूर्णिमा के नाम से भी मनाया जाता है. इस दिन को बंगाल में डोल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. डोल पूर्णिमा को भगवान श्री कृष्ण एवं राधा रानी के प्रेम स्वरुप में
अष्टाह्निका विधान: जैन धर्म में एक महत्वपूर्ण समय
जैन धर्म, जो कि भारतीय धार्मिक परंपराओं में एक प्राचीन और अद्वितीय स्थान रखता है, इनमें कई महत्वपूर्ण तिथियां अनुष्ठान होते हैं. इन अनुष्ठानों में से एक प्रमुख अनुष्ठान है अष्टाह्निका विधान.
वसंत पूर्णिमा 2025 : जानें बसंत पूर्णिमा का महत्व और कथा
वसंत पूर्णिमा हिंदू कैलेंडर में एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवधि है, इस समय को देश भर में यह त्यौहार उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. इस समय कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इस
मासी मागम: जानें कब और क्यों मनाया जाता है मासी मागम उत्सव
मासी मागम एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है, जिसे मुख्य रूप से दक्षिण भारत, विशेष रूप से तमिलनाडु और पुडुचेरी में मनाया जाता है. यह त्योहार तमिल पंचांग के मासी माह फरवरी और मार्च के बीच की
रंगभरी एकादशी: एक आध्यात्मिक पर्व
रंगभरी एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. यह एकादशी विशेष रूप से भगवान विष्णु एवं भगवान शिव की पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है, और इसे "होली
शिव पुराण के अनुसार 12 राशियों के लिए महाशिवरात्रि उपाय
भगवान शिव की पूजा के लिए कुछ विशेष दिन एवं रात्रि बहुत ही महत्वपूर्ण माने गए हैं. प्रदोष व्रत का समय हो या फिर महाशिवरात्रि का समय ये कुछ खास तिथियां भगवान शिव की पूजा को विशेष फलदायी बना देती है
आमलकी एकादशी तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण का समय
फाल्गुन माह आमलकी एकादशी आमलकी एकादशी हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है. इसे आमलकी द्वादशी भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन आमलकी अर्थात आंवला के वृक्ष
फूलैरा दूज : राधा कृष्ण की खास होली
फूलैरा दूज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है. यह त्योहार होली से जुड़ा हुआ है और प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है.
जानकी अष्टमी: जाने व्रत विधि और पूजा महत्व
जानकी अष्टमी, जिसे सीता अष्टमी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान राम की पत्नी सीता की पूजा के रूप में मनाया जाता है. यह पर्व विशेष रूप से भारत के विभिन्न हिस्सों में
शबरी जयंती का महत्व और पूजा विधि
फाल्गुन मास की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती का उत्सव मनाया जाता है. शबरी जयंती का समय देश के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष रुप से मनाया जाता है. गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में इसकी अलग ही धूम देखने
यशोदा जयंती : संतान सुख के लिए किया जाता है यशोदा जयंती का व्रत
यशोदा जयंती का पर भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है, माता यशोदा भगवान श्री कृष्ण की माता के रुप में सदैव ही पूजनीय रही हैं और उनके मातृत्व प्रेम की परिभाषा संतान और माता के प्रेम की परकाष्ठा को दर्शाती
भीष्म एकादशी : जानें एकादशी कथा और महत्व
भीष्म एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह विशेष रूप से महाभारत के भीष्म पितामह से संबंधित भी है. भीष्म एकादशी का व्रत प्रत्येक वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर दूर होंगे सभी संकट
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान गणेश जी क अपूजन होता है. चतुर्थी तिथि
गोंतरी तृतीया (माघ माह) का महत्व और प्रभाव
माघ माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गोंतरी तृतीया के रुप में मनाया जाता है. माघ शुक्ल तृतीया तिथि को गौरी पूजन करने का महत्व है. भविष्यपुराण के अनुसार माघ मास की शुक्ल तृतीया अन्य मास